नवजात शिशु अपनी माँ को कैसे पहचान लेता है? - navajaat shishu apanee maan ko kaise pahachaan leta hai?

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एक नवजात बच्चा अपनी मां और दूसरी औरत के स्पर्श को कैसे पहचान लेता है, यह है इसका विज्ञान

TV9 Bharatvarsh | Edited By:

Updated on: Jan 16, 2022, 2:23 PM IST

How a Newborn Recognize Its Mother: नवजात बच्चा अपनी मां के स्पर्श को पहचान लेता है. मां की आवाज को पहचानने लगता है. कभी सोचा है कि इतने कम समय में बच्चा ऐसा कैसे कर लेता है. इसी बात को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने स्टडी की. जानिए, नवजात ऐसा कैसे कर लेता है...

नवजात शिशु अपनी माँ को कैसे पहचान लेता है? - navajaat shishu apanee maan ko kaise pahachaan leta hai?

नवजात बच्‍चा अपनी मां के स्‍पर्श को पहचान लेता है. मां की आवाज को पहचानने लगता है. कभी सोचा है कि इतने कम समय में बच्‍चा ऐसा कैसे कर लेता है. इसी बात को समझने के लिए वैज्ञानिकों ने स्‍टडी (Research) की. स्‍टडी में कई चौंकाने वाली बात सामने आईं. अमेरिका के नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ हेल्‍थ (NIH) के जर्नल में पब्लिश रिसर्च कहती है, बच्‍चे में यह खासियत तभी विकसित होने लगती है जब वो कोख में होता है. कोख में रहते भी वह मां की आवाज को सुन सकता है. गर्भ (Uterus) में रहते हुए भी समय के साथ-साथ वो आवाज साफ पहचानने लगता है. जानिए, अमेरिकी वैज्ञानिकों रिसर्च में कौन सी चौंकाने वाली बातें सामने आईं… (PS: PEXELS)

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नवजात शिशु अपनी माँ को कैसे पहचान लेता है? - navajaat shishu apanee maan ko kaise pahachaan leta hai?

नवजातों में यह पहचानने की क्षमता होती है कि उसे मां स्‍तनपान करा रही है या कोई दूसरी औरत. वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च में इसका तर्क भी दिया है. आसान भाषा में समझें तो गर्भ में पलने के दौरान बच्‍चा एक थैली में होता है जिसके चारों तरफ लिक्विड भरा होता है. इसे एम्नियोटिक फ्लुइड कहते है. इस लिक्विड के जरिए ही उस तक पोषक तत्‍व पहुंचते हैं. (PS: ScienceABC)

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एम्नियोटिक फ्लुइड में एक विशेष तरह की गंध होती है. यही गंध स्‍तनपान के दौरान मां के पास आती है. पैदा होने के तुरंत बाद जब बच्‍चे रोते हैं और जैसे ही उन्‍हें मां अपने सीने से लगाती है तो वो चुप हो जाते हैं. ब्रेस्‍ट के पास से उन्‍हें वहीं गंध महसूस होती है. इससे वो पहचान लेते हैं कि उसे मां ने गोद में लिया है या नहीं. (PS: PEXELS)

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स्‍कॉटलैंड की डूंडी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की रिसर्च कहती है कि प्रेग्‍नेंसी के बाद छठे महीने से नवजात ये समझने लगते हैं. इसे जानने के लिए वैज्ञानिकों ने प्रयोग किया. गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी कराई गई. इस दौरान जब-जब महिलाओं ने पेट पर हाथ रखा तो बच्‍चे में मूवमेंट दिखा जबकि किसी दूसरे इंसान द्वारा उनके पेट को छूने पर बच्‍चे ने हरकत कम की. (PS: PEXELS)

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वैज्ञानिकों का कहना है, प्राकृतिकतौर पर मां और बच्‍चे में यह बॉन्‍ड बनता है. रिसर्च में इसकी पुष्टि भी की गई है. यही वजह है कि बच्‍चा सबसे ज्‍यादा मां के करीब रहना पसंद करता है. (PS: PEXELS)

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बच्चा अपनी मां को कब पहचानने लगता है?

3-4 महीने की उम्र तक एक बच्चा अपने माता-पिता को पहचानने लगता है। प्रत्येक गुजरते महीने के साथ उसकी दृष्टि में सुधार होता है।

नवजात शिशु को कितने दिनों में दिखाई देता हैं?

​0 से 4 महीने का शिशु हो सकता है कि बच्‍चे की एक आंख नीचे रहे और दूसरी ऊपर लगे। आप इस बारे में पीडियाट्रिशियन से भी बात कर सकती हैं। इस समय बच्‍चे की आंखों और हाथों के बीच को-ऑर्डिनेशन भी विकसित हो रहा है।

नवजात शिशु 24 घंटे में कितनी देर सोता है?

नींद शिशुओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। आमतौर पर, नवजात शिशु दिन और रात के दौरान नियमित अंतराल पर 16 से 18 घंटे सोता है। बच्चे का नींद प्रतिरूप तीसरे महीने तक बदल जाता है क्योंकि त‍ब तक शिशु का मस्तिष्क विकसित हो जाता है।

नवजात शिशु अंगड़ाई क्यों लेते हैं?

इसका जवाब है, उनकी मांसपेशियों में निरंतर ग्रोथ होती रहती है, और इसके कारण उनमे लैक्टिक एसिड का उत्पादन होने लगता है, जिसके कारण थकान जैसी अनुभूति होती है, इसको दूर करने के लिए शिशु बार बार अंगड़ाई लेते रहते है, वयस्क भी कभी देर एक जगह बैठे रहने से या सोने के बाद ऐसा महसूस करते हैं और अंगड़ाई लेते हैं।