रावण ने महिलाओं के बारे में क्या कहा? - raavan ne mahilaon ke baare mein kya kaha?

रावण रामायण का एक प्रमुख पात्र है। रावण लंका का राजा था। रावण अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था। शास्त्रों के अनुसार रावण महापंडित एवं महाज्ञानी था। जिसे प्रत्येक बात का ज्ञान था। रावण इतना ज्ञानी था कि उसे पहले से ही अंदाजा लग जाता था कि आगे क्या होने वाला है। रावण अपने अन्य कई गुणों के कारण भी जाना जाता था। जिसके कारण उसकी प्रसंसा हुआ करती थी। भले ही रावण एक राक्षस था लेकिन माता सीता का अपहरण उसने अपनी मर्यादा में रहकर किया था। अपनी छाया तक सीता माता पर कभी पड़ने नहीं दी थी। लेकिन रावण की एक गलती थी कि रावण को अपने अमर होने और सोने की लंका का इतना घमंड होने लगा था कि खुद ही उसने अपना सर्वनाश कर लिया। लेकिन रावण ने महिलाओं के विषय में कुछ ऐसी बातें बताई थी कि जिन्हें जानकर आपके रोंगटे खड़े हो सकते हैं। महिलाओं के बारे में रावण द्वारा बताई गई बातें भी जानना आपके लिए बहुत जरुरी है तो आइए आप भी जानें रावण द्वारा महिलाओं के विषय में बताई गई बातों के बारे में।

1. स्त्री का लालच

रावण ने अपने प्राण त्यागने से पहले स्त्रियों के बारे में कहा था कि स्त्रियां बहुत ही ज्यादा मतलबी होती हैं। और वे अपना मतलब निकालने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। फिर चाहे आपको उसे धोखा भी क्यों ना देना पड़े। या किसी को रास्ते से ही क्यों ना हटना पड़े। या किसी को उन्हें अपनाना पड़े। ऐसे में स्त्रियां अपने लालच के चलते कुछ भी कर सकती हैं। स्त्रियां किसी भी लालच में बड़े ही आसानी से फंस जाती हैं और आपको भी फंसा सकती है।

2. अपनी बात से पलटना

रावण ने यह भी बताया था कि स्त्रियां अपनी बात से शीघ्र ही पलट जाती हैं। ऐसे में स्त्रियां कभी सत्य नहीं बोलती हैं। यही कारण है कि स्त्रियों के ऊपर काफी सोच-विचार कर भरोसा करना ही उचित है। ऐसे में स्त्रियां इधर की बात को उधर बहुत करती हैं। इस तरह से स्त्रियां लोगों के बीच लड़ाई-झगड़े भी करवा सकती हैं। ऐसे में कोर्ट-कचहरी के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं।

3. राज की बात उजागर करना

रावण ने प्राण त्यागने से पहले यह भी बताया था कि स्त्रियों के पेट में कोई भी राज छिप नहीं सकता है। भले ही आप स्त्रियों के कितने भी सगे-संबंधी क्यों ना हों। वो आपका भंडा कभी ना कभी फोड़ ही देगी। ऐसे में स्त्रियां गुप्त राज को आग की तरह फैला देती हैं। इसलिए कभी भी किसी भी स्त्री को अपनी गुप्त बातें नहीं बतानी चाहिए। अगर ऐसा किया जाए तो स्त्रियां हमारे विनाश का कारण भी बन सकती हैं। और ये बात बिलकुल सत्य है।

4. बहकावे में आना

रावण ने स्त्रियों के बारे में बताया था कि स्त्रियां किसी के भी बहकावे में बड़ी ही आसानी से आ जाती हैं। और किसी के भी जाल में फंस जाती हैं। फिर चाहें वो एक मर्द हो या फिर एक औरत। ऐसे में दूसरों की बातों में आकर स्त्रियां अपने ही घर का विनाश कर लेतीं हैं। स्त्रियां जब क्रोध में आती हैं तो वह सामने वाले को कभी नहीं छोड़ती। फिर चाहें वो उसका पति ही क्यों ना हो।

रावण ने औरतों के बारे में तीन बातें बताई गंदी है पर सच है जो आज सच लगती हैं

  • Religion

रावण ने महिलाओं के बारे में क्या कहा? - raavan ne mahilaon ke baare mein kya kaha?

रावण रामायण के प्रमुख पात्रों में से एक है। रावण लंका का राजा था। रावण अपने 10 सिरों के लिए भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार रावण एक महापंडित और महाजननी थे, जिन्हें हर चीज का ज्ञान था। रावण इतना ज्ञानी था कि उसे पहले ही अंदाजा हो गया था कि आगे क्या होने वाला है। रावण को उसके कई अन्य गुणों के लिए भी जाना जाता है जिसने उसकी प्रशंसा की। रावण एक राक्षस होते हुए भी अपनी सीमा के भीतर माता सीता का अपहरण कर लिया। सीता ने अपनी परछाई कभी अपनी मां पर नहीं पड़ने दी।

रावण ने महिलाओं के बारे में क्या कहा? - raavan ne mahilaon ke baare mein kya kaha?

लेकिन रावण की एक गलती यह थी कि रावण को अपनी अमरता और स्वर्ण लंका पर इतना गर्व था कि उसने खुद को नष्ट कर लिया। लेकिन रावण ने महिलाओं के बारे में कुछ ऐसी बाते कही जो आपके चेहरे को ठिठक कर खड़ा कर सकती है। रावण ने महिलाओं के बारे में क्या दिखाया है, यह आपके लिए जानना बेहद जरूरी है। तो आइए आपको बताते हैं रावण ने महिलाओं के बारे में क्या कहा।

औरत का लालच

रावण ने महिलाओं के बारे में क्या कहा? - raavan ne mahilaon ke baare mein kya kaha?

रावण ने अपनी जान देने से पहले महिलाओं के बारे में कहा था कि महिलाएं बहुत मतलबी होती हैं। उसे समझने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकता है, भले ही आपको उसके साथ विश्वासघात करना पड़े या किसी को उसके रास्ते से हटाना पड़े या उसे किसी को अपनाना पड़े। तेवा महिलाएं अपने लालच के लिए कुछ भी कर सकती हैं। महिलाएं किसी भी प्रलोभन का बहुत आसानी से शिकार हो जाती हैं और खुद को फंसा भी सकती हैं।

अपने वचन पर वापस जाओ
रावण ने यह भी कहा कि महिलाएं अपनी बातों से बहुत जल्दी मुंह मोड़ लेती हैं। महिलाएं कभी सच नहीं बोलतीं। इसलिए महिलाओं पर इतनी समझदारी से भरोसा किया जाना चाहिए। इसमें महिलाएं इधर-उधर खूब बातें करती हैं। इस प्रकार की महिलाएं लोगों के बीच झगड़े का कारण भी बन सकती हैं। आपको कोर्ट ऑफिस भी जाना होगा।

अपने पेट में राज न रखें

रावण ने महिलाओं के बारे में क्या कहा? - raavan ne mahilaon ke baare mein kya kaha?

रावण ने यह भी कहा कि स्त्री के पेट में कोई रहस्य नहीं छुपाया जा सकता, भले ही आप किसी महिला से संबंधित न हों। वे किसी भी समय आपके रहस्य का खुलासा कर सकते हैं। इसमें महिलाएं आग की तरह रहस्य फैलाती हैं, इसलिए कोई भी महिला कभी भी अपने रहस्यों को उजागर न करे। अगर ऐसा किया जाता है तो महिलाएं हमारे विनाश का कारण बन सकती हैं और यह बिल्कुल सच है।

किसी के जाल में फँसा
रावण ने महिलाओं के बारे में कहा कि महिलाएं किसी भी व्यक्ति के जाल में बहुत आसानी से पड़ जाती हैं, चाहे वह पुरुष हो या महिला। तेवा में महिलाएं दूसरों की बातों में आकर अपना ही घर तबाह कर देती हैं। जब एक महिला को गुस्सा आता है तो वह दूसरे व्यक्ति को कभी नहीं छोड़ती है, तो उसका पति क्यों नहीं।

रावण ने स्त्रियों के बारे में क्या कहा था?

रावण ने स्त्रियों के बारे में बताया था कि स्त्रियां किसी के भी बहकावे में बड़ी ही आसानी से आ जाती हैं। और किसी के भी जाल में फंस जाती हैं। फिर चाहें वो एक मर्द हो या फिर एक औरत। ऐसे में दूसरों की बातों में आकर स्त्रियां अपने ही घर का विनाश कर लेतीं हैं।

स्त्री में कौन कौन से अवगुण होते हैं?

साहस अनृत चपलता माया। * स्त्रियां बहुत साहसी होती हैं इसलिए वह बहुत बार ऐसे काम कर जाती हैं जिससे बाद में उन्हें और उनके परिवार को पछताना पड़ता है। वह यह बात भली भांति नहीं जानती की कब और कैसे अपने साहस का प्रयोग करें। साहस दु:साहस में परिवर्तित हो जाए तो वह नुकसानदायक होता है।

रावण की तीन बातें कौन कौन सी है?

रावण सारस्वत कुल का ब्राह्मण होने के साथ- साथ , परम शिव भक्त, उद्भट राजनीतिज्ञ , महापराक्रमी योद्धा , अत्यन्त बलशाली , शास्त्रों का प्रखर ज्ञाता ,प्रकान्ड विद्वान पंडित एवं महाज्ञानी था। उसने सोने की लंका बनवायी थी जो स्वर्णनगरी कहलायी।

रावण की 10 बातें कौन सी है?

रावण एक कुशल राजनीतिज्ञ, सेनापति और वास्तुकला का मर्मज्ञ होने के साथ-साथ ब्रह्म ज्ञानी तथा बहु-विद्याओं का जानकार था। उसे मायावी इसलिए कहा जाता था कि वह इंद्रजाल, तंत्र, सम्मोहन और तरह-तरह के जादू जानता था। उसके पास एक ऐसा विमान था, जो अन्य किसी के पास नहीं था। इस सभी के कारण सभी उससे भयभीत रहते थे।