प्रेगनेंसी में सफर करने से क्या होता है? - preganensee mein saphar karane se kya hota hai?

हिंदी न्यूज़प्रेग्नेंसी में यात्रा, थोड़ा संभलकर

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प्रेग्नेंसी में यात्रा, थोड़ा संभलकर

किसी भी महिला के लिए गर्भ धारण करना एक सुखद पल होता है। इस दौरान उसे कई सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। यात्रा को लेकर गर्भवती महिलाएं अक्सर दुविधा में रहती हैं। लेकिन जरा सी सावधानी बरतकर आप प्रेग्नेंसी...

प्रेगनेंसी में सफर करने से क्या होता है? - preganensee mein saphar karane se kya hota hai?

लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 27 Jun 2013 01:13 PM

किसी भी महिला के लिए गर्भ धारण करना एक सुखद पल होता है। इस दौरान उसे कई सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। यात्रा को लेकर गर्भवती महिलाएं अक्सर दुविधा में रहती हैं। लेकिन जरा सी सावधानी बरतकर आप प्रेग्नेंसी के साथ भी यात्रा कर सकती हैं। बता रही हैं डॉं. अनुभा सिन्हा

गर्भावस्था के दौरान ऑफिस जाना, घूमना-फिरना और अपनी सभी जिम्मेदारियां उठाना आज के जमाने में आम बात है। ऐसी बहुत सी कामकाजी महिलाएं हैं, जो गर्भावस्था के दौरान भी ऑफिस जाती हैं और उनकी डिलीवरी भी सामान्य होती है। लेकिन यदि प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ परेशानियों आ रही हैं तो आपको सफर के दौरान अपना खास ख्याल रखना होगा। अधिकतर मामलों में प्रग्नेंसी के दौरान कार, बस या फिर ट्रेन से यात्रा करना सुरक्षित होता है।

इन्हें हो सकती है परेशानी
गर्भावस्था के दौरान सफर उन महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है, जिनकी प्रेग्नेंसी हाई रिस्क वाली है या जिन्हें डॉंक्टर ने पूरी तरह से आराम करने की सलाह दी है। ऐसी महिलाओं को सफर के दौरान काफी समस्या हो सकती है, जैसे- सफर का लंबा वक्त, सड़क खराब होना, सफर के दौरान मेडिकल सुविधा ना होना आदि कुछ ऐसे पहलू हैं, जिनसे प्रेग्नेंसी पर असर पड़ सकता है।

सफर के दौरान गर्भवती महिला की डाइट तथा व्यायाम की रुटीन प्रभावित होती है। एक गर्भवती महिला को सफर के दौरान स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक भोजन, सही प्रकार से आराम व खूब सारे तरल पदार्थ और हल्के व्यायाम की जरूरत होती है। गर्भवती महिलाओं में सफर के दौरान जी मिचलाना और उल्टी आना आम शिकायत है। दरअसल, गर्भावस्था के दौरान शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन बढ़ जाते हैं जो जी मिचलाने के लक्षणों से लड़ने की शरीर की क्षमता को कम कर देते हैं। गर्भावस्था के शुरुआती और अंत के तीन महीने सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान सफर करने से बचना चाहिए। शुरुआती महीनों में गर्भपात का खतरा बहुत ज्यादा होता है। पहले तीन महीनों के बाद उल्टी की समस्या भी कम हो जाती है। सफर के दौरान शरीर में पानी की कमी न होने दें। अगर आप विमान से सफर कर रही हैं तो नमी का स्तर कम होने के कारण डीहाइड्रेशन की आशंका होती है। विमान में सफर के दौरान पैर फैलाने के लिए पर्याप्त जगह वाली सीट लें।

कार से सफर के दौरान सीट बेल्ट पेट के नीचे बांधें। कार की अगली सीट पर बैठें और स्वच्छ हवा के लिए खिड़की खुली रखें। ब्लड प्रेशर सामान्य रखने, ऐंठन और सूजन से बचने के लिए पैरों को फैलाते और हिलाते-डुलाते रहें।

ऐसे करें सुरक्षित सफर
गर्भावस्था का दूसरा चरण यानी 3 से 6 माह के बीच का समय सफर की दृष्टि से सुरक्षित होता है। इन महीनों के दौरान आप आसानी से ट्रैवल कर सकती हैं, क्योंकि इन महीनों में मॉर्निंग सिकनेस, अधिक थकान, सुस्ती  जैसी शिकायतें कम ही होती हैं।
सेफ ट्रैवल के साथ ही जरूरी है कि आप इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको ऐसी जगहों पर जाने से बचना है, जहां किसी संक्रमित बीमारी का प्रकोप फैला हो।
वैसे तो गर्भावस्था के दौरान हवाई यात्रा सुरक्षित नहीं होती, लेकिन किन्हीं कारणों से यदि आपको हवाई यात्रा करनी पड़े तो आपको गर्भावस्था के 14 से 28 सप्ताहों के बीच में ही यात्रा करनी चाहिए व उससे पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना कभी न भूलें।
लंबे सफर से बचें। यदि आप ट्रैवल कर भी रहे हैं तो अपने साथ पानी की पूर्ण सुविधा रखें जिससे शरीर में पानी की कमी न होने पाएं।
कहीं भी जाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें, डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें।
सफर पर जाते समय डॉक्टर के निर्देशों का पालन करते हुए सभी दवाइयां साथ रखें और अपने डॉक्टर के पेपर्स और डॉक्टर का नंबर हमेशा अपने साथ रखें। जिससे आपातकालीन में आप उसका उपयोग कर पाएं।
कार में बहुत ज्यादा सिकुड़ कर न बैठें, बल्कि पैर फैलाते हुए ऐसे बैठें, जिससे आप आसानी से पैर हिला सकें।

प्रेगनेंसी में सफर करने से क्या होता है? - preganensee mein saphar karane se kya hota hai?

प्रेगनेंसी में सफर करने से क्या होता है? - preganensee mein saphar karane se kya hota hai?

In this Article

  • क्या गर्भावस्था के दौरान कार से यात्रा करना सुरक्षित है?
  • कार में कंफर्टेबल कैसे रहें
  • कार से ट्रेवलिंग करते समय सीट बेल्ट का क्या है 
  • एयरबैग को कैसे उपयोग करते हैं?
  • क्या कार परफ्यूम का इस्तेमाल करना सुरक्षित है?
  • अगर कार खराब हो जाती है, तो आप बताए गए स्टेप का पालन करें
  • कार दुर्घटना के मामले में क्या करना चाहिए 
  • कार से यात्रा करते समय आपको क्या सावधानियां बरतनी चाहिए 

कार से कभी भी सफर करना अब हम सभी के जीवन का हिस्सा बन गया है, लोग अपनी सुविधा को नजर में रखते हुए कार से ही यात्रा करना पसंद करते हैं। चाहे आपको काम करने के लिए ट्रेवल करना हो, किसी सोशल इवेंट के लिए जाना हो, या परिवार और दोस्तों के साथ छुट्टियों पर जाना हो, बस आप अपनी कार में बैठती हैं, सीट बेल्ट पहनती है और जहाँ भी जाना हो चली जाती हैं। क्या करने के लिए आप दो बार सोचती हैं? लेकिन आपको सोचना चाहिए, खासकर जब आप प्रेग्नेंट हों। गर्भावस्था के दौरान आपको रोड से जाना चाहिए जहाँ आप थोड़ा आराम कर सकें और रेस्टरूम ब्रेक ले सकती हैं, साथ ही अपने पैरों को स्ट्रेच कर सकें ताकि ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से हो सके, लेकिन सवाल अब भी यह है कि क्या गर्भावस्था के दौरान आपका कार से ट्रेवल करना सुरक्षित है? आइए जानते हैं!

क्या गर्भावस्था के दौरान कार से यात्रा करना सुरक्षित है?

गर्भवती होने का मतलब यह नहीं है कि आप अपनी लाइफ में अच्छी चीजों को एंजॉय करना छोड़ दें। लॉन्ग ड्राइव पर जाना या शॉर्ट वीकेंड ब्रेक लेने से आपको निश्चित रूप से अच्छा महसूस होगा और आपको ऐसा करने की सलाह भी दी जाती है ताकि आप खुद को प्रेगनेंसी के दौरान खुश रख सकें। एक माँ के रूप में, आपकी प्राथमिकता बच्चे की सुरक्षा होती है इसलिए आप दूसरी कंट्री के लिए कोई ट्रिप प्लान नहीं कर रही होंगी। अगर आपको रेस्ट मिल रहा है और आप कुछ कुछ देर पर अपनी बॉडी को स्ट्रेच कर पा रही हैं तो आप प्रेगनेंसी के दौरान सुरक्षित रूप से कार से ट्रेवल कर सकती हैं।

लेकिन आपको अपने बच्चे की सुरक्षा और पूरी तरह से सावधानी बरतनी चाहिए। भारत में ट्रेवलिंग करना थोड़ा मुश्किल हैं, खासकर हाइवे, पतली, ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर। इसके अलावा सुविधा की कमी, हाइजीनिक टॉयलेट और खाने आदि की समस्या एक प्रेग्नेंट महिला के लिए कार का सफर मुश्किल बना सकती है। लेकिन एक प्राइवेट कार बस में सफर करने से बेहतर है, क्योंकि बस में कई स्टॉप आएंगे और आप अपनी सुविधा के हिसाब से ट्रेवलिंग नहीं कर पाएंगी।

इसलिए, कहा जाता है कि अगर आपकी प्रेगनेंसी में कोई खतरा है या कोई कॉम्प्लिकेशन जैसे सर्वाइकल इनकॉमपेटेंस हैं, लो लाइंग प्लेसेंटा या प्लेसेंटा प्रिविया आदि, तो बेहतर है कि आप गर्भावस्था के दौरान कार से यात्रा करने से बचें।

कार में कंफर्टेबल कैसे रहें

यदि शुरूआती गर्भावस्था के दौरान ट्रेवल करती हैं, तो यहाँ बताई गई टिप्स का आप पालन कर सकती हैं। यदि आप ट्रेवलिंग के दौरान सहज रहेंगी, तो आपका बच्चा भी सहज महसूस करेगा। साथ ही आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ अपना समय एंजॉय कर सकेंगी:

  1. यदि आप यात्रा करने जा रही हैं, तो होटल रिसोर्ट में अपनी ट्रेवलिंग बुकिंग को कन्फर्म कर लें और अपने साथ बुकिंग रसीद, आईडी आदि ले जाना न भूलें। आप जो रूट लेने वाली हैं उसकी एक बार जाँच कर लें, ताकि आपको किसी भी बेवजह की समस्या का सामना न करना पड़े।
  2. पैर में होने वाले क्रैम्प या पैरों और टखनों की सूजन से बचने के लिए, लंबी समय के लिए एक ही स्थान पर बैठने से बचें। हर 90 मिनट पर ब्रेक प्लान करें ताकि आप अपनी मांसपेशियों को स्ट्रेच कर सकें (या जब भी आपको वॉशरूम जाने का मन हो) आप ब्रेक ले सकती हैं।
  3. ट्रेवल करते समय हमेशा आरामदायक कपड़े और जूते पहने। ढीले कपड़े में आपको रिलैक्स महसूस होगा और आप आराम से किसी भी पोजीशन में बैठ सकती हैं।
  4. ब्रेक लेते समय, एक ऐसी जगह चुनें जहाँ आप अपनी टखनों और पंजों को घुमा सकें। अपने पैर को स्ट्रेच करें ताकि ठीक से ब्लड सर्कुलेशन हो सके, नहीं तो आप सिंपल स्ट्रेचिंग भी कर सकती हैं।
  5. गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान कार ट्रेवलिंग करते समय आपको खासकर सावधानी बरतनी चाहिए। इमरजेंसी केस में आप अपने डॉक्टर का नंबर और हॉस्पिटल का रूट भी अपने पास लिख कर रखें।
  6. अगर आप पहली तिमाही के दौरान ट्रेवल करती हैं तो घुमावदार रोड पर जाने से बचें, इससे आपकी मोर्निंग सिकनेस और मतली की समस्या और बढ़ सकती है। दूसरी तिमाही के दौरान ट्रेवल करना  बेहतर होता है, क्योंकि बहुत सारी चीजें अब नॉर्मल हो रही होती हैं।
  7. अपने साथ कुशन कैरी करें और यात्रा करते समय इसे अपनी पीठ के पीछे लगाएं। इससे आपको पीठ दर्द से राहत मिलती हैं जो प्रेगनेंसी के आखिरी के चरणों में होना एक आम समस्या है।
  8. आप रोडसाइड किस भी रॉ फूड या नॉन वेज खाने का सेवन न करें, जब तक आपको उसके सोर्स का पता न हो। यात्रा के दौरान अपनी भूख को शांत करने के लिए फलों, सब्जियां जैसे गाजर, ड्राई फ्रूट्स या होममेड सैंडविच कैरी कर सकती हैं।
  9. स्टीयरिंग व्हील से दूर रहने की कोशिश करें, क्योंकि आपका पेट बड़ा हो रहा है और इससे आपको असहज महसूस हो सकता है।
  10. कम सामान के साथ ट्रेवल करें, बस जो भी जरूरी चीजें उन्ही को अपने साथ रखें। आपको अपने पैरों को फैलाने के लिए जगह की आवश्यकता होगी और ज्यादा सामान होने की वजह से आपको रिलैक्स करने के लिए कम जगह मिलेगी।
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कार से ट्रेवलिंग करते समय सीट बेल्ट का क्या है 

हर किसी को कार से यात्रा करते समय सीट बेल्ट पहनना चाहिए, चाहे वह गर्भवती हो या न हो, क्योंकि यह दुर्घटना की स्थिति में प्रभावी रूप से आपकी रक्षा करता है। प्रेगनेंसी के दौरान आपके ऊपर आपके बच्चे की भी जिम्मेदारी होती है और इस कारण से आपके लिए इस नियम का पालन करना अनिवार्य हो जाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए लैप और शोल्डर बेल्ड सबसे सुरक्षित होती है। बेल्ट को लैप पर इस प्रकार से बंधा जाता है कि इससे बच्चे पर कोई दबाव न पड़े। ध्यान दें कि शोल्डर बेल्ट अच्छी तरह आपके चेस्ट और शोल्डर एरिया के बीच फिट होनी चाहिए और यह आपकी बाहों के नीचे कभी नहीं होनी है।

एयरबैग को कैसे उपयोग करते हैं?

अगर आप गाड़ी चला रही हैं या सामने की सीट पर बैठी हैं, तो खयाल करें कि आपका पेट स्टीयरिंग और एयरबैग से सुरक्षित दूरी पर हो। दुर्घटना के मामले में एयरबैग का इम्पैक्ट कभी भी बच्चे को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करना चाहिए। हमेशा सुरक्षित रहने और अपने बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए डैशबोर्ड से अपने ब्रेस्टबोन के बीच 10 इंच से 1 फुट की दूरी बनाए रखें। आप इसके लिए अपनी सीट को पीछे कर सकती हैं, विशेष रूप से जब आपके पेट का आकार बड़ा हो।

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क्या कार परफ्यूम का इस्तेमाल करना सुरक्षित है?

हालांकि, हम नियमित रूप कार में परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं ताकि ड्राइव करते समय खराब गंध न आए, लेकिन अगर कार में कोई गर्भवती महिला है, तो आपको इस विषय में सावधानी बरतनी चाहिए। कार में किसी भी चीज का इस्तेमाल किए जाने से पहले आपको प्रोडक्ट सेफ्टी की जाँच करनी चाहिए है। कुछ परफ्यूम का इस्तेमाल करने से यह आँखों, गले और त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं। इससे उल्टी जैसा महसूस होना शुरू हो जाता है। कुछ कार परफ्यूम में थैलेट होते हैं जो के साँस के जरिए ब्लड फ्लो में प्रवेश कर जाते हैं, यहाँ तक त्वचा के माध्यम से भी अब्सोर्ब हो जाते हैं। कुछ मामलों में, यह बर्थ डिफेक्ट और हार्मोनल एनोमलीज जैसी समस्या का कारण बन सकता है। इसलिए कार परफ्यूम का कम से कम उपयोग करें और इसे हवादार रखने के लिए कार की खिड़कियां खोल दें।

अगर कार खराब हो जाती है, तो आप बताए गए स्टेप का पालन करें

प्रेगनेंसी की कंडीशन में कार का खराब हो जाना, टायर खराब होना या ऑयल लीक होने जैसी समस्या से आपको काफी परेशानी हो सकती है, साथ ही आपको बहुत सावधानी भी बरतनी है। यदि आपकी कार में कोई समस्या हो जाती है, तो आप नीचे बताए गए स्टेप्स का पालन कर सकती हैं:

  1. और ज्यादा दुर्घटना होने से रोकने के लिए अपनी कार को जितना संभव हो उतना बाईं ओर करें।
  2. अपने पहियों को दाईं ओर मोड़ें।
  3. यदि आप कोई मोड़ ले रही हैं, तो हैंडब्रेक का इस्तेमाल करें।
  4. हजार्ड लाइट और हेडलाइट्स को खुला रखें।
  5. अपने लोकेशन की जाँच करें और सहायता के लिए हाइवे असिस्टेंस को कॉल करें।
  6. यदि आप वीहिकल ब्रेकडाउन कंपनी को बुला रही हैं, तो अपने मोबाइल फोन के बजाय इमरजेंसी फोन का उपयोग करें, क्योंकि यह उन्हें आपकी लोकेशन का पता लगाने में मदद करेगा।
  7. अगर आप अकेली हैं तो खुद से टायर बदलने का प्रयास न करें।
  8. पासिंग ट्रैफिक से दूर रहने के लिए वाहन के बाईं ओर से बाहर निकलें।
  9. अगर आप हेल्प लेने ले लिए चलकर जाना चाहती हैं, तो लास्ट लैंडमार्क या पेट्रोल पंप के साइन को याद रखने की कोशिश करें।
  10. घबराएं नहीं क्योंकि इससे आपको मदद नहीं मिलेगी। गहरी साँस लें और रिलैक्स हो जाएं, आपको जल्द ही कुछ न कुछ मदद मिल जाएगी।
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कार दुर्घटना के मामले में क्या करना चाहिए 

वाहन चलाते समय किसी दुर्घटना के मामले में, मदद के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति को बताएं कि आप गर्भवती हैं। खासकर अगर यह आपकी प्रेगनेंसी का शुरुआती चरण हों और आपका पेट दिखना नहीं शुरू हुआ है। अगर आपका आरएच-नेगेटिव ब्लड ग्रुप है तो यह बात अपने डॉक्टरों को बताएं, ताकि उसके अनुसार वो आपका इलाज कर सकें।

हालांकि, आपके बच्चे के चारों ओर तरल पदार्थ के रूप में पर्याप्त कुशनिंग होती है, जो उसकी रक्षा करती है, फिर भी बेहतर होगा कि आप अपने आपको चेक कर लें, भले ही आप बिल्कुल ठीक महसूस कर रही हों। प्लेसेंटा गर्भाशय से अलग हो सकता है, यदि दुर्घटना के दौरान आपको कोई तेज झटका लगा हो। दुर्घटना के बाद ब्लीडिंग या संकुचन के मामले में, आपको जल्द से जल्द एक डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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कार से यात्रा करते समय आपको क्या सावधानियां बरतनी चाहिए 

यदि आपने सड़क मार्ग से यात्रा करने का निर्णय लिया है, तो गर्भावस्था के दौरान कार से यात्रा करते समय आपको अपनी और बच्चे की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ बुनियादी सावधानियां बरतनी होंगी। इस प्रकार आप अपनी ट्रेवलिंग भी एंजॉय कर सकती हैं, तो नीचे बताई गई सावधानियां बरतें जो इस प्रकार हैं

  1. अगर आपकी यात्रा का समय कुछ घंटों से ज्यादा हो जाता है, तो डिहाइड्रेशन से बचने के लिए अपने साथ पानी की एक्स्ट्रा बोतलें रखें। ओवरहीटिंग की कंडीशन में यह आपको कार के अंदर भी हाइड्रेटेड रहने में मदद मिलती है।
  2. सुरक्षा के नजरिए से जब आप गर्भवती हो तो अकेले यात्रा करने से बचें। आपको अपने परिवार वालों के साथ या दोस्तों के साथ ही ट्रेवल करने की सलाह दी जाती है, विशेष रूप से अगर आप लंबे सफर के लिए जा रही और आपको रात में भी ट्रेवल करना होता है।
  3. यात्रा शुरू करने से पहले, जाँच लें कि कार के बूट में स्पेयर टायर है या नहीं। एक हाइड्रोलिक जैक के साथ एक टूलकिट रखें, जो बिना परेशानी के टायर बदलने में सहायक होगा।
  4. अपनी यात्रा सुबह जल्दी शुरू करें ताकि आप रात से पहले अपने डेस्टिनेशन पर पहुँच सकें।
  5. किसी भी राजनीतिक रैलियों या ट्रैफिक के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें फिर उस हिसाब से अपना रूट तय करें।
  6. वाहन बीमा, पीयूसी और बीमा दस्तावेज यात्रा करते समय रखना अनिवार्य है, इसलिए उन्हें अपने साथ ही रखें। अपना आईडी  प्रूफ भी साथ रखें।
  7. अपने हैंडबैग में अपने मेडिकल रिकॉर्ड, अपने डॉक्टर का फोन नंबर और अन्य इमरजेंसी नंबर रख कर चले।
  8. ड्राइविंग करते समय मोबाइल पर बात करना या मैसेज करना या रेडियो चलाने के लिए आपको पूरी तरह से मना किया जाता है।
  9. ट्रेवल शुरू करने से पहले मोबाइल चार्ज कर लें और इमरजेंसी के लिए पावर बैंक रखें।
  10. यदि आप ड्राइव कर रही हैं, तो एक रात पहले अच्छी नींद ले लें।
  11. यात्रा से कुछ दिन पहले अपनी कार की सर्विसिंग करा लें। गाड़ी में फ्यूल डलवा लें और बीमा / पीयूसी की एक्सपायरी डेट चेक कर लें। आवश्यकता होने पर तुरंत रिन्यू करवा लें।

हालांकि, कार ट्रेवल शेड्यूलिंग के मामले में बहुत ज्यादा सुविधा प्रदान करती है और टॉयलेट ब्रेक आदि के लिए आप जब चाहें रुक सकती हैं, अगर आप कार ट्रेवलिंग में सहज नहीं महसूस कर रही हैं, तो अपने आप को फोर्स न करें। आप चाहें तो ट्रेन टिकेट्स भी देख सकती हैं, ये आपके लिए सुविधाजनक भी होगा और एक सेफ ऑप्शन भी होगा। अगर आपको सड़क मार्ग से ही यात्रा करनी है, तो ऊपर दिए गए निर्देशों का पालन करें और यात्रा के दौरान अपनी सुरक्षा और अपने बच्चे की सुरक्षा को सबसे पहले महत्व दें।

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प्रेगनेंसी में कितने महीने तक सफर नहीं करना चाहिए?

जब तक आप और आपका बच्चा ठीक है तब तक गर्भावस्था के 36 सप्ताह तक हवाई यात्रा सुरक्षित रहती है। सभी एयरलाइंस 28 सप्ताह की गर्भावस्था तक यात्रा करने की अनुमति देती है और कई 34-36 सप्ताह तक की अनुमति देते हैं। इसलिए यदि आप अपनी गर्भावस्था के अंतिम तीसरे तिमाही में हैं तो टिकट लेने से पहले एयरलाइंस से पूछताछ करें।

प्रेगनेंसी में कौन कौन से काम नहीं करना चाहिए?

प्रेग्‍नेंसी में आपको केमिकल युक्‍त क्‍लीनिंग प्रोडक्‍ट का इस्‍तेमाल बिलकुल नहीं करना है। सीढियां चढ़ना :प्रेग्‍नेंसी में सीढियां चढ़ने के लिए भी मना किया जाता है। सीढियां चढ़ने पर गिरने का खतरा रहता है इसिलए ऐसा करने से बचें। बार-बार झुकना : सोने, झाडू लगाने, कूड़ा साफ करने या कपड़े धोने के लिए बार-बार झुकना पड़ता है।

प्रेगनेंसी में ज्यादा देर बैठने से क्या होता है?

एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा देर तक झुककर बैठती हैं, वे गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचा रही होती हैं। वॉरविक मेडिकल स्कूल शोधकर्ताओँ ने पाया कि दिन में 6 घंटे से ज्यादा झुककर बैठने से गर्भवती महिलाओं के वजन में गैर-जरूरी इजाफा होने लगता है।

गर्भवती महिला को कैसे बैठना चाहिए?

कैसे बैठें: सही अवस्था एकदम सीधा बैठना या फिर थोड़ा सा पीछे की तरफ झुकाव देकर बैठने की मुद्रा अच्छी है। आपके स्तन एकदम सामने या हल्के से ऊपर की तरफ होने चाहिए। वे आपके पेट से लगे हुए नहीं होने चाहिए। आपकी टांगें भी एक-दूसरे से जुड़ी न हों, ताकि बढ़े हुए पेट को जगह मिल सके।