इसे सुनेंरोकेंइतिहास के भाग : प्राचीन काल इतिहास (Ancient History) मध्यकालीन इतिहास (Midevable History) आधुनिक इतिहास (Morden History) Show वस्तुनिष्ठता की समस्या क्या है?इसे सुनेंरोकेंसामाजिक शोध के द्वारा व्यक्ति जो निष्कर्ष निकालता है, उसमें ऐसा प्रयास करता है कि कहीं उसके स्वार्थों को आघात न पहुँचे। जो निष्कर्ष उसके स्वार्थों के विपरीत होते हैं, व्यक्ति उन्हें स्वीकार नहीं करता है। ऐसी स्थिति में वस्तुनिष्ठता को रख सकना, उस व्यक्ति के लिए असम्भव होता है। संस्कृत के पिता कौन है? संस्कृत का अन्य भाषाओं पर प्रभाव संस्कृत शब्दहिन्दीमलयालममातृमाताअम्मापितृ/पितरपिताअच्चन्दुहितृबेटीभ्रातृ/भ्रातरभाईइतिहास के रचयिता कौन है? इसे सुनेंरोकेंइतिहास के रचयिता कौन है? हेरोडोटस को इतिहास का जनक कहा जाता है । हेरोडोटस का जन्म 494 ईसा पूर्व फारसी साम्राज्य में हुआ था । हेरोडोटस के संस्कृत का नाम हरिदत्त था। पढ़ना: दसम ग्रंथ साहिब कितने ग्रंथों का संग्रह है? 2 इतिहास का क्या महत्व है?इसे सुनेंरोकेंइतिहास के अंतर्गत हम जिस विषय का अध्ययन करते हैं उसमें अब तक घटित घटनाओं या उससे संबंध रखनेवाली घटनाओं का कालक्रमानुसार वर्णन होता है। या फिर प्राचीनता से नवीनता की ओर आने वाली, मानवजाति से संबंधित घटनाओं का वर्णन इतिहास है। इन घटनाओं व ऐतिहासिक साक्ष्यों को तथ्य के आधार पर प्रमाणित किया जाता है। इसे सुनेंरोकेंसामान्यतः इतिहास के अध्ययन को तीन भागों में बाँटा जाता है- प्राचीनकाल, मध्यकाल और आधुनिक काल। भारतीय इतिहास का जनक कौन है?इसे सुनेंरोकेंMegasthenes (Μεγασθένης, सीए 350 – 2 9 0 ईसा पूर्व) भारत के पहले विदेशी राजदूत थे और उन्होंने इंडिका के नाम से जाने वाली मात्रा में अपने नृवंशविज्ञान अवलोकन दर्ज किए। अपने अग्रणी काम के लिए उन्हें भारतीय इतिहास के पिता के रूप में जाना जाता है। इतिहास के तीन भाग कौन कौन है? इसे सुनेंरोकेंइन तीन हिस्सों में भारत के इतिहास को बांटा गया है. तो इसी तरह सभी काल को अपने मौजूदा इतिहास के अनुसार बांटा गया है जिससे कि एक प्राचीन काल का इतिहास, एक मध्यकालीन का इतिहास और एक आधुनिक कालीन का इतिहास. चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। प्राचीन भारत को कितने भागों में बांटा गया तो मुझे लगता है कि इस प्रश्न का उत्तर संभवत यह होगा कि प्राचीन भारत को दो भागों में बांटा गया एक आधुनिक काल और दूसरा आधुनिक भारत और दूसरा मध्य भारत के प्राचीन तो पहले से है यह prachin bharat ko kitne bhaagon me baata gaya toh mujhe lagta hai ki is prashna ka uttar sambhavat yah hoga ki prachin bharat ko do bhaagon me baata gaya ek aadhunik kaal aur doosra aadhunik bharat aur doosra madhya bharat ke prachin toh pehle se hai yah प्राचीन भारत को कितने भागों में बांटा गया तो मुझे लगता है कि इस प्रश्न का उत्तर संभवत यह ह 7 75Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. 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Download the Vokal App! इतिहास शब्द का सर्वप्रथम उल्लेख अथर्वेद में मिलता है. इतिहास शब्द इति + ह + आस इन तीन शब्दों से मिलकर बना है. जिसका शाब्दिक अर्थ होता है- निश्चित रूप से ऐसा ही था. अंग्रजी के शब्द हिस्ट्री की व्युत्पत्ति यूनानी भाषा के हिस्टोरिया शब्द से हुई है. जिसका शाब्दिक अर्थ है- शोध से प्राप्त ज्ञान. हिस्ट्रीज शब्द का सबसे पहले प्रयोग यूनान के प्रसिद्ध इतिहासकार हेरोडोटस ने अपनी पुस्तक द हिस्ट्रीज में किया. हेरोडोटस को इतिहास का पिता भी कहा जाता है. जेम्स मिल भारतीय इतिहास का विभाजनइतिहास बहुत बड़ा विषय है इसलिए इसके अध्ययन को सुविधाजनक बनाने के लिए इसको कई कालखंड़ों में विभाजित किया गया है. कुछ इतिहासकारों ने भारतीय इतिहास को प्रागैतिहासिक काल , अद्ध ऐतिहासिक काल तथा ऐतिहासिक काल में विभाजित किया. प्रागैतिहासिक काल वह काल है जिसका हमारे पास कोई भी लिखित साक्ष्य नहीं है. अद्ध ऐतिहासिक काल वह काल है जिसका हमारे पास लिखित साक्ष्य तो है, लेकिन हम अभी उसे पढ़ नहीं पाएं हैं, जैसे कि हडप्पा सभ्यता का काल. ऐतिहासिक काल वह काल है, जिसका हमारे पास लिखित साक्ष्य भी है तथा हम उसको पढ़ भी पाएं हैं. हडप्पा सभ्यताइसके अलावा कुछ विद्वानों ने इतिहास कालखंड़ को प्राचीन इतिहास , मध्यकालिन इतिहास तथा आधुनिक इतिहास के कालखंड़ में विभाजित किया है. भारत में मध्यकाल की शुरूआत दिल्ली सल्तनत काल से मानी जाती है तथा आधुनिक भारत की शुरूआत कुछ विद्वान 1707 ईं. में औरंगजेब की मृत्यु हुई उस समय से मानते हैं तथा कुछ विद्वान 1857 ईं. की क्रांति से आधुनिक भारत की शुरूआत मानते हैं. यह भी पढ़ें: अकबर के 9 रत्नों के नाम और उनका महत्व भारत के इतिहास को तीन भागों में एक स्काटिश अर्थशास्त्री और दार्शनिक जेम्स मिल ने विभाजित किया था. जेम्स मिल ने 1817 ईं. में ब्रिटिस भारत के इतिहास पर पुस्तक लिखी. जिसमें भारतीय इतिहास को तीन भागों में विभाजित किया गया. पहला काल जब हिंदू शासक थे. दूसरा काल जब मुस्लिम शासक थे तथा तीसरा काल जब ब्रिटिश शासक थे. धर्म के आधार पर विभाजित करने के कारण उनके इस विभाजन पर कई सवाल भी उठाएं जाते हैं. प्राचीन काल इतिहास को कितने भागों में बांटा गया है?तीन कालखंडों में बांटा गया हैं। 1 प्राचीन भारत। 2 मध्य कालीन भारत। 3 आधुनिक भारत।
इतिहास कितने प्रकार के होते हैं?इतिहास कितने प्रकार के होते है. इतिहास का क्षेत्र. राजनीतिक इतिहास. सामाजिक इतिहास. साँस्कृतिक इतिहास. धार्मिक इतिहास. आर्थिक इतिहास. संवैधानिक इतिहास. राजनयिक इतिहास. प्राचीन इतिहास कब से कब तक है?यह मानव इतिहास के साक्ष्यों से लेकर उत्तर-शास्त्रीय सिद्धांत तक शुरू होता है। प्राचीन इतिहास 3000 ईसा पूर्व से 500 ईस्वी तक 5000 वर्षों से अधिक का है, हालांकि इतिहासकारों के मध्य यह एक बहस का विषय है।
इतिहास को तीन भागों में क्यों बांटा गया है?जिसमें भारतीय इतिहास को तीन भागों में विभाजित किया गया. पहला काल जब हिंदू शासक थे. दूसरा काल जब मुस्लिम शासक थे तथा तीसरा काल जब ब्रिटिश शासक थे. धर्म के आधार पर विभाजित करने के कारण उनके इस विभाजन पर कई सवाल भी उठाएं जाते हैं.
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