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Acceleration kya hai in hindi:- दोस्तों, मेरी वेबसाइट में आपका स्वागत है, मैंने इस पोस्ट में त्वरण क्या है? इसका सूत्र, मात्रक व प्रकार के बारे में पूरी जानकारी दी है। यदि आप जानकारी पाना चाहते हो तो पोस्ट को पूरा पढ़िए। त्वरण क्या है?“किसी गतिमान वस्तु के समय के साथ वेग-परिवर्तन की दर को त्वरण (Acceleration) कहते हैं।” Table of Contents
त्वरण एक सदिश राशि है, इसे अंग्रेजी के छोटे अक्षर ‘a’ द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। त्वरण का सूत्र क्या हैकिसी वस्तु का त्वरण वेग-परिवर्तन के समानुपाती तथा समयान्तराल के व्युत्क्रमानुपाती होता है। इन्हें भी पढ़ें:- टिन के बारे में त्वरण = वेग-परिवर्तन/समयान्तराल a = v-u/t जहां, इन्हें भी पढ़ें:- प्रतिबल क्या है? प्रतिबल के प्रकार त्वरण का मात्रकइसका मात्रक एम.के.एस. पद्धति में मीटर/वर्ग सेकण्ड होता है। तथा सी.जी.एस. पद्धति में सेमी/वर्ग सेकण्ड होता है। त्वरण के प्रकारयह निम्न प्रकार के होते हैं- 1.असमान त्वरणयदि किसी वस्तु के वेग में परिवर्तन एकसमान समयान्तरालों के लिए अलग-अलग हो, तो वस्तु का त्वरण असमान त्वरण (Non-uniform Acceleration) कहलाता है। इन्हें भी पढ़ें:- गुप्त ऊष्मा क्या है? 2.एकसमान त्वरणयदि किसी वस्तु के वेग में समान समयान्तरालों में समान वेग परिवर्तन हो रहा हो, तो वस्तु का त्वरण एकसमान त्वरण (Uniform Acceleration) कहलाता है। 3.ऋणात्मक और धनात्मक त्वरणयदि किसी वस्तु का परिमाण समय के साथ घटता है, तो उसे वस्तु का ऋणात्मक त्वरण कहते हैं। और जब किसी वस्तु का परिमाण समय के साथ बढ़ता है, तो उसे वस्तु का धनात्मक त्वरण कहते हैं। कुछ उदाहरण1.यदि एक बस 40 किमी/घण्टा की चाल से त्वरित होती है। और 100 किमी/घण्टा की गति को 6 सेकण्ड में प्राप्त करती है, तो उसका त्वरण ज्ञात कीजिए। इन्हें भी पढ़ें:- सायनाइडिंग क्या है? हल:- सबसे पहले किमी/घण्टा को मीटर/सेकण्ड में बदलेंगे। प्रारम्भिक वेग (u) = 40 किमी/घण्टा = 40×1000/60×60 = 11.11 मीटर/सेकण्ड इन्हें भी पढ़ें:- अभिकेंद्र बल किसे कहते हैं? | अभिकेंद्र बल के उदाहरण अंतिम वेग (v) = 100 किमी/घण्टा = 100×1000/60×60 =27.77 मीटर/सेकण्ड समय (t) = 6 सेकण्ड त्वरण (a) = ? इन्हें भी पढ़ें:- मैक्सवेल का कॉर्क-स्क्रू नियम अब त्वरण का सूत्र a =v-u/t इस सूत्र में मान रखने पर त्वरण (a) = 27.77-11.11/6 = 2.77 मीटर/वर्ग सेकण्ड त्वरण का SI मात्रक क्या हैकिसी पिंड का त्वरण कब शून्य होता हैजब पिंड का प्रारम्भिक तथा अंतिम वेग बराबर हो, तब उस समय पिंड में उत्पन्न त्वरण शून्य होता है। मंदन किस प्रकार के त्वरण को कहते हैं?मंदन ऋणात्मक त्वरण को कहते हैं। दोस्तों, यदि आपको त्वरण क्या है? पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट व शेयर करें। इन्हें भी पढ़ें:- ऊष्मा धारिता किसे कहते हैं? इन्हें भी पढ़ें:-
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Post navigationप्रस्तुत अध्याय के अंतर्गत त्वरण के बारे में पूर्ण अध्ययन किया जाएगा। जैसे – त्वरण किसे कहते हैं, तोरण का सूत्र, मात्रक, गुरुत्वीय त्वरण, त्वरण के प्रकार आदि का विस्तारपूर्वक उदाहरण सहित अध्ययन करेंगे। त्वरणकिसी गतिशील वस्तु का वेग किसी समय अधिक होता है एवं किसी समय कम होता है। अर्थात वस्तु का वेग स्थिर नहीं रहता है। अतः वस्तु के वेग में परिवर्तन होता रहता है। ” किसी गतिशील वस्तु के समय के सापेक्ष वेग परिवर्तन को त्वरण (acceleration in Hindi) कहते हैं। “ त्वरण में परिमाण के साथ दिशा भी होती है इसलिए यह एक सदिश राशि है। इसकी दिशा वही होती है जो वस्तु के वेग परिवर्तन की होती है। त्वरण के प्रकारत्वरण गतिशील वस्तुओं में अनेक प्रकार से होता है जो निम्न प्रकार है – 1. एकसमान त्वरणयदि किसी गतिशील वस्तु का वेग, समान समय अंतरालों में समान होता है तो वस्तु में उत्पन्न त्वरण को एकसमान त्वरण कहते हैं। 2. परिवर्ती अथवा असमान त्वरणयदि किसी गतिशील वस्तु का वेग समान समयांतरालों में भिन्न-भिन्न होता है तो वस्तु में उत्पन्न त्वरण को असमान अथवा परिवर्ती त्वरण कहते हैं। 3. औसत त्वरणकिसी गतिशील वस्तु के वेग में हुए कुल परिवर्तन एवं इसमें लगे कुल समय के अनुपात को औसत त्वरण कहते हैं। 4. तात्क्षणिक त्वरणकिसी क्षण पर गतिशील वस्तु के त्वरण को उसका तात्क्षणिक त्वरण कहते हैं। पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi धनात्मक तथा ऋणात्मक त्वरणयदि किसी गतिशील वस्तु का वेग समय के साथ बढ़ता है तो उत्पन्न त्वरण को धनात्मक त्वरण कहते हैं। ऋणात्मक त्वरण क्या होता है?मंदन/ऋणात्मक त्वरण : जब निकाय का त्वरण वेग की विपरित दिशा में होता है, तो अवत्वरण कहलाता है । यह निकाय का एक ऋणात्मक त्वरण है।
धनात्मक तथा ऋणात्मक त्वरण क्या है?ऋणात्मक संख्याएं
धनात्मक और ऋणात्मक दोनों संख्याओं के परिमाण और दिशा दोनों होते हैं। ऋणात्मक संख्याएं परिमाण और क्रम के बीच ग़लतफहमी उत्पन्न कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, –4 पारंपरिक रूप से –1 से कम होता है, इसके बावजूद कि –4 का परिमाण –1 से अधिक दिखाई देता है। उस समय की सोचें जब आप ऋणात्मक संख्याएं सीख रहे थे।
ऋणात्मक त्वरण का दूसरा नाम क्या है?किसी वस्तु के वेग मे परिवर्तन की दर को त्वरण (Acceleration) कहते हैं। इसका मात्रक मीटर प्रति सेकेण्ड2 होता है तथा यह एक सदिश राशि हैं। = (३० m/s - १० m/s) / १० सेकेण्ड = २ मीटर प्रति सेकेण्ड2 होगा। किसी वस्तु विशेष द्वारा बदला गया वेग ही त्वरण Acceleration कहलाता है।
त्वरण को ऋणात्मक कब लिया जाता है?यदि एक वस्तु का वेग प्रारंभिक वेग u से t समय में बदलकर हो जाता है, तो त्वरण निम्न होगा। के साथ गतिमान है ।
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