रासायनिक निष्क्रियता इन गैसों का विशिष्ट गुण है। केवल क्रिप्टॉन, जीनॉन तथा रेडॉन ही कुछ रासायनिक क्रियाओं में भाग लेती हैं। इन गैसों के भौतिक गुण निम्न प्रकार हैं Show (1) ये सभी रंगहीन, गन्धहीन तथा स्वादहीन गैसें हैं। (2) ये जल में बहुत कम विलेय हैं, विलेयता परमाणु भार बढ़ने पर बढ़ती है तथा ताप बढ़ने पर घटती हैं। (3) किसी आवर्त में उत्कृष्ट गैस का आयनन विभव सर्वाधिक होता है। स्थायी इलेक्ट्रॉनिक विन्यास के कारण इनमें इलेक्ट्रॉन लेने या देने की कोई प्रवृत्ति नहीं पाई जाती है अतः इनकी इलेक्ट्रॉन बन्धुकता शून्य होती हैं। और विद्युत् ऋणात्मकतों अभी तक ज्ञात नहीं की जा सकी है। (4) कम ताप पर इन गैसों का सक्रियित चारकोल द्वारा अधिशोषण हो जाता है। (5) अत्यन्त दुर्बल अन्तरपरमाण्विक बल के कारण उत्कृष्ट गैसों के क्वथनांक, गलनांक तथा वाष्पन की ऊर्जा कम होती है। यही कारण है कि इनका द्रवण अपेक्षाकृत अधिक मुश्किल है, यद्यपि परमाणु संख्या बढ़ने पर क्वथनांक व गलनांक बढ़ने के कारण द्रवण की सुगमता वर्ग में ऊपर से नीचे की ओर बढ़ जाती है। (6) इनके परमाण्विक त्रिज्याओं के मान अत्यन्त उच्च होते हैं और वर्ग में ऊपर से नीचे जाने पर बढ़ते जाते हैं। ये त्रिज्याएं अबन्धी त्रिज्याएं हैं अतः इनकी तुलना अन्य तत्वों की वाण्डर वाल्स त्रिज्या से करनी चाहिए सहसंयोजक (बन्धी) त्रिज्या से नहीं, क्योंकि सभी उत्कृष्ट पैसें एकपरमाणुक होती हैं।स्थिर दाब और स्थिर आयतन पर इन गैसों की विशिष्ट उष्माओं का अनुपात 1.67 के बराबर होता है (7)ताप पर विद्युत विसर्जन से उत्कृष्ट गैसें रंगीन दीप्ति उत्पन्न करती हैं। उत्कृष्ट
गैसों के उपयोग (2) ये कई विद्युत् उपकरणों में प्रयुक्त की जाती हैं। बिजली के बल्बों में उत्कृष्ट गैसें भरी जाती हैं। आजकल बहुत तेज रोशनी वाले जो लैम्प प्रचलन में हैं उनमें उत्कृष्ट गैस नीऑन भरी जाती है। इसी से इन्हें नीऑन लैम्प भी कहा जाता है। रेडियो ट्यूबों में आर्गन गैस भरी जाती है। (3) चिकित्सा विज्ञान में भी इन गैसों का उपयोग किया जाता है। कैंसर की चिकित्सा में अल्फा कणों के स्रोत के रूप में रेडॉन का उपयोग किया जाता है। (4) कई रासायनिक अभिक्रियाओं में हीलियम गैस का उपयोग एक उदासीन रक्षक गैस के रूप में किया जाता है। (5) रेडियोऐक्टिविटी के अध्ययन में भी इनका उपयोग किया जाता है। किसी रेडियोधर्मी खनिज से निकली हुई हीलियम व ऑर्गन की मात्रा से उस खनिज की आयु का अनुमान लगाया जा सकता हैं। उत्कृष्ट गैस के उपयोग क्या है?...
चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका प्रश्न है उत्कृष्ट गैस के उपयोग क्या है उत्कृष्ट गैस जो है इसी को इंग्लिश में नोबल गैस बोलते हैं यानी अक्रिय गैस वैसे गए जो पकड़ी होते हैं जिनका रिएक्शन नहीं होता है और इस तरह की गैसेस है हीलियम है आर्गन है क्रिप्टन है जे नाम है अरे डॉन है और इसका उपयोग बल्ब के अंदर किया जाता है Romanized Version 1 जवाब This Question Also Answers:
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कहा जाता है। वर्ग 18 के तत्वों के गुण
1. इलेक्ट्रॉनिक विन्यासवर्ग 18 के तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ns2np6 होता है अतः उत्कृष्ट गैसों के अंतिम उपकोश में 8 इलेक्ट्रॉन उपस्थित होते हैं। अर्थात् इनका अंतिम उपकोश पूर्ण होता है। (i) हीलियम – 2 ⇒
1s2 2. आयनन त्रिज्यारेडाॅन उनकी परमाणु त्रिज्या उत्कृष्ट गैसों में सर्वाधिक होती है। अतः वर्ग में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर आयनन या परमाणु त्रिज्या में वृद्धि होती है। 3. आयनन एंथैल्पीवर्ग 18 के तत्वों की आयनन एंथैल्पी बहुत अधिक होती है। अतः वर्ग में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर आयनन एंथैल्पी में कमी होती है। वर्ग 18 के तत्वों के भौतिक गुण
गलनांक व क्वथनांकउत्कृष्ट गैसों के गलनांक तथा क्वथनांक इनके समान अणुभार वाले तत्वों से इनकी तुलना करें तो उत्कृष्ट गैसों के गलनांक और क्वथनांक काफी कम होते हैं। चूंकि यह गैसें एक परमाण्विक होती हैं। अतः वर्ग में आगे बढ़ने पर गलनांकों तथा क्वथनांकों में नियमित रूप से वृद्धि होती है। वर्ग 18 के तत्व संबंधित प्रश्न उत्तर1. वर्ग 18 के तत्व को क्या कहते हैं?Ans. उत्कृष्ट गैसें 2. वर्ग 18 के तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास होता है?Ans. ns2np6 उत्कृष्ट गैस क्या है इनके एक एक उपयोग लिखिए?इन गैसों में हीलियम, निऑन, आर्गान, जीनॉन और रडॉन सम्मिलित हैं। ये उत्कृष्ट गैसों[1] के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। समस्त अक्रिय गैसें रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन होती हैं। स्थिर दाब और स्थिर आयतन पर प्रत्येक गैस की विशिष्ट उष्माओं का अनुपात 1.67 के बराबर होता है, जिससे पता चलता है कि ये सब एक परमाणुक गैसें हैं।
उत्कृष्ट गैस कितने होते हैं?उत्तर: वर्ग 18 के तत्वों (हीलियम, निऑन, ऑर्गन, क्रिप्टॉन, जीनॉन, रेडॉन तथा ओगानेसन) को उत्कृष्ट गैसें कहते हें। ये सभी गैसें हें तथा रासायनिक रूप से अक्रिय हैं, ये बहुत कम यौगिक बनाती हैं।
उत्कृष्ट गैस में कौन सा गुण होता है?Solution : उत्कृष्ट गैसों के प्रमुख भौतिक गुण निम्न हैं- <br> (1) सभी गैसें रंगहीन, गुन्धहीन, स्वादहीन होती हैं । <br> (2) ये गैसें अत्यन्त अक्रिय एवं स्थायी होती हैं। <br> (3) इन गैसों के क्वथनांक अति निम्न होते हैं । <br> (4) ये गैसे एकपरमाणुक होती हैं।
उत्कृष्ट गैसों में कौन सा कोर्स पूर्ण होता है?Solution : उत्कृष्ट गैसों की संयोजी कक्षा का विन्यास पूर्ण होता है जिसके कारण ये अधिक स्थायी होती हैं।
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