हमें वन्य जीवों का संरक्षण क्यों करना चाहिए - hamen vany jeevon ka sanrakshan kyon karana chaahie

जैव विविधता के नष्ट होने से परिस्थितिक स्थायित्व भी नष्ट हो जाता है। हम सभी वन उत्पादों का उपयोग करते है इसलिए वन संरक्षण के लिए भी प्रयास करना होगा। स्थानीय लोगों को ईंधन के लिए लकड़ी, झोपड़ी बनाने के लिए लकड़ी वनों से ही मिलती है। पशुओं के लिए चारा वनों से मिलता है। वनों विनाश से केवल वन की उपलब्धता ही प्रभावित नहीं होती बल्कि मिट्टी की गुणवत्ता और जल स्त्रोता भी प्रभावित होते है। वन्य जीवों का संरक्षण भी आवश्यक है क्योंकि आहार श्रृंखला में ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।

लंबी अवधि को ध्यान में रखकर बनाई गई परियोजनाओं के लाभ से किस प्रकार भिन्न हैं?


लंबी अवधि को ध्यान में रखकर बनाई गई परियोजनाओं का आधार प्राकृतिक संसाधनों का वहनीय प्रबंधन होता है। इस प्रकार प्राकृतिक संसाधनों को आज इस्तेमाल कर और कल अगली पीढ़ी के लिए संरक्षित रखा जा सकता है। लंबी अवधि वाली परियोजनाएँ, काम अवधि वाली परियोजनाओं से ज़्यादा लाभकारी होती हैं।


इस पोस्ट में आपको वन एवं वन्य जीव संरक्षण निबंध वन्य जीव संरक्षण क्यों आवश्यक है प्राणियों का संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है वन्य प्राणियों के संरक्षण का महत्व वन्य जीव संरक्षण पर निबंध हिंदी में वन संरक्षण का अर्थ in hindi वन्य जीव संरक्षण और जलवायु परिवर्तन वन्य जीव संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर निबंध भारत का भूगोल प्रश्नोत्तरी से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.

Solution : हमें वनों का संरक्षण निम्नलिखित कारणों से करना चाहिए -
(i) हमें वनों से इमारती लकड़ी एवं जलाने की लकड़ी प्राप्त होती है।
(ii) वनों से हमें फल, मेवे, सब्जियाँ, औषधियाँ आदि प्राप्त होती हैं।
(iii) अनेक उद्योगों के लिए कच्चे माल की आपूर्ति होती है, जैसे- कागज़ उद्योग।
(iv) वन पर्यावरण में गैसीय संतुलन बनाने में सहायता करते हैं।
(v) वृक्षों के वायवीय भागों से पर्याप्त मात्रा में जल का वाष्पन होता है जो बादलों का निर्माण एवं आकर्षण करते हैं।
(vi) ये मृदा अपरदन एवं बाढ़ नियंत्रण में सहायता करते हैं ।
हमें वन्य जीवन का संरक्षण निम्न कारणों से करना चाहिए (-
(i) वन्य प्राणी स्थलीय खाद्य श्रृंखला की निरंतरता के लिए उत्तरदायी है ।
(ii) वन्य प्राणियों से हमें अनेक बहुमूल्य पदार्थ जैसे - कस्तूरी, खाल, ऊन, सींग, फर, मधु, दाँत, वसा आदि प्राप्त होते हैं ।
(iii) वन्य प्राणी पर्यावरण संतुलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

Solution : वन तथा वन्य जीवन का संरक्षण आवश्यक है क्योंकि-
(i) वन अनेक प्रकार के पौधे, जीव जंतु तथा अन्य वन्य-जीवों के लिए आवास प्रदान करते हैं।
(ii) इससे पारिस्थितिक संतुलन बना रहता है तथा सभी को अच्छा जीवन प्राप्त होता है।
(iii) ये जैव-विविधता, जीन पूल तथा आनुवांशिक संसाधनों का संरक्षण करते हैं।
(iv) वन किसी विशेष स्थान के मौसम संबंधी घटकों को बनाए रखते हैं, जैसे वर्षा, तापमान, आर्द्रता आदि।
(v) ये हमें बचाते हैं वैश्विक ऊष्मन से, ग्रीनहाउस प्रभाव से, जो मौसम परिवर्तन का आरभ कर सकते हैं।
(vi) वन जल, मृदा का संरक्षण करते हैं तथा सूखा व बाढ़ जैसी समस्याओं को रोकते हैं।

(6) वृक्षों के वायवीय भागों से पर्याप्त मात्रा में जल का वाष्पन होता है जो वर्षा के स्रोत का कार्य करते हैं।

(7) मृदा अपरदन एवं बाढ़ पर नियंत्रण करने के लिए।

(8) वन्य जीवों को आश्रय प्रदान करने के लिए।

(9) धन प्राप्ति के अच्छे स्रोत के रूप में।

(10) स्थलीय खाद्य श्रृंखला की निरंतरता के लिए।

(11) प्राणियों की प्रजाति को बनाये रखने के लिए।

(12) वन्य प्राणियों से ऊन, अस्थियाँ, सींग, दाँत, तेल, वसा तथा त्वचा आदि प्राप्त करने के लिए।

वन्य जीवन का संरक्षण राष्ट्रीय पार्क तथा पशुओं और पक्षियों के लिए शरण स्थल बनाने से किया जा सकता है। यह पशुओं का शिकार करने की निषेध आज्ञा का कानून प्राप्त करके किया जा सकता है।