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राम से बड़ा राम का नाम,राम का नाम ही आये काम| ये बात बिलकुल सही हैं, राम नाम एक कल्पतरु है और इस कल्पतरु का लाभ मिलता है, रामायण को पड़ने या सुनने से और घर के पूजा घर में रामायण रखने से ,रामायण जीवन के लिए संजीवनी है, ये लेख पढ़े और जाने रामायण से मिलने वाले लाभों को|
रामायण पढ़ने वाला इंसान हर संकट को सुलझाने की समझ व ताकत रखता है| रामायण के हर कांड की अलग महत्ता है, इसमे सात कांड हैं और हर कांड को पढने से कुछ विशेष लाभ मिलता है जो की इस तरह से हैं|
अगर आप सम्पूर्ण रामायण का पाठ नहीं कर पा रहे है तो आप रामायण की कोई भी चौपाई को दिन-रात और उठते-बैठते बोले ऐसा करने से आपको पूरी रामायण को पढने का लाभ मिलेगा| भारत की पहचान और सनातन धर्म का आधार हैं रामायण ये शाश्वत सत्य है की जिस घर में रामायण आदर के साथ रखी होती है उस घर में कभी भी कोई दुःख नहीं आता, दिन में रामायण का पाठ करने से घर में अन्न भंडार हमेशा भरे रहते है माँ लक्ष्मी स्थिर रहती है, शाम के समय रामायण का पथ करने से बीमारी दूर होती है आरोग्य बढता है, पूर्णिमा के दिन रामायण पढने से आकाल मृत्यु नहीं होती लम्बी आयु व निरोगी काया मिलती है तो फिर रोज रामायण पढ़े ओर जोर से बोले जय श्री राम, जय हनुमान | यह भी पढ़ें – चकला और बेलन प्रयोग करने के भी होते हैं [नियम] (Visited 4 times, 4 visits today) Post navigationAuthored by Parag sharma| नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: May 3, 2022, 1:30 AM महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के दोहे जीवन में ना सिर्फ आपको धर्म के रास्ते पर चलने की सीख देते हैं बल्कि जीवन के हर मोड़ पर आपको लाभ भी देते हैं। इस महाकाव्य में दशरथ नंदन श्रीराम और माता जानकी ही नहीं बल्कि सामाजिक जीवन को जीने के लिए संपूर्ण ज्ञान है। तुलसीदासजी ने मानव जीवन के कल्याण के लिए रामायण का पाठ बहुत जरूरी बताया है। रामायण के इन पाठ को करने से बहुत फायदे मिलते हैं। आइए आज हम आपको रामायण के कुछ बेहतरीन सूक्तियों के बारे में बताएंगे, जिनसे आपका कल्याण हो सके...
रामायण कब से पढ़ना चाहिए?रोज सुबह करना चाहिए इस मंत्र का जाप
एक श्लोकी रामायण का जाप रोज सुबह करना चाहिए। सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद घर के मंदिर में पूजा करें।
रोज रामायण पढ़ने से क्या लाभ होता है?रामायण का पाठ करने से घर में आरोग्य बढ़ता है, बीमारियां कम होती हैं। जिस घर में देशी घी का दीपक जलाकर रामायण की प्रतिदिन आरती होती है उस घर पर श्रीराम की कृपा सदैव रहती है। जिस घर में पूर्णिमा को प्रति माह रामायण का पाठ होता है। उस घर में अकाल मृत्यु नहीं होती है।
रामायण पढ़ने से पहले क्या बोलते हैं?ये है मंत्र
आदि राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्। वैदीहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीव संभाषणम्।। बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्। पश्चाद् रावण कुंभकर्ण हननम्, एतद्धि रामायणम्।।
रोज रामायण कैसे पढ़े?सर्वप्रथम एक चौरंग पर सुंदर वस्त्र बिछाकर भगवान की प्रतिमा स्थापित करें।. एक छोटा लाल रंग का कपड़ा रुमाल के साइज का चौरंग पर बिछाए यह हनुमान जी के लिए है। ... . गणेशजी की वंदना करें।" बंदाऊ गुरु पद कंज कृपा…. तत्पश्चात रामचरित मानस का पाठ प्रारंभ करें।. जहां तक आप पाठ कर सकते हैं करें। ... . विराम के बाद आरती करें श्री रामायण जी की ।. |