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मुक्त व्यापार समझौता (FTA), क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक
भागीदारी (RCEP), CECPA, SAFTA, APTA भारत के लिये मुक्त व्यापार समझौते (FTA) से संबंधित मुद्दे, भारत के विभिन्न व्यापार समझौते और आर्थिक विकास में इनकी भूमिका, भारत-इज़रायल संबंध, भारत की विदेशी व्यापार नीति। हाल ही में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि भारत एक
मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के समापन हेतु इजरायल के साथ वार्ता कर रहा है। आगे की राह
स्रोत: द हिंदू× मुक्त व्यापार का अर्थ कौन है?मुक्त व्यापार नीति के बारें में : मुक्त व्यापार आयात और निर्यात के खिलाफ भेदभाव को खत्म करने की नीति है। विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं के खरीदारों और विक्रेता स्वैच्छिक रूप से माल और सेवाओं पर टैरिफ, कोटा, सब्सिडी या प्रतिबंध लागू करने के बिना सरकार के व्यापार कर सकते हैं।
मुक्त व्यापार क्या है उदाहरण दीजिए?देशों द्वारा आयात-निर्यात में भेदभाव को समाप्त करने की नीति को “मुक्त व्यापार” (Free trade) कहते हैं। टैरिफ और कुछ ग़ैर-टैरिफ बाधाओं को समाप्त करने से मुक्त व्यापार भागीदारों की एक-दूसरे के बाज़ारों में पहुँच आसान होती है।
मुक्त व्यापार समझौता कब हुआ?भारत-आसियान के बीच इस मुक्त वस्तु व्यापार समझौते पर छह साल की बातचीत के बाद 13 अगस्त, 2009 को हस्ताक्षर किया गया था और 1 जनवरी, 2010 को यह लागू हो गया था।
मुक्त व्यापार क्षेत्र की स्थापना कब हुई थी?सार्क देशों और शेष दक्षिण एशिया में भी साफ्टा मुक्त व्यापार समझौता १ जनवरी, २००६ से प्रभाव में है। इस समझौते के तहत अधिक विकसित देश- भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका अपनी उत्पाद शुल्क को घटाकर २०१३ तक ० से ५ प्रतिशत के बीच ले आएंगे। कम विकसित देश- बांग्लादेश, भूटान, मालदीव और नेपाल को भी २०१८ तक ऐसा ही करना होगा।
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