कैसे पौधे पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त करते हैं?सभी जीवों और पौधों को विभिन्न जीवन सम्बंधी प्रक्रियाओं को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिसके लिए भोजन अनिवार्य है. प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया की मदद से पौधें अपना स्वयं भोजन तैयार करते हैं. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते है कि पौधें कैसे पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड लेते है ताकि प्रकाश संश्लेषण कर सके और अपना भोजन बना सकें. Show
How Plants obtain Carbon Dioxide from atmosphere? पौधों को भोजन की आवश्यकता होती है ताकि वह विभिन्न चयापचय गतिविधियों के लिए ऊर्जा की आपूर्ति कर सकें. जानवरों की तरह भोजन की तलाश में पौधें एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं जा सकते है. वे एक ही जगह रहकर अपना खाना बनाते हैं. हम जानते हैं कि हरे
पौधें स्वपोषी (autotrophic) होते हैं जो कि प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया से अपने स्वयं के लिए भोजन का संश्लेषण करते हैं. क्लोरोफिल की उपस्थिति में पौधें कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से भोजन तैयार करने के लिए सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का उपयोग करते है. पौधों की कोशिकाओं के क्लोरोप्लास्ट में क्लोरोफिल उपस्थित होने के कारण पौधें हरे होते हैं. पौधों में जल का परिवहन कैसे होता है? Source: www. wp-content.com पत्तियों में स्टोमेटा के छिद्रों के माध्यम से प्रकाश संश्लेषण के दौरान, ऑक्सीजन गैस उत्पन्न होती है. क्या आप जानते हैं कि स्टोमेटा एक पौधे के हरे रंग के तने या शूट (shoot) में भी मौजूद होता हैं? इसलिए, हम कह सकते हैं कि हरे रंग का तना या शूट प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया करते हैं. सबसे बड़े और चौड़े पत्तियों वाले पौधों में, पत्ती की निचली सतह में पीछे की तरफ स्टोमेटा होता हैं लेकिन संकीर्ण पत्ती वाले पौधों में, पत्ति के दोनों तरफ स्टोमेटा समान रूप से वितरित होते हैं. पानी में रहने वाले जलीय पौधें प्रकाश संश्लेषण करने के लिए पानी से कार्बन डाइऑक्साइड गैस का इस्तेमाल करते है. Source: www.cdn.biologydiscussion.com इसलिए, हम यह कह सकते हैं कि स्टोमेटा छिद्र पौधों की कोशिकाओं में और बाहर से गैसों के आवागमन की अनुमति देते हैं. इसलिए, पौधों में गैसीय आदान-प्रदान पत्तियों और अन्य हरे रंग के हिस्सों में स्टोमेटा के माध्यम से होता है. pH में परिवर्तन का पौधों एवं जंतुओं पर प्रभाव खेलें हर किस्म के रोमांच से भरपूर गेम्स सिर्फ़ जागरण प्ले पर प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में पत्तियां कार्बन डाइऑक्साइड कैसे ग्रहण करती है?पौधों के पत्तियों की सतह पर एक बड़ी संख्या में छेद होते हैं जिसे स्टोमेटा (stomata) या स्टोमा (stoma) कहा जाता है. प्रकाश संश्लेषण के लिए हरे पौधे हवा से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं. कार्बन डाइऑक्साइड उनकी सतह पर मौजूद स्टोमेटा के माध्यम से पत्तियों में प्रवेश करती है.
प्रकाश संश्लेषण में कार्बन डाइऑक्साइड की क्या भूमिका है?प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करने वाले कारक
CO2 की सांद्रता: कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता ज्यादा होने से प्रकाश संश्लेषण की दर बढ़ जाती है। कार्बन डाइऑक्साइड की आमतौर पर 0.03 - 0.04 प्रतिशत सांद्रता प्रकाश संश्लेषण के लिए पर्याप्त होती है।
प्रकाश संश्लेषण के समय CO2 के साथ कौन सी अभिक्रिया होती है?आइए, पहले यह पता करें कि हम प्रकाश-संश्लेषण के विषय में क्या जानते हैं। पिछली कक्षाओं में आपने कुछ सरल प्रयोग किए होंगे। जिनसे पता लगा होगा कि क्लोरोफिल ( पत्तियों का हरा वर्णक), प्रकाश तथा कार्बनडाइऑक्साइड (CO2 ) प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है।
पौधों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया कैसे होती है?इस कार्बोनिक एसिड पर क्लोरोफिल क्रिया कर क्लोरोफिल बाइकार्बोनेट बनता है: CO2+H2O→H2CO3 H2CO3+क्लोरोफिल→क्लोरोफिल बाइकार्बोनेट इसके पश्चात क्लोरोफिल बाइकार्बोनेट सूर्य से प्रकाश प्राप्त कर क्लोरोफिल फार्मेल्डिहाइड पर आक्साइड में परिवर्तित हो जाता है।
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