पुस्तकालय आंदोलन से आप क्या समझते हैं? - pustakaalay aandolan se aap kya samajhate hain?

पुस्तकालय आंदोलन से आप क्या समझते हैं? - pustakaalay aandolan se aap kya samajhate hain?

-पुस्तकालय आन्दोलन की दिशा में विश्व में इस प्रकार का प्रथम प्रयास इंगलैंड में शुरू हुआ और सन् 1850 में इंगलैंड में पहला सार्वजनिक पुस्तकालय अधिनियम (Public Library Act) लागू किया गया. 

-भारत में इस आन्दोलन का श्री गणेश 1910 में बड़ौदा के नरेश शयाजी राव गायकवाड़ II के प्रयास से हुआ. उन्हें भारतीय पुस्तकालय आंदोलन के जनक के तौर पर भी जाना जाता है. 

-गायकवाड़ एक दूरदर्शी एवं विद्वान शासक थे, जिन्होंने पाश्चात्य देशों का भ्रमण किया. भ्रमण क्रम में उन्होंने इन देशों के पुस्तकालयों एवं इसकी व्यवस्था को देखा. इससे वे काफी प्रभावित हुए तथा वापस स्वदेश लौटने के पश्चात उन्होंने वहाँ के तर्ज पर ही अपने देश में भी सार्वजनिक पुस्तकालय तंत्र की स्थापना की तथा इसे जनता की सेवा के लिए निःशुल्क रखा. इस ग्रंथालय के निदेशक के रूप में अमेरिकी ग्रंथालय विज्ञान के विशेषज्ञ W.A.Borden को नियुक्त किया गया.

 -श्रीमान W.A.Borden के अहम प्रयास से ही 1911 में प्रथम भारतीय ग्रंथालय कर्मियों हेतु प्रशिक्षण का कार्यक्रम शुरू किया गया और श्रीमान W.A.Borden के प्रयासों के फलस्वरूप प्रथम भारतीय ग्रंथालय विज्ञान पत्रिका - "लाइब्रेरी मिसलेनि"  (Library Miscellany) को 1912 ईस्वी में प्रकाशित की गई. 

पुस्तकालय संघ (Library Association) 

राज्य स्तरीय : 

राज्य स्तरीय पुस्तकालय संघ का निर्माण सर्वप्रथम 1914 में आन्ध्र प्रदेश में हुआ इसके बाद क्रमशः 1921 में महाराष्ट्र, 1923 में मद्रास, 1925 में बंगाल, 1929 में पंजाब, 1930 में केरल, 1936 में बिहार, 1938 में असम, 1939 में दिल्ली, 1944 में उत्कल, 1953 में गुजरात, 1956 में उत्तरप्रदेश, 1962 में मैसूर एंव राजस्थान, 1963 में गोवा में यह संघ स्थापित हुआ,, हालांकि इसमें से कई संघ अब अस्तित्व में नहीं है,,

 राष्ट्र स्तरीय : 

राज्यस्तरीय पुस्तकालय संघों के अतिरिक्त राष्ट्र स्तर पर भी पुस्तकालय संघ की स्थापना की गई है जो इस प्रकार है - 1933 में ILA, 1933 में ही GILA, 1955 में IASLIC, 1969 में ITLIS, इत्यादि की स्थापना की गई,, 

अंतर्राष्ट्रीय संघ और संस्थाएं :

 पुस्तकालय सेवाओं के विकास के लिए कई पुस्तकालय संघ की स्थापना की गई है जो इस प्रकार है - ALA, LA, IFLA, COMLA, ASLIB, आदि प्रमुख है,,

 Association & Institutions, Headquarter, Establishment Year 

International LibrarAssociatioon 

American_Library_Association_(ALA)- Chicago- 1876

Library_Association(UK- London- 1877

FID- Hague- 1895

Special_Library_Association(SLA)- Washington- 1909

Association_for_Information_Management(ASLIB)- London- 1924

International_Federation_of_Library _Associations 【IFLA】> Hague(1927)

Institute_Information_Scientists (IIS)- 1958 

Commonwealth_Library_Association (COMLA)> Kingston> 1972

The_Chartered_Institute_of_Library_and_Information_Professionals (CLIP)> Londan> 2002

Indian Library Association

 Indian_Library_Association(ILA)> New Delhi> 1933

Indian_Association_of_Special_Libraries_and_Information_Centers(IASLIC)> Calcutta> 1955

Indian_Association_of_Teachers_of_Library_University_and_Information_Sciences(IATLIS> DLIS, Punjab> 1969 

पुस्तकालय अधिनियम (Library Legislation) 

-पुस्तकालय आन्दोलन के दिशा में पुस्तकालय अधिनियम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.

- सर्वप्रथम पहल ब्रिटेन पुस्तकालय अधिनियम, 1850 में पारित कर किया गया और इसके बाद अन्य देशों में इसके लिए प्रयास पहल शुरू हुई. 

-भारत में प्रथम पुस्तकालय अधिनियम, मद्रास सार्वजनिक पुस्तकालय अधिनियम (1948) के रूप में पारित हुआ जो की वर्तमान में 19 राज्यों में पुस्तकालय अधिनियम लागू हो चुका है. 

-अधिनियम से तात्पर्य वैसे कानुन से होता है जिसे सरकार द्वारा बनाया जाता है. पुस्तकालय अधिनियम (library act), एक ऐसा कानुन है जिसको सरकार द्वारा पुस्तकालय सेवा के विकास व संचालन का स्थायित्व प्रदान करने के लिए बनाया जाता है. library act के माध्यम है से ही सार्वजनिक पुस्तकालयों के लिए वित्त का प्रबंध एंव ढांचागत सुविधाएँ भी विकसित किया जाता है. 

-पुस्तकालय अधिनियम(library act) के माध्यम से करों का भी प्रावधान किया जाता है जिससे इस राशि से सार्वजनिक पुस्तकालयों हेतु धनों का प्रबंध किया जाता है तथा बिना पुस्तकालय अधिनियम के सार्वजनिक पुस्तकालयों का समुचित विकास संभव नहीं हो सकता है.

-भारत में पुस्तकालय अधिनियम तैयार करने का काम भी सर्वप्रथम प्रयास डॉ रंगनाथन के द्वारा ही किया गया. उन्होने सन 1930 में बनारस में आयोजित All Asia Educational Conference' आदर्श पुस्तकालय अधिनियम का एक प्रारूप (Model) पेश किया. वर्तमान में विभिन्न राज्यों द्वारा जो पुस्तकालय अधिनियम पारित किया गया है वह वास्तव में इसी प्रारूप का रूपांतरित स्वरूप है.

-वर्तमान समय (2017) तक 19 राज्यों द्वारा पुस्तकालय अधिनियम पारित किया जा चुका है. 

State> Enacted> Library Cess 

Year_Madras_(Tamil_Nadu)_Public_Library_Act> 1948> 5 paise per rupee on property tax

Andhara_Pradesh Public_Library_act> 1960> 8 paise per rupee on HouseTax and property tax 

Karnataka_(Mysore)_Public_Library_Act> 1965 3% of the land Revenue 

 Maharashtra_Public_Library_Act> 1967> No provision for library cess 

West_Bengal_Public_Library_Ac>t 1979> No provision for library cess 

Manipur_Public_Library_Act> 1988> No provision for library cess 

 Haryana Public Library Act- 1989- Surcharge on House Tax and property tax, rate decided by government from time to time 

Kerala_Public_Library_Act- 1989- Surcharge on House Tax and property tax

Goa_Public_Library_Act- 1993- No provision for library cess

Mizorum_Public_Library_Act- 1993- No provision for library cess

Gujrat_Public_Library_Act- 2001- No provision for library cess

Orrissa_Public_Library_Act- 2001- No provision for library cess

Uttar_Pradesh_Public_Library_Act- 2006

 Uttrakhand_Public_Library_Act- 2005

 Rajasthan_Public_Library_Act- 2006

 Lakshadweep_Public_Library_act- 2006

Chattisgarh_Public_Library_Act- 2008/2009

 Bihar_Public_Library_Act- 2008- No provision for library cess

Arunachal_Pradesh_Public_library_act- 2009

पुस्तकालय से आप क्या समझते हैं?

पुस्तकालय यह शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- पुस्तक + आलय। पुस्तकालय उस स्थान को कहते हैं जहाँ पर अध्ययन सामग्री (पुस्तकें, फिल्म, पत्रपत्रिकाएँ, मानचित्र, हस्तलिखित ग्रंथ, ग्रामोफोन रेकार्ड एव अन्य पठनीय सामग्री) संगृहीत रहती है और इस सामग्री की सुरक्षा की जाती है।

भारत में पुस्तकालय आंदोलन का जनक कौन है?

सायाजी राव गायकवाड़ III, बड़ोदा के महाराजा ने सन 1910 में भारत में सार्वजनिक पुस्‍तकालय प्रणाली के विकास की अगुआई की।

पुस्तकालय आंदोलन का जनक कौन है?

जागरण संवाददाता, बांदा : पुस्तकालय आंदोलन के जनक केएम पणिक्कर को पुण्यतिथि पर याद किया गया।

पुस्तकालय कितने प्रकार के होते हैं?

प्रश्न – मुख्य तौर पर पुस्तकालयों के कौन-कौन से प्रकार होते हैं?.
सार्वजनिक पुस्तकालय (Public Library) राष्ट्रीय पुस्तकालय(National Library) ... .
शैक्षणिक पुस्तकालय (Academic library) विद्यालय पुस्तकालय (School library) ... .
विशेष पुस्तकालय (Special library) शोध पुस्तकालय (Research library).