क्या राज्य सरकार पुरानी पेंशन लागू कर सकती है? - kya raajy sarakaar puraanee penshan laagoo kar sakatee hai?

Old Pension Scheme Latest Update: साल 2004 में जिस पुरानी पेंशन स्कीम को बंद कर दिया गया था, उसे अब दोबारा शुरू किया जा रहा है. झारखंड राज्य की सरकार ने इस बात का ऐलान किया है कि वो अपने राज्य में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन दोबारा लागू करेगी. झारखंड में पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) 1 अक्टूबर से लागू होने वाली है. पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने पहले ही स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (Standard Operating Procedure) को मंजूरी दे दी है. बता दें कि साल 2004 में पुरानी पेंशन स्कीम को बंद करने के बाद नई पेंशन स्कीम (New Pension Scheme) को लागू कर दिया गया था. 

15 जुलाई को हुई बैठक में लिया गया फैसला

कैबिनेट सचिवालय विभाग में प्रधान सचिव वंदना दादेल ने कहा कि 15 जुलाई को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में पुरानी पेंशन योजना को लागू करने और नई पेंशन योजना को बंद करने का फैसला लिया गया था. 

उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में फैसला लिया गया कि योजना को पूरा करने के लिए एक एसओपी बनाया जाएगा. इस एसओपी को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है. योजना को एक सितंबर से प्रभावी माना जाएगा. 

2004 में बंद कर दी गई थी पुरानी पेंशन योजना

बता दें कि पुरानी पेंशन योजना को 1 अप्रैल 2004 को बंद कर दी गई थी और इसे नेशनल पेंशन स्कीम से रिप्लेस कर दिया गया था. पुरानी पेंशन स्कीम, पूरी पेंशन सरकार की ओर से जारी क जाती थी लेकिन नेशनल पेंशन स्कीम में कर्मचारी अपनी सैलरी का 10 फीसदी हिस्से को कॉन्ट्रिब्यूट करते हैं, जबकि राज्य सरकार 14 फीसदी का योगदान करती है. 

इन प्रस्तावों को भी मिली मंजूरी

पुरानी पेंशन के लागू होने से झारखंड सरकार के करीब डेढ़ लाख कर्मचारियों को फायदा मिलेगा. पुरानी पेंशन स्कीम के अलावा झारखंड राज्य सरकार ने 25 और प्रस्तावों की मंजूरी दे दी है. इसमें एक अहम फैसला यह है कि सरकार झारखंड की सीमा के बाहर दूसरे राज्यों में वीवीआईपी और वीआईपी मूवमेंट के लिए एक महीने के लिए चार्टर्ड विमान किराए पर लेगी. इसपर दो करोड़ 6 लाख पचास रुपये खर्च होंगे. 

7th pay commission latest news: केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) के लिए त्योहारी सीजन में गुड न्यूज आई है. आने वाले दिनों में उन्हें फिर से पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme-OPS) का फायदा मिल सकता है. सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार (Modi Government) साल 2024 से पहले इस पर विचार कर सकती है. कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही डिमांड को पूरा करने के लिए मंत्रालय से मशवरा मांगा है. केंद्र सरकार के कानून मंत्रालय से पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर राय मांगी थी. इसमें पूछा गया था कि कौन से डिपार्टमेंट में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) लागू की जा सकती है. हालांकि, मंत्रालय  की तरफ से अभी इस पर कोई ठोस जवाब नहीं मिला है. वहीं, संसद के बीते सत्र में वित्र राज्य मंत्री भागवत कराड ने इस बात से इनकार किया था कि सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने पर विचार कर रही है.

कब लागू हो सकती है पुरानी पेंशन योजना?

सूत्रों की मानें तो भले ही केंद्र सरकार अभी ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर कोई ठोस जवाब नहीं दे रही है. लेकिन, चुनावों में जिस तरह विपक्ष इस मुद्दे को भुना रहा है, उससे आने वाले दिनों में इसका असर देखने को मिल सकता है. यही वजह है कि केंद्र सरकार उन सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme, OPS) देने पर विचार कर सकती है, जिनकी भर्ती के लिए विज्ञापन 31 दिसंबर 2003 को या उससे पहले जारी किए गए थे. पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के राज्यमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के मुताबिक, पुरानी पेंशन का मुद्दा काफी बड़ा है. इस पर कानून मंत्रालय से राय मांगी गई थी. मंत्रालय के जवाब के बाद ही इस पर कोई फैसला हो सकता है.

कौन से कर्मचारी इसके दायरे में आएंगे?

सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद केंद्र सरकार ने मामले को कानून मंत्रालय के अधीन कर दिया था. वित्तीय सेवा विभाग पेंशन ओर पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoP&PW) उन कर्मचारियों को NPS के दायरे से बाहर करने के संबंध में उचित निर्णय ले सकता है, जिनकी भर्ती के लिए विज्ञापन 01 जनवरी 2004 को या उससे पहले जारी किया गया था और उन्हें पुरानी पेंशन योजना (OPS) के तहत कवर कर सकता है. अगर मामला सुझलता है तो पेंशनधारकों को बड़ा फायदा मिल सकता है.

पुरानी पेंशन स्कीम के 3 बड़े फायदे

1- OPS में पेंशन अंतिम ड्रॉन सैलरी (last drawn salary) के आधार पर बनती थी.
2- OPS में महंगाई दर (Inflation rate) बढ़ने के साथ DA (महंगाई भत्ता) भी बढ़ता था.
3- जब सरकार नया वेतन आयोग (Pay Commission) लागू करती है तो भी इससे पेंशन (Pension) में बढ़ोतरी होती है.

2004 में लागू हुई नई पेंशन योजना

केंद्र सरकार ने साल 2004 में नई पेंशन योजना (New Pension system) लागू किया था. इसके तहत नई पेंशन योजना के फंड के लिए अलग से खाते खुलवाए गए और फंड के निवेश के लिए फंड मैनेजर भी नियुक्त किए गए थे. अगर पेंशन फंड के निवेश का रिटर्न अच्‍छा रहा तो प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) और पेंशन (Pension) की पुरानी स्कीम की तुलना में नए कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय भविष्य में अच्छी धनराशि भी मिल सकती है. लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि पेंशन फंड के निवेश का रिटर्न बेहतर ही होगा, यह कैसे संभव है. इसलिए वे 7th Pay Commission के तहत पुरानी पेंशन योजना (Old Pension scheme) को लागू करने की मांग कर रहे हैं.

ओल्ड के मुकाबले न्यू पेंशन स्कीम में कम फायदे

राज्य स्तर पर ओल्ड पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) को लेकर आंदोलन चल रहे हैं. पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के लिए एक मंच पर सरकारी कर्मचारी एकजुट होने लगे हैं. विभिन्न विभागों के कर्मचारी संगठनों ने नई रणनीति भी तैयार की है. 2010 के बाद सरकार ने नई पेंशन योजना (New Pension Scheme) के तहत कर्मचारियों को नियुक्त किया है. इस योजना में पुरानी स्कीम के मुकाबले कर्मचारियों को बहुत कम फायदे मिलते हैं. इससे उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है. सेवानिवृत्त होने के बाद जो पैसा मिलेगा, उसका कर सरकार को देना पड़ेगा.

पुरानी पेंशन योजना कौन कौन से राज्य में लागू है?

पुरानी पेंशन योजना को एक अप्रैल, 2004 को बंद कर दिया गया था और इसे राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) से बदल दिया गया था। गौरतलब है कि झारखंड पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा करने वाला देश का तीसरा राज्य बन गया है। इससे पहले राजस्थान और छत्तीसगढ़ पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा कर चुके हैं।

भारत के कितने राज्यों में पुरानी पेंशन लागू है?

झारखंड राज्य की सरकार ने इस बात का ऐलान किया है कि वो अपने राज्य में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन दोबारा लागू करेगी. झारखंड में पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme) 1 अक्टूबर से लागू होने वाली है.

क्या पश्चिम बंगाल में पुरानी पेंशन योजना लागू है?

नेताओं ने कहा कि पश्चिमी बंगाल, त्रिपुरा, में पुरानी पेंशन लागू है। तमिलनाडु और राजस्थान सरकार पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने पर विचार कर रही है। इन नेताओं ने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम में प्राविडेंट फंड, ग्रेच्युटी, एक्सग्रेशिया अनुदान, मेडिकल लीव इनकैश मेंट समेत महंगाई भत्ता शामिल है।

पश्चिम बंगाल में कौन सी पेंशन लागू है?

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में शामिल राज्य सरकारों की सूची.