निम्न में से अ उपसर्ग से कौन सा शब्द बना हुआ है? - nimn mein se a upasarg se kaun sa shabd bana hua hai?

#उपसर्ग प्रश्न= 1 .हिन्दी में संस्कृत के उपसर्गों की संख्या कितनी है – 1. 24 2. 13 3. 22 ✔ 4. 19 प्रश्न 2. 'कमजोर' में...

Posted by Tricky Classes on Monday, May 25, 2020

दिए गए विकल्पों में से ‘अपलक’ शब्द ‘अ’ उपसर्ग से बना है। अन्य विकल्प इसके उचित उत्तर नहीं हैं। अत: इसका सही उत्तर विकल्प 4 ‘अपलक’ है।

‘अ’ उपसर्ग से बनने वाला अन्य शब्द – अधर, अपलक, अटल, अमर इत्यादि।

अपयश, अपमान तथा अपशब्द में ‘अप’ उपसर्ग लगा है।

शब्द

परिभाषा

उदहारण

उपसर्ग

संस्कृत एवं संस्कृत से उत्पन्न भाषाओं में उस अव्यय या शब्द को उपसर्ग कहते हैं जो कुछ शब्दों के आरंभ में लगकर उनके अर्थों का विस्तार करता है।

यह दो शब्दों (उप+ सर्ग) के योग से बनता है। 'उप' का अर्थ 'समीप', 'निकट' या 'पास में' है। 'सर्ग' का अर्थ है सृष्टि करना। 'उपसर्ग' का अर्थ है पास में बैठाकर दूसरा नया अर्थवाला शब्द बनाना। 'हार' के पहले 'प्र' उपसर्ग लगा दिया गया, तो एक नया शब्द 'प्रहार' बन गया, जिसका नया अर्थ हुआ 'मारना' । उपसर्गो का स्वतन्त्र अस्तित्व न होते हुए भी वे अन्य शब्दों के साथ मिलाकर उनके एक विशेष अर्थ का बोध कराते हैं।

उपसर्ग शब्द के पहले आते है। जैसे- 'अन' उपसर्ग 'बन' शब्द के पहले रख देने से एक शब्द 'अनबन 'बनता है, जिसका विशेष अर्थ 'मनमुटाव' है। कुछ उपसर्गो के योग से शब्दों के मूल अर्थ में परिवर्तन नहीं होता, बल्कि तेजी आती है। जैसे- 'भ्रमण' शब्द के पहले 'परि' उपसर्ग लगाने से अर्थ में अन्तर न होकर तेजी आयी। कभी-कभी उपसर्ग के प्रयोग से शब्द का बिलकुल उल्टा अर्थ निकलता है।

उपसर्ग की तीन गतियाँ या विशेषताएँ होती हैं-
(1) शब्द के अर्थ में नई विशेषता लाना।
जैसे- प्र + बल= प्रबल
अनु + शासन= अनुशासन

(3) शब्द के अर्थ में, कोई खास परिवर्तन न करके मूलार्थ के इर्द-गिर्द अर्थ प्रदान करना।
जैसे- वि + शुद्ध= विशुद्ध
परि + भ्रमण= परिभ्रमण

हिंदी में प्रचलित उपसर्गो को निम्नलिखित भागो में विभाजित किया जा सकता है-
(1) संस्कृत के उपसर्ग
(2) हिंदी के उपसर्ग
(3) उर्दू के उपसर्ग
(4) अंग्रेजी के उपसर्ग
(5) उपसर्गवत् अव्यय, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण

उपसर्गअर्थउपसर्ग से बने शब्दअतिअधिक, ऊपर, उस पारअतिकाल, अत्याचार, अतिकर्मण, अतिरिक्त, अतिशय, अत्यन्त, अत्युक्ति, अतिक्रमण, इत्यादि ।अधिऊपर, श्रेष्ठअधिकरण, अधिकार, अधिराज, अध्यात्म, अध्यक्ष, अधिपति इत्यादि।अपबुरा, अभाव, हीनता, विरुद्धअपकार, अपमान, अपशब्द, अपराध, अपहरण, अपकीर्ति, अपप्रयोग, अपव्यय, अपवाद इत्यादि।अअभावअज्ञान, अधर्म, अस्वीकार इत्यादि।अनुपीछे, समानता, क्रम, पश्र्चातअनुशासन, अनुज, अनुपात, अनुवाद, अनुचर, अनुकरण, अनुरूप, अनुस्वार, अनुशीलन इत्यादि।आओर, सीमा, समेत, कमी, विपरीतआकाश, आदान, आजीवन, आगमन, आरम्भ, आचरण, आमुख, आकर्षण, आरोहण इत्यादि।अवहीनता, अनादर, पतनअवगत, अवलोकन, अवनत, अवस्था, अवसान, अवज्ञा, अवरोहण, अवतार, अवनति, अवशेष, इत्यादि।उपनिकटता, सदृश, गौण, सहायक, हीनताउपकार, उपकूल, उपनिवेश, उपदेश, उपस्थिति, उपवन, उपनाम, उपासना, उपभेद इत्यादि।निभीतर, नीचे, अतिरिक्तनिदर्शन, निपात, नियुक्त, निवास, निरूपण, निवारण, निम्र, निषेध, निरोध, निदान, निबन्ध इत्यादि।निर्बाहर, निषेध, रहितनिर्वास, निराकरण, निर्भय, निरपराध, निर्वाह, निर्दोष, निर्जीव, निरोग, निर्मल इत्यादि।पराउलटा, अनादर, नाशपराजय, पराक्रम, पराभव, परामर्श, पराभूत इत्यादि।परिआसपास, चारों ओर, पूर्णपरिक्रमा, परिजन, परिणाम, परिधि, परिपूर्ण इत्यादि।प्रअधिक, आगे, ऊपर, यशप्रकाश, प्रख्यात, प्रचार, प्रबल, प्रभु, प्रयोग, प्रगति, प्रसार, प्रयास इत्यादि।प्रतिविरोध, बराबरी, प्रत्येक, परिवर्तनप्रतिक्षण, प्रतिनिधि, प्रतिकार, प्रत्येक, प्रतिदान, प्रतिकूल, प्रत्यक्ष इत्यादि।विभित्रता, हीनता, असमानता, विशेषताविकास, विज्ञान, विदेश, विधवा, विवाद, विशेष, विस्मरण, विराम, वियोग, विभाग, विकार, विमुख, विनय, विनाश इत्यादि।सम्पूर्णता, संयोगसंकल्प, संग्रह, सन्तोष, संन्यास, संयोग, संस्कार, संरक्षण, संहार, सम्मेलन, संस्कृत, सम्मुख, संग्राम इत्यादि।सुसुखी, अच्छा भाव, सहज, सुन्दरसुकृत, सुगम, सुलभ, सुदूर, स्वागत, सुयश, सुभाषित, सुवास, सुजन इत्यादि।अधआधे के अर्थ मेंअधजला, अधपका, अधखिला, अधमरा, अधसेरा इत्यादि।अ-अननिषेध के अर्थ मेंअमोल, अपढ़, अजान, अथाह, अलग, अनमोल, अनजान इत्यादि।उनएक कमउत्रीस, उनतीस, उनचास, उनसठ, उनहत्तर इत्यादि।औहीनता, निषेधऔगुन, औघट, औसर, औढर इत्यादि।दुबुरा, हीनदुकाल, दुबला इत्यादि।निनिषेध, अभाव, विशेषनिकम्मा, निखरा, निडर, निहत्था, निगोड़ा इत्यादि।बिननिषेधबिनजाना, बिनब्याहा, बिनबोया, बिनदेखा, बिनखाया, बिनचखा, बिनकाम इत्यादि।भरपूरा, ठीकभरपेट, भरसक, भरपूर, भरदिन इत्यादि।कु-कबुराई, हीनताकुखेत, कुपात्र, कुकाठ, कपूत, कुढंग इत्यादि।

उपसर्ग अर्थ उपसर्ग से बने शब्द अधः नीचे अधःपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधोलिखित अंतः भीतरी अंतःकरण, अंतःपुर, अंतर्मन, अंतर्देशीय अ अभाव अशोक, अकाल, अनीति, अधर्म, अज्ञान, अनीति चिर बहुत देर चिरंजीवी, चिरकुमार, चिरकाल, चिरायु पुनर फिर पुनर्जन्म, पुनर्लेखन, पुनर्जीवन, पुननिर्माण, पुनरागमन बहिर बाहर बहिर्गमन, बहिर्जगत, बहिष्कार, बहिर्द्वार सत सच्चा सज्जन, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य पुरा पुरातन पुरातत्व, पुरावृत्त सम समान समकालीन, समदर्शी, समकोण, समकालिक सह साथ सहकार, सहपाठी, सहयोगी, सहचर अन अभाव/निषेध अनर्थ, अनंत अन्तर भीतर अन्तर्नाद, अन्तर्राष्ट्रीय का/कु बुरा कापुरुष, कुपुत्र न अभाव नगण्य, नपुंसक पुरा पहले पुरातन, पुरातत्त्व स सहित सपरिवार, सदेह, सचेत अलम् शोभा, बेकार अलंकार आविस प्रकट/बाहर होना आविष्कार, आविर्भाव तिरस् तिरछा, टेढ़ा, अदृश्य तिरस्कार, तिरोभाव पुरस् सामने पुरस्कार प्रादुर् प्रकट होना, सामने आना प्रादुर्भाव, प्रादुर्भूत

अ उपसर्ग से बना शब्द कौन सा है?

'' उपसर्ग से बनने वाले अन्य शब्द - अछूता, अथाह, अटल आदि।

उपसर्ग वाले शब्द कौन कौन से हैं?

हिन्दी के उपसर्ग.
अ– अभाव, निषेध – अछूता, अथाह, अटल.
अन– अभाव, निषेध – अनमोल, अनबन, अनपढ़.
कु– बुरा – कुचाल, कुचैला, कुचक्र.
दु– कम, बुरा – दुबला, दुलारा, दुधारू.
नि– कमी – निगोड़ा, निडर, निहत्था, निकम्मा.
औ– हीन, निषेध – औगुन, औघर, औसर, औसान.
भर– पूरा – भरपेट, भरपूर, भरसक, भरमार.
सु– अच्छा – सुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल.

आ का उपसर्ग क्या है?

- (पासून, पर्यंत) आकंठ, आजन्म; - (किंचीत) आरक्त; - (उलट) आगमन, आदान; - (पलीकडे) आक्रमण, आकलन.

निम्न में से कौन सा शब्द अ उपसर्ग से नहीं बना है?

अचानक, अधर्म, असत्य । 'अचानक' शब्द उपसर्ग से बना शब्द नही है। अचानक एक पूर्ण शब्द है, जिसमें '' उपसर्ग का प्रयोग नही हुआ है।