सबसे पहले जिला कौन सा बना था? - sabase pahale jila kaun sa bana tha?

रायपुर। जैसे जैसे छत्तीसगढ़ में जिलों का नवगठित कार्यक्रम चलता जा रहा है , वैसे ही लोगों में ये जानने की जिज्ञासा बढ़ रही है की कौस सा जिला कब बना ?कौन सा जिला सबसे पहले बना ? और कौन सा जिला सबसे बड़ा और छोटा है ? सबसे पहल ये जानते हैं की कौनसा जिला छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला है। जनसंख्या की दृष्टि से देखें तो छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला राजधानी रायपुर को मन गया है। जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला सरगुजा है। राज्य का क्षेत्रफल एवं जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा जिला गौरेला-पेंड्रा-मारवाही है। लेकिन ये उत्तर यहीं ख़तम नहीं होता। रायपुर को सबसे बड़ा जिला इसलिए माना गया है क्यों की, 2011 के जनगणना के अनुसार रायपुर की जनसंख्या 40 लाख से अधिक है। जो उसे छत्तीसगढ़ का जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला बनाता है। 2011 के जनगणना के अनुसार राज्य का सबसे छोटा जिला अब गौरेला-पेंड्रा-मारवाही मन गया था। नए जिले की जनसंख्या जिले की 3 लाख 36 हजार 420 है जो राज्य के सभी 32 जिलों में सबसे कम हैं।

राजस्थान का सामान्य परिचय राजस्थान की सीमा राजस्थान के जिले व संभाग राजस्थान के प्रतीक चिन्ह राजस्थान की जलवायु राजस्थान के भौतिक विभाग राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के भौगोलिक नाम राजस्थान की झीले राजस्थान की नदियां(बंगाल की खाड़ी तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(अरब सागर तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(आंतरिक प्रवाह तंत्र की नदियां) राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएँ प्राचीन सभ्यताऐं राजस्थान का इतिहास जानने के स्त्रोत गुर्जर प्रतिहार वंश राजपूत युग आमेर का कछवाह वंश सांभर का चौहान वंश मारवाड का राठौड वंश बीकानेर का राठौड़ वंश 1857 की क्रान्ति राजस्थान में किसान तथा आदिवासी आन्दोलन राजस्थान में प्रजामण्डल राजस्थान का एकीकरण राजस्थान जनगणना व साक्षरता - 2011 राजस्थान में वन वन्य जीव अभ्यारण्य राजस्थान में कृषि पशु सम्पदा खनिज संसाधन राजस्थान में ऊर्जा विकास राजस्थान में औद्योगिक विकास राजस्थान में वित्तीय संगठन राजस्थान में पर्यटन विकास राजस्थान में लोक देवता राजस्थान में लोक देवियां राजस्थान में सम्प्रदाय राजस्थान में त्यौहार राजस्थान के मेले राजस्थान में प्रचलित रीति -रिवाज & प्रथाएं आभूषण और वेशभूषा राजस्थान की जनजातियां राजस्थान के दुर्ग भारत की प्रमुख संगीत गायन शैलियां राजस्थान में नृत्य राजस्थान में लोकनाट्य वाद्य यंत्र प्रमुख वादक राजस्थान की चित्र शैलियां लोक कलाएं राजस्थान के लोकगीत राजस्थान में हस्तकला छतरियां , महल &हवेलियां राजस्थान के प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल राजस्थानी भाषा एवं बोलियां राजस्थान में परिवहन राजस्थान की प्रमुख योजनाएं राजस्थान की मिट्टियाँ शिक्षा राजस्थान मंत्रिमंडल और मंत्रियों के विभाग राजस्थान में पंचायती राज व्यवस्था लोकसभा चुनाव-2019 राजस्थान राज्य से राज्यसभा सदस्य राजस्‍थान लोक सेवा आयोग राजस्थान के महत्वपूर्ण पदाधिकारी आर्थिक समीक्षा 2019-20 राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व राजस्थान इतिहास की प्रसिद्ध महिला व्यक्तित्व ब्रिटिश शासन के दौरान प्रेस और पत्रकारिता मुख्यमंत्री राज्य मंत्रिपरिषद् राज्यपाल राज्य विधान मंडल उच्च न्यायालय राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग राजस्थान राज्य महिला आयोग राजस्‍व मण्‍डल राजस्‍थान राजस्थान में लोकायुक्त राजस्थानी शब्दावली राजस्थान बजट 2022-23 स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गठित संगठन महाजनपद काल में राजस्थान एक जिला एक उत्पाद में चिन्हित प्रोडक्ट्स की सूची

राजस्थान जी.के.

राजस्थान का सामान्य परिचय राजस्थान की सीमा राजस्थान के जिले व संभाग राजस्थान के प्रतीक चिन्ह राजस्थान की जलवायु राजस्थान के भौतिक विभाग राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के भौगोलिक नाम राजस्थान की झीले राजस्थान की नदियां(बंगाल की खाड़ी तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(अरब सागर तंत्र की नदियां) राजस्थान की नदियां(आंतरिक प्रवाह तंत्र की नदियां) राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएँ प्राचीन सभ्यताऐं राजस्थान का इतिहास जानने के स्त्रोत गुर्जर प्रतिहार वंश राजपूत युग आमेर का कछवाह वंश सांभर का चौहान वंश मारवाड का राठौड वंश बीकानेर का राठौड़ वंश 1857 की क्रान्ति राजस्थान में किसान तथा आदिवासी आन्दोलन राजस्थान में प्रजामण्डल राजस्थान का एकीकरण राजस्थान जनगणना व साक्षरता - 2011 राजस्थान में वन वन्य जीव अभ्यारण्य राजस्थान में कृषि पशु सम्पदा खनिज संसाधन राजस्थान में ऊर्जा विकास राजस्थान में औद्योगिक विकास राजस्थान में वित्तीय संगठन राजस्थान में पर्यटन विकास राजस्थान में लोक देवता राजस्थान में लोक देवियां राजस्थान में सम्प्रदाय राजस्थान में त्यौहार राजस्थान के मेले राजस्थान में प्रचलित रीति -रिवाज & प्रथाएं आभूषण और वेशभूषा राजस्थान की जनजातियां राजस्थान के दुर्ग भारत की प्रमुख संगीत गायन शैलियां राजस्थान में नृत्य राजस्थान में लोकनाट्य वाद्य यंत्र प्रमुख वादक राजस्थान की चित्र शैलियां लोक कलाएं राजस्थान के लोकगीत राजस्थान में हस्तकला छतरियां , महल &हवेलियां राजस्थान के प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल राजस्थानी भाषा एवं बोलियां राजस्थान में परिवहन राजस्थान की प्रमुख योजनाएं राजस्थान की मिट्टियाँ शिक्षा राजस्थान मंत्रिमंडल और मंत्रियों के विभाग राजस्थान में पंचायती राज व्यवस्था लोकसभा चुनाव-2019 राजस्थान राज्य से राज्यसभा सदस्य राजस्‍थान लोक सेवा आयोग राजस्थान के महत्वपूर्ण पदाधिकारी आर्थिक समीक्षा 2019-20 राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व राजस्थान इतिहास की प्रसिद्ध महिला व्यक्तित्व ब्रिटिश शासन के दौरान प्रेस और पत्रकारिता मुख्यमंत्री राज्य मंत्रिपरिषद् राज्यपाल राज्य विधान मंडल उच्च न्यायालय राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग राजस्थान राज्य महिला आयोग राजस्‍व मण्‍डल राजस्‍थान राजस्थान में लोकायुक्त राजस्थानी शब्दावली राजस्थान बजट 2022-23 स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान गठित संगठन महाजनपद काल में राजस्थान एक जिला एक उत्पाद में चिन्हित प्रोडक्ट्स की सूची

राजस्थान के जिले

राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंम्बर 1956 को आया। इस समय राजस्थान में कुल 26 जिले थे।

26 वां जिला-अजमेर-1 नवंम्बर, 1956

27 वां जिला-धौलपुर-15 अप्रैल, 1982, यह भरतपुर से अलग होकर नया जिला बना।

28 वां जिला- बांरा-10 अप्रैल, 1991, यह कोटा से अलग होकर नया जिला बना।

29 वां जिला-दौसा-10 अप्रैल,1991, यह जयपुर से अलग होकर नया जिला बना।

30 वां जिला- राजसंमद-10 अप्रैल, 1991, यह उदयपुर से अलग होकर नया जिला बना।

31 वां जिला-हनुमानगढ़-12 जुलाई, 1994, यह श्री गंगानगर से अलग होकर नया जिला बना।

32 वां जिला -करौली 19 जुलाई, 1997, यह सवाई माधोपुर से अलग होकर नया जिला बना।

33 वां जिला-प्रतापगढ़-26 जनवरी,2008, यह तीन जिलों से अलग होकर नया जिला बना।

  1. चित्तौडगढ़- छोटी सादडी, आरनोद,प्रतापगढ़ तहसील
  2. उदयपुर-धारियाबाद तहसील
  3. बांसवाडा- पीपलखुट तहसील

प्रतापगढ जिला परमेशचन्द कमेटी की सिफारिश पर बनाया गया।प्रतापगढ जिले ने अपना कार्य 1 अप्रैल, 2008 से शुरू किया। प्रतापगढ़ को प्राचीन काल में कांठल व देवला/देवलीया के नाम से जाना जाता था।

तथ्य

कांठल का ताजमहल - काका साहब की दरगाह।

कांठल की गंगा - माही नदी।

राजस्थान का सबसे बड़ा जिला - जैसलमेर(38401 वर्ग किमी.)।

जैसलमेर भारत का तीसरा सबसे बड़ा जिला है। सबसे बड़ा जिला गुजरात का कच्छ(45,612 वर्ग किमी.) जिला है। दुसरा सबसे बड़ा जिला जम्मू-कश्मीर का लेह जिला है।

राजस्थान का सबसे छोटा जिला - धौलपुर(3033 वर्ग किमी.)।

जैसलमेर, धौलपुर से 12.66 गुणा बड़ा है।

भारत का सबसे छोटा जिला पांडुचेरी का माहे(9 वर्ग किमी.) जिला है।

2011 की जनगणना की दृष्टि से जयपुर(66.26 लाख) सबसे बड़ा जिला है। वहीं जैसलमेर(6.69 लाख) सबसे छोटा जिला है।

राजस्थान के जिलों की आकृतियां

  • सीकर - प्यालाकार/अर्द्धचंद्राकार
  • जैसलमेर - अनियमित बहुभुज
  • जोधपुर - आॅस्ट्रेलिया/मयूराकार
  • बाड़मेर - अलगभ भारत जैसा
  • दौसा - धनुषाकार
  • करौली - बतखाकार
  • टोंक - पतंगाकार/चतुर्भुजाकार
  • अजमेर - त्रिभुजाकार
  • भीलवाड़ा - लगभग आयताकार
  • चित्तौड़ - घोड़ की नाल सदृश्य

तथ्य

राजस्थान का गंगानगर शहर पहले एक बड़ा गांव हुआ करता था रामगनगर।

राजस्थान का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला जैसलमेर(38401 वर्ग कि.मी.) है जो भारत का तीसरा बड़ा जिला है( प्रथम- कच्छ, द्वितीय- लदाख या लेह ) तथा सबसे छोटा जिला धोलपुर(3033 किमी.) है।

जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला जयपुर(66.63 लाख) एवं सबसे छोटा जिला जैसलमेर(6.72 लाख) है।

राज्य का सबसे बड़ा नगर जयपुर एवं सबसे छोटा नगर बोरखेड़ा(बांसवाड़ा) है।

राजस्थान के जैसलमेर जिले को सात दिशाओं वाले बहुभुज की संज्ञा दि है।

राजस्थान के सीकर जिले की आकृति अर्द्धचन्द्र या प्याले के समान है।

राजस्थान के टोंक जिले की आकृति पतंगाकार मानी गई है।

राजस्थान के अजमेर जिले की आकृति त्रिभुजाकार मानी गई है।

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले की आकृति घोड़े के नाल के समान है।

राजस्थान के दो जिले खंण्डित जिले हैं-1. अजमेर - टाॅडगढ़ 2. चित्तौड़गढ़ - रावतभाटा

राजस्थान के संभाग

देश को बेहतर ढंग से चलाने के लिए और व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के लिए देश को राज्यों में बांटा जाता है। फिर राज्यों को जिलों में बांटा जाता है। राजस्थान में राज्य और जिलों के बिच संभाग है। कई जिलों को जोड़ कर संभाग बनाया जाता है।

राजस्थान में वर्तमान में 7 संभाग हैं।

  1. जयपुर संभाग- जयपुर, दौसा, सीकर, अलवर, झुंझुनू
  2. जोधपुर संभाग- जोधपुर, जालौर, पाली, बाड़मेर, सिरोही, जैसलमेर
  3. भरतपुर संभाग- भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर
  4. अजमेर संभाग- अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, नागौर
  5. कोटा संभाग- कोटा, बुंदी, बांरा, झालावाड़
  6. बीकानेर संभाग- बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू
  7. उदयपुर संभाग- उदयपुर, राजसंमद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा,चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़
सबसे पहले जिला कौन सा बना था? - sabase pahale jila kaun sa bana tha?

राजस्थान में संभागीय व्यवस्था की शुरूआत 1949 में हीरालाल शास्त्री सरकार द्वारा की गई।अप्रैल, 1962 में मोहनलाल सुखाडि़या सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया। 15 जनवरी, 1987 में हरि देव जोशी सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था की शुरूआत दुबारा की गई।

1987 में राजस्थान का छठा संभाग अजमेर को बनाया गया।यह जयपुर संभाग से अलग होकर नया संभाग बना। 4 जुन, 2005 को राजस्थान का 7 वां संभाग भरतपुर को बनाया गया।

तथ्य

राज्य के प्रथम मनोनीत मुख्यमंत्री - हिरा लाल शाश्त्री (1949-1951)।

राजस्थान के पहले आम चुनाव कब हुए - जनवरी 1952 ।

पहले आम चुनाव में विधानसभा में कितनी सीटे थी -160 सीटे थी ।

विधान सभा की पहली बैठक कब और कहाँ हुई - 29 मार्च 1952 को सवाई मानसिंह टाउन हाल में ।

प्रथम राजस्थान विधान सभा (1952-1957) का उद्घाटन 31 मार्च 1952 को हुआ।

राज्य के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री - टिकाराम पालीवाल (1952)।

सर्वाधिक मुख्यमंत्री रहने का रिकोर्ड - मोहनलाल सुखाडिया (17 वर्ष ) ।

आधुनिक राजस्थान का निर्माता - मोहनलाल सुखाडिया ।

सबसे कम अवधि तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता - हीरालाल देवपुरा (16 दिन )।

राजस्थान में अनुसूचित जाती के पहले मुख्यमंत्री - जगन्नाथ पहाड़िया (भुसावर -भरतपुर )।

नया विधान सभा भवन कब बनाया गया - 2001 में ।

इसमें किन स्थानों के पत्थरो का उपयोग किया गया है - जोधपुर और करोली के पत्थरों का । राजस्थान के उस महाराजा का नाम बताओ जो स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी राजप्रमुख रहा - सवाई मानसिंह (1949-1956)।

जयपुर

जिले - जयपुर, दौसा, सीकर, अलवर, झुंझुनूं(5 जिले - Trick : जय दोसी अंझू की)

क्षेत्रफल - 36,615 वर्ग किमी.

  1. सर्वाधिक जनसंख्या
  2. सर्वाधिक घनत्व
  3. सर्वाधिक अनुसूचति जाति प्रतिशत जनसंख्या
  4. सर्वाधिक साक्षरता - 72.99

जोधपुर

जिले - जोधपुर , बाड़मेर, पाली, जालौर, सिरोही, जैसलमेर(6 जिले - Trick : जद बाप जासी जैसलमेर)

क्षेत्रफल - 1,17,800 वर्ग किमी.

  1. सर्वाधिक क्षेत्रफल
  2. सर्वाधिक दशकीय वृद्धि दर
  3. सबसे कम साक्षरता - 59.57
  4. सर्वाधिक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा
  5. अन्तर्राष्ट्रीय/अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में बड़ा
  6. अन्तर्राष्ट्रीय/अन्तर्राज्जीय सीमा से दुर सम्भागीय मुख्यालय

बीकानेर

जिले - बीकानेर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़(4 जिले - Trick : बीका जी चंगा है)

क्षेत्रफल - 64,708 वर्ग किमी.

  1. सर्वाधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या
  2. न्युनतम अन्तर्राष्ट्रीय सीमा
  3. अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक संम्भागीय मुख्यालय
  4. अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा संभाग
  5. सबसे कम नदियों वाला संभाग(बीकानेर व चुरू जिले में कोई नदी नहीं बहती है)

अजमेर

जिले - अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, टोंक(4 जिले - Trick : अभी नाटो)

क्षेत्रफल - 43,848 वर्ग किमी.

  1. राजस्थान का मध्यवर्ती संभाग
  2. न्युनतम अन्तर्राज्जीय सीमा
  3. सभी 6 संभागों की सीमा से लगने वाला संभाग

उदयपुर

जिले - उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़(6 जिले - Trick : उचित राजा का डुबा प्रताप)

क्षेत्रफल - 36, 942 वर्ग किमी.

  1. सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति
  2. सर्वाधिक लिंगानुपात
  3. सर्वाधिक अन्तर्राज्जीय सीमा
  4. दो बार अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाला संभाग

कोटा

जिले - कोटा, झालावाड़, बारां, बूंदी(4 जिले - Trick : कोझा बाबू)

क्षेत्रफल - 24,204 वर्ग किमी.

  1. न्यूनतम जनसंख्या
  2. सर्वाधिक नदियों वाला संभाग(नदियों वाला जिला- चित्तौड़गढ़)

भरतपुर

जिले - भरतपुर, सवाई माधोपुर, करौली, धाौलपुर(4 जिले - Trick : भर मां की धोक)

क्षेत्रफल - 18,122 वर्ग किमी.

4 जुन, 2005 को राजस्थान का 7 वां संभाग भरतपुर को बनाया गया।

भरतपुर संभाग दो संभागों से अलग होकर बना जो निम्न है।

जयपुर संभाग से भरतपुर व धौलपुर लिये गये तथा कोटा संभाग से सवाई माधोपुर व करौली लिये गये।

  1. अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा
  2. अन्तर्राज्जीय सीमा के नजदीक संभागीय मुख्यालय

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाले संभाग- बीकानेर व जोधपुर

सर्वाधिक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाला संभाग- जोधपुर

न्युनतम अन्तर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाला संभाग-बीकानेर

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक संम्भागीय मुख्यालय-बीकानेर

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से दुर सम्भागीय मुख्यालय -जोधपुर

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर क्षेत्रफल में बड़ा संभाग- जोधपुर

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा संभाग- बीकानेर

अन्तर्राज्जीय सीमा

अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाले संभाग-सात

सर्वाधिक अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाला सम्भाग- उदयपुर

न्युनतम अन्तर्राज्जीय सीमा सीमा बनाने वाला संभाग- अजमेर

अन्तर्राज्जीय सीमा के नजदीक संभागीय मुख्यालय- भरतपुर

अन्तर्राज्जीय सीमा से दुर संभागीय मुख्यालय- जोधपुर

अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में बड़ा संभाग -जोधपुर

अन्तर्राज्जीय सीमा पर क्षेत्रफल में छोटा संभाग- भरतपुर

दो बार अन्तर्राज्जीय सीमा बनाने वाला संभाग- उदयपुर(चित्तौड़गढ़ के दो भाग)

राजस्थान का मध्यवर्ती संभाग- अजमेर

सभी 6 संभागों की सीमा से लगने वाला संभाग-अजमेर

सर्वाधिक नदियों वाला संभाग-कोटा(नदियांे वाला जिला- चित्तौड़गढ़)

सबसे कम नदियों संभाग- बीकानेर(बीकानेर व चुरू जिले में कोई नदी नहीं बहती है)

वर्तमान में राजस्थान में 6 जिलों वाले 2संभाग(जोधपुर व उदयपुर) है तथा 5 जिलों वाला संभाग एक जयपुर है।तथा 4 जिलों वाले संभाग(बीकानेर, कोटा, भरतपुर, अजमेर)4है।

4 जुन, 2005 से पुर्व 7 जिलों वाला संभाग- जयपुर, 6जिलों वाला संभाग- जोधपुर व कोटा,5 जिलों वाला संभाग उदयपुर, 4जिलों वाला संभाग 2(बीकानेर व अजमेर) थे।

महत्वपूर्ण प्रश्न

1. राजस्थान दिवस मनाया जाता है ? - 30 मार्च|

2.मतस्य संघ का प्रशासन राजस्थान को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया गया ? - सन 1949 में ( 15 मई 1949 को जब मत्स्य संघ का विलय संयक्त वृहत राजस्थान में किया गया |)

3.राजपूताना के भोगोलिक क्षेत्र को राजस्थान नाम दिया गया ? - 1 नवम्बर 1956

4.वृहत राजस्थान के प्रधान मंत्री थे ? - हीरालाल शास्त्री

5.कितनी रियासतों और ठिकानो के एकीकरण से राजस्थान क़ा निर्माण हुआ ? - 19 रियासते और 3 ठिकाने |

6.1527 इ में महाराणा सांगा व् बाबर के मध्य खानवा का यूद्ध किस जिले में हुआ ? - भरतपुर |

7.महाराणा प्रताप को किसने अपनी संपत्ति प्रदान की ? - भामाशाह |

8.दिबेर के यूद्ध (अक्टू- 1582) के पश्चात महाराणा प्रताप की राजधानी कहाँ थी? - चावंड|

9.मेवाड के इतिहास में किस सेविका ने राजकुमार को बचाने के लिए अपने बच्चे की कुरबानी दी ? - पन्नाधाय |

10.अजैयराज चोहान संस्थापक थे ? - अजमेर के |

11.महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक कहाँ हुआ ? - गोगुन्दा में |

12.आदिवराह की उपाधि किस राजपूत शाशक ने धारण की? - मिहिरभोज प्रथम (यह गुर्जर प्रतिहार वंश का था )|

13.यूद्ध भूमि में जाते समय अपने पति द्वारा निशानी मागने पर किस रानी ने अपना शीश काटकर भेंट कर दिया? - हाडी रानी |

14.राजपूतों के किस वंश ने जयपुर पर शाशन किया ? - कच्छवाहा |

15.ताम्र नगरी सभ्यता कहलाती थी ? - आह्ड की सभ्यता |

16.कालीबंगा कंहा स्थित है ? - हनुमान गढ़ |

17.मोर्य सभ्यता के प्रमाण किस स्थान पर मिले है? - विराटनगर जयपुर |

18.प्राक सिन्धु सभ्यता व् सिन्धु सभ्यता के अवशेष कहाँ से प्राप्त हुए है ? - कालीबंगा से

19.प्राचीन हड़प्पा स्तरों में एक ही खेत में साथ साथ दो फसलों को उगाने का साक्ष्य प्राप्त हुआ है ? - कालीबंगा से |

20.राजस्थान में बोद्ध संस्कृति के अवशेष कहाँ मिलते है ? - विराटनगर जयपुर |

21.राजस्थान में बोद्ध धर्म के मठ कहाँ मिले है ? - विराट नगर जयपुर |

22.राजस्थान का अभिलेखागार कहाँ स्थित है ? - बीकानेर |

23.अनाल्स एंड एंटीक्विटिस ऑफ़ राजस्थान किसने लिखी थी ? - कर्नल जेम्स टोड ने |

24.जेम्स टोड कहाँ के पोलिटिकल एजेंट थे ? - पश्चिमी राजस्थान स्टेट का |

25.1567-1568 इ में चित्तोड़ के मुग़ल घेरे के दोरान दो राजपूत सामंतों ने दुर्ग की रक्षा करते हुए अपने प्राण त्याग दिए ? - जयमल, पत्ता |

भारत में सबसे पहले जिला कौन सा बना?

उत्तर प्रदेश का बलिया जिला

सबसे पुराना जिला कौन सा है?

पूर्णिया का जिला भारत के सबसे पुराने जिलों में से एक है और यह ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा वर्ष 1770 में अस्तित्व में आया। जिले के नाम के बारे में कुछ दिलचस्प कहानियां हैं। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, यह जगह पहले एक वन क्षेत्र था, इसलिए इसका नाम दो संस्कृत शब्द पूर्णिया (कुल) + अरन्य (जंगल) से उत्पन्न हुआ।

भारत का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो लेह अब भारत का सबसे बड़ा जिला बन गया है. हालांकि, लेह का एक हिस्सा पाकिस्तान और एक हिस्सा चीन के कब्जे में है. इसके पहले क्षेत्रफल के मुताबिक भारत का सबसे बड़ा जिला गुजरात का कच्छ होता था. लेकिन भारत के नए नक्शे के अनुसार अब भारत का सबसे बड़ा जिला लेह होगा.

राजस्थान का 31 वां जिला कौन सा है?

31 वां जिला-हनुमानगढ़-12 जुलाई, 1994, यह श्री गंगानगर से अलग होकर नया जिला बना। 32 वां जिला -करौली 19 जुलाई, 1997, यह सवाई माधोपुर से अलग होकर नया जिला बना। 33 वां जिला-प्रतापगढ़-26 जनवरी,2008, यह तीन जिलों से अलग होकर नया जिला बना।