नमस्कार दोस्तों दिया गया प्रश्न है विद्युत धारा के उष्मीय प्रभाव पर आधारित 4 विद्युत संयंत्रों के नाम लिखिए तो दोस्त यहां पर जो विद्युत धारा का क्या कहा गया है में विद्युत धारा का कौन सा प्रभाव उष्मीय प्रभाव इसका मतलब क्या होता है दोस्तों विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव का अर्थ यह होता है जब विद्युत ऊर्जा का परिवर्तन किया जाए विद्युत ऊर्जा का जो परिवर्तन है वह काम में हो जाए वह उसमें ऊर्जा में रूपांतरण हो जाए और उसमें ऊर्जा का फिर उपयोग जो है हम हमारे दैनिक जीवन में करते हैं इसे क्या कहा जाता है विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव प्रभाव है वह किस पर आधारित होता है किस पर आधारित होता है दोस्तों पर निर्भर करता है अगर जोक्स ऊष्मा होती है व निर्भर करती है किसी चालक में प्रवाहित धारा के वर्ग के ऊपर उसके प्रतिरोध पर और Show डाटा की धारा प्रवाहित करी जा रही है अगर मान लीजिए कि यह विद्युत हीटर की कॉइल है ठीक है अगर विद्युत हीटर की बात करूं धातु का बना होता है तो क्या होता है इनका जो प्रतिरोध होता है दोस्तों और का मांस को कैसा होता है अति उच्च होता है और जब इसका ने धारा प्रवाहित की जाती है जिससे कि दुधारा कर दो उसमें प्रभाव होता है उस उत्पन ऊष्मा किस पर निर्भर करती है धारा के मान पर सुधार का क्या हुआ दोस्तों वर्ग का अनुक्रमानुपाती में सुधार का वर्क हो रहा है तो उसके कारण पुष्पा मर रही है अब पहले से ही इसका जो नाइक्रोम काटा रे इश्क जो प्रतिरोध होता है वह बहुत कुछ होता है मतलब यह मैसेज धातु है दोस्तों मिश्र धातु होती है ठीक है जो मिश्र धातुएं होती है उनका जो शत्रु होता है वह भी क्या सोचोगे तो आर का मान भी बढ़ गया और मैं नीचे की टाइम भी हमने बढ़ा दिया हमने उसे 1 घंटे तक के जलाया तो क्या होगा दोस्तों जो उत्पन ऊष्मा है उसका मान काफी अधिक हो जाएगा आज वह उतनी ही देर तक हमें क्या पता इतनी मात्रा में क्या प्रदान करेगी हमें उसमें प्रदान करें और इसी उत्पन ऊष्मा का दोस्तों क्या किया जाता है इसी उत्पन ऊष्मा का दैनिक जीवन में उपयोग किया जाता है ठीक है तो दैनिक जीवन में जो हम लोग यंत्र उपयोग किए करते हैं जो विद्युत धारा के उसमें प्रभाव पर आधारित होते हैं वह कौन सा होता है वह होता है विद्युत हीटर पहला जो होता है विद्युत हीटर हो तो उस पर खाना पकाया जाता है उसमें क्या होता है उसमें एक हम लोग कह सकते कुछ इस प्रकार से बहुत सारी जो मिलना तू होती है उनके तार आपस में लपेट कर के उसे बनाया जाता है और क्या किया जाता है फिर इसको इसको दोस्तों काफी रहता है इसके दूसरे है उसे सप्लाई से देंगे ज्यादा तुझ पर क्या होता है बहुत अत्यधिक मात्रा में उत्पन्न होती है दूसरा जो है दोस्तों को कौन सा होता है वह होता है पर जो घर में आप कपड़ों पर प्रेस कर उसकी बात कर रहा है दोस्तों तो क्या होता है जो उसमें उत्पन्न होती है उससे क्या होता है जो आप के कपड़ो की फाइलें है उसे दूर करने में उपयोग किया जाता है कि तीसरा दोस्तों कहां उपयोग किया जाता है वह ब्रेड टोस्टर में इसका उपयोग किया जाता है ब्रेड टोस्टर में इसका उपयोग होगा और चौथा सबसे मुख्य हम लोग कहते हैं दैनिक जीवन में आपने देखा होगा जो हम लोग बल्ब यूज करते हैं ठीक है तू तू विद्युत बल्ब होता है वह भी किस पर आधारित होता है विद्युत बल्ब में विद्युत धारा के उसमें प्रभाव पर आधारित होता है उसमें क्या होता है जो फिलामेंट होता है वह एक पर्टिकुलर टाइम तक पर जलता है जिसके कारण क्या होता है बहुत मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न होती है और जो तार होता है वह क्या करता है चमक उत्पन्न करने लगता है और उसी का उपयोग हम लोग प्रकाश के रूप में प्रकाशित रोते-रोते करते हैं तो यही हमारे पास दोस्तों चार मुख्य हम लोग कह सकते दैनिक जीवन में आधारित जो चार संयंत्र से धन्यवाद विद्युत धारा के उष्मीय प्रभाव से आप क्या समझते हैं?Solution : इलेक्ट्रिक फ्यूज (सीसे तथा टिन का मिश्रधातु) जिसमें एक निश्चित गलनांक होता है, विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव पर कार्य करता है। जब परिपथ में प्रवाहित धारा का मान एक निश्चित परिसीमा को पार कर जाता है तो यह गलकर परिपथ को तोड़ देता है।
इनमें से कौन विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव पर आधारित है?किसी चालक द्रव में विद्युत धारा प्रवाहित होने पर रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं। इसे विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कहते हैं ।
विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभावों के आधार पर सुरक्षा उपकरण को हम क्या कहते हैं?किसी विद्युत परिपथ में परिपथ के प्रतिरोध को परिवर्तित करने के लिए प्रायः एक युक्ति का उपयोग करते हैं जिसे धारा नियंत्रक कहते हैं।
विद्युत धारा के तापीय प्रभाव से आप क्या समझते हैं कुछ उदाहरण लिखें?अत: स्रोत द्वारा परिपथ में निवेशित शक्ति P =`(VxxQ)/t`=v x i <br> अत: समय । में स्रोत द्वारा परिपथ को प्रदान की गई ऊर्जा = P x t या V.I.t के बराबर होगी। यहीं ऊर्जा ऊष्मा के रूप में प्रतिरोधक में क्षयित हो जाती है। अत: इस स्थायी विद्युत धारा i द्वारा समय t उत्पन्न ऊष्मा की मात्रा HH= V.i.t या `H= i^2R.
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