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पार्वती हिल पुणे में स्थित प्रमुख मंदिरों में से एक है। इस जगह के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस जगह पर पेशवा शासक बालाजी बाजीराव ने ब्रिटिश को किकरी युद्ध में हराया था। पर्वत की चोटी पर स्थित यह मंदिर प्राकृतिक सुंदरता को अपनी गोद में बसाया हुआ है। यहां की सुंदरता आपका मन मोह लेगी। भीमाशंकर मंदिरयह मंदिर सह्याद्रि पर्वत पर स्थित है और यहीं से भीमा नदी भी निकलती है। भीमशंकर ज्योतिर्लिंग का वर्णन शिवपुराण में मिलता है। भीमाशंकर मंदिर नागर शैली की वास्तुकला से बनी एक प्राचीन और नई संरचनाओं का समिश्रण है। इस सुंदर मंदिर का शिखर नाना फड़नवीस द्वारा 18वीं सदी में बनाया गया था। यह मंदिर केवल ख्याति के लिए ही नहीं अपनी सुंदरता के लिए भी जाना जाता है। यहां के सुंदर प्राकृतिक नजारे पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। यहां समर वेकेशन के दौरान पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है। भुलेश्वर मंदिरलगभग तीन सौ साल पुराने इस मंदिर का घंटनाद, जो एक साथ सारे पुणे को जगाता है- यकीन मानिए, यहां की सुबह, सुबह-ए-बनारस से कम नहीं लगती। इस मंदिर परिसर में भगवान गणेश, जलाराम, हनुमान, काल भैरव जैसे मंदिर हैं और एक पुराना बरगद का पेड़ जिसकी परिक्रमा के बाद अन्य मंदिरों के दर्शन की बारी आती है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इस मंदिर की सुंदरता आपको कहीं ओर देखने को नहीं मिलेगी। यह स्थान पुणे के सबसे सुंदर स्थानों में से एक माना जाता है। खंडोबा का मंदिरखंडोबा का मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है जहां पहुंचने के लिए 200 के करीब सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। पहाड़ी से संपूर्ण जेजुरी का मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है। जेजुरी अपनी प्राचीन दीपमालाओं के लिए बहुत प्रसिद्ध है। पहाड़ी की चोटी पर होने के कारण यहां का आसपास का नजारा देखने लायक है। इसे मराठी भाषा में ‘खंडोबाची जेजुरी’ (खंडोबा की जेजुरी) के नाम से भी जाना जाता है। यहां की हरियाली आपका मन मोह लेगी, जिसे देखने के लिए बार-बार आप आएंगे। एकवीरा देवी मंदिरसूर्यकन्या मानी जाने वाली ताप्ति नदी की उपनदी पांझर नदी के तट पर, एकवीरा मार्ग पर एक पहाड़ी के ऊपर एकवीरा देवी मंदिर स्थित है। यहां आदिमाया एकवीरा देवी की पूजा की जाती है। कहते हैं कि देवी अहिल्याबाई होलकर ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। नदी-पहाड़ का यह संगम मंदिर में चार चांद लगा देता है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए ही नहीं विश्व के सुंदर मंदिरों में अपना स्थान बनाए हुए है। चिंतामणि गणपतिअष्टविनायक में पांचवें गणेश हैं चिंतामणि गणपति हैं। मंदिर के पास ही तीन नदियों भीम, मुला और मुथा का संगम है। अगर किसी भक्त का मन बहुत परेशान या विचलित है और जीवन में दुख जाने का नाम नहीं ले रहा है तो इस मंदिर में आने पर ये सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। स्वयं भगवान ब्रहमा ने अपने विचलित मन को वश में करने के लिए इसी स्थान पर तपस्या की थी, ऐसी मान्यताएं कहती हैं। मंदिर से नदियों का नजारा अद्भुत आनंद प्रदान करता है। मयूरेश्वर मंदिरमयूरेश्वर मंदिर, अष्ट विनायक में पहला गणेश मंदिर है। इस के चारों कोनों में मीनारें हैं और लंबे पत्थरों की दीवारें हैं। यहां चार द्वार हैं जो सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग के प्रतीक हैं। यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए बहुत प्रसिद्ध है। अगर आप पुणे घुमने जा रहे हैं या फिर वहीं हैं तो एकबार इस मंदिर में जरूर घुमने आएं। पुणे में यह भी बेस्ट जगह में से एक है जहां पर घुमने की भी बहुत जगहें हैं। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें पुणे महाराष्ट्र राज्य का प्रमुख जिला है। पुणे महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुंबई से करीब 138 किलोमीटर दूर है। पुणे महाराष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। पुणे महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी है। पूरे शहर के बीचो-बीच से मुठा नदी बहती है। यह नदी पुणे की प्रमुख नदी है। पुणे जिले में और भी नदियां बहती हैं। यहां पर भीमा, इंद्रायणी, मूला, मीना, पुष्पावती, नदियां बहती हैं। भीमा नदी का उद्गम पुणे जिले से ही हुआ है। पुणे जिले में 14 तहसील है। पुणे जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। इस ब्लॉग में पुणे में घूमने वाली प्रमुख जगह के बारे में बात करेंगे। चलिए जानते हैं - पुणे सिटी में घूमने के लिए कौन कौन सी जगह है। पुणे में घूमने की जगह - Pune mein ghumne ki jagahश्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पुणे - Shree Bhimashankar Jyotirlinga Puneश्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पुणे शहर का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह पुणे शहर से करीब 100 किलोमीटर दूर है। यह ज्योतिर्लिंग पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां 12 ज्योतिर्लिंगों में से 1 ज्योतिर्लिंग विराजमान है। यह ज्योतिर्लिंग के घने जंगल के अंदर विराजमान है। यह मंदिर सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला में बना हुआ है। यहां पर आपको प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलेगा। यह मंदिर बहुत ही सुंदर तरीके से बना हुआ है। पूरा मंदिर पत्थर से बना है। मंदिरों में बहुत ही सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर जाने का जो रास्ता है। वह बहुत एडवेंचरस है। यहां पर घुमावदार रास्ता है, जो मंदिर तक जाता है। इस रास्ते से होते हुए मंदिर पहुंचा जाता है। आप बाइक और कार से मंदिर पहुंच सकते हैं। कुछ दूरी तक आपको पैदल यात्रा करनी पड़ती है। मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस शिवलिंग के बारे में कहा जाता है, कि यह शिवलिंग स्वयंभू है। अर्थात धरती से स्वयं उत्पन्न हुआ है। इसे किसी ने विराजमान नहीं किया है। मंदिर के मंडप में नदी भगवान जी की प्रतिमा विराजमान है। यहां पर बहुत सारे लोग भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं। इसलिए यहां पर लाइन लगाकर भगवान के दर्शन करने पड़ते हैं। अगर आप सुबह के समय यहां पर आएंगे, तो आप भगवान के दर्शन अच्छे से कर सकेंगे, नहीं तो बाद में यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है। यहां पर आप मानसून के समय आएंगे, तब यहां और भी ज्यादा खूबसूरत रहता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर सावन सोमवार और महाशिवरात्रि में बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं। सावन के समय यहां पर बहुत सारे झरने भी देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत सुंदर लगते हैं। मगर सावन के समय यहां पर आप घूमने के लिए आते हैं, तो आपको यात्रा संभलकर करनी चाहिए, क्योंकि रोड में फॉग होता है, जिसे गाड़ी चलाने में दिक्कत हो सकती है। आपको यहां पर मुख्य मंदिर में पहुंचने के लिए थोड़ी सी ट्रेकिंग भी करनी पड़ेगी। मगर यहां के आसपास के नजारे बहुत ही जबरदस्त है। यहां पर आप आकर अपना समय व्यतीत कर सकते हैं। श्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग वन्य जीव अभ्यारण पुणे - Shri Bhimashankar Jyotirlinga Wildlife Sanctuary Puneश्री भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग वन्य जीव अभ्यारण पुणे का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यहां पर आपको जंगली जीव देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप आकर घना जंगल देख सकते हैं। यह वन्य जीव अभ्यारण सह्याद्रि पर्वत माला में स्थित है। यहां पर आपको मुख्य रूप से उड़ने वाले गिलहरी देखने के लिए मिलेगी। उड़ने वाली गिलहरी यहां पर बहुत मात्रा में पाई जाती है। यह गिलहरी यहां पर आराम से देखने के लिए मिल जाती है। इसके अलावा यहां पर और भी जीव जंतु देखे जा सकते हैं। यहां पर घना जंगल है। यहां पर भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर बना हुआ है। इसके अलावा यहां पर भीमा नदी का उद्गम हुआ है। यहां पर आप आकर समय व्यतीत कर सकते हैं। यह पूना जिले से करीब 100 किलोमीटर दूर है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। बरसात में यहां पर आकर घूमना बहुत अच्छा लगता है। बरसात में यहां पर झरने देखने के लिए मिलते हैं। यह पर पूरी जगह हरियाली से रहती है। यहां पर आप फैमिली और दोस्तों के साथ घूमने के लिए आया जा सकता है और यहां पर ट्रैकिंग की जा सकती है। भीमा नदी उद्गम स्थल पुणे - Origin of Bhima River Puneभीमा नदी उद्गम स्थल पुणे जिले के पास में घूमने का एक मुख्य स्थान है। भीमा नदी उद्गम स्थल भीमाशंकर वन्य जीव अभ्यारण के अंदर हुआ है। यहां पर इस नदी के उद्गम स्थल पर एक कुंड बनाया गया है। यह कुंड पत्थरों से बनाया गया है। इस उद्गम स्थल पर आप आ सकते हैं और इसके दर्शन कर सकते हैं। यहां पर मंदिर भी बना हुआ है। यहां पर शंकर जी का मंदिर बना हुआ है। यहां पर आप घूमने के लिए आते हैं, तो आपको और भी बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। शिवनेरी किला पुणे - Shivneri Fort Puneशिवनेरी किला पुणे शहर में स्थित प्रमुख किला है। यह किला जुन्नार नाम की जगह पर स्थित है। इस किले को जुन्नार किले के नाम से जाना जाता है। यह किला पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले में छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म स्थान है। यह किला बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस किले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है, जहां पर आप जाकर अपना समय बिता सकते हैं। शिवनेरी किले में शिवाजी महाराज और जीजा जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां पर बदामी तालाब बना हुआ है। यह पूरा किला बलुआ पत्थर से बना है। यहां पर आपको वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम देखने मिलेगा, जो बहुत ही अच्छा तरह से मैनेज किया जाता था। इसमें प्राचीन समय में बरसात का पानी एकत्र किया जाता था। इस किले में एक पार्क बना हुआ है। इस किले में प्राचीन समय में बौद्ध संतो की गुफाएं देखने के लिए मिल जाती हैं। यहां पर बहुत सारी rock-cut गुफाएं देखी जा सकती हैं। किले में आपको मंदिर भी देखने के लिए मिलेगा। यह किला भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा बहुत अच्छी तरह से रखा गया है। यहां पर आप आकर किले के चारों तरफ का बहुत सुंदर दृश्य देख सकते हैं। आप यहां पर बरसात और ठंड के समय घूमने के लिए आ सकते हैं, क्योंकि बरसात और ठंडे में यहां पर ट्रैकिंग करने में आनंद आता है। यहां पर किले के सबसे ऊपरी भाग में शिवाई देवी मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर आकर ट्रैकिंग करके अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यह किला पुणे के ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। यह पुणे के पास घूमने के लिए एक मुख्य जगह है। पेठ किला पुणे - Peth Fort Puneपेठ किला पुणे का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां पर एक प्राचीन किला बना हुआ है। इस किले को कोथलीगड के नाम से जाना जाता है। इस किले की तलहटी पर पेठ गांव बना हुआ है। यह किला ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले तक पहुंचने का मार्ग ट्रैकिंग का है। यहां पर आप ट्रैकिंग करके पहुंच सकते हैं। यहां पर पहुंचने के लिए 4 से 5 घंटे लग जाते हैं। इस किले का प्रयोग प्राचीन समय में वॉच टावर की तरह इस्तेमाल किया जाता था। यहां जगह एडवेंचरस लवर लोगों के लिए बहुत बढ़िया है। आप इस किले में मानसून के समय आ सकते है। मानसून के समय यह जगह और भी ज्यादा सुंदर हो जाती है। यहां पर आप दूर-दूर तक का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर झरने देखने के लिए मिलते हैं। मानसून में यहां चारों तरफ हरियाली रहती है। यहां पर मंदिर भी बने हुए हैं, जो आप देख सकते हैं। किले के पास में छोटी मोटी शॉप है, जहां पर आपको खाने पीने का सामान मिल जाता है। यह किला कर्जत के पास में कर्जत मुंबई हाईवे सड़क से थोड़ा दूर पर बना हुआ है। आप यहां पर बाइक या कार से घूमने के लिए आ सकते हैं। उसके बाद ट्रैकिंग कर सकते हैं। पातालेश्वर गुफा पुणे - Pataleshwar Cave Puneपातालेश्वर गुफा पुणे का एक धार्मिक स्थान है। यह एक प्राचीन स्थान है। यहां पर आपको एक गुफा देखने के लिए बनती है ,यह गुफा आठवीं शताब्दी में बनाई गई है। इस गुफा को राष्ट्रकूट राजाओं के द्वारा बनाया गया है। यह गुफा एक बड़ी सी चट्टान को काटकर बनाई गई है। यह गुफा एलोरा की कैलाश गुफा के सामान है। यह गुफा भगवान शिव को समर्पित है। यहां पर भगवान शिव का मंदिर बना हुआ है। यहां पर सुंदर गार्डन बना हुआ है, जहां पर बहुत सारे पक्षी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह गुफा मुख्य पुणे शहर में बनी हुई है। महात्मा फुले संग्रहालय पुणे - Mahatma Phule Museum Puneमहात्मा फुले संग्रहालय पुणे का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह संग्रहालय मुख्य पुणे सिटी में घोले रोड पर स्थित है। यहां पर आपको बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिलता है। यहां पर हथियार, बंदूक, राजा महाराजाओं के कपड़े, तलवार, ग्रामोफोन, मुंबई में स्थित इंडिया गेट का प्रतिरूप, प्राचीन ताले, प्रिंस एडवर्ड की मार्बल की मूर्ति, जानवर के हड्डियों के स्टैचू देखने के लिए मिलते हैं। यह संग्रहालय मुख्य सड़क पर बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से पहुंचा सकते है। यहां पर गाड़ी खड़ी करने के लिए पार्किंग बना हुआ है। यहां पर आकर हिस्ट्री के बारे में बहुत सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए 10 चार्ज किया जाता है। यह संग्रहालय सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक खुला रहता है। आप इस संग्रहालय में 1 घंटे में पूरा संग्रहालय घूम सकते हैं। आपको यहां पर बहुत सारी जानकारी मिलेगी। आपको यहां पर महात्मा ज्योतिबा फुले जी की मूर्ति भी देखने के लिए मिलती है। आपको अगर हिस्ट्री पसंद है, तो आपको यहां पर जरूर आना चाहिए। शनिवारवाड़ा पुणे - Shaniwarwada Puneशनिवार वाड़ा पुणे का ऐतिहासिक स्थान है। यह एक प्राचीन हवेली है। शनिवार वाडा का निर्माण मराठा बाजीराव पेशवा ने करवाया था। 1732 यह शनिवारवाड़ा बनकर पूरी तरह तैयार हो गया था। इस शनिवारवाड़ा को बनाने का खर्चा 16000 रूपए हुआ था। 16000 की राशि तब उस समय पर बहुत ज्यादा हुआ करती थी। इस महल की नींव शनिवार के दिन रखी गई थी। इसलिए इस हवेली को शनिवार वाड़ा कहा जाता है। यह वाड़ा 85 सालों तक पेशवाओं के अधिकार में रहा। लेकिन 1818 में इस वाड़ा पर अंग्रेजों ने अधिकार जमा लिया और स्वतंत्रता प्राप्ति तक अंग्रेजों के अधिकार में रहा। इस महल की एक कहानी है, जिसके कारण इस शनिवार वाडा को भूतिया कहा जाता है। इस महल के बारे में कहा जाता है कि 30 अगस्त 1773 की रात को 18 वर्षीय नारायण राव की षड्यंत्र करके हत्या कर दी गई थी, जो मराठा साम्राज्य के नौवें पेशवा बने थे। कहा जाता है, कि उनके चाचा ने उनकी हत्या करवाई थी। स्थानीय लोगों का कहना है, कि आज भी अमावस्या की रात महल में किसी की दर्द भरी आवाज सुनाई देती है, जो बचाओ बचाओ चिल्लाती है। यह आवाज नारायण राव की है। शनिवारवाडा को इस कारण भूतिया महल कहा जाता है। यहां पर बहुत सारे पर्यटक दिन के समय घूमने के लिए आते हैं। यहां पर बहुत सारी जगह घूमने के लिए है। यहां पर आपको बाजीराव पेशवा का कमरा देखने के लिए मिलेगा और यहां पर आपको दीवाने आम और दीवाने खास देखने के लिए मिलेगा। यहां पर बहुत बड़ा बगीचा बनाया गया है। 1828 में इस महल में आग लग गई थी, जिससे यह पूरा महल जलकर नष्ट हो गया था। इस महल को दोबारा बनाया गया है और यहां पर दिन में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। शनिवार वाडा के मुख्य शहर में बना हुआ है। यहां पर आप आराम से आ सकते हैं। यहां पर आपको प्रवेश करने के लिए प्रवेश शुल्क लिया जाता है। यहां पर पार्किंग की व्यवस्था भी है। यहां पर आपको दो से तीन घंटा घूमने में लग जाएगा। लाल महल पुणे - Lal Mahal Puneलाल महल पुणे का एक ऐतिहासिक स्थान है। यह शनिवार वाडा के पास में ही बना हुआ है। यह महल मुख्य शहर में बना हुआ है। आप शनिवार वाडा घूमने के बाद, इस महल में घूमने के लिए जा सकते हैं। इस महल का डिजाइन बहुत ही अनोखा है। यह महल 1630 ईस्वी में शिवाजी महाराज की पिताजी शाहजी भोंसले ने अपने परिवार के साथ रहने के लिए करवाया था। इस महल में छत्रपति शिवाजी ने अपने बचपन का समय बिताया है। यह महल प्राचीन था। यह महल नष्ट हो गया था। इस महल को दोबारा बनाया गया है और यहां पर बहुत सारी प्राचीन वस्तुओं को रखा गया है। यहां पर राजमाता जीजाबाई शिवाजी महाराज उनके पिता शाह जी की मूर्तियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर प्राचीन पेंटिंग भी देखने के लिए मिलती है। आगा खान पैलेस पुणे - Aga Khan Palace Puneआगा खान पैलेस पुणे का एक ऐतिहासिक स्थान है। आगा खान पैलेस एक भव्य महल है। यह महल गांधी नेशनल मेमोरियल के नाम से जाना जाता है। यह महल सुल्तान मोहम्मद खान के द्वारा बनाया गया था। यह महल का निर्माण आसपास के गांव वालों को रोजगार देने के लिए किया गया था। यह महल 5 सालों में बनकर तैयार हुआ था। इसको बनाने में 1200000 का खर्च हुआ था। इस महल का उपयोग भारत छोड़ो आंदोलन के समय महात्मा गांधी जी और उनकी पत्नी और उनके सचिव और सरोजिनी नायडू को कैद करके रखा गया था। इस महल में कस्तूरबा गांधी और उनके सचिव महादेवी देसाई की मृत्यु हो गई थी। यहाँ कस्तूरबा गांधी और महादेवी देसाई की समाधि बनाई गई है। यहां पर संग्रहालय बनाया गया है, जहां पर गांधीजी से संबंधित बहुत सारी वस्तुओं को रखा गया है। यहां पर कस्तूरबा गांधी और महादेवी देसाई जी की समाधि की राख को भी रखा गया है। यहां पर आप गांधीजी के बारे में बहुत सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। संग्रहालय के बाहर बहुत बड़ा गार्डन बना हुआ है, जहां पर हरियाली है। यहां पर बैठने के लिए भी जगह बनाई गई है, जहां पर आप बैठकर गार्डन का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यह महल बहुत बड़ी एरिया में फैला हुआ है। दगडूशेठ हलवाई मंदिर पुणे - Dagdusheth Halwai Mandir Puneदगडूशेठ हलवाई मंदिर पुणे का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पुणे मुख्य शहर में बना हुआ है। यह मंदिर गणेश भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर शनिवार वाडा जाने वाली सड़क में स्थित है। इस मंदिर का जो गर्भ ग्रह है। वह पूरा सोना का बना हुआ है और गर्भगृह में गणपति बब्बा जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर में बहुत सारे प्रसिद्ध हस्तियां आती हैं और भगवान गणेश के दर्शन करती है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि जो व्यक्ति यहां पर आकर भगवान गणेश के दर्शन करता है। उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। यहां प्रतिदिन भक्तों की भीड़ लगती है। इस मंदिर का शिखर यूनिक तरीके से बनाया गया है। यह बहुत सुंदर है। गणेश चतुर्थी के समय यह मंदिर को लाइट से सजाया जाता है और यहां पर लाइट जलती है। जिससे मंदिर और ज्यादा खूबसूरत लगता है। यहां पर आकर आप अच्छा अनुभव कर सकते हैं। पार्वती पहाड़ी पुणे - Parvati Hill Puneपार्वती पहाड़ी पुणे का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। पार्वती पहाड़ी में नाना साहब पेशवा के द्वारा बनाए गए बहुत सारे मंदिर है। यहां पर आप सभी मंदिरों में घूम सकते हैं। यहां पर देवदेवेश्वर मंदिर, विष्णु मंदिर, विट्ठल मंदिर, कार्तिक स्वामी मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। देवदेवेश्वर मंदिर प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव और पार्वती जी को समर्पित है। इस मंदिर को पार्वती मंदिर के नाम से जाना जाता है और इसी पहाड़ी को पार्वती पहाड़ी के नाम से जाना जाता है। यह एक ऊंची पहाड़ी है। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यहां पर आकर सूर्यास्त का दृश्य देखा जा सकता है। यहां पर शाम के समय बहुत सारे लोग आते हैं। यहां पर पेशवा म्यूजियम भी बना हुआ है, जहां पर प्राचीन वस्तुओं को रखा गया है। यहां पर पुराने सिक्के, तलवार और पेशवा महाराजा के द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं को रखा गया है। पार्वती हिल मुख्य शहर में स्थित है और आप यहां पर घूमने आ सकते हैं। सारसबाग गणेश मंदिर पुणे - Sarasbagh Ganesh Mandir Puneसरसबाग गणेश मंदिर पुणे शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर को श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर पुणे शहर का सबसे पुराना मंदिर है, जहां पर गणेश जी की मूर्ति मार्बल से बनी हुई है और बहुत ही सुंदर लगती है। यह प्रतिमा बहुत ही आकर्षक है। यह मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है। मंदिर के बाहर गार्डन बना हुआ है, जहां पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर का निर्माण माधवराव पेशवा के द्वारा किया गया था। यहां पर एक तालाब भी बना हुआ है, जहां पर मछलियां और कछुए देखने के लिए मिलता है। यहां पर गणेश चतुर्थी के समय बहुत सारे लोग आते हैं। पेशवे ऊर्जा उद्यान पुणे - Peshwa Energy Park Puneपेशवा ऊर्जा उद्यान पुणे जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह उद्यान पुणे जिले में सारसबाग गणेश मंदिर के पास में बना हुआ है। यह उद्यान बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है। उद्यान के अंदर एक झील देखने के लिए मिलती है। इस झील में बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर बहुत सारे लोग बोटिंग का लाभ उठाने के लिए आते हैं। इस उद्यान में बच्चों के लिए बहुत सारे गेम और एडवेंचरस सपोर्ट है। यहां पर बहुत सारे झूले लगे हुए हैं, जिसमें बच्चे लोग इंजॉय कर सकते हैं। यहां पर प्रवेश शुल्क लिया जाता है। यहां पर 10 रूपए चार्ज लिया जाता है। यह पार्क सुबह 10:00 बजे से 1:00 बजे तक और दोपहर को 2:00 से 6:00 तक खुला रहता है। आप यहां पर आ सकते हैं। श्री महालक्ष्मी मंदिर पुणे - Shree Mahalaxmi Mandir Puneश्री महालक्ष्मी मंदिर पुणे में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर मुख्य शहर में बना हुआ है। यह मंदिर सारसबाग गणेश मंदिर के पास में बना हुआ है। इस मंदिर में आपको देवी सरस्वती, देवी महालक्ष्मी और देवी महाकाली के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर एक ही जगह पर तीनों देवियों के दर्शन किए जा सकते हैं। यह मंदिर बहुत ही आकर्षक है। मंदिर का गर्भगृह चांदी से सजाया गया है। यह मंदिर मुख्य सड़क पर बना हुआ है। आप यहां पर आकर तीनों देवियों के दर्शन कर सकते हैं। यहां नवरात्रि में भीड़ लगती है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। पुणे ओकायामा मैत्री गार्डन पुणे - Pune Okayama Friendship Garden Puneपुणे ओकायामा मैत्री गार्डन पुणे का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह गार्डन बहुत बड़ी एरिया में फैला हुआ है। यह गार्डन मुख्य शहर में स्थित है। यहां पर आप आकर गार्डन में घूम सकते हैं। गार्डन में आपको झील देखने के लिए मिलती है। झील में फव्वारे भी हैं। यहां पर आपको रंग बिरंगी मछलियां देखने के लिए मिलती हैं, जो बहुत ही सुंदर लगता है। गार्डन पूरी तरह पेड़ पौधों से घिरा हुआ है। यहां पर छोटे-छोटे झरने भी बने हुए हैं। यहां पर पेड़ों की कटिंग करके उनको एक अलग डिजाइन दिया गया है, जिससे वह बहुत ही अट्रैक्टिव लगते हैं। गार्डन में आपको पेड़ पौधे और फूल वाले पौधे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर अगर अच्छा लगता है। आप यहां पर आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। बच्चों के खेलने के लिए झूले भी लगाए गए हैं। इस गार्डन के पास में ही एक छोटा सा गार्डन और बना हुआ है, जिसे बाजीराव उद्यान के नाम से जानते हैं। यह गार्डन मुगल शैली में बना हुआ है, जैसे दिल्ली का मुगल गार्डन है। उसी तरह गार्डन भी बना हुआ है। यहां पर घूमने के लिए जा सकते हैं। इस गार्डन में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर पार्किंग के लिए भी शुल्क लिया जाता है। यहां पर खाने पीने के लिए बहुत सारे खाने वाले आइटम मिल जाते हैं। आप यहां इंजॉय कर सकते हैं। तालजई टेकड़ी पुणे - Taljai Tekdi Puneतालजई टेकड़ी पुणे का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक फॉरेस्ट रिजर्व एरिया है। यहां पर आपको चारों तरफ पेड़ पौधे और जंगल देखने के लिए मिलेगा। यहां पर जंगली जानवर भी देखे जा सकते हैं। यहां पर बर्ड्स की विभिन्न प्रकार की प्रजातियां देखी जा सकती है। यह जगह मॉर्निंग वॉक, एक्सरसाइज के लिए बहुत अच्छी है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। यहां पर सुबह के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। कैप्टन वसंतराव एकनाथ बागुल उद्यान पुणे - Captain Vasantrao Eknath Bagul Udyan Puneकैप्टन वसंतराव एकनाथ बागुल उद्यान पुणे का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह उद्यान बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है। यह उद्यान मुख्य शहर में बना हुआ है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह उद्यान सुबह 6:00 बजे से 10:00 बजे तक और शाम के 4:00 बजे से 8:00 बजे तक खुला रहता है। इस उद्यान में आपको टैंक देखने के लिए मिलेंगे। यहां पर आपको हाथी, चिंपैंजी, जेब्रा, अवतार मूवी के कैरेक्टर इन सभी की मूर्तियां देखने के लिए मिल जाएगी। यह पार्क हरियाली से भरा हुआ है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यहां पर फाउंटेन शो भी होता है। यहां पर लेजर फाउंटेन शो भी होता है, जो आप देख सकते हैं। यह उद्यान 1971 में भारत पाकिस्तान युद्ध को समर्पित किया गया है। आप यहां पर आकर अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यहां पर चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधे है। यह बहुत सारे जानवरों की स्टेचू देखे जा सकते हैं। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यहां पर बच्चों के लिए झूले भी लगाए गए हैं। राजा दिनकर केलकर संग्रहालय पुणे - Raja Dinkar Kelkar Museum Puneराजा दिनकर केलकर संग्रहालय पुणे का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह संग्रहालय मुख्य सिटी में बना हुआ है। यहां पर आपको पुरानी, अनोखी और दुर्लभ वस्तु देखने के लिए मिल जाएंगे। यहां पर इन वस्तुओं का बहुत अच्छा कलेक्शन यहां रखा गया है। यहां पर आपको अगर हिस्ट्री में इंटरेस्ट है, तो आप यहां पर आकर घूम सकते हैं। इस म्यूजियम में विभिन्न प्रकार की मूर्तियां, धातु की पत्थर की मूर्तियां, सरोते, भगवान जी की प्रतिमा, वाद्य यंत्र, तलवारे , चांदी के आभूषण, संगीत यंत्र, दरवाजे, खिड़कियों का डिजाइन, हाथियों की प्रतिमा, और बहुत सारी वस्तुएं रखी गई है, जो देखने लायक है। यह संग्रहालय सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है। यह संग्रहालय 26 जनवरी और 15 अगस्त के समय बंद रहता है। राजीव गांधी प्राणी उद्यान पुणे - Rajiv Gandhi Zoological Park Puneराजीव गांधी प्राणी उद्यान पुणे शहर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। इस उद्यान में आपको बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं। यह उद्यान बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस उद्यान में चीता, टाइगर, काला हिरण, हिरण, भालू, जंगली बिल्ली, हाथी, मोर, और बड़ी गिलहरी देखने के लिए मिलती है। यह उद्यान बहुत बड़ा है। यहां पर आप पैदल घूम सकते हैं। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। हर जानवर का अलग-अलग बाड़ा देखने के लिए मिलता है। यह पार्क सुबह 9:30 बजे से 5:00 बजे तक खुला रहता है। यहां पर घूमने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वाहन मिल जाता है, जिसका चार्ज लिया जाता है। यहां पर आपको सर्पोद्यान भी देखने के लिए मिलेगा, जहां पर आप को विभिन्न प्रकार सर्प देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको रसल वाइपर, जालीदार अजगर, कोबरा, धामन, कॉमन क्रेट, बंबू पिट वाइपर यह सर्प सभी को देखने के लिए मिल जाएंगे। यहां पर आप इनके बारे में जानकारी भी पढ़ सकते हैं। यहां पर मगरमच्छ घड़ियाल और कछुए भी देखे जा सकते हैं। यहां पर आपको एक बड़ी सी झील भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर आप आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यहां प्राणी संग्रहालय पुणे जिले में सतारा रोड पर बना हुआ है। आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध है। कतराज झील पुणे - Katraj Lake Puneकतराज झील पुणे का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यहां पर आपको एक झील और एक बहुत बड़ा पार्क देखने के लिए मिलता है। यह झील और पार्क बहुत सुंदर है। यह झील मुख्य शहर में स्थित है। यह झील कात्रज बस स्टैंड के पास में बनी हुई है। यह झील प्राचीन है। यह झील पेशवा के समय में बनाई गई थी। इस झील के पानी का उपयोग पुणे सिटी में पीने के पानी के लिए किया जाता है। इस झील में टापू बना हुआ है, जहां पर मराठा साम्राज्य शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह प्रतिमा बहुत ही आकर्षक लगती है। इस प्रतिमा में शिवाजी महाराज अपने घोड़े पर सवार है। यहां पर हमारे देश का तिरंगा झंडा भी देखने के लिए मिलता है। झील के किनारे पार्क बना हुआ है और यह पार्क बहुत सुंदर लगते हैं। यहां पर शाम के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां पर तरह-तरह के पौधे भी लगाए गए हैं। यहां शाम के समय मजा आता है। यहां पर बहुत सारे लोग सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए भी आते हैं। आप यहां पर आकर अपना समय बिता सकते हैं। स्वामीनारायण मंदिर पुणे - Swaminarayan Mandir Puneस्वामीनारायण मंदिर पुणे का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर पुणे जिले में मुंबई सतारा हाईवे सड़क पर बना हुआ है। यह मंदिर मुख्य हाईवे सड़क पर बना हुआ है। इसलिए यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह मंदिर पुणे से करीब 22 किलोमीटर दूर है। यह पूरा मंदिर पत्थरों को तराश कर बनाया गया है। मंदिर की दीवारों में नक्काशी देखने के लिए मिलती है। मंदिर के ऊपर का शिखर बहुत सुंदर है। मंदिर की दीवारों में बहुत सारे ऋषि मुनियों की प्रतिमा बनाई गई है। मंदिर के बाहर बहुत बड़ा गार्डन भी देखने के लिए मिलता है। यह मंदिर विष्णु भगवान जी को समर्पित है। यहां पर श्री राधे कृष्ण जी, श्री शिव पार्वती जी, श्री सीताराम जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर के अंदर बहुत सुंदर नक्काशी है। मंदिर के मंडप में झूमर भी लगे हुए हैं। मंदिर के परिसर में भोजन मिलता है। यहां शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलता है। यहां पर पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध है। यहां पर आप गार्डन में बैठकर मंदिर और आसपास का दृश्य देख सकते हैं, जो बहुत अच्छा रहता है और शांत रहता है। नीलकंठेश्वर मंदिर पुणे - Neelkantheshwar Temple Puneनीलकंठेश्वर मंदिर पुणे पर्यटन स्थल है। यह एक धार्मिक स्थल है। यहां पर चारों तरफ जंगल का दृश्य देखा जा सकता है। यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यह मंदिर वरसगांव डैम के पास में बना हुआ है। यहां पर ज्यादा भीड़ नहीं रहती है। इसलिए आप यहां पर आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यहां पर आपको एक प्राचीन कुंड देखने के लिए मिलेगा। यहां पर बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं विराजमान है। यहां पर भगवान शिव पार्वती जी, शिव कृष्ण जी की प्रतिमा, ऋषियों की प्रतिमा, काली जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यहां आकर अच्छा लगता है और शांति मिलती है। यहां पर आप बरसात के समय घूमने के लिए आएंगे, तो आपको और अच्छा लगेगा, क्योंकि बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है और छोटे-मोटे झरने भी बहते रहते हैं। यह जगह परसगांव बांध के पास में बनी हुई है। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा। वरसगाव बांध पुणे - Varsgaon Dam Puneवरसगाव बांध पुणे का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह बांध मुठा नदी पर बना हुआ है। यह बांध चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां पर आप आकर बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। यहां पर बोटिंग क्लब बना हुआ है, जहां पर तरह-तरह बोट मिल जाती है। यहां पर पानी बहुत साफ सुथरा है। यहां पर आप डैम का दूर-दूर तक का दृश्य देख सकते हैं। यहां पर सरकारी रेस्ट हाउस बना हुआ है, जहां पर आप जा कर सकते हैं। इस बांध का दृश्य बरसात में बहुत सुंदर लगता है। यहां पर चारों तरफ पहाड़ है और बरसात में यहां और भी ज्यादा आकर्षक लगता है। खड़कवासला बांध पुणे - Khadakwasla Dam Puneखड़कवासला पुणे का एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह बांध मुठा नदी पर बना हुआ है। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इस बांध के पानी का उपयोग पुणे सिटी में पीने के लिए किया जाता है। यह बांध प्राचीन है। इस बांध का निर्माण 18वीं शताब्दी किया गया है। यहां पर आप बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते हैं। बरसात में इस बांध का दृश्य बहुत सुंदर रहता है। यहां पर चारों तरफ पहाड़ियां देखने के लिए मिलती है। यहां पर आकर अच्छा समय बिताया जा सकता है। श्री कसबा गणपति मंदिर पुणे - Shree Kasba Ganpati Temple Puneश्री कसबा गणपति मंदिर पुणे का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पुणे में लाल महल के पास में स्थित है। यह मंदिर पुणे मुख्य शहर में बना हुआ है। इस मंदिर में आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर का, जो स्ट्रक्चर है। वह भी प्राचीन है। यहां पर गणेश भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर को कसबा गणपति के नाम से जाना जाता है। इस एरिया को कसबा पेठा के नाम से जाना जाता है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर बहुत भीड़ रहती है। गणेश उत्सव के समय यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। मंदिर की वास्तुकला मराठी है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर मुख्य सड़क पर बना हुआ है। श्री चतुश्रुंगी देवी मंदिर पुणे - Shree Chatushrungi Devi Mandir Puneश्री चतुश्रुंगी देवी मंदिर पुणे का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यह मंदिर सेनापति बापट रोड पर बना हुआ है। इस मंदिर में आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर 7 दिन खुला रहता है। यह मंदिर सुबह 6 बजे से 9 बजे तक खुला रहता है। मंदिर पहाड़ी पर बना हुआ है। मंदिर पर जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। मंदिर के प्रवेश द्वार के पास में ही खाने पीने के लिए बहुत सारे स्टॉल लगे हुए हैं, जहां पर चाय और नाश्ता मिल जाता है। मंदिर के गर्भ गृह में चतुश्रुंगी माता की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह महादेवी महालक्ष्मी और अंबा माता का स्वरूप है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। खंडोबा मंदिर पुणे - Khandoba Temple Puneखंडोबा मंदिर पुणे शहर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह पूरे देश में प्रसिद्ध है। यह पुणे जिले के जेजुरी नामक नगर में बना हुआ है। यह मंदिर खंडोबाची जेजुरी के नाम से भी जाना जाता है और पूरे महाराष्ट्र में प्रसिद्ध है। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस पहाड़ी की ऊंचाई 718 मीटर है। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। इस मंदिर में भगवान खंडोबा की मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। भगवान खंडोबा शिव भगवान जी के अवतार हैं। भगवान खंडोबा की मूर्ति घोड़े पर सवार एक योद्धा के समान है। उनके हाथों में राक्षस को मारने के लिए एक बड़ी सी तलवार है। इस मंदिर के बारे में बहुत सी कहानियां प्रसिद्ध है। यह मंदिर हेमाडपंथी शैली में बना हुआ है। मंदिर में एक कछुआ भी देखने के लिए मिलता है और प्राचीन हथियार भी देखने के लिए मिलते हैं। मंदिर में और भी बहुत सारी प्रतिमाएं देखी जा सकती है। मंदिर में बड़े-बड़े दीपस्तंभ बने हुए हैं। इस मंदिर में सब जगह आपको पीला रंग देखने के लिए मिलेगा। इस मंदिर में हल्दी चढ़ाई जाती है। हर जगह हल्दी ही हल्दी देखी जा सकती है। यहां पर भक्त भी पीले कलर के कपड़े पहन कर आते हैं और भगवान के दर्शन करते हैं। यहां नव विवाहित जोड़े आकर भगवान खंडोबा के दर्शन करते हैं। यहां आकर अच्छा लगता है। यहां पर दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। रोहिदा का किला पुणे - Rohida Fort Puneरोहिदा का किला पुणे का एक ऐतिहासिक किला है। यह किला पुणे में भोर में स्थित है। यह किला भोर से करीब 10 किलोमीटर दूर है। यह किला ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले की तलहटी में बाजारवाड़ी गांव है। यहां पर किले तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। ट्रैकिंग का रास्ता बहुत ही सुंदर है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यह जगह बहुत सुंदर है। यहां पर बरसात में आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर किले के अवशेष रह गए हैं। यहां पर आपको जलाशय, भवन और बुर्ज देखने के लिए मिलेंगे। यहां और भी बहुत सारी प्राचीन जगह देखने के लिए मिलेगी। यहां पर मानसून में आकर अच्छा लगता है। आप यहां पर आते हैं, तो पानी और खाना लेकर आए। सिंहगढ़ का किला पुणे - Sinhagad Fort Puneसिंहगढ़ का किला पुणे का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह किला खड़कवासला डैम के पास बना है। यह किला बहुत सुंदर है। यह किला ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले में घूमने के लिए बहुत सारे स्थल है। यहां पर किले के अंदर आपको तालाब देखने के लिए मिलता है। अमृतेश्वर मंदिर देखने के लिए मिलता है। कोंढानेश्वर महादेव मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर तन्हाजी मालुसरे स्मृति मंडप बना हुआ है। यहां पर छत्रपति राजाराम महाराज समाधि में बनी हुई है। यह किला बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर व्यू पॉइंट बना हुआ है, जहां से आप दूर तक का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। इस किले में पहुंचने के लिए आपको दो रास्ते मिल जाते है। यहां पर आप सड़क मार्ग से आ सकते हैं, जहां पर गाड़ी से पहुंच सकते हैं और दूसरा ट्रैकिंग वाला रास्ता रहता है। ट्रैकिंग वाले रास्ते में आपको ज्यादा मजा आएगा। अगर आप एडवेंचर लवर है, तो आप ट्रैकिंग वाले रास्ते से आए। अगर आपको एडवेंचर पसंद नहीं है, तो आप गाड़ी से आ सकते हैं। उसके बाद आराम से किला घूम सकते हैं। किले के प्रवेश करने के लिए प्रवेश द्वार बने हुए हैं, जो बहुत ही भव्य लगते हैं। यहां पर आप आकर अपना समय व्यतीत कर सकते हैं। यहां पर लोकल वेंडरों के द्वारा खाने पीने का बहुत सारा सामान दिया जाता है, जो बहुत ही स्वादिष्ट रहता है। यहां पर आम, इमली, बेरी यह सभी चीजें आपको खाने मिल जाएगी। यहां पर आकर आप अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। राजगढ़ का किला पुणे - Rajgarh Fort Puneराजगढ़ का किला पुणे का एक मुख्य पर्यटन स्थल है या किला पुणे से करीब 60 किलोमीटर दूर है यह कैलाश शास्त्री पर्वत श्रृंखलाओं के बीच बना हुआ है या किला पाली गांव के करीब है यह बहुत सुंदर है इसके संभाजी महाराज का जन्म हुआ था इसके लिए मैं आप घूमने के लिए आ सकते हैं किले तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है किले के चारों तरफ पहाड़ियां देखने के लिए मिलती है यहां पर आप मानसून के समय आएंगे तो आपको बहुत अच्छा लगेगा क्योंकि मानसून ना चारों तरफ हरियाली रहती है यहां पर तरस जाते हैं यहां पर आपको बहुत सारे किले के अंदर आपको बहुत सारी जगह घूमने के लिए मिलती है यहां सईबाई समाधी स्थल वाले किला दरवाजा पद्मावती माझी यह सब देखने के लिए मिलती है पाषाण झील पुणे - Pashan Lake Puneपाषाण झील पुणे का एक मुख्य दर्शनीय स्थल है। यह झील पुणे में सुनार वाड़ी में स्थित है। यह झील बहुत बड़ी है। झील के किनारे घूमने के लिए गार्डन बनाया गया है। यहां पर आप बहुत सारी बर्ड्स देख सकते हैं। यहां पर विभिन्न प्रकार की बर्ड्स देखने के लिए मिल जाती है। यहां सुबह एवं शाम के समय बहुत सारे लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं। यहां चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यह झील राम नदी पर बनी हुई है। पुणे जिले के पास घूमने वाली अन्य प्रसिद्ध पर्यटन स्थल - famous tourist places to visit near Pune districtमुलशी बांध पुणेकैलासगढ़ किला पुणेतामहिनी घाट पुणेटैमघर डैम पुणेपानशेत डैम पुणेओशो तीर्थ पार्क पुणेकमला नेहरू गार्डन पुणेवेतल टेकड़ी पुणेमहादजी शिंदे छत्री पुणेपद्म विलास पैलेस पुणेचतुर्मुख शिव मंदिर दरेवाड़ी (चारकोप महादेव मठ)भोरगिरि मठ सोलनपाड़ा डैमचासकमान डैम शिव मंदिर पाषाण लेक पुणेजय भवानी उद्यान पुणेश्री अहोबीला मठ श्री बालाजी मंदिर पुणेसोमेश्वर मंदिर पुणेतुलजा भवानी मंदिर पुणेओमकारेश्वर मंदिर पुणेनाना वाडा पुणेमहात्मा फूले वाड़ा पुणे सावित्रीबाई फुले स्मारक पुणेदक्षिण मुखी मारुति मंदिर पुणेसेंट मैरी चर्च पुणेगूल पूनावाला ध्यान उद्यान पुणेभामचंद्र लेनी पुणेभंडारा डोंगर मंदिर (तुकाराम महाराज मंदिर) इंदुरी का किला पुणेकुंडमाला पुणेकासारसाईं डैम पुणेअप्पू घर पुणेइस्कॉन मंदिर पुणेजेजुरी बांध पुणेश्री बालेश्वर महादेव मंदिर पुणेश्री कठे पठार खंडोबा मंदिर पुणेवीर डैम पुणेश्रीनाथ म्हस्कोबा मंदिर वीर पुणेभाटघर डैम पुणेबनेश्वर डैम पुणेद इम्प्रेस बोटैनिकल गार्डन पुणेपुणे महाराष्ट्र के पास कौन सा ज्योतिर्लिंग है?प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र भीमाशंकर मंदिर महाराष्ट्र में पुणे से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित सह्याद्रि नामक पर्वत पर है। यह स्थान नासिक से लगभग 120 मील दूर है। यह मंदिर भारत में पाए जाने वाले बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
पुणे में कितने ज्योतिर्लिंग है?अभिजीत श्रीवास्तव अगर आप महाराष्ट्र की यात्रा के लिए जा रहे हैं तो यहां मौजूद भगवान शिव के तीन ज्योतिर्लिंगों में से एक भीमशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से ना चूकें. भीमशंकर शिव मंदिर के नाम से विख्यात ये मंदिर पुणे के करीब शिराधन गांव में स्थित है. इसे मोटेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.
पुणे से भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग कैसे जाएं?पुणे रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आपको सबसे पहले पुणे के शिवाजी नगर बस स्टैंड जाना होगा, जहां से आपको भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग जाने के लिए डायरेक्ट बस मिल जाएगी और शिवाजी नगर बस स्टैंड महाराष्ट्र की सरकारी बस द्वारा भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग जाने का किराया ₹ 180 होता है।
महाराष्ट्र में कितने ज्योतिर्लिंग है उनके नाम?महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा ज्योतिर्लिंग हैं। इस महाशिवरात्रि महाराष्ट्र में तीन ज्योतिर्लिंग हैं। चलिए करते हैं महाराष्ट्र के ज्योतिर्लिंग के दर्शन । महाराष्ट्र के नासिक जिले से 30 किलोमीटर की दूरी पर त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है।
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