पेट के कीड़े क्यों हो जाते हैं इन से कैसे बचा जा सकता है? - pet ke keede kyon ho jaate hain in se kaise bacha ja sakata hai?

Solution : पेट में कीड़े प्रायः दषित जल पीने और दषित खाना खाने से होते हैं। कुछ ऐसे किस्म के भी कीड़े होते हैं जिनके
अंडे जमीन की ऊपरी सतह में होते हैं और उनसे निकले लार्वे त्वचा के रास्ते हमारे पीट में चले जाते हैं।
इनसे बचने के लिए हमें सफाई से बनाये गए खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए। भोजन करने से पहले और बाद में
हाथ अच्छी तरह से धोना चाहिए और साफ़ पानी पीना चाहिए। ख़ास किस्म के कीड़ों से बचने के लिए हमें शौच
के लिए शौचालय का प्रयोग करना चाहिए तथा नंगे पैर इधर-उधर घूमने से बचना चाहिए।

पेट में कीड़े हो तो कद्दू की सब्जी भी उपयोगी रहती है। एक सप्ताह तक खाली पेट ही कद्दू के आठ-दस बीज खाएं।

कई बार अचानक ही पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है। डॉक्टर से मिलने के बाद पता चलता है कि पेट में कीड़े हैं। ये कीड़े ज्यादातर बच्चों के पेट में पाए जाते हैं। पेट में कीडे पड़ना एक आम बात है। इसमें पाचन संबंधी विकार जैसे भूख न लगना, जी मिचलाना, उल्टी आना और कमजोरी होने लगती है। जब कीड़ों के लार्वे फेफड़े तक पहुंच जाते हैं, तो दमा रोग भी हो सकता है। बच्चों द्वारा मिट्टी खाने, दूषित भोजन खाने, गंदे कपड़े पहनने, शरीर की उचित सफाई न करने, बाहर का दूषित खाना खाने, मांस-मछली, गुड़, दही, सिरका आदि अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में कीड़े हो जाते हैं।

पेट में कीड़े के लक्षण

  • जीभ सफेद और आंखे लाल हो जाती हैं।
  • होंठ सफेद, गालों पर धब्बे और शरीर में सूजन आदि के लक्षण दिखाई देते हैं।
  • गुदाद्वार तथा उसके आस-पास की त्वचा पर खुजली होती है।
  • मल में खून आना और उल्टी होना।

पेट में तीन प्रकार के कीड़े होते हैं

इनमें से फीता कृमि और हुक वार्म अधिक पीड़ादायक होते हैं। यदि सही प्रकार से इलाज न किया जाए तो अन्य प्रकार की गंभीर बीमारियां पैदा हो सकती हैं।

घरेलू उपचार

  • पेट के कीड़ों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है- स्वच्छता। खाने-पीने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोना, ढ़ककर रखें भोजन, सड़क किनारे मिलने वाले कटे फलों से दूर ही रहना चाहिए।
  • आधा चम्मच हल्दी लेकर तवे पर सूखी भून लें। फिर इसे रात को सोते समय पानी से लें।
  • छाछ में नमक तथा काली मिर्च का चूर्ण डालकर चार दिन तक पिएं।
  • लहसुन की चटनी बनाकर उसमें थोड़ा सेंधा नमक डालकर सुबह-शाम चाटें। आराम मिलेगा।
  • दही में शहद मिलाकर तीन-चार दिन तक सुबह-शाम खाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
  • एक चम्मच करेले का रस लेकर गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
  • दो चम्मच अनार का जूस रोजाना लेने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
  • अजवाइन के सत्व की चार-पांच बूंदे पानी में डालकर सेवन करें।
  • बच्चों को आधा चम्मच प्याज का रस दो- तीन दिन तक पिलाने से काफी लाभ होता है।

आयुर्वेदिक उपचार

1. नीम की कोपलों को कुचलकर इसका एक चम्मच रस निकाल लें। इसमें शहद मिलाकर चाटें। इससे पेट के कीड़े मरकर मल के साथ बाहर निकल जाते हैं।

2. नीम को पत्तियों को सुखाकर पीस लें और दो चुटकी चूर्ण शहद के साथ सेवन करें।

3. करेले के पत्तों का जूस निकाल कर उसे गुनगुने पानी के साथ पिलाएं।

4. यदि आपको यह रोग सता रहा हो तो रोजाना सुबह खाली पेट ही टमाटर को आधा काटकर उस पर थोड़ी-सी हल्दी और सेंधा नमक लगाकर खिलाने से काफी लाभ होता है।

5. पेट में कीड़े हो तो कद्दू की सब्जी भी उपयोगी रहती है। एक सप्ताह तक खाली पेट ही कद्दू के आठ-दस बीज खाएं।

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पेट में कीड़े होना एक आम समस्या है। मुख्य रूप से यह समस्या बच्चों में देखने को मिलती है लेकिन बड़ी उम्र के लोग भी पेट में कीड़े होने की समस्या से ग्रसित होते हैं। बहुत छोटे बच्चों के पेट में जब कीड़े होने की समस्या होती है तो उनके गुदा मार्ग (Anus) के बाहरी हिस्से पर सफेद-सफेद अपशिष्ट जमा हो जाता है। साथ ही बच्चा रोता बहुत अधिक है।

यदि बच्चा इतना बड़ा होता है कि वह अपनी बात बोल पाए तो वह आपको गुदा मार्ग में खुजली होने की समस्या की शिकायत करेगा या कहेगा कि उसे वहां कुछ काट रहा है। इसके साथ ही बच्चे की पॉटी में भी कीड़े आ सकते हैं।

शारीरिक लक्षण
-जिन बच्चों या बड़ों के पेट में कीड़े हो जाते हैं, उनके चेहरे पर एक अलग-सा सूखापन हमेशा नजर आता है। उनकी त्वचा मुरझाई हुई रहती है।

-होठों के दोनों तरफ त्वचा में सफेदी बढ़ना, होठों की दोनों साइड में त्वचा में रूखापन होना भी पेट में कीड़े होने की निशानी होती है।

-पेट में कीड़े होने पर सोते समय बच्चों और बड़ों दोनों की ही लार टपकती है। इस बारे में अगर आपको सोते समय पता ना चलता हो तो सुबह के समय लार के निशान आपके गाल पर मिल जाएंगे। नहीं तो तकिए के कवर पर गीलापन महसूस हो सकता है।

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बच्चों के पेट में कीड़े होना


पेट में कीड़े होने के कारण
-पेट कीड़े होने के कारण बच्चों और बड़ों में अलग-अलग होते हैं। बच्चों में जहां मुख्य रूप से हाइजीन की कमी के कारण यह समस्या होती है क्योंकि वे हर समय अपना हाथ मुंह में डालते रहते हैं।
-वहीं, बड़ों में कीड़े होने की समस्या का मुख्य कारण पाचन का सही ना होना
-संक्रमित भोजन का सेवन
-संक्रमित पानी का सेवन
-बहुत अधिक मैदा से बने फूड खाने का
-बहुत अधिक मीठा खाने का
-खाना खाने से पहले हाथ ना धोना
-रसोई में हाइजीन की कमी इत्यादि कारणों से पेट में कीड़े हो सकते हैं।

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पेट के कीड़े मारने के घरेलू उपचार
-ऊपर बताए गए कारणों का निदान करने से भी आपको पेट के कीड़ों की समस्या से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही कुछ अन्य घरेलू तरीके आपको इस समस्या से निजात दिला सकते हैं। जैसे...

-भोजन करने से पहले छोटा आधा चम्मच अजवाइन सीड्स का सेवन ताजे पानी के साथ करें। ऐसा आपको दिन में दो बार करना है और लगातार 3 दिन तक करना है। इसके साथ ही इन दिनों में आपको मीठा नहीं खाना है।

-यदि तीन दिन के अंदर आपको इस समस्या से राहत ना मिले तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि आपके पेट में कीड़ों की वजह कोई अंदरूनी संक्रमण भी हो सकता है।

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बच्चों का बार-बार मुंह में हाथ डालना


जीरा और गुड़
-जीरा सीड्स (बीज) को आप सूखे तवे पर भून लीजिए। जब ये सीड्स ठंडे हो जाएं तो इन्हें आधा चम्मच लेकर गुड़ के साथ खा लीजिए। अगर इस तरह खाने में दिक्कत हो तो आप भुने हुए जीरे को पीसकर इनका पाउडर भी तैयार कर सकते हैं और फिर इसे गुड़ के साथ खा सकते हैं। ऐसा 5 दिन करने पर ही लाभ होगा।

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तुलसी पत्तों का सेवन
-तुलसी पत्तों का सेवन या तुलसी अर्क का सेवन करने पर भी कीड़ों की समस्या में लाभ मिलता है। लेकिन इसका सेवन केवल बड़े लोग करें बच्चों को इसका सेवन ना कराएं।

-बच्चों के पेट में कीड़े होने पर बेहतर होगा कि आप उन्हें डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर की देखरेख में ही उन्हें दवाई दें। क्योंकि बच्चे बहुत नाजुक होते हैं और उनके शरीर पर किसी भी चीज का साइडइफेक्ट बहुत जल्दी नजर आता है।

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4 पेट में कीड़े क्यों हो जाते हैं इनसे कैसे बचा जा सकता?

वयस्कों में दूषित पानी और दूषित भोजन के कारण ऐसा होता है। जो लोग बहुत ज्यादा मीठा खाते हैं, खाने के तुरंत बाद सो जाते हैं, उनमें भी पेट के कीड़ों की आशंका ज्यादा होती है। अधिकांश मामलों में ये मल के जरिए बाहर निकल जाते हैं। बच्चों की सेहत पर इनका ज्यादा असर होता है।

पेट में कीड़े क्यों हो जाते हैं और इन से कैसे बचा जा सकता है class 7?

उत्तर:- पेट में कीड़े दूषित पानी और दूषित खाद्य पदार्थों के कारण होते हैंइनसे बचने के लिए हमें सफाई से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। भोजन करने से पहले हमें अच्छी तरह से हाथ धो लेना चाहिए एवं साफ़ जल ही पीना चाहिए।

पेट के कीड़े को कैसे खत्म करें?

पेट के कीड़ों से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय राहुल के अनुसार, रात में सोते समय एक चम्मच अरंडी का तेल गर्म दूध या गर्म पानी के साथ पी लें। इससे पेट के कीड़े मर जाते हैं और मल के रास्ते शरीर से बाहर आ जाते हैं। एक गिलास पानी में एक टीस्पून काला नमक और चुटकीभर हींग मिलाकर पी जाएं, पेट के कीड़े मर जाएंगे।

पेट के कीड़े मारने के लिए क्या खाना चाहिए?

-तुलसी पत्तों का सेवन या तुलसी अर्क का सेवन पेट के कीड़े को मारने के लिए रामबाण का काम करता है. -एक ग्‍लास गर्म दूध में एक चम्‍मच हल्‍दी मिलाकर पिएं. – लगातार लौंग खाएं. इसमें मौजूद इयुजिनॉल तत्‍व पेट के कीड़े और उसके अंडे को नष्‍ट करता है.