सबसे ज्यादा प्रदूषित गैस कौन सी है? - sabase jyaada pradooshit gais kaun see hai?

सबसे ज़्यादा प्रदूषित गैस कौन सी है?...


सबसे ज्यादा प्रदूषित गैस कौन सी है? - sabase jyaada pradooshit gais kaun see hai?

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सबसे ज्यादा प्रदूषित गैस वातावरण के हिसाब से कार्बन मोनोऑक्साइड है जो कि वातावरण को सबसे ज्यादा प्रदूषित करती है धन्यवाद

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सबसे ज्यादा प्रदूषित गैस कौन सी है? - sabase jyaada pradooshit gais kaun see hai?

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सबसे ज्यादा घातक है कार्बन मोनोआक्साइड

जागरण संवाददाता, नोएडा : धुआं, धूल व विषैली गैसें वातावरण में मिलकर लगातार हवा को प्रदूषित कर रही

जागरण संवाददाता, नोएडा :

धुआं, धूल व विषैली गैसें वातावरण में मिलकर लगातार हवा को प्रदूषित कर रही हैं। इसमें पेट्रोल, डीजल व मिंट्टी तेल दहन का योगदान सबसे ज्यादा है। इसके साथ ही, खुले में किया गया मल त्याग, खुले पड़े नाले, मृत जानवरों के शरीर आदि भी हवा को दूषित करते हैं। आज हालात इतने बदतर हो चले है कि खुले में घूमना तो दूर घर में भी लोग मास्क लगाकर रहने को मजबूर हैं। इसे लेकर प्रशासन की ओर से कई सार्थक प्रयास भी किए जा रहे हैं, बावजूद इसके नतीजा सिफर मालूम हो रहा है।

दरअसल प्रशासन प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शहरी क्षेत्रों पर ही ज्यादा ध्यान देता है। गांव में इसे लेकर ज्यादा प्रयास नहीं किए जाते हैं। जबकि गांव में पराली व कंडे जलाने से भी वायु प्रदूषण की मात्रा में लगातार इजाफा हो रहा है। वायु प्रदूषण श्वांस व हृदय रोगियों के लिए हृदयाघात का कारण बन सकता है।

इसी प्रकार दीपावली के दिनों में पटाखों से निकलने वाली घातक कार्बन मोनोआक्साइड फेफड़ों को संक्रमित कर सकती है, जो मौत का कारण भी बन सकता है। वायु को प्रदूषित करने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार, कार्बन मोनोआक्साइड, कार्बन डाइआक्साइड, सल्फर नाइट्रेट एवं नाइट्रोजन आक्साइड इत्यादि गैसें हैं। अगर यह गैस श्वास रोग से पीड़ित व्यक्ति के श्वास नली में प्रवेश कर जाएं तो उसकी मौत भी हो सकती है। इसमें कार्बन मोनोआक्साइड सर्वाधिक खतरनाक है। अंगीठी के जलने पर भी यही गैस निकलती है, जिसकी वजह से बंद कमरे में अंगीठी जलाने वालों की मौत की खबरें अक्सर आती रहती हैं। इसी प्रकार यह गैस यदि किसी हृदयरोग से पीड़ित व्यक्ति के हृदय में प्रवेश कर जाएं तो वह ब्लड में घुल जाती हैं, इससे जब हृदय से पंप होकर ब्लड शरीर के दूसरे हिस्सों में जाता है तो यह गैस उसके साथ पूरे शरीर में फैल जाती है और शरीर में आक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। ऐसी स्थिति में हृदयाघात से मौत भी हो सकती है।

-धुआं, धूल व हानिकारक गैस वायु में जहर घोल रही है। इससे हृदयाघात हो सकता है और रोगी की मौत भी हो सकती है। इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए जल्द ही प्रभावी प्रयास करने होंगे।

-डॉ. डीएस गंभीर, हृदय रोग विशेषज्ञ कैलाश अस्पताल।

वायु प्रदूषित होने से श्वास रोगियों की सांस फूलना, खांसी आना, बलगम का बढ़ना, आक्सीजन की कमी होना, फेफड़ों में संक्रमण आदि शिकायतें हो सकती हैं। इस समय प्रदूषण से बच्चे बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। अगर इन गैसों की ज्यादा मात्रा शरीर में प्रवेश कर जाएं तो रोगी की मौत हो सकती है।

-डॉ. एसपी शर्मा, शिशुरोग विशेषज्ञ

-वायु प्रदूषण से बचने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। यहां सबसे ज्यादा प्रदूषण निर्माण कार्यो की वजह से उड़ने वाली धूल की वजह से है। यहां हरे पौधे तो बहुत लगाए जाते हैं, लेकिन सभी धूल से सने पड़े रहते हैं। उनकी देखभाल नहीं की जाती।

-अनूप खन्ना, सामाजिक कार्यकर्ता

-यहां बिल्डर सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं। उनकी साइटों पर ग्रीन कार्टन नहीं लगाया जाता, धूल पर पानी भी नहीं मारते। ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण हो, लोग सार्वजनिक वाहन, पैदल, साइकिल व दोपहिया को तवज्जो दें। सभी के एकजुट होने से प्रदूषण कम होगा

-एनपी सिंह, अध्यक्ष फोनरवा।

-लोगों को चाहिए कि प्रदूषण से बचने के लिए अपने स्तर से सतर्क रहें। चश्मा व मास्क लगाकर चलें। धूल, धुएं जहरीली गैसों से बचने के लिए पौधारोपण करें।

-महेश अवाना।

सबसे ज्यादा प्रदूषण कौन सी गैस से होता है?

पूरी दुनिया में 15% से अधिक सल्फर डाईऑक्साइड का उत्सर्जन भारत करता है. सल्फर डाईऑक्साइड का उत्सर्जन वायु प्रदूषण की सबसे बड़े कारणों में से एक है.

सबसे खतरनाक गैस कौन सा है?

पर्यावरण के लिए सबसे खतरनाक गैसों में कार्बन मोनोऑक्साइड प्रमुख है. इसकी ज्यादा मौजूदगी किसी इंसान की जिंदगी भी खत्म कर सकती है. हमारे घरों के अंदर भी कम मात्रा में इस गैस की मौजूदगी होती है.

सबसे खतरनाक प्रदूषण क्या है?

दुनिया में सबसे खतरनाक प्रदूषण पॉलिथीन का है जो सभी देशों के माध्यम से भूमि पर तो फेल ही रहा है साथ ही समुद्र में फेल कर समुद्री जीव और वनस्पतियों को भी खत्म कर रहा है तथा पॉलीथिन का कोई उपचार भी नहीं है।