विषयसूची विमाएँ कैसे निकाले?इसे सुनेंरोकेंयदि हमें किसी भी सूत्र या समीकरण के लिए विमा ज्ञात करनी होती है तो सबसे पहले हमें भौतिक राशियों में आपस में सम्बन्ध स्थापित करना आना चाहिए , सूत्र या समीकरण को मूल राशियों के रूप में लिखकर प्रत्येक मूल राशि की विमा रखकर हल करने से हमें उस सूत्र या समीकरण की विमा प्राप्त होती है। संवेग क्या है मनोविज्ञान? इसे सुनेंरोकेंसंवेग एक भावात्मक स्थिति है जब मनुष्य का शरीर उद् दीप्त होता है । इसी अवस्था को संवेग का नाम दिया गया हैं। उदाहरण के रूप में भय ,क्रोध,चिन्ता,हर्ष,प्रसन्नता आदि उद् दीप्त अवस्थाए हैं। हम यह भी कह सकते है यह एक बहुत ही उत्तेजित अवस्था है जिस के करण वह अधिक मानसिक सजगता के करण कोई प्रतिक्रिया करता है। विमीय विश्लेषण क्या होता है Chemistry? इसे सुनेंरोकेंविमीय विश्लेषण (Dimensional analysis) एक संकाल्पनिक औजार (कांसेप्चुअल टूल) है जो भौतिकी, रसायन, प्रौद्योगिकी, गणित एवं सांख्यिकी में प्रयुक्त होता है। यह वहाँ उपयोगी होता है जहाँ कई तरह की भौतिक राशियाँ किसी घटना के परिणाम के लिये जिम्मेदार हों। भौतिक राशियों की विमाएँ क्या है?इसे सुनेंरोकेंभौतिक राशि की विमाएँ : (Dimensions of a Physical Quantity) इसलिए वेग की द्रव्यमान में विमा 0, लंबाई में विमा 1 तथा समय में विमा -1 है। इसलिए त्वरण की द्रव्यमान में विमा 0, लंबाई में विमा 1 तथा समय में विमा -2 है। बल की द्रव्यमान में विमा 1, लंबाई में विमा 1 तथा समय में विमा -2 है। विमा क्या है Physics? इसे सुनेंरोकेंकिसी व्युत्पन्न राशि को मूल राशियों के पदों में व्यक्त करने के लिए मूल राशियों पर कुछ घातें लगाकर उनके गुणनफल के रूप में लिखते हैं। L पर लगी घातें इन भौतिक राशियों की विमाएं कहलाती हैं। विमीय का सूत्र क्या है? इसे सुनेंरोकेंकिसी भी भौतिक राशि का विमीय सूत्र ज्ञात करने के लिए सबसे पहले उस राशि को उसके मात्रकों में तोड़ लेते हैं एवं फिर उन मात्रकों को मीटर, द्रव्यमान, समय तथा ताप के पदों में व्यक्त करते हैं उसके बाद उस भौतिक राशि का विमीय सूत्र बनकर तैयार हो जाता है। कार्य = [ML2T-2] अतः कार्य का विमीय सूत्र [ML2T-2] होता है। वेग की विमा क्या है?इसे सुनेंरोकेंइसका S.I. मात्रक मी./से. है. वेग (velocity ): किसी वस्तु के विस्थापन की दर को या एक निश्चित दिशा में प्रति सेकंड वस्तु द्वारा तय की दूरी को वेग कहते हैं. मात्रा रहित राशि कौन सी है? इसे सुनेंरोकेंएस आई पद्धति में विकृति के लिए मात्रक “एक” यानी 1 ε = 1 = 1 m / m है। मूल रूप से, यह एक मात्रक रहित राशि है। घनत्व का विमीय सूत्र क्या है? इसे सुनेंरोकेंधारा घनत्व की SI इकाई A/m2 है। E = j ρ (जहाँ, E= समान विद्युत क्षेत्र, j= धारा घनत्व , ρ= प्रतिरोधकता)। इसका विमीय सूत्र M0L-2T0A है। एक विमा चित्र क्या है?इसे सुनेंरोकेंपहले चार दिक् के विमाओं का चित्रण गणित और भौतिकी में किसी भी वस्तु या दिक् (“स्पेस”) के उतने विमा या डिमॅनशन होते हैं जितने निर्देशांक (“कुओरडिनेट्स”) उस वस्तु या दिक् के अन्दर के हर बिंदु के स्थान को पूरी तरह व्यक्त करने के लिए चाहिए होते हैं। न्यूटन की विमा क्या है? इसे सुनेंरोकेंन्यूटन के अनुसार दो पर्तों के बीच लगने वाला श्यान बल F=-ηAΔVΔZ से दिया जाता है जहां A= क्षेत्रफल तथा ΔVΔZ वेग प्रवणता है । श्यानता गुणांक η की विमा होगी। न्यूटन की विमा क्या होती है? इसे सुनेंरोकेंबल आघूर्ण का SI मात्रक न्यूटन मीटर है। बल आर्घूर्ण की विमा- [ML^2T^ -2] होता है । यह एक सदिश राशि है। सब्सक्राइब करे youtube चैनल भौतिक राशि का विमीय सूत्र व S.I पद्धति में मात्रक , विमा क्या है और मूल राशि से सम्बन्ध लिखिए यहाँ हम बहुत सारी भौतिक राशियों के विमा सूत्र के बारे में अध्ययन करेंगे और इन भौतिक राशियों का मूल राशियों से क्या सम्बन्ध है यह भी देखेंगे। साथ ही इन सभी राशियों का S.I पद्धति में मात्रक क्या है ये भी बताएँगे।
विमा : मूल मात्रको की घात को विमा कहते है। विभिन्न भौतिक राशियों के विमीय सूत्र –
विमाओं के उपयोग :- (1) सूत्र की सत्यता की जाँच करना – (a) v = at L.H.S की विमा = v = L/t = [M0L1T-1] R.H.S की विमा = at = V x T/T = v = L/t = [M0L1T-1] L.H.S = R.H.S (b) F = mv2/r सूत्र की सत्यता की जाँच करो। L.H.S की विमा = F = [M1L1T-2] R.H.S की विमा = mv2/r = [M][L2T-2]/[L] = [M1L1T-2] L.H.S = R.H.S (c) T = w/a L.H.S की विमा = T = [M1L0T-2] R.H.S की विमा = w/a = [M1L2T-2]/[L2] = [M1L0T-2] L.H.S = R.H.S (2) मात्रको को एक पद्धति से दूसरी पद्धति में परिवर्तित करना :- माना एक पद्धति में किसी भौतिक राशि का परिमाण n1 मात्रक V1 है तथा दूसरी पद्धति में परिमाण n2 मात्रक V2 है। n1V1 = n2V2 n1[m1a m2b] = n2[a12 L2b T2L] n2 = n1[m1/m2]a [L1/L2]b [T1/T2]c 1 न्यूटन बल को MKS में पद्धति में परिवर्तित रहे , 1 न्यूटन बल का MKS पद्धति में मात्रक न्यूटन होता है तथा बल का CGS पद्धति में मात्रक डाइन होता है अर्थात प्रश्न के अनुसार MKS पद्धति से CGS पद्धति में परिवर्तित करना है।
(3) सूत्र की स्थापना करना : (i) बल F का मान द्रव्यमान m , वेग v व त्रिज्या r पर निर्भर करता है। विमाओ का उपयोग कर उचित सूत्र की स्थापना करो। F ∝ ma समीकरण-1 F ∝ Vb समीकरण-2 F ∝ rc समीकरण-3 F ∝ mavbrc F = mavbrc समीकरण-4 M1L1T-2 = K[M]a[LT-1]b[L]c M1L1T-2 = K[MaLbT-bLc] M1L1T-2 = K[MaLb+cT-b] दोनों तरफ तुलना करने पर – a = 1 b + c = 1 2 + c = 1 C = 1 – 2 = -1 -b = -2 b = 2 F = k[m1V2r-1] F = k[mv2/r] विमीय विधि के सीमा बन्धन :
जैसे : S = ut + at2/2
कार्य का विमीय सूत्र क्या है?कार्य का विमीय सूत्र ML2T-2 है। कार्य की SI इकाई जूल है।
विमीय सूत्र कैसे निकालते हैं?किसी भी भौतिक राशि का विमीय सूत्र ज्ञात करने के लिए सबसे पहले उस राशि को उसके मात्रकों में तोड़ लेते हैं एवं फिर उन मात्रकों को मीटर, द्रव्यमान, समय तथा ताप के पदों में व्यक्त करते हैं उसके बाद उस भौतिक राशि का विमीय सूत्र बनकर तैयार हो जाता है। कार्य = [ML2T-2] अतः कार्य का विमीय सूत्र [ML2T-2] होता है।
कार्य क्या है सी मात्रक एवं विमा बताएं?कार्य का S.I. मात्रक तथा विमीय सूत्र लिखिए UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! Step by step solution by experts to help you in doubt clearance & scoring excellent marks in exams.
LR का विमीय सूत्र क्या होगा?L/R` की विमा `= [T]` <br> `L//R` की विमा वही है जो समय की है । Step by step solution by experts to help you in doubt clearance & scoring excellent marks in exams.
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