पश्चिम दिशा में मुंह करके खाना खाने से क्या होता है? - pashchim disha mein munh karake khaana khaane se kya hota hai?

अच्छी सेहत पाने के लिए लोग अच्छा भोजन करते हैं. लेकिन कई बार पौष्टिक भोजन करने के बाद भी लोगों का स्वास्थ्य खराब होते देखा गया है. वास्तु में इसका कारण खाते समय दिशा का ध्यान नहीं रखना बताया गया है. तो चलिए जानते हैं सही और शुभ दिशा कौन सी है.

पश्चिम दिशा में मुंह करके खाना खाने से क्या होता है? - pashchim disha mein munh karake khaana khaane se kya hota hai?
सांकेतिक तस्वीर

हाइलाइट्स

  • दक्षिण दिशा की तरफ मुंह कर न करें भोजन

  • गलत दिशा की तरफ मुंह करके खाने से स्वास्थ्य पर पड़ता है असर

जिंदा रहने के लिए भोजन जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है सुंदर और स्वस्थ शरीर के लिए अच्छा और पौष्टिक भोजन करना. लेकिन आपने कई बार यह देखा होगा कि पौष्टिक भोजन करने के बाद भी लोग बीमार पड़ जाते हैं. इसके कई कारण हो सकते हैं. लेकिन अगर वास्तु शास्त्र के अनुसार देखें तो इसमें गलत दिशा की तरफ मुंह करके भोजन करना भी हो सकता है. वास्तु शास्त्र में घर के बारे तो विस्तार से बताया ही गया है इसके साथ ही हम रोज की जिंदगी में जो भी करते हैं उसके बारे में भी बताया गया है. आज हम आपको वास्तु के अनुसार भोजन करने की दिशा के बारे में बताने जा रहे हैं. इसके साथ ही हम आपको बताएंगे कि छात्र और नौकरी करने वालों को किस दिशा की तरफ बैठकर भोजन करना चाहिए.

हो सकता है ये नुकसान

ऐसा माना गया है कि अगर वास्तु को सही ढ़ंग से माना जाए और उसके हिसाब से चीजें की जाए तो जिंदगी में काफी बदलाव आता है. भोजन को लेकर भी कुछ नियम बताएं गए हैं. कई बार जाने अनजाने या जल्दीबाजी में लोग भोजन करते समय दिशा का ध्यान नहीं रख पाते. कुछ लोग इसे मानते ही नहीं हैं. लेकिन वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि लोग इसे माने या न माने वास्तु का प्रभाव जिंदगी पर पड़ता ही है. वास्तु के अनुसार गलत दिशा में मुंह करके भोजन करने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है और न सिर्फ भोजन करने वाले के ऊपर बल्कि परिवार के सदस्यों पर भी. इसलिए दिशा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. हां अगर कई लोग एक साथ बैठकर भोजन कर रहे हैं तो ऐसे में दिशा का ख्याल रखना जरूरी नहीं है.

इन दिशाओं को माना गया है शुभ

पूर्व दिशा- वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके भोजन करने से मानसिक तनाव और बिमारियों से तो छुटकारा मिलता ही है, उम्र में भी बढ़ोतरी होती है. ऐसा माना गया है कि पूर्व दिशा की तरफ घुम कर भोजन करने से पाचन संबधी परेशानियां भी दूर होती है. वैसे तो पूर्व दिशा को हर इंसान के लिए शुभ माना गया है लेकिन छात्रों और करियर की नई शुरुआत करने वाले लोगों के लिए उत्तर दिशा को उत्तम बताया गया है. इसके अलावा जो लोग पहले से ही नौकरी कर रहे हैं उन लोगों के लिए पश्चिम दिशा को बेहतर बताया गया है. इसलिए नौकरीपेशा लोग पश्चिम दिशा की तरफ मुंह करके ही खाना खाए.

दक्षिण दिशा को माना गया अशुभ

वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके भोजन करना पूरी तरह से वर्जित बताया गया है. ऐसा माना गया है कि इस दिशा की तरफ मुंह करके जो इंसान भोजन करता है उसकी आयू कम होती जाती है. इसके साथ ही वह कई तरह के स्वास्थ्य समस्याओं से भी घिर सकता है.

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डीएनए हिंदी: वास्तु शास्त्र में सभी दिशाओं का अलग-अलग महत्व है. जैसे पूजा-पाठ के लिए पूर्व-उत्तर दिशा खास मानी जाती है, ठीक उसी प्रकार अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग दिशा निर्धारित की गई हैं. इसी तरह खान-पान के लिए भी उचित दिशा का चयन किया गया है. आइए जानते हैं कि खाना खाते समय हमें किस दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए और किस दिशा की ओर मुंह करके खाना निषेध माना गया है.

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूर्व दिशा से देवताओं का संबंध है. ऐसे में इस दिशा की ओर मुंह करके खाना खाने से बीमारियां दूर होती हैं और देवताओं की भी कृपा प्राप्त होती है. साथ ही आरोग्य और लंबी उम्र का भी वरदान प्राप्त होता है. 

इसके अलावा उत्तर भी देवताओं की दिशा होती है. इस दिशा से मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर का संबंध होता है. ऐसे में इस दिशा की ओर मुंह करके भोजन करने से घर में रुपये-पैसों की कमी नहीं होती है. घर के मुखिया को उत्तर की दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना शुभ माना गया है.  

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नौकरी पेशा वालों के लिए पश्चिम दिशा शुभ मानी गई है. इस दिशा की ओर मुंह करके भोजन करने से उनकी सेहत अच्छी रहती है. 

वहीं वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके खाना से मनाही की गई है. कहा जाता है कि इस दिशा की ओर मुंह करके खाने से दरिद्रता आती है. साथ ही कंगाली का सामना करना पड़ सकता है. 

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर आए मेहमान को पश्चिम दिशा में बैठाकर खाना खिलाना चाहिए. साथ ही खुद उत्तर या पूरब की ओर मुंह करके भोजन करें. इससे घर में बरकत होती है. अगर खाना खाने के लिए डाइनिंग टेबल का इस्तेमाल करते हैं तो उसे दक्षिण या पश्चिम की दीवार की तरफ रखें. 
 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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पश्चिम दिशा में भोजन करने से क्या होता है?

पश्चिम दिशा वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यापार या नौकरीपेशा से जुड़े लोगों को इस दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए। इसके अलावा अगर घर में कोई सदस्य बीमार हो तो उसे भी हमेशा पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके ही भोजन करना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से स्वास्थ्य बेहतर होता है।

खाना खाते समय मुंह किधर होना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर आए मेहमान को पश्चिम दिशा में बैठाकर खाना खिलाना चाहिए. साथ ही खुद उत्तर या पूरब की ओर मुंह करके भोजन करें. इससे घर में बरकत होती है. अगर खाना खाने के लिए डाइनिंग टेबल का इस्तेमाल करते हैं तो उसे दक्षिण या पश्चिम की दीवार की तरफ रखें.

खाना कौन सी दिशा में बैठकर खाना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति को अधिकतर पैसों की तंगा का सामना करना पड़ रहा है, तो वह हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुख करके भोजन करें। ऐसा करने से सुख-समृद्धि और धन संपदा की प्राप्ति होगी। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा की ओर मुख करके भोजन करने की मनाही होती है।

बिस्तर पर बैठकर खाना क्यों नहीं खाना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार बिस्तर पर बैठकर खाना या पीना नहीं चाहिए। क्योंकि इससे मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं और वह घर छोड़कर चली जाती हैं, जिसके कारण घर पर दरिद्रता का वास हो जाता है। इससे आपके घर में अशांति फैलती और घरवालों के ऊपर कर्ज चढ़ता है। इसके साथ ही आपको भी धनहानि का सामना करना पड़ता है।