तेरे पैर को सीधा कैसे करें? - tere pair ko seedha kaise karen?

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पैरों की एक्सरसाइज करना महिलाओं के लिए तो और भी ज्यादा जरूरी है. उन्हें आए दिन जोड़ों के दर्द की शिकायत रहती है. पैरों की रेगुलर एक्सरसाइज से उनकी हड्डी, जोड़ और मांसपेशियां मजबूत होंगी, जिससे इंजरी का खतरा भी कम होगा. आइए आपको कुछ खास एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं जिन्हें करने से आप पैरों के साथ अपनी पूरी बॉडी को फिट रख सकेंगी.

टेढ़े पैर यानी क्लब फुट की बीमारी प्लास्टर के जरिए आसानी से दूर की जा सकती है, लेकिन प्लास्टर हटने के बाद बच्चे को पांच से दस साल तक स्पेशल जूते पहनाना जरूरी है। ऐसा न करने पर पांव फिर टेढ़े होने लगते हैं। केजीएमयू के कलाम सेंटर में रविवार को क्लब फुट पर आयोजित कार्यशाला में सेंट स्टीफन हॉस्पिटल के डॉ. मैथ्यू वरगीस ने पोनसेटी प्रोसिजर के बारे में बताया। क्योर इंडिया और केजीएमयू की ओर से आयोजित कार्यशाला में करीब 60 ऑर्थोपेडिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। डॉ. मैथ्यू ने इन्हें बताया कि क्लब फुट का इलाज सर्जरी की बजाय पोनसेटी प्रोसिजर से करना चाहिए। इससे पांव में दर्द नहीं होता, जबकि सर्जरी वाले बच्चों के पैर में हमेशा दर्द रहता है। क्योर इंडिया के डायरेक्टर डॉ. संतोष ने बताया कि यूपी में 11,000 बच्चे क्लब फुट से पीड़ित हैं, जबकि पूरे देश में 50,000 बच्चे इससे परेशान हैं, लेकिन सिर्फ 22,000 बच्चों को इलाज मिल पा रहा है।

पांच-छह बार लगता है प्लास्टर

केजीएमयू के ऑर्थोपैडिक डिपार्टमेंट के प्रो. संतोष ने बताया कि पोनसेटी प्रोसिजर में टेढ़े पांव पर पांच से छह बार प्लास्टर लगाया जाता हैं। फिर एड़ियों के पास मौजूद टीनौटमी नाम की हड्डी को छोटा चीरा लगाकर काट दिया जाता है। इससे पैर में लचीलापन आ जाता है, लेकिन चीरा लगाने से टांकों की जरूरत नहीं पड़ती। फिर बच्चे को पहनाने के लिए ब्रास (जूते) दे दिए जाते हैं।

स्मोकिंग और डिप्रेशन हैं कारण

कार्यक्रम में ऑर्थोपैडिक डॉक्टर अजय ने बताया कि क्लब फुट की बीमारी का कारण आज तक पता नहीं चला है। इसके बावजूद माना जाता है कि अगर महिला ने प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने में स्मोकिंग की है या डिप्रेशन की दवाएं खाईं तो बच्चे को क्लब फुट हो सकता है।

क्लब फुट होने के कारकों का अब तक ठीक-ठीक पता नहीं चलता है। लेकिन कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारकों की वजह से हो सकता है। आमतौर पर लड़कों को लड़कियों की तुलना क्लब फुट का रिस्क दोगुना होता है।

क्लबफुट के निम्न जोखिम कारक हैं-

  • माता-पिता या परिवार में पहले से किसी को क्लबफुट की बीमारी है, तो बच्चे को भी यह बीमारी हो सकती है।
  • क्लबफुट के पारिवारिक इतिहास से संबंधित महिला गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करती है, तो बच्चे में इसका जोखिम बढ़ जाता है।
  • जन्मजात स्थितियां भी इस बीमारी के लिए जिम्मेदार हैं।

बच्चों में टेढ़े पैर का इलाज

तेरे पैर को सीधा कैसे करें? - tere pair ko seedha kaise karen?

चूंकि, बच्चे के पैर में हड्डियों और मांसपेशियों को जोड़ने वाले ऊतक काफी लचीले होते हैं, इसलिए इसका इलाज बच्चे के जन्म के कुछ सप्ताह बाद ही शुरू हो जाता है। डाॅक्टर की कोशिश रहती है कि चलना सीखने से पहले ही इसका इलाज किया जा सके। इलाज के दौरान पांव को सीधा कर चलने योग्य बनाया जाता है।

स्ट्रेचिंग और कास्टिंग भी क्‍लबफुट का एक इलाज है। इस तरीके को पोंसेटी भी कहा जाता है। इसे अंतर्गत बच्चे के पैरों को धीरे-धीरे सीधा किया जाता है। इसके बाद पैरों पर प्लास्टर, जिसे कास्ट भी कहते हैं, को चढ़ा दिया जाता है। टेढ़े पैर को सीधा करने के लिए इस प्रक्रिया को कई बार दोहराया जाता है।

इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए सर्जरी की जाती है। डाॅक्टर के सुझाव के अनुसार ऑपरेशन के बाद खास तरह के जूते और ब्रेसेस बच्चों को पहनाए जाते हैं और उन्हें स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने की सलाह भी दी जाती है। उन्हें यह ब्रेसेस तथा जूते पूरे 3 साल तक रोजाना रात को पहने रखना होता है।

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​सर्जरी भी है उपाय

तेरे पैर को सीधा कैसे करें? - tere pair ko seedha kaise karen?

बहुत गंभीर मामलों में ही क्लब फुट के इलाज के लिए सर्जरी की जाती है। ये ऐसे मामले होते हैं, जो काफी जटिल होते हैं और अन्य तरीके से पैर सीधे नहीं हो सकते हैं। सर्जरी में हड्डियों और मांसपेशियों के बीच मौजूद ऊतक को लंबा किया जाता है और सामान्य स्थिति में रखा जाता है।

सर्जरी के बाद कुछ महीनों के लिए बच्चे को कास्ट लगाकर रखना होता है। बच्चे को टेढ़े पैरों से स्थाई रूप से छुटकारा पाने के लिए एक साल तक ब्रेसेस पहनना पड़ सकता है।

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तेरे पैरों को सीधा कैसे करें?

डम्बल एक हाथ में लेकर शरीर को नीचे झुकाएं. अब बॉडी का पूरा वजन दाएं पैर पर शिफ्ट कर दें और बायां पैर बॉडी के पीछ एकदम सीधा करने की कोशिश करें. साथ ही अपना दूसरा हाथ एरोप्लेन विंग्स की तरह सीधा रखें. कुछ सेकेंड तक बॉडी को इस पोजिशन में रखने के बाद बाएं पैर के साथ यह एक्सरसाइज करें.

टांगो को सीधा कैसे करें?

कई बार सड़क दुर्घटना या बीमारी से लोगों की हड्डियां टेढ़ी-मेढ़ी तथा संक्रमित हो जाती हैं। इस तरह की बीमारियों के इलाज में रूस में विकसित एलिजारोव तकनीक मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस तकनीक से तीन से छह माह की अवधि में मरीज के टेढ़े पैर को सीधा किया जा सकता है।

पैरों की एक्सरसाइज कैसे की जाती है?

बस, बैक के बल लेटकर पैरों को हवा में घुमाना है. रोज 15-20 मिनट यह वर्कआउट आपके लिए काफी है..
पैरों की चर्बी कम करने और उन्हें मजबूत बनाने के लिए साइकिलिंग एक अच्छी एकसरसाइज है..
अच्छे फिजीक के लिए पुश अप्स को रोज आसानी से घर में किया जा सकता है..
ऐबडक्टर एक्सरसाइज करने के बाद पैर मजबूत हो जाते है..