Show High Protein Levels in Blood Causes: शरीर में कोशिकाओं और मांसपेशियों के सही कामकाज और विकास के लिए प्रोटीन की सही मात्रा जरूरी है। शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर कई गंभीर परेशानियों का खतरा रहता है। यही नहीं अगर शरीर में प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा हो जाए, तो वह स्थिति भी बहुत गंभीर मानी जाती है। ब्लड में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने को हाइपरप्रोटीनेमिया कहा जाता है। यह स्थिति कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। इसकी वजह से आपके शरीर में सूजन होने लगती है और लिवर आदि पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। ब्लड में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं। असंतुलित खानपान, बीमारी और खराब जीवनशैली के कारण भी आपको यह समस्या हो सकती है। ब्लड में प्रोटीन बढ़ने के कारण- What Causes High Protein Level in Blood?शरीर में हाई ब्लड प्रोटीन के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। ऐसा नहीं है कि यह समस्या हाई प्रोटीन डाइट लेने की वजह से होती है। दरअसल जब आपका शरीर किसी तरह के संक्रमण आदि से लड़ता है तो ब्लड में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा ब्लड में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने के पीछे ये कारण प्रमुखता से जिम्मेदार माने जाते हैं-
ब्लड में प्रोटीन बढ़ने के लक्षण- High Protein Levels in Blood Symptomsब्लड में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने पर कई लक्षण दिखाई देते हैं। इस समस्या में दिखने वाले कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
ब्लड में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने के लक्षण दिखने पर आपको सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर लक्षणों के आधार पर आपको ब्लड प्रोटीन टेस्ट या टोटल प्रोटीन टेस्ट की सलाह देंगे। इस टेस्ट की रिपोर्ट के आधार पर आपका इलाज किया जाएगा। (Image Courtesy: Freepik.com) फिटनेस पसंद लोगों में प्रोटीन डाइट पर खासा जोर दिया जाता है। खासकर जिम करने व तेजी से वजन कम करने के इच्छुक मेटाबॉलिज्म को काबू में रखने के लिए उच्च प्रोटीन डाइट लेना पसंद करते हैं। पर, नए शोधों की मानें तो लंबे समय तक उच्च प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन दिल, किडनी व हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकता है, बता रही हैं शमीम खान प्रोटीन को मांसपेशियों का भोजन कहा जाता है। लेकिन जब मांसपेशियों को आवश्यकता से अधिक भोजन खिलाया जाता है, तो उसका प्रभाव बाहरी रूप से ही दिखाई नहीं देता, शरीर के आंतरिक अंगों की कार्यप्रणाली भी गड़बड़ा जाती है। फिटनेस के इच्छुकों में प्रोटीन डाइट का क्रेज इसी रूप में देखने को मिल रहा है। मॉडल्स व फिल्मी हस्तियों जैसी बॉडी बनाने के इच्छुक युवा आसानी से प्रोटीन सप्लीमेंट्स के चक्कर में पड़ जाते हैं, जो कई बार फायदे से अधिक हानिकारक साबित होता है। क्यों हानिकारक है अधिक प्रोटीन किडनी की समस्या से जूझ रहे लोगों को भी उच्च प्रोटीन डाइट से परहेज रखने की सलाह दी जाती है। हमारी किडनी रक्त में प्रोटीन को भी शुद्ध करने का काम करती है। अधिक प्रोटीन डाइट लेने से किडनी पर दबाव अधिक पड़ जाता है। शोध यह भी बताते हैं कि एक आयु के बाद उच्च प्रोटीन डाइट लेने वालों में यूरिया एसिड बढ़ जाता है। पेशाब में कैल्शियम की मात्रा कम निकलती है। कैल्शियम की यह अतिरिक्त मात्रा किडनी में लंबे समय तक जमने से पथरी का रूप ले सकती है। साथ ही हृदय पर भी अधिक असर पड़ता है। हड्डियों की समस्या जैसे रूमेटाइड आर्थराइटिस की स्थिति से जूझ रहे लोगों को भी उच्च प्रोटीन डाइट से बचने की सलाह दी जाती है। चूंकि प्रोटीन के अवशोषण के लिए अधिक कैल्शियम की आवश्यकता होती है, ऐसे में मांसपेशियों व हड्डियां का कैल्शियम घटने लगता है। जो लोग लंबे समय तक उच्च प्रोटीन डाइट के लिए मांसाहारी भोजन का सेवन करते हैं, उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोगों, स्ट्रोक और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा भोजन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने से कार्बोहाइट्रेड का सेवन कम हो जाता है, जिससे शरीर को फाइबर कम मिलता है, अन्य पोषक तत्व कम हो जाते हैं। कब्ज की समस्या भी बढ़ जाती है। उच्च प्रोटीन डाइट से सूजन भी आ सकती है। इन दिनों जिम इंस्ट्रक्टर छह से आठ अंडे खाने व प्रोटीन सप्लीमेंट्स की सलाह देते हैं, जो ठीक नहीं है। क्या कहते हैं विशेषज्ञ फिटनेस कोच एंड न्यूट्रिशन एक्सपर्ट सोनिया बजाज कहती हैं, ‘ऐसा नहीं है कि प्रोटीन युक्त सप्लीमेंट्स सेहत के दुश्मन हैं। शाकाहारी लोग व जो बहुत एक्सरसाइज करते हैं या खेलों में सक्रिय रहते हैं, उनके लिये ये काफी उपयोगी होते हैं। परंतु स्टेरॉयड युक्त प्रोटीन सप्लीमेंट्स जरूर सेहत को नुकसान पहुंचाता है। किडनी और लीवर की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, त्वचा पर झुर्रियां आ जाती हैं और रेशेज भी पड़ जाते हैं। प्रोटीन से जुड़े आधुनिक शोध कितना उपयोगी है प्रोटीन हमारे लिए प्रोटीन के प्रकार कितना प्रोटीन चाहिए आपको हालांकि यह चार्ट केवल एक मोटा- मोटा अनुमान है। किसी भी पोषक तत्व की जरूरत केवल आपके आयुवर्ग पर ही नहीं, बल्कि आपके भार, शारीरिक गठन, शारीरिक सक्रियता का स्तर व स्वास्थ्य पर भी निर्भर करती है। आप अपने लिए स्वयं भी चार्ट बना सकते हैं, इसके लिए ध्यान रखें: किसमें कितना है
प्रोटीन शरीर में प्रोटीन बढ़ जाने से क्या होता है?प्रोटीन पाउडर का ज्यादा सेवन नुकसानदायक हो सकता है.. Risks of consuming too much Protein : प्रोटीन शरीर के लिए जरूरी और फायदेमंद पोषक तत्वों में से एक होता है जो हेल्दी डाइट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. ... . प्रोटीन के अधिक सेवन से होने वाले नुकसान : ... . कैंसर का खतरा – ... . हार्ट संबंधित बीमारियां – ... . कैल्शियम की कमी –. प्रोटीन की अधिकता से कौन सी बीमारी होती है?प्रोटीन की ज्यादा मात्रा शरीर में हड्डियों की सेहत पर बुरा असर डालती है, जिससे ऑस्टिओपोरोसिस (Osteoporosis) या हड्डियों में दर्द जैसी शिकायत हो सकती है. कई अध्ययन भी बताते हैं कि प्रोटीन की ज्यादा मात्रा शरीर में कैल्शियम को कम करती है.. वजन बढ़ाए ... . कब्ज और ब्लोटिंग ... . डिहाइड्रेशन ... . किडनी को करे नुकसान ... . हड्डियां करे कमजोर. प्रोटीन क्यों बढ़ता है?शरीर के लिए प्रोटीन का महत्व
प्रोटीन शरीर के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स की तरह है यानी इससे ही पूरा शरीर बनता है. बाल से लेकर आंखें, मसल्स, स्किन, हॉर्मोंस, सेल्स ये सभी प्रोटीन के फॉर्म हैं. ये सेल्स को रिपेयर करने के साथ ही कोशिकाओं के निमार्ण में भी मदद करता है. प्रत्येक दिन हमारा शरीर थोड़ा-थोड़ा प्रोटीन तोड़ता है.
ब्लड में प्रोटीन कैसे कम करें?आप पिस्ता, किशमिश, काजू, बादाम, अंजीर और अखरोट रोजाना जाए तो आपके शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होगी. इसके अलावा इनमें कई तरह के विटामिन भी होते हैं, कैल्शियम और पोटेशियम भी होते हैं.
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