Contents Mitra Ko PatraMitra Ko Patra :हिंदी बाराखड़ी डॉट कॉम पे आपका स्वागत है। मित्र को पत्र लेखन बोहत ज्यादा परीक्षाओ में पूछा जाने वाला सवाल है इसलिए अच्छे मार्क्स प्राप्त करने के लिए हमे मित्र को पत्र लेखन अच्छे से समज लेना चाहिए। पत्र लेखन दो प्रकार के होते हैं। औपचारिक पत्र और अनौपचारिक पत्र। मित्र को पत्र लेखन का समावेश अनौपचारिक पत्र लेखन में होता हैं। अगर पहले अनौपचारिक और औपचारिक पत्र लेखन के बारेमे जानना चाहते हैं तो निचे दी गई लिंक से जान सकते हैं।
सबसे पहले हम पत्र लेखन का फॉर्मेट समज लेते है ताकि आप बड़ी आसानी से पत्र को स्टेप बाय स्टेप लिख पाए। मित्र को पत्र लिखने से पहले इसकी फॉर्मेट को जान ले ताकि आप बड़ी आसानी से मित्र को पत्र लिख सके। मित्र को लेख लिखने का प्रारूप (फॉर्मेट)पता …… .. सम्बोधन : ______ __ पहला पैराग्राफ (परिचय)___ ______ _____________ __ परिच्छेद (मुख्य विषय, आपके विषय पर आधारित)____ ______ ____ ___ अंतिम पैराग्राफ (निष्कर्ष)____ _____ ___________ तुम्हारा सबसे अच्छा मित्र पता : पत्र कहाँ से, किस समय में पत्र लेखन में विवरण डाला जाना आवश्यक है। जिसे हम पत्र के राइट या टॉप लेफ्ट साइड पर लिख सकते हैं दिनांक: पते के बाद एक तारीख लिखनी चाहिए। हमें तारीख एड्रेस के नीचे लिखना होता है। पहला पैराग्राफ: हम पहले पैराग्राफ को परिचयात्मक पैराग्राफ भी कहा जाता है। यहां आप अपना परिचय दे सकते हैं और अपनी खुशी व्यक्त कर सकते हैं. मतलब कि आप अपने दोस्त को लिख सकते हैं कि मुझे आशा है कि आप अच्छी तरह से हैं और मुझे याद कर रहे होंगे। इस पर आप 3 या 4 वाक्य में अपनी खुशी या परिचय व्यक्त कर सकते हैं। मुख्य भाग अनुच्छेद : यहां पर पैराग्राफ एक हो सकता है और एक से अधिक हो सकता है। यह इस पर आधारित है कि आप किस विषय पर लिख रहे हैं और आपकी लेखन क्षमता कितनी है। यहां हमें मुख्य बातें लिखनी होंगी। जैसे बुरी खबर देना या अच्छी खबर देना मतलब जो मुख्य बात है वो यहां लिखनी है। अंतिम अनुच्छेद : इस पैराग्राफ को हम निष्कर्ष पैराग्राफ भी कह सकते हैं। आप अंतिम पैराग्राफ में अपनी सकारात्मक भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। आप इस पैराग्राफ को 3 या 3 या 4 वाक्य के साथ भी पूरा कर सकते हैं। आखिरी में आप अपने रिश्ते को अपने दोस्त से जोड़कर अपना नाम लिख सकते हैं। जैसे की “तेरा प्रिय दोस्त” मित्र को पत्र कैसे लिखे उदाहरणदोस्तों यहां में कुछ उदाहरण दे रहा हु जिसके माध्यम से आप बड़ी आसानी मित्र को पत्र कैसे लिखते है वह समज पाएंगे। उदाहरण 1 – दोस्त शिक्षक बन गया है उसकी बधाई देता पत्र लिखे। महेश जोशी मेरे प्रिय मित्र जयेश मैं तेरा सबसे अच्छा दोस्त महेश । मुझे उम्मीद है कि वहा सबकुछ कुशल और अच्छा होगा। तेरे माता और पिता भी ठीक होंगे मैंं भी यहां मुंबई में एक अच्छा जीवन जी रहा हूं और जॉब कर रहा हु। मेरे भाई नरेश ने मुजे सूचित किया कि तूू शिक्षक बन गया हैं। तु अपनी महेनत के कारण शिक्षक बना है। इसलिये में तुजे हार्दिक सुभकामनाएँ दे रहा हू। अपने शिक्षक के काम को अच्छी तरह से करे और और भी अधिक प्रगति करे एसी भगवान से प्रार्थना। अपनी मां और पिता को मेरी और से नमस्कार कहना और समय निकाल के मिलने जरुर आना। तेेरा प्यारा दोस्त उदाहरण 2: जन्मदिन की बधाई देता मित्र को पत्र लिखे। हरिनगर प्रिय मित्र महेश मे तेरा दोस्त दिनेश, तेरी याद के साथ साथ यह पत्र लिख रहा हू। मुझे उम्मीद है कि वहां सबकुछ कुशल और अच्छा होगा। माता और पिता भी ठीक होंगे। यहाँ पालनपुर में सरस्वती हाई स्कूल में पढाई कर रहा हु। मुझे पता है कि तेरा जन्मदिन नजदीक आ रहा है। लेकिन उस समय मैं तेरे जन्मदिन पर मिलने नहीं आ सकता। इसलिए मैं पत्र के माध्यम से जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहा हूं। मैं तेरा जीवन लम्बा हो एसी ईश्वर से प्रार्थना करता हु। तू बाकि दोस्तों के साथ दिल खोलकर मौज करना। मुझे भी आने का मन है लेकिन क्या करू में नहीं आ सकता। इसलिए मुझे अपने दिल से माफ़ कर देना। अपनी मां और पिता से नमस्कार कहना। आने और मिलने का कुछ समय निकालें। और मुझे अपने जन्मदिन पर याद करना मत भूलना। तेरा प्यारा दोस्त उदाहरण 3- सादी की बधाई देता अपने मित्र को पत्र लिखे। तनिश राजकुमार प्रिय मित्र शैलेश में तेरा बचपन का सबसे अच्छा दोस्त तनिश तुजे प्यार भरा पत्र अपने हाथो से लिख रहा हु। मुझे मालूम है बचपन के जैसे अभी भी मौज और मस्ती में अपनी मस्त जिंदगी को जी रहा होगा। मुझे शाक्षी ने बताया की तेरी शादी कुछ दिनों बाद फिक्स हुई है। और तूने मुझे शाक्षी के जरिये अपनी शादी के लिए आमंत्रित भी किया है। में बहुत खुश हु की तेरी शादी होने वाली है। लेकिन मुझे इस बात का भी दुःख है की तेरी शादी मे, में उपस्थित नहीं हो पाउँगा। मुझे कंपनी के काम से दिल्ही जाना है। इस वजह से में तेरी शादी में नहीं आ सकता। तुजे शादी की ढेर सारी सुभकामनाये। तेरा प्रिय दोस्त उदाहरण 4: अपने जन्मदिवस में मित्र को आमंत्रित करता पत्र लिखें। birthday invitation letter to friend in hindi शक्ति सोसाइटी प्रिय आरती मैं तेरी सबसे अच्छी दोस्त वंदना। तेरी बोहत याद आ रही है। में दाहोद में पढाई कर रही हु। तू भी कोटा में अच्छे से पढाई कर रही होगी ऐसी आसा करती हु। आने वाली 20 जनवरी को मेरा जन्मदिवस है, जो तुजे हमेशा याद ही रहता है। मेने इस बार अपने जन्मदिवस पर शहर के कुछ गरीब बच्चो के लिए खाने की व्यवस्था वाला प्रोग्राम करने वाली हु। जो तेरी हमेशा इच्छा रही है। इसलिए में तुजे खास खास आमंत्रित कर रही हु। की मेरे इस जन्मदिवस के प्रोग्राम में जरूर आना। में आशा करती हु की सबसे अनोखे और प्रेरणादायक जन्मदिवस प्रोग्राम में तू जरूर आएगी। तेरी
प्रिय सहली मित्र को पत्र लिखने के टिप्समित्र को पत्र लिखते समय, आपको अपना पता और तारीख ऊपर बाईं या दाईं ओर लिखना चाहिए। यह लिखने आपके मित्र को यह जानकारी मिल जाएगी कि पत्र कहाँ और कब लिखा गया है। मित्र को पत्र लिखते समय उसके लिए सम्बोधन जरूर लिखे जैसे की प्रिय मित्र, प्रिय सखी वगेरा वगेरा। पत्र-लेखन करते समय पैराग्राफ के बीच अंतर रखें। इससे आपके दोस्त को पढ़ने में आसानी होगी। अगर आप किसी परीक्षा के प्रश्न में किसी मित्र को पत्र लिख रहे हैं तो पैराग्राफ के बीच अंतर बहुत जरुरी है। जरुरी पैराग्राफ में एक पत्र लिखें। अपने पत्र को 3 या 4 पैराग्राफ में पूरा करें। पत्र में मुख्य विषयों को शामिल करें। जैसे कि खुशखबरी और महत्वपूर्ण जानकारी। व्याकरण में गलती न करें। क्योंकि प्रत्येक शब्द के अलग अर्थ हो सकते हैं। इसलिए पत्र लेखन के बाद व्याकरण को फिर से जांचें। पत्र के अंत में समापन पैराग्राफ जरूर लिखे। जो पत्र की शोभा को बढ़ाता है। सारांशपत्र लेखन परीक्षा में अच्छे मार्क्स दिलवा सकता है। मित्र को पत्र कैसे लिखे simple hindi letter to friend का फॉर्मेट और उदाहरण मेने बहुत अच्छे से समझाया है जो आपको बहुत ही उपयोगी होंगे। धन्यवाद यह भी जरुर पढे
Post navigationअपने मित्र को पत्र कैसे लिखे हिंदी में?mitra ko patra kaise likhen || अपने मित्र को एक पत्र लिखें || - YouTube.
मित्र को लिखे गए पत्र में पूरे में क्या लिखते हैं?पत्र में पाठक के सम्बन्ध में प्रयोग होने वाले शब्दों आदरणीय, प्रिय, महोदय आदि शब्दों का प्रयोग करना चाहिए। उद्देश्यपूर्ण- पत्र जिस उद्देश्य के लिए लिखा जा रहा हो, उस उद्देश्य को ध्यान में रखकर ही आवश्यक बातें पत्र के अंदर लिखनी चाहिए।
मित्र भाई को कौन सा पत्र लिखा जाता है?औपचारिक पत्रों में संबोधन के रूप में प्रायः महोदय, प्रिय महोदय का प्रयोग किया जाता है।
पत्र कैसे लिखा जाता है?पत्र की भाषा सरल होनी चाहिए और वाक्य छोटे होने चाहिए ताकि किसी भी व्यक्ति को पत्र पढ़ने में कोई कठिनाई न हो। पत्र लिखते समय ध्यान रखें कि अपनी बात संक्षेप में समाप्त कर दें। जिस व्यक्ति के लिए पत्र लिखा जा रहा है, उस व्यक्ति के लिए उचित सम्बोधन का उपयोग किया जाना चाहिए जैसे – पूज्य, आदरणीय, माननीय, महोदय आदि।
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