प्रथम परमाणु बम कब बनाया गया था? - pratham paramaanu bam kab banaaya gaya tha?

परमाणु बम का आविष्कार अमेरिकी मूल के वैज्ञानिक जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने किया था। इनकी देखरेख में पहला एटम बम परीक्षण सोमवार 16 जुलाई 1945 को अमेरिका में किया गया था। इस परीक्षण के लिए अमेरिका ने लॉस अलामोस से 200 मील दूर अलेमो गोडो॑ के रेगिस्तान के उत्तर भाग को चुना था।

19वीं सदी से पहलेे इस प्रकार के हथियार को कल्पना ही समझा जाता था। लेकिन अमेरिकी वैज्ञानिक J.Robert Oppenheimer ने इसे साबित कर दिखाया। जब दुनिया में पहला परमाणुुुु बम का परीक्षण कराया गया। उस समय कहीं देश इसे बनाने में लगे हुए थे। यही कारण है कि आज पृथ्वी पर हजारोंं परमाणु बम उपस्थित हैं।

परमाणु बम बनाने का शुरुआत साल 1939 में ही हो गया था।

प्रथम परमाणु बम कब बनाया गया था? - pratham paramaanu bam kab banaaya gaya tha?

सन् १९४५ में जापान के नागासाकी पर गिराये बम से उत्पन्न कुकुरमुता के सदृश बादल - ये बादल बम के गिरने के स्थान से लगभग १८ किमी उपर तक उठे थे।

नाभिकीय अस्त्र या परमाणु बम एक विस्फोटक युक्ति है जिसकी विध्वंसक शक्ति का आधार नाभिकीय अभिक्रिया होती है। यह नाभिकीय संलयन (Nuclear fusion) या नाभिकीय विखण्डन (nuclear fission) या इन दोनो प्रकार की नाभिकीय अभिक्रियों के सम्मिलन से बनाये जा सकते हैं। दोनो ही प्रकार की अभिक्रिया के परिणामस्वरूप थोड़े ही सामग्री से भारी मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है। आज का एक हजार किलो से थोड़ा बड़ा नाभिकीय हथियार इतनी ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है जितनी कई अरब किलो के परंपरागत (परम्परागत) विस्फोटकों से ही उत्पन्न हो सकती है। नाभिकीय हथियार महाविनाशकारी हथियार (weapons of mass destruction) कहलाते हैं।

द्वितीय विश्वयुद्ध में सबसे अधिक शक्तिशाली विस्फोटक, जो प्रयुक्त हुआ था, उसका नाम 'ब्लॉकबस्टर' (blockbuster) था। इसके निर्माण में तब तक ज्ञात प्रबलतम विस्फोटक ट्राईनाइट्रोटोलुईन (TNT) का 11 टन प्रयुक्त हुआ था। इस विस्फोटक से 2000 गुना अधिक शक्तिशाली प्रथम परमाणु बम था जिसका विस्फोट टी. एन. टी. के 22,000 टन के विस्फोट के बराबर था। अब तो प्रथम परमाणु बम से बहुत अधिक शक्तिशाली परमाणु बम बन गए हैं।

परिचय[संपादित करें]

परमाणु बम में विस्फुटित होने वाला पदार्थ यूरेनियम या प्लुटोनियम होता है। यूरेनियम या प्लुटोनियम के परमाणु विखंडन (Fission) से ही शाक्ति प्राप्त होती है। इसके लिए परमाणु के केंद्रक (nucleus) में न्यूट्रॉन (neutron) से प्रहार किया जाता है। इस प्रहार से ही बहुत बड़ी मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है। इस प्रक्रम को भौतिक विज्ञानी नाभिकीय विखंडन (nuclear fission) कहते हैं। परमाणु के नाभिक के अभ्यंतर में जो न्यूट्रॉन होते हैं उन्हीं से न्यूट्रान मुक्त होते हैं। ये न्यूट्रॉन अन्य परमाणुओं पर प्रहार करते हैं और उनसे फिर विखंडन होता है। ये फिर अन्य परमाणुओं का विखंडन करते हैं। इस प्रकार शृंखला क्रियाएँ आरंभ होती हैं। परमाणु बम की अनियंत्रित शृंखला क्रियाओं के फलस्वरूप भीषण प्रचंडता के साथ परमाणु का विस्फोट होता है।

यूरेनियम के कई समस्थानिक ज्ञात हैं। सामान्य यूरेनियम में 99.3 प्रतिशत यू-238 (U-238) और 0.7 प्रतिशत यू-235 (U-235) रहते हैं। यू-238 का विखंडन उतनी सरलता से नहीं होता जितनी सरलता से यू-235 का विखंडन होता है। यू-235 में यू-238 की अपेक्षा तीन न्यूट्रॉन कम रहते हैं। न्यूट्रॉन की इस कमी के कारण ही यू-235 का विखंडन सरलता से होता है।

अन्य विखंडनीय पदार्थ जो परमाणु बम में काम आते हैं वे यू-233 और प्लुटोनियम-239 हैं। परमाणु विस्फोट के लिए विखंडनीय पदार्थ की क्रांतिक संहति (critical mass) आवश्यक होती है। शृंखला क्रिया के चालू करने के लिए क्रांतिक संहति न्यूनतम मात्रा है। यदि विखंडनीय पदार्थ की मात्रा क्रांतिक संहति से कम है तो न्यूट्रॉन केवल धुर्रधुर्र करता रहेगा। मात्रा के धीरे धीरे बढ़ाने से एक समय ऐसी अवस्था आएगी जब कम से कम एक उन्मुक्त न्यूट्रॉन एक नए परमाणु पर प्रहार कर उसका विखंडन कर देगा। ऐसी स्थिति पहुँचने पर विखंडन क्रिया स्वत: चलने लगती है। क्रांतिक संहति की मात्रा गोपनीय है। जो राष्ट्र परमाणु बम बनाते है वे ही जानते हैं और दूसरों को बतलाते नहीं।

यदि यू-235 की क्रांतिक संहति 20 पाउंड है तो दस दस पाउंड दो जगह लेने से शृंखला क्रिया चालू नहीं होगी। 20 पाउंड को एक साथ लेने से ही शृंखलाक्रिया चालू होगी। शृंखलाक्रिया में न्यूट्रॉन की संख्या बड़ी शीघ्रता से बढ़ती है।

परमाणु बम में विखंडन से यूरेनियम और उसे निकटवर्ती अन्य पदार्थों का ताप बड़ी शीघ्रता से ऊपर उठता है। धात्विक यूरेनियम बड़ी ऊँची दाब और ताप पर तापदीप्त गैस में परिणत हो जाता है। विस्फोटक पिंड का ताप 10,00,00,000° से. तक उठ जाता है। इतने ऊँचे ताप पर यूरेनियम की थापी (tamper) हट जाती है। तब सारा पिंड बड़ी प्रचंडता से विस्फुटित होता है। परमाणु बम के विस्फुटित होने पर आधात तरंगें (Shock waves) उत्पन्न होती हैं जो ध्वनि की गति से भी अधिक गति से चारों ओर फैलती है। जब परमाणु बम को पृथ्वीतल के ऊपर विस्फुटित किया जाता है तो तरंगें पृथ्वीतल से टकराकर ऊपर उठती हैं और नया आघात उत्पन्न करती हैं जो ऊपर और नीचे तीव्रता से फैलता है। विस्फोट (Bomb blast) का केंद्र तत्काल तप्त होकर निर्वात उत्पन्न करता है। निर्वात भरने के लिए आसपास की ठंडी हवाएँ दौड़ती है। इस प्रकार परमाणु बम से घरों पर आघात पड़ने से वे टूट जाते हैं।

विस्फोटी यूरेनियम अन्य तत्वों में बदल जाता है, उससे रेडियो ऐक्टिवेधी किरणें निकलकर जीवित कोशिकाओं को आक्रांत कर उन्हें नष्ट कर देती हैं। बम का विनाशीकारी कार्य (1) आघात तरंगों, (2) वेधी किरणों तथा (3) अत्यधिक ऊष्मा उत्पादन के कारण होता है।

हाइड्रोजन बम[संपादित करें]

(Vishwanath Shelar)

हाइड्रोजन बम परमाणु बम का एक प्रकार है। हाइड्रोजन बम या एच-बम (H-Bomb) अधिक शक्तिशाली परमाणु बम होता है। इसमें हाइड्रोजन के समस्थानिक ड्यूटीरियम (deuterium) और ट्राइटिरियम की आवश्यकता पड़ती है। परमाणुओं के संलयन करने (fuse) से बम का विस्फोट होता है। इस संलयन के लिए बड़े ऊँचे, ताप, लगभग 500,00,000° सें. की आवश्यकता पड़ती है। यह ताप सूर्य के ऊष्णतम भाग के ताप से बहुत ऊँचा है। परमाणु बम द्वारा ही इतना ऊँचा ताप प्राप्त किया जा सकता है। अमेरिका, इंग्लैंड, रूस, चीन व भारत ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया। माना जा रहा हा कि उत्तर कोरिया ने भी ऐसा खतरनाक बम बनाया है।

जब परमाणु बम आवश्यक ताप उत्पन्न करता है तभी हाइड्रोजन परमाणु संलयित (fuse) होते हैं। इस संलयन (fusion) से ऊष्मा और शक्तिशाली किरणें उत्पन्न होती हैं जो हाइड्रोजन को हीलियम में बदल देती हैं। 1922 ई. में पहले पहल पता लगा था कि हाइड्रोजन परमाणु के विस्फोट से बहुत अधिक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है।

1932 में ड्यूटीरियम नामक भारी हाइड्रोजन का और 1934 ई. में ट्राइटिरियम (ट्रिशियम) नामक भारी हाइड्रोजन का आविष्कार हुआ। 1950 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति ट्रु मैन ने हाइड्रोजन बम तैयार करने का आदेश दिया। इसके लिए 1951 ई. में साउथ कैरोलिना में एक बड़े कारखाने की स्थापना हुई। 1953 ई. में राष्ट्रपति आइजेनहाबर ने घोषणा की थी कि TNT के लाखों टन के बराबर हाइड्रोजन बम तैयार हो गया है। 1955 ई. में सोवियत संघ ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया। चीन और फ्रांस ने भी हाइड्रोजन बम के विस्फोट किए हैं।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • मैनहट्टन परियोजना (Manhattan Project)
  • नाभिकीय परीक्षण (Nuclear testing)
  • नाभिकीय भौतिकी (Nuclear physics)
  • नाभिकीय विखण्डन (Nuclear fission)
  • नाभिकीय संलयन (Nuclear fusion)
  • नाभिकीय भट्ठी (Nuclear reactor)

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

सामान्य
  • Nuclear Weapon Archive from Carey Sublette is a reliable source of information and has links to other sources and an informative FAQ.
  • The Federation of American Scientists provide solid information on weapons of mass destruction, including nuclear weapons and their effects
  • Alsos Digital Library for Nuclear Issues – contains many resources related to nuclear weapons, including a historical and technical overview and searchable bibliography of web and print resources.
  • Everything you wanted to know about nuclear technology – Provided by New Scientist.
  • Congressional Research Service (CRS) Reports regarding Nuclear weapons
  • Video archive of US, Soviet, UK, Chinese and French Nuclear Weapon Testing Archived 2012-12-05 at archive.today at sonicbomb.com
ऐतिहासिक
  • The Manhattan Project: Making the Atomic Bomb at AtomicArchive.com
  • Los Alamos National Laboratory – History (U.S. nuclear history)
  • Race for the Superbomb, PBS website on the history of the H-bomb
  • U.S. nuclear test photographs from the DOE Nevada Site Office
  • U.S. nuclear test film clips from the DOE Nevada Site Office
  • Recordings of recollections of the victims of Hiroshima and Nagasaki Archived 2021-03-22 at the Wayback Machine
प्रभाव
  • Hans Bethe talking about his shock of seeing the after effects of Hiroshima on Peoples Archive.
  • Nuclear weapon simulator for several major US cities, from Federation of American Scientists
  • HYDESim: High-Yield Detonatonation Effects Simulator Another Nuclear weapon simulator with a few more features based on the "The Effects of Nuclear Weapons", 3rd Edition, by Samuel Glasstone and Philip J. Dolan.
  • Fallout Calculator for various regions, from Federation of American Scientists
  • Example scenarios – Two scenarios of a nuclear explosion on two United States cities, from AtomicArchive.com
  • Effects of Nuclear weapons These tables describe the effects of various nuclear blast sizes. All figures are for 15 मील/घंटा (24 किमी/घंटा) winds. Thermal burns represent injuries to an unprotected person. The legend describes the data.
  • Effects of nuclear weapons from AtomicArchive.com
  • The Effects of Nuclear Weapons by Samuel Glasstone and Philip J. Dolan (1977 edn.) – an official text of the US government on weapons effects which is generally considered definitive
मुद्दे
  • "The Nuclear Weapons Debate" - OneWorld.net's Perspectives Magazine, May 2005
  • "Nuclear Power and Nuclear Weapons: Making the Connections" – an article about the connections between nuclear power and nuclear weapons development by an anti-nuclear group.
  • Nuclear War Survival Skills is a public domain text about civil defense.
  • IPPNW: International Physicians for the Prevention of Nuclear War – Nobel Peace Prize-winning organization with information about the medical consequences of nuclear weapons, war and militarization.
  • Bulletin of the Atomic Scientists – Magazine founded in 1945 by Manhattan Project scientists. Covers nuclear weapons proliferation and many other global security issues. See this page for comprehensive data on nuclear weapons worldwide.
  • 50 Facts About U.S. Nuclear Weapons – Largest, smallest, number, cost, etc.
  • Nuclear Files.org covers the history of nuclear weapons and explores the political, legal and ethical challenges of the Nuclear Age.
  • Union of Concerned Scientists – Nuclear Policy, weapons, testing, technical issues, and arms control.
  • Nuclear Ambitions - The World's Deadly Arsenal - Independent news on issues relating to nuclear weapons and disarmament by the news agency Inter Press Service

परमाणु बम किसने और कब बनाया?

अमेरिकी मूल के वैज्ञानिक जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर(J Robert Oppenheimer) को परमाणु बम का जनक कहा जाता है. 16 जुलाई 1945 को पहले परमाणु बम का परीक्षण उनकी देखरेख में अमेरिका में ही हुआ था. इस परीक्षण को अमेरिका के लॉस अलामोस से 200 मील दूर अलेमो गोर्डो के उत्तर के रेगिस्तानी में किया गया था.

भारत का पहला परमाणु बम कब बना था?

18 मई 1974 को यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण में टॉप अधिकारियों के निगरानी में किया गया था। आज से 48 साल पहले भारत ने पहला सफल परमाणु परीक्षण किया था। इस ऑपरेशन का कोड नाम स्माइलिंग बुद्धा रखा गया था। 18 मई 1974 को यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण क्षेत्र में सेना के टॉप अधिकारियों के निगरानी में किया गया था

परमाणु बम सबसे पहले कौन बनाया?

जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर (Julius Robert Oppenheimer) (२२ अप्रैल १९०४ - १८ फ़रवरी १९६७) एक सैद्धान्तिक भौतिकविद् एवं अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (बर्कली) में भौतिकी के प्राध्यापक थे जो परमाणु बम के जनक के रूप में अधिक विख्यात हैं।

पहले परमाणु बम का नाम क्या था?

अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा पर लिटिल बाय नाम का परमाणु बम गिराया था। यह करीब चार टन यानी चार हजार किलो वजनी था। इसमें 65 किलो यूरेनियम भरा हुआ था। इस बम को एनोला गे नाम के विमान से गिराया गया, जिसके पायलट पाल टिबेट्स थे।