वायुराशियाँ
वायुराशि वायुमंडल का वह विशाल, विस्तृत एवं घना भाग है जिसकी भौतिक विशेषताओं यथा तापमान एवं आर्द्रता में विभिन्न ऊँचाई पर क्षैतिज दिशा में समरूपता पाई जाती है। Show
वायुराशि की उत्पत्ति हेतु आवश्यक दशाएँ:ध्यातव्य है कि एक आदर्श वायु राशि की उत्पत्ति के लिये कुछ निश्चित दशाओं का होना आवश्यक होता है जो निम्नलिखित हैं-
वायुराशियों का उत्पत्ति क्षेत्र:
वायुराशियों की विशेषताएँ:
वायुराशियों का वर्गीकरण:वायुराशियों को उनके उत्पत्ति के स्थान, मार्ग, तापमान, आर्द्रता आदि के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। इस प्रकार का वर्गीकरण त्रेवार्थ (Glenn T. Trewartha) द्वारा किया गया है। उद्गम क्षेत्र के आधार पर वर्गीकरण- इसमें तापमान तथा आद्रता को आधार बनाया गया है। तापमान के आधार पर वर्गीकरण- तापमान संबंधी विशेषता के आधार पर वायुराशियों को दो प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है।
आद्रता के आधार पर वर्गीकरण- आर्द्रता के आधार पर भी वायुराशियों को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है।
वायुराशि के मार्ग के आधार पर वर्गीकरण- अपने उत्पत्ति के स्थान से अन्य स्थान पर गतिशील होने से वायुराशि के मूल गुणों में परिवर्तन होता है। यह परिवर्तन निम्न प्रकार से होता है-
वायु राशि क्या है उनका वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए?वायुराशि वायु का एक सघन एवं विस्तृत भाग है, जिसके सभी भौतिक लक्षण तापमान (Temperature), आर्द्रता (Humidity) आदि क्षैतिज तल (Horizontal plane) में लगभग एक समान होते हैं। ट्रीवार्था ने वायुराशि को वायु का विस्तृत पुंज (Extensive Portion) माना है। किसी वायुराशि का विस्तार हजारों वर्ग किमी क्षेत्र में होता है।
वायु राशि से क्या तात्पर्य?वायुराशि हवा का वह घना भाग है जिसका ताप एवं आर्द्रता एक समान एवं समतल हो। कुछ निश्चित स्थानों पर वायुमंडल में हवाओं की सामान्य गति के कारण वायु की विशाल राशि एकत्र हो जाती है, जिसकी अपनी विशेषताएँ और भौतिक दशाएँ, विशेषकर ताप और आर्द्रता, निश्चित तथा स्पष्ट होती हैं।
वायु कौन सी राशि है?जिनका नाम वायु होता है उनकी राशि वृषभ होती है।
वाताग्र किसे कहते हैं ये कितने प्रकार के होते हैं?दो भिन्न स्वभाव वाली वायुराशियोें (ताप, गति, घनत्त्व, आर्द्रता, दिशा आदि विशेषताओं के संदर्भ में) के मिलने से ढलुआ सतह का निर्माण होता है जिसे वाताग्र कहते हैं। दो भिन्न स्वभाव की वायुराशियाँ आपस में मिलकर एक संक्रमणीय क्षेत्र का निर्माण करती हैं जहाँ दोनों वायुराशियों की विशेषताएँ पाई जाती हैं।
|