बिहार सरकार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य के 25 जिलों में नई योजना जल्द शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत गैर-जैविक कोरिडोर के 25 जिलों के इच्छुक व्यक्तिगत किसानों को जैविक खेती के लिए 11 ,500 रूपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा। Show
पहले से 13 जिलों में दिया जा रहा अनुदान, 25 और जिलों के लिए शुरू होगी योजना कृषि मंत्री ने बताया कि जैविक कोरिडोर योजना में 13 जिलों के किसानों को 11,500 रुपये प्रति एकड़ अग्रिम अनुदान दिया जा रहा है। यह अनुदान अधिकतम ढाई एकड़ के लिए दिया जाता है। बिहार राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणन एजेंसी द्वारा मुफ्त में जैविक प्रमाणन की व्यवस्था की भी गई है। वर्ष 2020-21 में इस एजेंसी के माध्यम से राज्य के 22 हजार किसानों द्वारा किए जा रहे जैविक खेती का जैविक प्रमाणीकरण के रूप में प्रथम वर्ष में कुल 20,059 एकड़ रकबा हेतु प्रमाण पत्र निर्गत किया गया था। अब इस योजना की सफलता को देखते हुए कृषि विभाग 25 और जिलों में भी जैविक खेती प्रोत्साहन योजना की जल्द शुरूआत करेगी । बिहार के बाहर भी हो रहा राज्य के जैविक उत्पादों का प्रमाणीकरण कृषि विभाग का बिहार स्टेट सीड एण्ड ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेंसी राज्य में किये जा रहे जैविक खेती का प्रमाणीकरण का काम करती है । कृषि विभाग के मुताबिक इसके साथ ही पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में भी जैविक प्रमाणीकरण का कार्य किया जा रहा है। विभाग की तरफ से अन्य राज्यों में भी जैविक प्रमाणीकरण हेतु वार्ता चल रही है] जो जल्द ही पूरी होने के संभावना है । जैविक उत्पादों की गुणवत्ता को बनाये रखने और उनको बाजार में सही कीमत मिले इसके लिए प्रमाणीकरण बेहद जरूरी है। बसोका ने 1496 जैविक उत्पादों का जाँच कराया गया है जिसमें से बेगूसराय जिला के किसान उत्पादक संगठन/किसान उत्पादक कंपनी के 2 तथा समस्तीपुर जिला के 01 अर्थात् मात्र 3 नमूने मानकों पर सही नही पाया गया है। Jaivik Kheti Portal Registration | जैविक खेती पोर्टल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | Jaivik Kheti Portal Online Login Procedure | जैविक खेती पोर्टल लाभ जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं जैविक खेती को विश्व स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार भी विभिन्न प्रकार के प्रयास कर रही है जिसके माध्यम से जैविक खेती को बढ़ावा प्राप्त हो सके। हाल ही में भारत सरकार द्वारा जैविक खेती पोर्टल लांच किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से जैविक किसानों को अपने उत्पाद बेचने की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इस लेख के माध्यम से आपको jaivik kheti portal का पूरा ब्यौरा प्राप्त होगा। आप इस लेख को पढ़कर Jaivik Kheti Portal 2022 पर आवेदन करने से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा आपको इस पोर्टल के लाभ, उद्देश्य, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन करने की प्रक्रिया आदि से संबंधित जानकारी भी प्राप्त होगी। Table of Contents
Jaivik Kheti Portal 2022भारत सरकार द्वारा जैविक खेती पोर्टल लांच किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से विश्व स्तर पर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। Jaivik Kheti Portal 2022 के माध्यम से जैविक किसानों को अपने उत्पाद बेचने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा इस पोर्टल के माध्यम से जैविक खेती के लाभ से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इस पोर्टल पर ज्ञान भंडार अनुभाग में केस स्टडी, वीडियो और सर्वोत्तम कृषि पद्धति, सफलता की कहानियां और जैविक खेती से संबंधित अन्य सामग्री भी शामिल है। इसके अलावा Jaivik Kheti Portal के माध्यम से अनाज, दाल, फल और सब्जियां भी खरीदी जा सकती हैं। खरीदारों द्वारा बहुत कम कीमतों पर जैविक उत्पाद इस पोर्टल के माध्यम से खरीदे जा सकते हैं। इन उत्पादों को खरीदार के घर पर डिलीवर किया जाएगा। इस पोर्टल के माध्यम से किसान सीधे खरीदार को अपनी फसल बेच सकेंगे। Kisan Samman Nidhi List जैविक खेती पोर्टल के स्टेकहोल्डर
Key Highlights Of Jaivik Kheti Portal 2022योजना का नामजैविक खेती पोर्टलकिसने आरंभ कीभारत सरकारलाभार्थीभारत के किसानउद्देश्यजैविक खेती को बढ़ावा देनाआधिकारिक वेबसाइटhttps://www.jaivikkheti.in/साल2022किसान क्रेडिट कार्ड योजना जैविक खेती पोर्टल का उद्देश्यJaivik Kheti Portal का मुख्य उद्देश्य जैविक खेती को बढ़ावा देना है। इस पोर्टल के माध्यम से जैविक किसान अपनी फसल को ऑनलाइन बेच सकेंगे जिससे कि उनको उनकी फसल का सही दाम प्राप्त होगा। इस पोर्टल के माध्यम से जैविक खेती के लाभ से संबंधित जानकारी प्रदान की जाएगी। जिससे कि देश के नागरिक जैविक फसल को लेकर जागरूक हो सके। यह योजना देश के नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने में कारगर साबित होगी। इसके अलावा इस योजना के संचालन से जैविक किसान सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनेंगे। कृषि क्षेत्र का विकास करने में भी Jaivik Kheti Portal 2022 एक मुख्य भूमिका निभाएगा। जैविक विकास योजना क्या है?इस योजना के माध्यम से जैविक खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाता है। इसके लिए सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विज्ञान के माध्यम से जैविक खेती के स्थाई मॉडल का विकसित किया जाएगा।
भारत में जैविक खेती के समर्थन हेतु सरकार द्वारा कौन सी योजना शुरू की गई है?केंद्र सरकार ने जैविक खेती प्रमोट करने के लिए सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) बनाई है. पीकेवीवाई (paramparagat krishi vikas yojana) के तहत तीन साल के लिए प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है.
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा पूर्वोत्तर में कौन सा मिशन शुरू किया गया है?Organic Farming : कृषि मंत्रालय परंपरागत कृषि विकास योजना और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए मिशन आर्गेनिक वैल्यू चैन डेवलपमेंट योजना के तहत देश में जैवित खेती को बढ़ावा दे रहा है.
जैविक खाद कैसे तैयार किया जाता है?प्रोम बनाने के लिए सबसे पहले गाय या भैंस का 500 किलो गोबर लीजिए, इसके ऊपर से सूखी पत्तियां डाल दीजिए, बाद में ऊपर से 500 किलो रॉक फॉस्फेट का (पाउडर फोम में) छिड़काव करें, फिर वेस्ट डी कंपोजर का छिड़काव करें और इसे कम से कम 30 से 35 दिनों तक ढ़ककर रखें, जिसके बाद जैविक खाद तैयार हो जाएगी।
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