कश्मीर में कितने जवान शहीद हुए? - kashmeer mein kitane javaan shaheed hue?

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू Published by: प्रशांत कुमार Updated Fri, 15 Oct 2021 02:16 PM IST

जम्मू-कश्मीर में पुंछ जिले में 60 घंटे के भीतर आतंकियों द्वारा गुरुवार को सुरक्षाबलों पर दूसरा हमला किया गया। जिसमें दो जवान शहीद हुए हैं। इस इलाके में आतंकी पिछले 10 दिन से छिपकर बैठे हुए हैं। ये आतंकी एलओसी(नियंत्रण रेखा) से घुसपैठ करके आए थे और मुगल रोड से कश्मीर जाने की फिराक में हैं। जिस जगह आतंकी घेरे गए हैं, वह काफी घना जंगल है। यह क्षेत्र मुगल रोड रास्ते पर डेरा की गली से बफलियाज के बीच है।

बता दें कि सोमवार को पुंछ में एक जेसीओ समेत पांच जवानों ने शहादत दी। गुरुवार शाम को आतंकी हमले में दो और जवान शहीद हुए। इस वर्ष अब तक आतंकियों ने 103 हमले किए हैं। इन हमलों में 26 नागरिकों की मौत और 32 जवान शहीद हुए हैं। सुरक्षाबलों ने 137 आतंकियों को मार गिराने में सफलता भी पाई है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह पड़ोसी मुल्क ने जम्मू-कश्मीर में आतंक के बीज बोने की नापाक हरकत की और देश की रक्षा में जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया।

  • पहला फिदायीन हमलाः जम्मू कश्मीर में पहला फिदायीन हमला 6 अगस्त 1999 को हुआ। एक हमलावर ने सैनिक शिविर के भीतर घुसकर हमला किया। इसमें एक मेजर समेत तीन सैनिक शहीद हुए थे।
  • 1 अक्टूबर 2001- श्रीनगर स्थित विधानसभा में फिदायीन हमला। चार फिदायीन ढेर। 11 जवान शहीद। 24 नागरिकों की मौत।
  • 17 नवंबर 2001- रामबन में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ने किया हमला। दस जवान शहीद। चार नागरिकों की मौत।
     

  • 4 दिसंबर 2001- कुपवाड़ा में लश्कर के तीन सदस्यीय आत्मघाती दस्ते ने सुरक्षाबलों के कैंप पर हमला किया। तीनों आतंकी ढेर। दो जवान शहीद। दो जवान सहित पांच जख्मी।
  • 14 मई 2002- कालूचक स्थित सैन्य क्षेत्र में हमले में तीन आतंकी ढेर। 36 सैन्यकर्मी और उनके परिवार वालों की मौत, 48 जख्मी।
  • 24 नवंबर 2002- जम्मू के रघुनाथ मंदिर में फिदायीन हमला। तीन आतंकियों सहित 13 लोगों की मौत।
  • 18 दिसंबर 2002- थनामंडी आर्मी पोस्ट पर हमले में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी ढेर। एक जवान शहीद और तीन जवान जख्मी।

  • 14 मार्च 2003- पुंछ बस स्टैंड पर आतंकी हमले में एक डीएसपी और तीन नागरिकों की मौत।
  • 25 अप्रैल 2003- बांडीपोरा में बीएसएफ कैंप में हुए आतंकी हमले में दो आतंकी ढेर। तीन बीएसएफ जवान शहीद। एक नागरिक की मौत। चार जवानों सहित सात जख्मी।
  • 26 अप्रैल 2003- श्रीनगर स्थित ऑल इंडिया रेडियो पर आतंकी हमला। तीन आतंकी ढेर और दो जवान शहीद। मुठभेड़ में आठ अन्य जख्मी।
  • 15 मई 2003- पुंछ शहर में पुलिस की वर्दी में आए आतंकी ने सेना कैंप के बाहर आतंकी हमला किया। इसमें एक जवान शहीद हुआ। हमलावर मौके से फरार, लेकिन बाद में मारा गया।
  • 28 जून 2003- जम्मू के सुजआं इलाके में सेना की डोगरा रेजीमेंट पर फिदायीन हमला। 12 जवान शहीद। एक लेफ्टिनेंट सहित सात जख्मी। दोनों फिदायीन हमले में मारे गए।
  • 22 जुलाई 2003- अखनूर के टांडा रोड स्थित आर्मी कैंप में फिदायीन हमला। एक ब्रिगेडियर सहित आठ जवान शहीद। चार जनरल, एक ब्रिगेडयर और दो कर्नल सहित 12 जख्मी।
  • 04 सितंबर 2003- पुंछ शहर स्थित सुरक्षाबलों के कैंप में फिदायीन हमला। दो विदेशी और एक महिला की मौत।
  • 17 अक्टूबर 2003- मौलाना आजाद रोड स्थित तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निवास पर आतंकी हमला। दोनों आतंकी मौके पर ही ढेर हुए। दो बीएसएफ जवान शहीद। तीन फोटो जर्नलिस्ट सहित दस जख्मी।
  • 18 नवंबर 2003- श्रीनगर स्थित 15 कोर हेडक्वार्टर में फिदायीन हमला। एक जवान शहीद, दो अन्य जख्मी।

  • 2 जनवरी 2004- जम्मू रेलवे स्टेशन पर फिदायीन हमला। चार जवान शहीद। नौ जवानों सहित 15 जख्मी हुए।
  • 23 मई 2004- काजीगुंड के पास लोअर मुंडा क्षेत्र में आईईडी विस्फोट में 19 बीएसएफ जवान शहीद। छह महिलाओं और पांच बच्चों की भी मौत।
  • 12 सितंबर 2004- डलगेट स्थित सीआरपीएफ कैंप पर फिदायीन हमला। दो डिप्टी कमांडेंट शहीद। दोनों आतंकियों को भी ढेर कर दिया गया।
  • 9 अक्टूबर 2004- सिंहपुरा इलाके में सेना की कान्वाई पर फिदायीन हमला। चार जवान शहीद। 35 जख्मी हुए। एक सिविल ड्राइवर भी मारा गया।
  • 17 नवंबर 2004- सोनवार बाग स्थित क्रिकेट स्टेडियम के पास सुरक्षाबलों ने दो फिदायीन आतंकियों को मार गिराया। यहां प्रधानमंत्री की सभा होनी थी।
  • 3 दिसंबर 2004- सोपोर में एसओजी कैंप में तैनात सीआरपीएफ कैंप पर फिदायीन हमला। पांच जवान शहीद, दो जख्मी। दोनों आतंकी मार गिराए गए।
  • 9 दिसंबर 2004- शोपियां स्थित एसओजी कैंप पर हमला। दो पुलिसकर्मी शहीद, जबकि एक डीएसपी सहित चार लोग जख्मी हो गए।

हिंदी न्यूज़ जम्मू और कश्मीरजम्मू-कश्मीर के रााजौरी में आर्मी कैंप पर आतंकी हमला, 3 जवान शहीद; 2 आतंकवादी भी ढेर

जम्मू-कश्मीर के राजौरी से 25 किलोमीटर दूर एक आतंकी हमले में दो आतंकियों ने सेना की एक कंपनी की ऑपरेटिंग बेस पर आत्मघाती हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकवादी मारे जा चुके हैं।

कश्मीर में कितने जवान शहीद हुए? - kashmeer mein kitane javaan shaheed hue?

Himanshu Jhaलाइव हिन्दुस्तान,श्रीनगर।Thu, 11 Aug 2022 09:18 AM

जम्मू-कश्मीर से आतंकी हमले की खबर आ रही है। राजौरी से 25 किलोमीटर दूर एक आतंकी हमले में दो आतंकियों ने सेना की एक कंपनी की ऑपरेटिंग बेस पर आत्मघाती हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकवादी मारे जा चुके हैं। इस दौरान सेना के 3 जवान भी शहीद हो गए। ऑपरेशन अभी भी जारी है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने भारतीय सेना के अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि राजौरी के दारहाल इलाके के परगल में सेना के एक शिविर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकवादियों को गुरुवार तड़के मार गिराया गया। जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने कहा कि हमले में सेना के पांच जवान भी घायल हुए हैं। सुरक्षा अधिकारियों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और जगह के लिए अतिरिक्त दलों को भेजा गया है।

उन्होंने कहा, “आतंकियों ने तड़के राजौरी जिले के दारहल इलाके में बुद्ध कनाडी के पास परगल में सेना के शिविर की बाड़ को पार करने की कोशिश की। गार्ड ड्यूटी पर तैनात संतरी ने उन्हें चुनौती दी। दोनों तरफ से फायरिंग हुई।'' अधिकारियों ने कहा कि यह एक आत्मघाती हमला था जिसे गार्ड ड्यूटी पर तैनात सतर्क संतरी ने नाकाम कर दिया।

इससे पहले बडगाम जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए था। मारे गए इन आतंकवादियों में लतीफ राठेर भी शामिल है जो गत मई में कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट की हत्या में शामिल था। पुलिस ने यह जानकारी दी थी।

कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर मंडल) विजय कुमार ने ट्वीट किया, '' लश्कर-ए-तैयबा के छिपे हुए तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। घटना स्थल से शव निकाले जा रहे हैं, जिनकी पहचान किया जाना अभी बाकी है। आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए। यह हमारे लिए एक बड़ी सफलता है।''

कश्मीर में कितने जवान शहीद हुए? - kashmeer mein kitane javaan shaheed hue?

जम्मू कश्मीर में कितने जवान शहीद हुए?

इन आतंकी घटनाओं में 370 लागू रहने से पहले 290 जवान शहीद हुए थे और 191 नागरिक मारे गए थे, धारा 370 हटाए जाने के 3 साल बाद 174 जवान शहीद हुए और 110 लोग मारे गए. जम्मू-कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद- 370 हटने की वर्षगांठ से एक दिन पहले पुलवामा में आतंकियों ने हमला किया.

2022 में कितने जवान शहीद हुए?

शहीद गैलरी | हमारे बारे में | केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल द्वारा स्वामित्व सामग्री, भारत सरकार

जम्मू कश्मीर में अब तक कितने आतंकवादी मारे गए?

IGP कश्मीर के मुताबिक छह महीनों के अंदर मारे गए 118 आतंकियों में से 77 पाकिस्तानी प्रायोजित लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य थे. वहीं सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में ढेर हुए 26 आतंकी जैश-ए- मौहम्मद के सदस्य थे. बता दें कि पिछले साल (2021) जनवरी से जून तक 55 आतंकियों को सेना ने ढेर किया था.

2021 में भारत के कितने जवान शहीद हुए?

2020 में 113 आतंकी हमले (2021 में 164) हुए थे, जिनमें से 76 हमलों में जिहादी आतंकी शामिल थे. एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि नॉर्थ-ईस्ट चरमपंथी, वामपंथी उग्रवादी और आतंकवादी हमलों में 91 आम नागरिकों की मौत हुई, जबकि सेना, अर्धसैनिक बल और पुलिस के 88 जवान शहीद हुए. हमलों में 103 आम नागरिक और 232 जवान घायल हुए.