गुरु और शुक्र की युति का फल 1 भाव में - guru aur shukr kee yuti ka phal 1 bhaav mein

शुक्र-गुरु की युति इन राशियों को कर देगी मालामाल, खुलेंगे किस्मत के द्वार

Shukra Guru Yuti गुरु-शुक्र की युति कुछ राशियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही हैं। ज्योतिष शास्त्र में गुरु और शुक्र काफी महत्वपूर्ण होते हैं। जहां गुरु सुख ज्ञान समृद्धि वृद्धि के कारण है। वहीं शुक को भौतिक सुख धन लाभ रोमांस आदि का प्रतिनिधित्व माना जाता है।

नई दिल्ली, Shukra Guru Yuti: ज्योतिष शास्त्र में गुरु और शुक्र महत्वपूर्ण माने जाते हैं। क्योंकि जहां गुरु को धन-धान्य, भाग्य चमकाने वाला ग्रह माना जाता है। वहीं शुक्र को धन का देवता माना जाता है। मई माह के अंत तक शुक्र और गुरु की युति चलेगी, जिससे हर राशि के जातकों के जीवन पर शुभ प्रभाव पड़ने वाला है। लेकिन ये पांच राशियों की किस्मत आसमान में होगी। बता दें कि 27 अप्रैल को शुक्र मीन राशि में प्रवेश कर गए थे, जबकि गुरु 12 मई को स्वराशि मीन राशि में पहले ही गोचर कर गए थे। अब शुक्र और गुरु की यह युति 23 मई तक रहने वाली है। शुक्र के अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य योग और गुरु के अपनी स्वराशि पर होने से हंस राजयोग बन रहा है। आइए जानते हैं कि यह युति मिलकर किन राशियों को मालामाल कर देगी।

शुक्र-गुरु की युति इन राशियों को मिलेगा लाभ

कर्क राशि

शुक्र-गुरु की युति कर्क राशि में नवम भाव में बनी रहै है। ऐसे में इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। बिजनेस में अधिक लाभ मिलने के साथ नौकरी में भी खुशखबरी मिलेगा। कर्क राशि के जातकों को नौकरी में पदोन्नति मिल सकती है। तेजी से आय बढ़ेगा। इसके साथ ही हर काम में सफलता प्राप्त होगी।

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कन्या राशि

इस राशि में शुक्र-गुरु की युति सप्तम दृष्टि होने के कारण प्रेम में अपार सफलता प्राप्त होगी। इसके साथ ही धन-धान्य की बढ़ोत्तरी के साथ सौभाग्य और खुशहाली आएगी।

वृश्चिक राशि

इस राशि में शुक्र-गुरु की युति पंचम भाव में है। ऐसे में जातकों को करियर में एक नई उड़ान मिलेगी। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। वैवाहिक जीवन पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा।

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मकर राशि

इस राशि में शुक्र और गुरु की युति प्रभाव द्वितीय भाव में हो रहा है। व्यापारी लोगों को मुनाफा मिलेगा। पारिवारिक जीवन भी सुख-शांति के साथ बीतेगा।

मीन राशि

शुक्र-गुरु की युति प्रथम भाव में बन रही है। इस युति से इस राशि के जातकों को आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ भाग्य का पूरा साथ होगा। नौकरी में तरक्की मिलेगी। व्यापार में अधिक लाभ मिलने के आसार है।

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'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

Edited By: Shivani Singh

गुरु और शुक्र की युति का फल brihaspati shukra yuti : गुरु यानि बृहस्पति इस 12 अप्रैल 2022 से अपनी स्वराशि मीन में गोचर कर रहा है। शुक्र कुंभ राशि से निकलकर मीन में 27 अप्रैल 2022 को प्रवेश कर गया था जहां शुक्र 23 मई, 2022 तक रहने के बाद मेष राशि में गोचर करेगा। इस वक्त मीन राशि में गुरु और शुक्र की युति बनी हुई है। इस वक्त शुक्र के अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य राजयोग, गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग और शनि के अपने घर में विद्यमान होने से शश राजयोग बन रहा है। आओ जानते हैं ऐसे में गुरु और शुक्र मिलकर किस राशि को कर सकते हैं मालामाल।


1. कर्क राशि (Cancer zodiac sign) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के नवम भाव में बनी है। आपको भाग्य का पूरा पूरा साथ मिलेगा। नौकरी में पदोन्नति और वेतनवृद्धि होगी। व्यापार में मुनाफा होगा। व्यापार में विस्तार की योजन सफल होगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

2. कन्या राशि (Virgo zodiac sign astrology) : शुक्र-गुरु की युति से आपके जीवन में सुख और समृद्धि के विस्तार के साथ ही दांपत्य जीवन में खुशहाली देखने को मिलेगी। रिलेशन में मजबूती आएगी। युति की सप्तम दृष्टि होने के कारण प्रेम में सफलता मिलेगी।

3. वृश्चिक राशि (Scorpio) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के पंचम भाव में बनी है। करियर या परीक्षा में सफलता मिलेगी। दांपत्य जीवन में सकारात्मक बदलावा होंगे। यात्रा का योग बनेगा। शिक्षा और ज्ञान में वृद्धि होगी। गुरु की नवम दृष्टि होने से भाग्य का सहारा मिलेगा।

गुरु और शुक्र की युति का फल 1 भाव में - guru aur shukr kee yuti ka phal 1 bhaav mein

Jupiter transit in Pisces 2022

4. मकर राशि (Capricorn) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के द्वितीय भाव में बनी है। इससे आपकी आमदानी में बढ़ोतरी होगी। व्यापार में अच्छा मुनाफा देखने को मिलेगा। धन की बचत करने में सफल होंगे। पारिवारिक जीवन में सुख की प्राप्ति होगी और सभी की मनोकामना पूर्ण होगी।

5. मीन राशि (Pisces) : शुक्र-गुरु की युति आपकी राशि के प्रथम भाव में ही बनी है। जीवन में भाग्य की वृद्धि के साथ ही शुभ कार्य संपन्न होने के योग बनेंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आत्मविश्वास और साहस में बढ़ोतरी होगी। नौकरी में तरक्की होगी। व्यापार में मुनाफा दोगुना होगा। करियर में सफलता मिलेगी। आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे।

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बृहस्पति और शुक्र की युति क्या है?

Shukra Guru Yuti गुरु-शुक्र की युति कुछ राशियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही हैं। ज्योतिष शास्त्र में गुरु और शुक्र काफी महत्वपूर्ण होते हैं। जहां गुरु सुख ज्ञान समृद्धि वृद्धि के कारण है। वहीं शुक को भौतिक सुख धन लाभ रोमांस आदि का प्रतिनिधित्व माना जाता है।

शुक्र ग्रह का गुरु कौन है?

शुक्र (शुक्र, ശുക്രൻ, ಶುಕ್ರ, சுக்ரன், IAST Śukra), जिसका संस्कृत भाषा में एक अर्थ है शुद्ध, स्वच्छ, भृगु ऋषि के पुत्र एवं असुर गुरु शुक्राचार्य का प्रतीक शुक्र ग्रह है। भारतीय ज्योतिष में इसकी नवग्रह में भी गिनती होती है। यह सप्तवारों में शुक्रवार का स्वामी होता है।

गुरु शनि की युति से क्या होता है?

गुरु-शनि का आपसी सम्बन्ध शुभ फल देने वाला होता है। शनि का गुरु के साथ सम्बन्ध होने पर शनि अपेक्षाकृत अधिक शुभ फल देने वाला बन जाता है। शनि गुरु का सम्बन्ध होने से जातक के अंदर भक्ति भावना भी अधिक पाई जाती है। गुरु धार्मिकता, पूजा-पाठ और देव कारक है तो शनि वैराग्य, उदासी, एकांत वास का कारक है।