यूं तो माहवारी महिलाओं के लिए समस्या नहीं, बल्कि प्रकृति का विशेष उपहार है, लेकिन जब यह अनियमित हो जाए तो जरूर एक समस्या बन जाता है। कई बार इसके कारण भी पता नहीं होते, कि आखिर क्यों माहवारी में देरी हो रही है, आपमें से कई महिलाओं या युवतियों के इस सवाल का जवाब है इस आलेख में - > Show
महिलाओं एवं युवतियों में हर महीने होने वाला मासिकधर्म जिसे आम भाषा में माहवारी, पीरियड्य या मेन्सेस भी कहा जाता है, जरूरी नहीं है कि हर महीने एक ही तारीख पर आए। लेकिन गर्भावस्था के अलावा भी इसके देरी से आने के अलग-अलग कारण कारण हो सकते हैं। जानिए कौन से हैं वे कारण - 1 कम या अधिक उम्र में माहवारी की शरुआत होना कई बार माहवारी में अनियमिता पैदा करता है, जो कि सामान्य बात है। समय के साथ इसका नियमन होता, अत: चिंता की बात नहीं है। 2 वजन का अत्यधिक बढ़ना या मोटापा भी माहवारी में अनियमितता का एक प्रमुख कारण है। कई बार यह समस्या थायरॉइड के कारण होती है, अत: डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। हार्मोंन इम्बैलेंस के कारण हो सकते हैं लेट पीरियड्स-(Image Canva)Period Can Be Late Know The Reason-हर महिला की पीरियड साइकिल डिफरेंट होती है किसी को 25 दिन में तो किसी को 22 दिन में ही पीरियड्स आ जाते हैं. यदि पीरियड्स 30 से 35 दिन तक न आएं तो समझिए ये किसी बीमारी का संकेत है.
हाइलाइट्सलेट पीरियड्स की वजह से हो सकती है मानसिक परेशानी.गर्भनिरोधक टेबलेट बढ़ा सकती है लेट पीरियड्स की समस्या को.डायबिटीज की वजह से भी पीरियड्स लेट हो सकते हैं.Period Can Be Late Know The Reason- समय से पीरियड न होना महिलाओं की मानसिक परेशानी को बढ़ा सकता है. लेट पीरियड्स का अंदाजा ज्यादातर प्रेग्नेंसी से संबंध रखता है. हर महिला की पीरियड साइकिल डिफरेंट होती है किसी को 25 दिन में तो किसी को 22 दिन में ही पीरियड्स आ जाते हैं. यदि पीरियड्स 30 से 35 दिन तक न आएं तो समझिए ये किसी बीमारी का संकेत है. प्रेग्नेंसी के अलावा यदि पीरियड्स लेट हो जाते हैं तो इसके कई कारण हो सकते हैं. कई बार दवाईयों के अधिक सेवन से भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं. वहीं हार्मोनल इम्बैलेंस को भी इसका जिम्मेदार माना जा सकता है. चलिए जानते हैं प्रेग्नेंसी के अलावा किन कारणों से लेट हो सकते हैं पीरियड्स. गर्भनिरोधक टेबलेट का अधिक सेवन अधिक स्ट्रेस होना इसे भी पढ़ें: IVF तकनीक के जरिए बन रही हैं मां, तो इतने दिनों में ऐसे नजर आते हैं लक्षण, बरतें सावधानियां बॉडी वेट में परिवर्तन यह भी पढ़ें- Tampons Safety Tips: आप भी करती हैं टैम्पोन का इस्तेमाल? जान लें इससे जुड़ी जरूरी बातें डायबिटीज और थायराइड प्रॉब्लम ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Health, Lifestyle, Pregnancy FIRST PUBLISHED : October 07, 2022, 01:45 IST
ज्यादातर महिलाओं को शिकायत होती है कि उनके पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं. पीरियड्स मिस होने की सबसे आम वजह प्रेग्नेंसी होती है लेकिन अगर आप प्रेग्नेंसी प्लान नहीं कर रही हैं और फिर भी आपके पीरियड्स में देरी हो जाती है तो इसकी कई वजहें (Late period reasons) हो सकती हैं. आइए जानते हैं इन 9 वजहों के बारे में. (Representative Photo:Freepik)
तनाव- तनाव का असर शरीर पर कई तरीकों से पड़ता है, जिसमें पीरियड भी शामिल है. तनाव से GnRH नामक हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है, जिसके कारण ओव्यूलेशन या पीरियड्स नहीं होते हैं. खुद को
रिलैक्स रखें और नियमित पीरियड साइकिल को वापस लाने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें. (Representative Photo:Freepik)
बीमारी- अचानक से हुए बुखार, सर्दी, खांसी या किसी लंबी बीमारी की वजह से भी पीरियड्स
में देरी हो सकती है. ये अस्थायी रूप से होता है और एक बार जब आप बीमारी से ठीक हो जाते हैं, तो आपके पीरियड्स फिर से नियमित हो जाते हैं. (Representative Photo:Freepik)
दिनचर्या में बदलाव- शेड्यूल बदलना, नाइट शिफ्ट में काम करना, शहर से बाहर आना-जाना या फिर घर में किसी शादी या फंक्शन के दौरान हमारे रूटीन में कई तरह के बदलाव आ जाते हैं. शरीर को जब इस नए शेड्यूल की आदत हो जाती है या फिर जब हम सामान्य दिनचर्या में वापस आ जाते हैं तो पीरियड्स भी नियमित हो जाते हैं. (Representative Photo:Freepik)
ब्रेस्टफीडिंग- बहुत सी महिलाओं को समय पर पीरियड्स आने तब तक शुरू नहीं होते हैं जब तक कि वो बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना बंद नहीं करती हैं. (Representative Photo:Freepik)
बर्थ कंट्रोल पिल्स- बर्थ कंट्रोल पिल्स और कुछ अन्य दवाएं भी पीरियड्स साइकिल को बदल देती हैं. ऐसी दवाएं लेने पर या तो पीरियड्स कम आते हैं या जल्दी-जल्दी आते हैं या बिल्कुल ही आने बंद हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें. (Representative Photo:Freepik)
मोटापा- मोटापे की वजह से भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं और जिसकी वजह से पीरियड्स आने में देरी हो सकती है. हालांकि, ये समस्या कम वजन वालों को भी होती है लेकिन मोटापा इसकी एक मुख्य वजह हो सकता है. (Representative Photo:Freepik)
प्री मेनोपॉज- मेनोपॉज से पहले महिलाओं के शरीर में आंतरिक रूप से कई तरह के बदलाव आते हैं. इसकी वजह से पीरियड्स देरी से या समय से पहले आने लगते हैं. (Representative Photo:Freepik)
दुबलापन- अगर आपके शरीर में पर्याप्त फैट नहीं है तो भी आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं. नियमित पीरियड्स के लिए हेल्दी वजन जरूरी होता है. (Representative Photo:Freepik)
थायराइड- गर्दन में स्थित थायरॉयड ग्रंथि, मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है. यह शरीर के कई कार्यों में भी भूमिका निभाती है. अगर आपको थायराइड संबंधित कोई समस्या है तो इसका असर पीरियड्स पर भी पड़ता है. अगर आपको थायराइड की दिक्कत है तो पीरियड्स को समय पर लाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें. (Representative Photo:Freepik) पीरियड कितने दिनों तक लेट हो सकता है?ऐसे में बता दें कि आपका साइकल 28 दिन का है और आपको 30 दिन तक पीरियड्स नहीं हुए हैं, तो फिर इसको लेट ही माना जाएगा. हालांकि इसको लेकर ज्यादा चिंता की जरूरत नहीं होती है. लेकिन अगर 40 दिन से ज्यादा हो जाएं यानी पिछले पीरियड के बाद 6 हफ्तों तक डेट ना आए तो इसको लेट पीरियड या पीरियड मिस माना जाएगा.
अगर पीरियड लेट हो जाए तो क्या करना चाहिए?किसी की 28 से 30 दिन तो किसी की 35 दिन लेकिन इससे भी ज्यादा लेट हो जाए तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए। पीरियड्स मिस होने की सबसे आम वजह प्रेग्नेंसी मानी जाती है लेकिन आप प्रेग्नेंसी प्लान नहीं कर रही हैं और फिर भी आपके पीरियड्स आने में देरी हो जाती है तो इसे नजरअंदाज ना करें।
पीरियड लेट होने का क्या कारण हो सकता है?अधिक स्ट्रेस की वजह से हार्मोन्स में बदलाव आने लगते हैं जो पीरियड्स को लेट कर सकते हैं. ये स्थिति स्ट्रेस के लेवल पर डिपेंड करती है. वेट का कम होना या ज्यादा होना पीरियड्स के लेट होने का एक कारण हो सकता है. अचानक वेट कम होने से ओवरीज पर प्रभाव पड़ता है.
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