Punjab State Board PSEB 6th Class Hindi Book Solutions Chapter 13 नर हो, न निराश करो मन को Textbook Exercise Questions and Answers. Hindi Guide for Class 6 नर हो, न निराश करो मन को Textbook Questions and Answers भाषा-बोध 1. शब्दों के अर्थ व्याख्या के साथ दिए जा चुके हैं। मास = महीना 2. निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करो- सुयोग =
……………………… 3. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थक शब्द लिखो नर = …………………. 4. ‘सुयोग’ शब्द सु + योग से बना है। इसी प्रकार ‘अलभ्य’ शब्द अ + लभ्य से बना है। ‘सु’ और ‘अ’ का प्रयोग करते हुए पाँच-पाँच नए शब्द बनाओ। 5. काव्य-पंक्तियाँ पूरी करो निज गौरव का………… । विचार-बोध(प्रश्न) (क) प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. (ख) सप्रसंग व्याख्या लिखो निज गौरव……………मन को। आत्म-बोध (प्रश्न) 1. इस कविता को कंठस्थ करो। नित्य प्रति इसका गुणगान करते हुए इससे प्रेरणा लो। बहुवैकल्पिक प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. पद्यांशों के सरलार्थ 1. नर हो, न निराश करो मन को, शब्दार्थ: प्रसंग: सरलार्थ: भावार्थ: 2. समझो, कि
सुयोग न जाए चला, शब्दार्थ: प्रसंग: सरलार्थ: भावार्थ: 3. निज गौरव का नित ज्ञान रहे, शब्दार्थ: सरलार्थ: भावार्थ: 4. प्रभु ने तुम को कर दान किए, शब्दार्थ: प्रसंग: सरलार्थ: भावार्थ: 5. किस गौरव के तुम योग्य नहीं, शब्दार्थ: प्रसंग: सरलार्थ: भावार्थ: नर हो, न निराश करो मन को Summaryनर हो, न निराश करो मन को कविता का सार कवि मनुष्य को शिक्षा देते हुए कहता है कि तुम अपने में निराशा के भाव कभी मत लाओ। तुम नर हो और तुम्हारा कार्य परिश्रम करना है। व्यर्थ में अपना जीवन मत गंवाओ। यह संसार सपना नहीं। तुम ईश्वर का नाम लेकर इसमें अपना रास्ता स्वयं चुनो। अपने लक्ष्य को निश्चित कर तुम अपनी मंजिल की ओर बढ़ो। ईश्वर ने तुम्हें दो हाथ दिए हैं। उनसे परिश्रम करो और किसी भी धन को अप्राप्य न समझो। तुम ईश्वर के गुणों को प्राप्त कर धरती पर उत्पन्न हुए हो। इसलिए तुम्हारे लिए कोई भी कार्य करना कठिन नहीं है। तुम तन-मन से परिश्रम करो। |