मोशन सिकनेस क्या होता है? Show मोशन सिकनेस, मोशन यानि गति की स्थिति में शरीर में होने वाली असहज स्थिति (मुख्यतः उल्टी आने की स्थिति) को कहते हैं। यदि आपको पेट की कोई बीमारी हो और आपने तेजी से चलने वाली नाव या किसी हवाई जहाज की सवारी की हो, तो आप इस तरह की बीमारी में होने वाली असुविधा को जानते होंगे। यह किसी दीर्घकालिक समस्या का कारण नहीं होती है, लेकिन इसके लक्षण आपको परेशान कर सकते हैं। खासकर तब जब आप ज्यादा यात्रा करते हों। 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों, महिलाओं और वरिष्ठ वयस्कों को दूसरों की तुलना में अधिक चक्कर आने (Motion sickness) की समस्या होती है, जो 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में दुर्लभ होती है। (और पधेंह - चक्कर आने पर क्या करें) सफर के दौरान चक्कर आने (Motion sickness) को एयरसिक्नेस (Airsickness), सीसिक्नेस (Seasickness), या कारसिक्नेस (Carsickness) भी कहा जाता है।
सफर में उल्टी आने के कारण और जोखिम कारक - Motion Sickness Causes & Risk Factors in Hindiसफर में उल्टी आने के कारण क्या होते हैं? सफर में उल्टी आना व यात्रा का अहसास शरीर के विभिन्न अंगों जैसे-आंतरिक कान, आंखें और शरीर के ऊतकों के माध्यम से मस्तिष्क में पहुंचने वाली भावनाओं/ संकेतों से होता है। (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में यात्रा करना चाहिए) यात्रा का अहसास कराने वाली नसें शरीर के निम्न हिेस्सों से संबंध रखती हैं -
(और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द का इलाज) जब शरीर में किसी प्रकार की हरकत की जाती हैं, उदाहरण के लिए चलने पर, ऐसा करने पर हमारे सभी अंग मस्तिष्क को चलने के लिए संकेत भेजते व उसके साथ तालमेल बनाते हैं। सफर में उल्टी आने की बीमारी के लक्षण तब दिखाई देते हैं, जब संवेदी तंत्र (Sensory Systems; अंगों से मस्तिष्क को संकेत भेजने वाला तंत्र) से जैसे-आंतरिक कान, आंखें, मांसपेशियों व संयुक्त संवेदी रिसेप्टर्स से मस्तिष्क को परस्पर विरोधी संदेश प्राप्त होते हैं। यदि आप सफर में न होने पर भी यात्रा में होने का अहसास कर रहें हों या फिर आप किसी चीज को चलते हुए देख रहें हो और इसके बाद भी उसको महसूस नहीं कर पा रहें हों, तो ऐसे में आपका मस्तिष्क कई मिले जुले संकेतों का निर्माण कर लेता है। इस स्थिति में व्यक्ति में मोशन सिकनेस के संकेत और लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं। (और पढ़ें - मतली को रोकने के घरेलू उपाय) कुछ लोगों में अन्य लोगों की तुलना में सफर के दौरान उल्टी होने (मोशन सिकनेस) की संभावनाएं अधिक होती हैं।
(और पढ़ें - डर लगने का इलाज) सफर में उल्टी आने (मोशन सिकनेस) का इलाज - Motion Sickness Treatment in Hindiसफर में उल्टी आने (मोशन सिकनेस) की समस्या का इलाज कैसे करें? मोशन सिकनेस की समस्या आमतौर पर यात्रा के समाप्त होते ही ठीक हो जाती है। लेकिन हर किसी के साथ ऐसा नहीं होता है। कुछ लोग यात्रा के कुछ दिनों बाद भी इसके लक्षणों को महसूस करते हैं। जिन लोगों को पहले कभी मोशन सिकनेस हो, उनको डॉक्टर से मिलना चाहिए, ताकि यह समस्या दोबारा ना हो। इस समस्या के बढ़ने से पहले आप इसके निम्न उपचारों को अपना सकते हैं- च्युइंग
गम: अदरक: पुदीना: ताजी हवा: ऊपर की ओर देखें: आंखें बंद करके रखें व सो जाएं: दवाएं:
(और पढ़ें - खुजली दूर करने के उपाय) उल्टी की गोली कौन सी है?वोमिट 4mg टैबलेट एमडी एक एंटीमैटिक दवा है जिसे आमतौर पर मिचली आना और उल्टी नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है, जो आमतौर पर पेट खराब होने जैसी समस्याओं के कारण होते हैं. इसका उपयोग सर्जरी, कैंसर ड्रग थेरेपी, या रेडियोथेरेपी के कारण होने वाले मिचली आना और उल्टी को रोकने के लिए भी किया जाता है.
उल्टी में कौन सी दवाई देनी चाहिए?अगर आप तुलसी का रस निकालकर पानी में डालकर पिएं तो उल्टी में आराम मिलेगा. ... . उल्टी जैसा लगने पर दो चार दाने काली मिर्च लेकर चूसें. ... . लौंग भी उल्टी रोकने में बहुत मदद करता है. ... . अदरक और नींबू के रस बराबर मात्रा में लें और पानी के साथ पिएं. ... . नीम की छाल का रस निकालकर शहद के साथ डालकर पिएं.. |