पेट में तेजाब बनने के क्या लक्षण है? - pet mein tejaab banane ke kya lakshan hai?

पेट में तेजाब बनने का देसी इलाज : पेट में तेजाब बनने और सीने में जलन होने पर आजमायें ये 10 घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत

By उस्मान | Published: March 3, 2021 09:16 AM2021-03-03T09:16:13+5:302021-03-03T09:16:13+5:30

जानिये पेट में क्यों बनता है तेजाब और इससे क्या नुकसान हो सकते हैं

पेट में तेजाब बनने के क्या लक्षण है? - pet mein tejaab banane ke kya lakshan hai?

एसिडिटी का घरेलू इलाज

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Highlightsगलत खानपान है इसकी बड़ी वजहघर में मौजूद है एसिडिटी का इलाजलक्षण गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टर से मिले

गलत खानपान और जीवनशैली की वजह से आजकल बहुत से लोग पेट की समस्याओं से पीड़ित रहते हैं। पेट की एक आम समस्या तेजाब बनना यानी एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) भी है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें पित्त या पेट के एसिड हमारे घुटकी या भोजन नली में वापस आ जाते हैं और जलन पैदा करते हैं। इससे छाती में जलन होती है जो एसिडिटी का सबसे आम लक्षण है।

पेट में तेजाब बनने के लक्षण

इस समस्या के होने पर आपको छाती, पेट या गले में दर्द और जलन, पेट फूलना या गैस बनना, खट्टी डकार, बदबूदार सांस, कब्ज, मतली या उल्टी की भावना, खाने के बाद पेट में भारीपन और मुंह में खाना वापस आना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। 

सौंफ 
लगभग 1 चम्मच सौंफ पाउडर को एक गिलास गर्म पानी के साथ लेने से एसिडिटी और उसके लक्षण जैसे बेचैनी, सूजन और पाचन में सुधार हो सकता है। आपको खाने के बाद भी इसका सेवन करना चाहिए। 

काला जीरा 
जीरे को सीधे चबाएं या उनमें से 1 चम्मच एक गिलास पानी में उबालें और इसे पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है। काला जीरा गैस्ट्रो-प्रोटेक्टिव होता है। यह अम्लता को कम करने और रोकने में प्रभावी है।

लौंग
एसिडिटी और इसके लक्षणों जैसे पेट फूलना, अपच, मतली, गैस, चिड़चिड़ापन आदि से छुटकारा पाने के लिए लौंग के एक टुकड़े को चूसें और गर्म पानी पियें। आप सोते समय भी एक लौंग खा सकते हैं। 

गुनगुना 
इस समस्या से बचने के लिए आपको रोजाना सुबह उठने के बाद खाली पेट और रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। ऐसे करने से आपको एसिडिटी से राहत मिल सकती है।

तरबूज का रस 
अगर आपको अक्सर पेट से जुड़ी कोई समस्या रहती है, तो आपको नियमित रूप से तरबूज का रस पीना चाहिए। यह एसिडिटी से राहत दिलाने में प्रभावी है और पाचन के लिए भी अच्छा है। 

इलायची 
प्रतिदिन एक हरी इलायची चबाने से अम्लता, पेट फूलना जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है और पाचन में भी सुधार होता है। इसके आलावा इलायची में सभी वो जरूरी तत्व पाए जाते हैं, जो पेट को आराम दे सकते हैं। 

छाछ
छाछ में लैक्टिक एसिड पेट में अम्लता को सामान्य करता है और सुखदायक प्रभाव देता है। काली मिर्च और धनिया के साथ छाछ का एक गिलास अम्लता के हमारे लक्षणों को तुरंत कम करने में मदद करता है। 

बेकिंग सोडा 
बेकिंग सोडा पेट के एसिड को जल्दी से बेअसर कर सकता है और खाने के बाद अपच, सूजन और गैस से राहत दिला सकता है। इस उपाय के लिए, 1/2 चम्मच बेकिंग सोडा को 4 औंस गर्म पानी में मिलाकर पिएं।

खूब पानी पियें
दूसरा आप ये कर सकते हैं कि जितना हो सके पानी पीएं। दिन भर में कम पानी का सेवन करना भी रात में आपकी तकलीफ को बढ़ा सकता है। इसलिए खाने को ठीक से पचाने के लिए और शरीर में गए पोषक तत्वों को बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।

अदरक
अपच के लिए अदरक एक और प्राकृतिक उपचार है क्योंकि यह पेट के एसिड को कम कर सकता है। पेट को शांत करने और अपच से छुटकारा पाने के लिए एक कप अदरक की चाय पिएं। अन्य विकल्पों में अदरक कैंडी को चूसना, अदरक का रस पीना, या अदरक चबाना शामिल है। चार कप पानी में एक या दो टुकड़े अदरक की जड़ को उबालें। पीने से पहले नींबू या शहद के साथ स्वाद जोड़ें।

Web Title: How to get rid acidity or acid reflux: causes and symptoms of acid reflux, home remedies for acid reflux in Hindi

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पेट में तेजाब कैसे ठीक करें?

1) लम्बे समय से एसिडिटी है तो..?.
अदरक के टुकड़े पर काला नमक छिड़ककर चूसें।.
अदरक को पानी के साथ उबालकर भी पी सकते हैं।.
आंवले को काले नमक के साथ या उबालकर या फिर मुरब्बे अथवा जूस के रूप में ले सकते हैं। ... .
भोजन के बाद तुलसी की कुछ पत्तियां चबाएं या फिर गर्म पानी में डालकर इसका सेवन करें।.
दूध की चाय के बजाय हर्बल चाय पिएं।.

पेट में ज्यादा Acid बनने से क्या होता है?

हालांकि गैस, अपच, एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्‍स की समस्‍या कभी भी पाचन तंत्र में होने वाली किसी भी गड़बड़ी के कारण हो सकती है. ज्‍यादा तेल-मसाले वाला खाना खाने, गरिष्‍ठ खाना खाने या भूख से ज्‍यादा खा लेने पर भी एसिडिटी या अपच हो जाती है, लेकिन कुछ खास लक्षण ऐसे हैं, जो प्रोलॉंग एसिड रिफ्लक्‍स की ओर इशारा करते हैं.

पेट में तेजाब बनने के क्या लक्षण होते हैं?

पहले ये जान लेते हैं कि पेट में तेजाब बनने के क्या लक्षण होते हैं। दरअसल, तेजाब बनने की समस्या होने के दौरान छाती, पेट या गले में दर्द और जलन, पेट फूलना या गैस बनना, खट्टी डकार का आना, कब्ज, मतली या उल्टी जैसा महसूस होना आदि लक्षण दिखते हैंपेट में बनने वाले तेजाब को दूर करने के लिए सौंफ का सेवन किया जा सकता है।

शरीर के अंदर तेजाब क्यों बनता है?

भोजन करने के बाद जब भोजन पेट के अंदर पाचन तंत्र में पहुंचता है, तब इस भोजन को पचाने के लिए एक एसिड बनता है। यह पेट में भोजन को पचाने का काम करता है। जब यह एसिड पेट में जरूरत से ज्यादा बनने लगे तो एसिडिटी हो जाती है। इससे पेट में जलन होने लगती है, जो छाती तक पहुंच जाती है।