Show सूरदास वात्सल्य रस के सम्राट माने जाते हैं श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
WhatsApp Image 2022-09-15 at 18.31.24 WhatsApp Image 2022-09-20 at 6.06.09 PM सूरदास का नाम कृष्ण भक्ति की अजस्र धारा को प्रवाहित करने वाले भक्त कवियों में सर्वोपरि है। हिन्दी साहित्य में भगवान श्रीकृष्ण के अनन्य उपासक और ब्रजभाषा के श्रेष्ठ कवि महात्मा सूरदास हिन्दी साहित्य के सूर्य माने जाते हैं। हिन्दी कविता ‘कामिनी’ के इस कमनीय कांत ने हिन्दी भाषा को समृद्ध करने में जो योगदान दिया है, वह अद्वितीय है। सूरदास हिन्दी साहित्य में भक्ति काल के सगुण भक्ति शाखा के कृष्ण भक्ति उपशाखा के महान् कवि थे।
Back to top button वात्सल्य रस के कवि कौन है?'हरिऔध' ने मूलत: इसी आधार पर वात्सल्य को रस सिद्ध किया है। यही नहीं, उन्होंने वात्सल्य को वीभत्स, हास्य आदि अनेक रसों से तर्क सहित श्रेष्ठ सिद्ध किया है।
सूरदास वात्सल्य रस के एक छात्र सम्राट है यह कथन किसका है?(कृष्ण / उद्धव) 8. सूरदास जी मुख्यिः . .. .. .. .. .. के कहव िै। (वात्सल्य रस / शांि रस) 9.
सूरदास जी को वात्सल्य का सम्राट क्यों कहा जाता है?मध्यकालीन भक्तिकाव्य वह काव्य है जो मात्र वैराग्य, निवृति अथवा परलोक की चिंता तक सीमित नहीं है बल्कि इसमें जीवन के प्रति असीम अनुराग लोकजीवन के प्रति निष्ठां तथा प्रवृतिमय जीवन के प्रति असीम प्रेम भी दिखाई पड़ता है।
सूरदास जी मुख्यतः कौन से रस के कवि थे?वात्सल्य रस के चितेरे महाकवि सूरदास जी तो काव्य और भक्ति के पर्याय हैं।
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