कोशिका क्या हैदोस्तों छोटे कोशिका से ही एक बड़े अंग का निर्माण होती है इसलिए कहा जा सकता है कोशिका एक कार्यात्मक इकाई है कोशिका जीवन की सबसे छोटा रूप है जिससे पूरा एक जीव का निर्माण होता है Show
कोशिका की संरचना में कोशिका एक विशिष्ट परगम्य रचना से घिरा होता है और कोशिका की एक मुख्य गुण है कि वह अपनी संख्या बढ़ा सकता है- खुद से इस इस गुण को स्वजनन क्षमता कहा जाता है कोशिका विज्ञान को इंग्लिश में साइटोलॉजी कहा जाता है साइटोलॉजी के द्वारा कोशिका और कोशिका से निर्मित आकारिकी का अध्ययन किया जाता है Contents hide 1 कोशिका क्या है 2 कोशिका क्या है कोशिका की खोज किसने की थी 2.1 आइये जानते हैं कोशिका विज्ञानं में क्या क्या खोज हुआ 2.2 गलजीकाय की खोज 3 कोशिका की संरचना एवं कार्य 4 कोशिका सिद्धांत किसने दिया 4.1 कोशिका सिद्धांत का अपवाद 5 कोशिका कितने प्रकार के होते हैं 5.1 प्रोकैरियोटिक कोशिका 5.2 यूकैरियोटिक कोशिक 5.3 प्रोकैरियोटिक तथा यूकेरियोटिक कोशिका में अंतर 5.3.1 कोशिका द्रव में पाई जाने वाली अंग 5.3.1.1 Share this कोशिका क्या है कोशिका की खोज किसने की थीब्रिटिश वनस्पति शास्त्री रॉबर्ट हुक के द्वारा 1965 में किया गया इन्होंने कार्क की पतली संरचना को माइक्रोस्कोप से देखने की कोशिश की माइक्रोस्कोप से देखने के बाद उन्हें बहुत ही छोटी सी रचना दिखाई दी जो मधुमक्खी के छत्ते में स्थित छेद जैसे रचना थी उन्होंने इसका नामकरण सेल नाम से किया इन्होंने अपनी खोज को अपनी एक पुस्तक जिसका नाम माइक्रोग्राफिया है उसमें इस खोज को पब्लिश करवाया देखा जाए तो रॉबर्ट हुक ने अजीवित object मैं कोशिका की खोज की थी, लेकिन लुवेन हॉक ने पहली बार जीवित object में कोशिका की खोज की इसके बाद आगे की घटनाएं ने विज्ञान में प्रगति ला दी लगातार नये नये खोज की वजह से कोशिका विज्ञान में नई बातें पता चलने लगी आइये जानते हैं कोशिका विज्ञानं में क्या क्या खोज हुआसन 1831 में रॉबर्ट ब्राउन ने कोशिका में केंद्रक की खोज की इसके बाद दुजार्दिन द्वारा कोशिका में प्रोटो प्लाज्मा की खोज से विज्ञान को नई दिशा मिली जबकि कुछ समय बाद ही पुर्किंजे नामक व्यक्ति ने 1840 में कोशिका में पाए जाने वाले कई प्रकार के पदार्थ जिनमें तरलऔर अर्धतरल,सजीव/ निर्जीव- सभी को मिलाकर उसने जीव द्रव का नाम दिया वनस्पति वैज्ञानिक स्लाइडन ने पता लगाया कि पादपों का शरीर micro कोशिकाओं से मिलकर बना होता है लेकिन कुछ दिन बाद ही एक जंतु विज्ञानी स्वान ने बताया कि जंतुओं का शरीर भी सूचम कोशिकाओं से ही मिलकर बना होता है गलजीकाय की खोज1884 में स्ट्रास बर्गर नामक व्यक्ति ने बताया कि कोशिका में स्थित केंद्र के द्वारा अनुवांशिक लक्षणों को एक जगह से दूसरी जगह वाहन किया जाता है इसके बाद कैमिलो गाजी नामक व्यक्ति ने एक रंगीन काय की खोज की जिसको उन्हीं के नाम पर गलजी काय नाम दिया गया कोशिका की संरचना एवं कार्य
कोशिका सिद्धांत किसने दियाजर्मन वनस्पति वैज्ञानिक एमजे स्लाइडर तथा जर्मन के ही जंतु वैज्ञानिक थेओडोर श्वान्न ने मिलकर उसका सिद्धांत दिया था जोकि 1838 से 1840 वर्ष के बीच था इसके अनुसार कोशिका के संबंध में निम्न बातें कहीं गई
कोशिका सिद्धांत का अपवादवायरस जिसको हिंदी में विषाणु कहा जाता है को कहा जाता है क्योंकि यह निर्जीव तथा सजीव के बीच की कड़ी है इसमें दोनों गुण होने कारण कोशिका सिद्धांत का अपवाद कहा गया वायरस जब तक वनस्पति या किसी सजीव के शरीर में प्रवेश नहीं करती तब तक वह निर्जीव बनी रहती है लेकिन जब वह किसी सजीव में प्रवेश करती है तब वहां किसी जीवित कोशिका के सामान में कार्य करती है कोशिका कितने प्रकार के होते हैंरचना के आधार पर कोशिका को दो भागों में बांटा गया है जिसमें है
इसमें स्पष्ट केंद्र और कोशिका भित्ति का अभाव होता है तथा संरचना सरल होती है इस प्रकार की कोशिका का उदाहरण है बैक्टीरिया, virus, blue green alge इनका आकार एक माइक्रोन से लेकर 10 माइक्रोन तक का होता है इनमें अनुवांशिक पदार्थ कोशिका द्रव में ही घुले होते हैं केंद्रक झिल्ली की अनुपस्थिति के कारण डीएनए तथा आरएनए कोशिका द्रव में पाए जाते हैं प्रोकैरियोटिक कोशिका में राइबोसोम पाया जाता है इसके अलावा अन्य पदार्थ नहीं पाए जाते हैं ब्लू ग्रीन एलगी में हरित लवक पाया जाता है जो कि प्लाज्मा झिल्ली में ही थैलेनुम संरचना में पाया जाता है यूकैरियोटिक कोशिकजो कोशिकाएं पूर्ण रूप से विकसित होती है यूकैरियोटिक कोशिका कहलाती है यह विषाणु जीवाणु और ब्लू ग्रीन एलगी को छोड़कर बाकी के पौधे और सजीवों में उपस्थित होते हैं इसका कारण इसमें पूर्ण विकसित केंद्रक पाया जाता है साथ ही उसका आकार बहुत बड़ा होता है जो दोहरी आवरण युक्त झिल्ली से गिरा होता है इसमें केंद्रक युक्त और अन्य अंग पाए जाते हैं जिसमें गुणसूत्र भी पाई जाती है प्रोकैरियोटिक तथा यूकेरियोटिक कोशिका में अंतरप्रोकैरियोटिक कोशिका 1 इसमें पूर्ण विकसित कोशिकाग नहीं होती 2 केंद्रक का भाव होता है 3 न्यूक्लियर मेंब्रेन तथा न्यूक्लियस अनुपस्थित होता है 4 इसमें झिल्ली युक्त कोशिकांग गॉल्जीकाय एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम लाइसोसोम और माइटोकॉन्ड्रिया नहीं पाए जाते 5 समसूत्री कोशिका विभाजन नहीं होता 6 इनमें राइबोसोम 70 s प्रकार का होता है 7 इनमें कोशिश की गति स्पष्ट प्रकार का नहीं होता 8 इनमें रिक्तिका उपस्थित नहीं होती तथा इनमें जनन नहीं हो पाता 9 कोशिका विभाजन को विखंडन या मुकुलन द्वारा mannage किया जाता है 10 इसमें केवल 1 गुणसूत्र पाया जाता है यूकार्योटिक कोशिका में 1 यह पूर्ण विकसित होते हैं 2 इनमें पूर्ण विकसित केंद्र उपस्थित होता है 3 इनमें केंद्रक तथा केंद्रिका दोनों उपस्थित होते हैं इमेज लिफ्ट कोशिकांग गॉल्जीकाय एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम लाइसोसोम हरित लवक माइटोकॉन्ड्रिया आदि मौजूद होते हैं 4 इनमें समसूत्री कोशिका विभाजन पाया जाता है 5 इनमें माइटोकॉन्ड्रिया में श्वसन प्रक्रिया होता है 6 इनमें ribosom 80s प्रकार का होता है 7 इनमें कोशिका भित्ति मोटी होती है और इनमें कोशिका की गति स्पष्ट होती है 8 इनमें रिक्तिका अनुपस्थित होती है 9 लैंगिक जनन पाया जाता है 10 कोशिका विभाजन समसूत्री और अर्धसूत्री दोनों प्रकार का होता है 11 इनमें एक से अधिक गुणसूत्र पाए जाते हैं कोशिका संरचना कोशिका का निर्माण अनेक प्रकार के घटकों से मिलकर बना होता है तो चलिए हम कोशिका के सभी घटकों के बारे में जानते हैं कोशिकांग
कोशिका द्रव में पाई जाने वाली अंगA माइटोकॉन्ड्रिया 1 इसकी खोज रिजल्ट ने 880 में किया गया लेकिन नामकरण इसका भिंडा द्वारा किया गया भिंडा ने इ से बायोप्लास्ट नाम दिया था 2 यह केवल सिक्योरिटी कोशिकाओं में ही पाया जाता है जिसकी सहायता से कोशिकीय श्वसन किया जाता है 3 इन प्रोकरयोटिक कोशिका में एक संरचना अनुशासन पाया जाती है वह भी माइटोकॉन्ड्रिया की तरह स्वसन का कार्य करती है 4 माइटोकॉन्ड्रिया (MITOCHONDRIYA KYA HAI )द्वारा OXYDANT की उपस्थिति में भोजन का विखंडन किया जाता है जिससे एटीपी पैदा होता है यह ATP ही ऊर्जा के रूप में संचित होता है इस कारणा माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का पावर हाउस कहा जाता है 5 माइटोकॉन्ड्रिया में 70s राइबोसोम पाया जाता है साथ ही गोलाकार डीएनए भी पाया जाता है B लवक 1 लवक सभी पादप कोशिकाओं और प्रोटोजो में भी पाया जाता है 2 कोशिकाओं में पाए जाने वाले सबसे बड़े अंग लवक को तीन भागों में बांटा गया है पहला है हरित लवक इसमें पणिहारी पाया जाने की वजह से इसका रंग हरा होता है या मुख्यता पादकों में पाया जाता है जिसका मुख्य काम होता है प्रकाश संश्लेषण करना वर्णी लवक यह हरे रंग को छोड़कर पौधों में अन्य रंगों के लिए उत्तरदाई होते हैं जैसे कच्चे टमाटर पकने पर लाल हो जाता है क्योंकि उसमें हरित लवक लाल हो जाते हैं आवरणी लवक यह रंगीन लोग होते हैं जो पौधे के पहुंच से दूर वाले जगहों पर पाए जाते हैं और यह सूर्य के प्रकाश से दूर रहने वाले अंगों में भी पाए जाते हैं जैसे भूमिगत तना में C एंडोप्लास्मिक रेटिकुलम
D गोलजी बॉडी
E RIBOSOMES
F LYSOSOME
G SPHAEROSOME यह पादप कोशिकाओं में पाई जाती है जिनका काम वसा का संश्लेषण करना होता है इन्हें पादप कोशिका का लाइसोसोम भी कहा जाता है H तारक काय व तारक केंद्र यह सभी जंतु कोशिका में पाया जाता है तारक काय दो बेलनाकार रचना से बना होता है I रसधानी राजधानी ठोस तथा तरल पदार्थों की बनी होती हैं,जंतु कोशिका में रसधानी छोटी होती जबकि पादप कोशिका में रसधानी बड़ी यहां टोनोप्लास्ट नमक झिल्ली से घिरी होती है J Microbodies Peroxisome यह पौधों में प्रकाशीय श्वसन तथा कोशिका में हाइड्रोजन पराक्साइड के उत्पादन में सहायक है Glyoxysome यह मुख्यता कोशिका में ग्लूकोनियोंजेनेसिस में भाग लेता है ” कोशिका क्या है ” के बारे आप कुछ पूछना चाहते हैं तो कृपया comment box में जरूर क्वेश्चन पूछे हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा, आप हमारे वेबसाइट vigyantk.com पर यू ही आते रहे जहाँ पर हम विज्ञान , प्रोद्योगिकी, पर्यावरण औऱ कंप्यूटर जैसे विषयो पर जानकारी साझा करते है मनुष्य में कितने कोशिकाएं होते हैं?सभी जीवित प्राणी सेल से बने होते हैं। उनमें से कुछ एक सेल से बने होते हैं और अन्य में कई सेल होती हैं। आदमी के शरीर लगभग 60-90 ट्रिलियन सेल से बना होता है।
मानव शरीर में कौन सी कोशिका पाई जाती है?सेल संख्या बहुत है क्योंकि बैक्टीरिया कोशिकाएं हैं। फिर भी, मानव शरीर में लगभग 37 ट्रिलियन कोशिकाएँ पाई जाती हैं। कोशिका का मुख्य कार्य प्रकाश संश्लेषण करना और प्रकाश संश्लेषण करना है। मानव शरीर में सबसे अधिक पाया जाने वाला कोशिका लाल रक्त कोशिका है, जो उन कोशिकाओं का लगभग 80% है।
हड्डियों में कौन सी कोशिका पाई जाती है?Video Solution: हड्डियों में कौन-सी कोशिकाएँ पाई जाती हैं ? Solution : ऑस्टियोसाइट्स।
सबसे छोटी कोशिका का नाम क्या है?सही उत्तर माइकोप्लाज़्मा है। सबसे छोटी जीवित कोशिका मायकोप्लाज़्मा की है। मोनेरा जगत के सदस्यों में सबसे छोटी जीवित कोशिकाएँ शामिल हैं। माइकोप्लाज़्मा को सबसे छोटी जीवित कोशिका के रूप में जाना जाता है लेकिन इसमें कोशिका भित्ति नहीं होती है।
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