समुद्र के भीतर कौन सा पर्वत था * 1 Point? - samudr ke bheetar kaun sa parvat tha * 1 point?

CBSE Class 6 Hindi Bal Ram Katha Important Questions Chapter 10 - Lanka Me Hanuman - Free PDF Download

Free PDF download of Important Questions with solutions for CBSE Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 10 - Lanka Me Hanuman prepared by expert hindi teachers from latest edition of CBSE(NCERT) books.

Do you need help with your Homework? Are you preparing for Exams?

Study without Internet (Offline)

समुद्र के भीतर कौन सा पर्वत था * 1 Point? - samudr ke bheetar kaun sa parvat tha * 1 point?
Download PDF

Download PDF of Important Questions for CBSE Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 10 - Lanka Me Hanuman

Share this with your friends

रामेश्वरम् गंधमादन पर्वत जो की कैलाश पर्वत के उत्तर में स्थित है, वहां आज भी ‘हनुमान जी’ निवास करते हैं।

मान्यताओं अनुसार कैलाश पर्वत से उत्तर दिशा की ओर एक जगह है, जहां हनुमान जी आज भी निवास करते हैं। हनुमान जी के इस निवास स्थल का वर्णन कई ग्रंथों और पुराणों में भी मिलता है। हनुमान जी को मां सीता से अमरता का वरदान प्राप्त हुआ था। जब वे श्रीराम का संदेश लेकर माता सीता के पास पहुंचे थे, तब मां सीता ने उन्हें अमर होने का यह वर दिया था।

पुराणों के अनुसार, कलियुग में हनुमान जी गंधमादन पर्वत पर निवास करते हैं। एक कथा के अनुसार, अपने अज्ञातवास के समय हिमवंत पार करके पांडव गंधमादन के पास पहुंचे थे। एक बार भीम सहस्रदल कमल लेने के लिए गंधमादन पर्वत के वन में पहुंचें, तब उन्होंने हनुमान जी को वहां आराम करते देखा तो भीम ने उनसे अपनी पूंछ को मार्ग से हटाने के लिए कहा तो हनुमान जी ने कहा कि तुम स्वयं ही हटा लो लेकिन भीम अपनी पूरी ताकत लगाकर भी उनकी पूंछ हटा नहीं पाया था।

शास्त्रों में बताया गया है कि गंधमादन पर्वत कैलाश पर्वत के उत्तर में स्थित है, जहां महर्षि कश्यप ने तपस्या की थी। इस पर्वत पर गंधर्व, किन्नरों, अप्सराओं और सिद्घ ऋषियों का निवास है। इसके शिखर पर किसी वाहन से पहुंचना असंभव माना जाता है।

गंधमादन पर्वत हिमालय के कैलाश पर्वत से उत्तर दिशा की ओर है। यह पर्वत कुबेर के राज्यक्षेत्र में था। सुमेरू पर्वत की चारों दिशाओं में गजदंत पर्वतों में से एक को उस काल में गंधमादन पर्वत कहा जाता था। आज यह क्षेत्र तिब्बत के इलाके में है। इसी नाम से एक और पर्वत रामेश्वरम के पास भी स्थित है, जहां से हनुमान जी ने समुद्र पार करने के लिए छलांग लगाई थी।

गंधमादन पर्वत पर एक मंदिर भी बना हुआ है, जिसमें हनुमान जी के साथ ही श्रीराम आदि की मूर्तियां भी विराजित हैं। कहते हैं इस पर्वत पर भगवान श्रीराम अपनी वानर सेना के साथ बैठ कर युद्ध के लिए योजना बनाया करते थे। लोक मान्यताओं अनुसार इस पर्वत पर भगवान राम के पैरों के निशान भी हैं

NCERT Solutions Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 10 – लंका में हनुमान

NCERT Solutions Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 10 लंका में हनुमान – छठी कक्षा के विद्यार्थियों जो अपनी क्लास में सबसे अच्छे अंक पाना चाहता है उसके लिए यहां पर एनसीईआरटी कक्षा 6th हिंदी बाल रामकथा अध्याय 10 (लंका में हनुमान) का सलूशन दिया गया है. यह सलूशन एक सरल भाषा में दिया गया है ताकि विद्यार्थी को इसके प्रश्न उत्तर आसानी से समझ में आ जाएँ . इस NCERT Solutions For Class 6th Hindi Chapter 10 Lanka Me Hanuman की मदद से विद्यार्थी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकता है और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है. इसलिए नीचे आपको एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 हिंदी बाल रामकथा अध्याय 10 लंका में हनुमान दिया गया है।

Class 6
Subject Hindi
Book बाल रामकथा
Chapter Number 10
Chapter Name लंका में हनुमान

NCERT Solutions For Class 6 हिंदी (बाल रामकथा) Chapter 10 लंका में हनुमान

परीक्षोपयोगी अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न 1. हनुमान ने अपनी यात्रा किस प्रकार आरंभ की ?

उत्तर-हनुमान ने लंका यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व अंगड़ाई लेकर पृथ्वी का स्पर्श किया। पूर्व दिशा की ओर पुनः मुँह करके अपने पिता को प्रणाम किया और छलाँग लगा दी। छलाँग के लगाते ही बड़े-बड़े शिलाखंड आसमान में उड़ गए। कुछ दूर हनुमान के साथ गए। हनुमान की गति बहुत तेज़ थी। पत्थर पीछे छूट गए और समुद्र में जा गिरे।

प्रश्न 2. समुद्र के भीतर कौन-सा पर्वत था ? उस पर्वत की क्या विशेषता थी ?

उत्तर-समुद्र के भीतर मैनाक पर्वत था। वह अत्यंत सुनहरा तथा चमकीला था। वह जलराशि को चीरकर ऊपर उठा। वह चाहता था कि हनुमान कुछ समय यहाँ रुककर विश्राम कर लें।

प्रश्न 3. हनुमान के महेंद्र पर्वत पहुँचने पर क्या हुआ ?

उत्तर- हनुमान के छलाँग लगाने पर महेंद्र पर्वत में किसी प्रकार की हलचल नहीं हुई। परंतु जैसे ही हनुमान ने छलाँग लगाई उसके दबाव से पर्वत दरक गया। वृक्ष काँपकर गिर गए। बड़ी-बड़ी चट्टानें नीचे लुढ़कने लगीं। पशु-पक्षी व्याकुल होकर भागने लगे। चट्टानें दहक उठीं।

प्रश्न 4. सीता को अपना परिचय देने से पूर्व हनुमान ने क्या किया ?

उत्तर-अशोक वाटिका में हनुमान ने अपना परिचय देने से पूर्व वृक्ष पर बैठकर रामकथा सुनानी प्रारंभ कर दी। जिसे सुनकर सीता का ध्यान हनुमान की ओर गया।

परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. हनुमान लंका कैसे पहुँचे?

उत्तर- हनुमान ने महेंद्र पर्वत से समुद्र के ऊपर छलाँग लगाई और वायु की गति से लंका की ओर बढ़ते गए। समुद्र के अंदर मैनाक पर्वत ने उन्हें पलभर के लिए विश्राम करने के लिए कहा परंतु वे वहाँ नहीं रुके और उससे टकराते हुए आगे निकल गए इससे मैनाक का शिखर टूट भी गया। हनुमान को सुरसा नामक राक्षसी ने खाना चाहा परंतु वे उसके मुँह में घुसकर भी बाहर निकल आए। उन्हें सिंहिका नामक छाया राक्षसी ने भी पकड़ लिया था, जिसे मारकर वे आगे बढ़ते गए और लंका के समुद्र के किनारे उतर गए।

प्रश्न 2. हनुमान ने लंका में प्रवेश कर सीता जी का पता कैसे लगाया?

उत्तर- हनुमान ने शाम ढलने पर लंका में प्रवेश किया और उछलते-कूदते राजमहल में जा पहुँचे। वहाँ सभी कक्षों में उन्होंने सीता जी को ढूँढा परंतु उन्हें सीता जी कहीं भी दिखाई नहीं दी। इसके बाद उन्होंने राक्षसों के सारे घर छान मारे, पशुशालाएँ भी देख ली परंतु सीता जी का उन्हें वहाँ भी पता नहीं चला। राजमहल के साथ की अशोक वाटिका को देखकर वे वहाँ के एक वृक्ष पर चढ़कर बैठ गए तो उन्होंने देखा कि कछ राक्षसियों के बीच में एक दीन-हीन, दर्बल, शोकग्रस्त और उदास स्त्री बैठी हुई है। यहीं उन्हें सीता माता के दर्शन हुए और उन्होंने सीता जी को पहचान लिया।

प्रश्न 3. रावण ने सीता को क्या कहा और सीता ने उसे क्या उत्तर दिया?

उत्तर- रावण ने सीता को बहला-फुसला कर अपनी रानी बनने का लालच दिया और कहा कि यदि वह उसका कहना नहीं मानेगी तो दो महीने बाद वह उसे तलवार से काट देगा। इस पर सीता ने उसे कहा कि उसे राम के पास पहँचा दे. वे उसे क्षमा कर देंगे अन्यथा उसका सर्वनाश निश्चित था। इस पर रावण पैर पटकता हुआ वहाँ से चला गया।

प्रश्न 4. हनुमान ने सीता जी को कैसे अपना परिचय दिया और सीता जी को रामदूत होने का विश्वास दिलवाया?

उत्तर- रावण और राक्षसियों के सीता जी के पास से चले जाने के बाद हनुमान ने पेड़ पर बैठे-बैठे ही राम-कथा कहनी शुरू कर दी। सीता जी लंका में राम-चर्चा सुनकर चौंक गईं और जिधर से आवाज़ आ रही थी उधर देखकर पूछा कि तुम कौन हो? हनुमान नीचे उतर आए और सीता जी को प्रणाम करके स्वयं को श्री राम का दास तथा किष्किंधा के वनराज सुग्रीव का अनुचर हनुमान बताया। सीता जी के मन की शंका दूर करने के लिए उन्होंने सीता जी द्वारा पर्वत पर फेंके आभूषणों की भी याद दिलाई और उन्हें स्वयं रामदूत होने का विश्वास दिलाया।

प्रश्न 5. रावण ने हनुमान की पूँछ में आग लगाने की आज्ञा क्यों दी?

उत्तर- हनुमान सीता माता से मिलकर वापस जाने लगे तो कुछ सोचकर उन्होंने रावण का उपवन तहस-नहस कर दिया और अशोक वाटिका उजाड़ दी। उन्होंने वहाँ के रक्षक राक्षसों और रावण के पुत्र अक्षयकुमार को भी मार दिया। बचे हुए राक्षसों ने रावण को : जाकर इस बंदर के उत्पात का समाचार दिया तो मेघनाद हनुमान को बाँधकर रावण के दरबार में ले आया। हनुमान ने वहाँ अपना परिचय श्री राम के दास हनुमान के रूप में दिया और वहाँ आने का अपना उद्देश्य सीता की खोज बताया। उसने कहा कि वह सीता माता से मिल चुका था। रावण को देखना चाहता था इसलिए यह उत्पात मचाया था। रावण उसे मारना चाहता था परंतु विभीषण के कहने पर उसे नहीं मारा और उसकी पूँछ में आग लगाने की आज्ञा दे दी।

इस पोस्ट में आपको Class 6 Hindi Bal Ram Katha Important Questions Chapter 10 Lanka Me Hanuman लंका में हनुमान प्रश्न उत्तर Class 6 Hindi Chapter 10 | Lanka Me Hanuman Explanation Important Questions for Class 6th लंका में हनुमान Class 6 Hindi Chapter 10 लंका में हनुमान Bal Ram Katha Class 6 Question Answers Chapter 10 Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 10 Lanka Mein Hanuman Questions से संबंधित पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके हम से जरूर पूछें और अगर आपको यह जानकारी फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें

समुद्र के अंदर में कौन सा पर्वत था?

(10,205 मीटर) एवरेस्ट शिखर से भी अधिक है। द्रोणिका भ्रंश चित्र 6.3 : भ्रंशोत्थ पर्वत पर्वत बहुत लाभदायक होते हैं।

समुद्र के अंदर कौन सा पहाड़ था 1 Point?

समुद्र के अंदर कौन-सा पर्वत था? उत्तर: समुद्र के अंदर मैनाक पर्वत था। वह चमकता हुआ सुनहारा पर्वत था

समुद्र के बीच में कौन सा पर्वत था class 6?

सुग्रीव किष्किंधा के वानरराज के छोटे पुत्र थे। बड़े भाई का नाम बाली था

समुंदर के अंदर कौन सा पर्वत था और वह क्या चाहता था?

प्रश्न-2 समुद्र के अंदर कौन सा पर्वत था? उत्तर- समुद्र के अंदर मैनाक पर्वत था। प्रश्न-3 मैनाक जलराशि को चीरकर ऊपर क्यों उठा? उत्तर - मैनाक जलराशि को चीरकर ऊपर इसलिए उठा क्योंकि वह चाहता था कि हनुमान कुछ पल वहाँ विश्राम कर लें।