2. अभिसारी किरण पुंज – अभिसारी किरण पुंज वैसे किरण पुंज जिसके सभी किरण में एक बिंदु पर जमा होते हैं अभी साड़ी किरण पुंज कहलाते हैं। Show उतर– ऐसा पदार्थ जो स्वयं प्रकाश का उत्सर्जन करता है आत्मदीप्त पदार्थ कहलाता है ।जैसे:- सूर्य , तारा , जुगनू आदि । Q. अदीप्त पदार्थ किसे कहते है? Q. प्रकाशीय माध्यम किसे कहते हैं? प्रकाश माध्यम दो प्रकार के होते हैं:-
Q. प्रकाश के गमन के आधार पर पदार्थ कितने प्रकार के होते हैं?
Q. छाया किसे कहते हैं? उतर- जब प्रकाश की किरणें किसी सतह से टकराकर अपने ही माध्यम में लौट जाते हैं तो लौटने के इस घटना को ही प्रकाश का परावर्तन कहते हैं। Q. प्रकृति के आधार पर परावर्तक सतह कितने प्रकार के होते हैं व्याख्या करें? उतर- प्रकृति के आधार पर परावर्तक सतह दो प्रकार के होते हैं :-
Q. परावर्तक सतह किसे कहते हैं ? Q. आपतित किरण किसे कहते हैं ? Q. परावर्तित किरण किसे कहते हैं ? Q. आपतन बिंदु किसे कहते हैं ? Q. अभिलंब किसे कहते हैं ? Q. आपतन कोण किसे कहते हैं ? Q. परावर्तन कोण किसे कहते हैं ? Q. प्रकाश के परावर्तन के कितने नियम हैं? Q. विचलन कोण कसे कहते है ? Q. वस्तु किसे कहते हैं? यह दो प्रकार का होता है:- 1.वास्तविक वस्तु Q. प्रतिबिंब किसे कहते हैं ? 2. वास्तविक प्रतिबिंब Q. क्या काल्पनिक वस्तु का वास्तविक प्रतिबिंब संभव है – हां या ना। Q. प्रतिबिंब किसे कहते हैं ? 1. वास्तविक प्रतिबिंब – किसी प्रकाश स्रोत से आ रही प्रकाश की किरणें परावर्तन या अपवर्तन के बाद जिस बिंदु पर मिलती है उस बिंदु को उस वस्तु का वास्तविक प्रतिबिंब कहते हैं। 2. काल्पनिक प्रतिबिंब – किसी प्रकाश स्रोत से आ रही प्रकाश की किरणें परावर्तन या अपवर्तन के बाद जिस बिंदु पर मिलती हुई प्रतीत होता है उस बिंदु को इस वस्तु का काल्पनिक प्रतिबिंब कहते हैं। Q. वास्तविक प्रतिबिंब और काल्पनिक प्रतिबिंब में अंतर लिखें? Q. विपरिवर्तन किसे कहते हैं? Q. पाशर्व विपरिवर्तन किसे कहते हैं? Q. दर्पण किसे कहते हैं? उतर- वैसा चिकना और चमकीला सतह जो प्रकाश के परावर्तन के नियम का पालन करता है तथा जिसका एक भाग आवश्य ही रंगा हो ,दर्पण कहते है | दर्पण मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:- 1. समतल दर्पण Q. समतल दर्पण किसे कहते हैं? Q. गोलीय दर्पण किसे कहते हैं?
Q. अवतल दर्पण किसे कहते हैं ? Q. गोलीय दर्पण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु क्या है ? Q.वक्रता केंद्र किसे कहते हैं ? Q. दर्पण का ध्रुव किसे कहते हैं? Q. प्रधान अक्ष किसे कहते हैं ? Q. दर्पण का द्वारक किसे कहते हैं ? Q. वक्रता त्रिज्या किसे कहते हैं ? उतर- गोलीय दर्पण के वक्रता केंद्र और उसके ध्रुव के बीच की दूरी को वक्रता त्रिज्या कहते हैं , इसे r से सूचित करते हैं। Q. अवतल दर्पण का दूसरा नाम क्या है? Q. उत्तल दर्पण का दूसरा नाम क्या है? Q. गोलीय दर्पण का फोकस किसे कहा जाता है? Q. फोकस दूरी किसे कहते हैं? Q. अवतल दर्पण का फोकस दूरी चिन्ह में कैसा होता है ? Q.उत्तल दर्पण का फोकस दूरी चिन्ह में कैसा होता है ? Q. गोलीय दर्पण में चिन्ह का निर्धारण कहां से किया जाता है? Q. अवतल दर्पण तथा उत्तल दर्पण में वस्तु का दूरी का चिन्ह कैसे होता है? Q.गोलीय दर्पण की फोकस दूरी और वक्रता त्रिज्या में कैसा संबंध होता है? Q. अवतल दर्पण को अभिसारी दर्पण क्यों कहा जाता है? उतर- उत्तल दर्पण के प्रधान अक्ष के समांतर आती प्रकाश की किरणें परावर्तन के बाद एक बिंदु से फैलती हुई प्रतीत होती है इसलिए उत्तल दर्पण को अपसारी दर्पण कहा जाता है। उतर- गोलीय दर्पण में बनने वाले किरण आने के लिए 4 नियम है:- (1) जब आपतीत प्रकाश की किरने प्रधान अक्ष के समानांतर भेजी जाती है तो परावर्तन के बाद फोकस से होकर जाती है। (3) जब आपतित प्रकाश की किरणों की फोकस से भेजा जाता है तो परावर्तन के बाद प्रधान अक्ष के समानांतर हो जाता है। (4) जब प्रकाश की किरणों को ध्रुव से भेजा जाता है तो आप तन का कोण परावर्तन कोण के बराबर होता है इसमें अभिलंब का कार्य प्रधान अक्ष करता है। Q. किरण आरेख से संबंधित क्या बात है ?उतर- (1) जब वस्तु को अनंत पर रखा जाता है तो उसका प्रतिबिंब अवतल दर्पण में फोकस पर बनता है। fig. (2) जो वस्तु को अनंत और वक्रता केंद्र के बीच रखा जाता है तो उसका प्रतिबिंब अवतल दर्पण में वक्रता केंद्र और फोकस के बीच बनता है। (3) जो वस्तु को वक्रता केंद्र पर रखा जाता है तो उसका प्रतिबिंब अवतल दर्पण में वक्रता केंद्र पर ही बनता है। (4) जब वस्तु को वक्रता केंद्र और फोकस के बीच रखा जाता है तो उसका प्रतिबिंब अवतल दर्पण में अनंत और वक्रता केंद्र के बीच बनता है। (5) जब वस्तु को फोकस पर रखा जाता है तो उसका प्रतिबिंब अवतल दर्पण में अनंत पर बनता है। (6) जब किसी वस्तु को फोकस और ध्रुव के बीच रखा जाता है तो उसका प्रतिबिंब दर्पण के पीछे बनता है। (7) जब वस्तु को ध्रुव पर रखा हुआ माना जाता है तो अवतल दर्पण उसका प्रतिबिंब रूप पर ही बनता है। Q. अवतल दर्पण एवं उत्तल दर्पण में अंतर लिखें ? उत्तल दर्पण- वैसा दर्पण जिसका परावर्तक सतह उभरा है उत्तल दर्पण कहलाता है, उत्तल दर्पण का फोकस दूरी धनात्मक होता है, उत्तल दर्पण में हमेशा छोटा प्रतिबिंब बनता है, उत्तल दर्पण में सीधा प्रतिबिंब बनता है जिसे काल्पनिक कहा जाता है। Q. अवतल दर्पण में बनने वाले किरण आरेख को खींचे ? (2) जब वस्तु को अनंत और वक्रता केंद्र के बीच रखा जाता है (3) जब वस्तु को वक्रता केंद्र पर रखा जाता है (4) जब वस्तु को वक्रता केंद्र और फोकस के बीच रखा जाएगा (5) जब वस्तु को फोकस पर रखा जाएगा (6) जब वस्तु को फोकस और धूप के बीच रखा जाएगा Q. उत्तल दर्पण में बनने वाले प्रतिबिंब का किरण आरेख? जब वस्तु को अनंत और ध्रुव के बीच रखा जाता है Q. अवतल दर्पण के उपयोग को लिखे ? हजामती दर्पण के रूप में Q. हजामत दर्पण के रूप में अवतल दर्पण का उपयोग क्यों किया जाता है? Q. अवतल दर्पण का उपयोग सोलर कुकर में क्यों किया जाता है? Q. गाड़ियों के हेड लाइट में अवतल दर्पण का उपयोग क्यों किया जाता है? Q. उत्तल दर्पण का उपयोग स्ट्रीट लाइट में क्यों किया जाता है? Q. उत्तल दर्पण का उपयोग साइड मिरर के रूप में क्यों किया जाता है? Q. चिन्ह परिपाटी क्या है ? Q. किसी गोलीय दर्पण में बना प्रतिबिंब बड़ा है? Q. किसी गोलीय दर्पण में बना प्रतिबिंब 4 गुना है ? Q. किसी गोलीय दर्पण में बना प्रतिबिंब दर्पण के पीछे है एवं बड़ा है? Q. किसी गोलीय दर्पण में बना प्रतिबिंब सीधा और छोटा है ? Q. अवतल दर्पण उत्तल दर्पण एवं समतल दर्पण की पहचान स्पर्श करके एवं बिना स्पर्श किए हुए कैसे करते हैं? इसके लिए बाड़ी बाड़ी से दर्पण के सामने वस्तु को लाया जाता है और नीचे नजदीक और दूर करके प्रतिबिंब का अवलोकन किया जाता है Q. एक अवतल दर्पण के सामने कागज के टुकड़े को कहां पर रखा जाए कि वह जलने लगे यह घटना क्यों होती है कारण लिखें ? उत्तल दर्पण को अपचारी दर्पण क्यों कहते हैं?उत्तल दर्पण में एक उभरी हुई परावर्तक सतह होती है जो उस पर आपतित किरणों को अपवर्तित करती है। उत्तल दर्पण को अपसारी दर्पण कहते हैं।
अवतल दर्पण को अभिसारी दर्पण क्यों कहा जाता है?ऐसा गोलीय दर्पण जिसके उभरे भाग पर पॉलिश किया गया हो और दबे भाग पर प्रतिबिम्ब बनता हो उसे अभिसारी दर्पण कहते हैं. ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि इस दर्पण में किरणें परावर्तन के बाद फ़ैल जाती हैं (जबकि अपसारी दर्पण में किरणें सिकुड़ कर एक बिंदु पर एकत्र हो जाती हैं). ... ऐसी क्रिया( concave mirror)अवतल दर्पण में होती है।
उत्तल दर्पण को कौन सा दर्पण कहा जाता है?उत्तल दर्पण (convex mirror / कान्वेक्स मिरर) -- जिस दर्पण का परावर्तक तल बाहर की तरफ उभरा रहता है उसे उत्तल दर्पण कहते हैं।
अवतल और उत्तल दर्पणों को गोलीय दर्पण क्यों कहते हैं?Solution : अवतल तथा उत्तल दर्पण, दोनों एक ही गोले का भाग होते हैं, इसलिए इन्हें गोलीय दर्पण कहा जाता है।
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