Show
एमपीपीएससी की नि:शुल्क कोचिंग में छात्रों ने बुधवार को भूगोल के बारे में जाना। साथ ही शिक्षकों से भूगोल संबंधी प्रश्नों की जानकारी। यह जानकारी भूगोल के विशेषज्ञ विकास सोनी द्वारा खटीक समाज के सामुदायिक भवन पर गुरुवार को दी गई। साथ ही अच्छे अंक पाने और प्रश्नों को आसानी से हल करने को लेकर टिप्स भी दिए गए। भूगोल विशेषज्ञ सोनी ने छात्रों को बताया कि पृथ्वी के चारो ओर विस्तृत वायुमंडल का आवरण है जो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण जुड़ा हुआ है। इस वायुमंडल में विभिन्न गैसों का मिश्रण, जल वाष्प और एयरोसोल पाए जाते हैं। इन गैसों में सबसे ज्यादा मात्रा में नाइट्रोजन का अनुपात पाया जाता है जो कि 78.08 प्रतिशत है। उसके बाद ऑक्सीजन पाई जाती है। जिसकी मात्रा 20.95 प्रतिशत है। इसके बाद आर्गन 0.93 प्रतिशत फिर कार्बन डाई ऑक्साइड है। जिसका अनुपात 0.03 प्रतिशत होता है। नाइट्रोजन गैस अमीनो एसिड का प्रमुख स्त्रोत है। उन्होंने बताया कि बाद में यही अमीनो एसिड आगे चलकर प्रोटीन के रूप मे विकसित हो जाता है। साथ ही यह आग को नियंत्रित करने का कार्य भी करता है। ऑक्सीजन गैस भोजन बनाने का स्त्रोत और जीवनदायी गैस के रूप में है। कार्बनडाईऑक्साइड ग्रीन हाउस गैस है। यह पेड़ पौधों को भोजन बनाने और ऑक्सीजन की आपूर्ति का सबसे बड़ा स्त्रोत है। एमपीपीएससी की कोचिंग पर पढ़ाते शिक्षक। वायुमंडल के हैं चार मंडलशिक्षक सोनी ने बताया कि वायुमंडल के चार मंडल है जिसमे क्षोभमंडल, समताप मंडल, मध्य मंडल और आयन मंडल शामिल है। मौसम संबंधी सभी घटनाएं क्षोभ मंडल में होती है क्योंकि वायुमंडल के सभी घटकों का सांद्रण यही होता है। पृथ्वी की सतह से ऊपर जाने पर तापमान में कमी होती है यह दर 6.5 डिग्री सेल्सियस प्रति किलोमीटर होती हैं। समताप मंडल मे 15 से 35 कि. मी. तक ओजोन परत पायी जाती है जो पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है। पृथ्वी को चारों ओर से घेरे हुए वायु के विस्तृत फैलाव को पृथ्वी का वायुमंडल (Earth atmosphere) कहते हैं. वायुमंडल की ऊपरी परत के अध्ययन को वायुविज्ञान (Aerology) और निचली परत के अध्ययन को ऋतु विज्ञान (Meterology) कहते हैं. आयतन के अनुसार वायुमंडल में 30 मील के अंदर विभिन्न गैसों का मिश्रण होता है जो इस प्रकार हैं- नाइट्रोजन 78.07 फीसदी, ऑक्सिजन 20.93 फीसदी, कॉर्बन डाईऑक्साइड .03 फीसदी और आर्गन .93 फीसदी. वायुमंडल में पाई जाने वाली कुछ महत्वपूर्ण गैस 1. नाइट्रोजन: इस गैस की प्रतिशत मात्रा सभी गैसों से अधिक हैं. नाइट्रोजन की उपस्थिति के कारण ही वायुदाब, पवनों की शक्ति और प्रकाश के परावर्तन का आभास होता है. इस गैस का कोई रंग, गंध या स्वाद नहीं होता. नाइट्रोजन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह वस्तुओं को तेजी से जलने से बचाती है. अगर वायुमंडल में नाइट्रोजन ना होती तो आग पर नियंत्रण रखना कठिन हो जाता. नाइट्रोजन से पेड़-पौधों में प्रोटीनों का निर्माण होता है, जो भोजन का मुख्य का अंग है. यह गैस वायुमंडल में 128 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैली हुई है. 2. ऑक्सिजन- यह अन्य पदार्थों के साथ मिलकर जलने का कार्य करती है. ऑक्सिजन के अभाव में हम ईधन नहीं जला सकते. यह ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है. यह गैस वायुमंडल में 64 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैली हुई है, पर 16 किलोमीटर से ऊपर जाकर इसकी मात्रा बहुत कम हो जाती है. 3. कार्बन-डाई-ऑक्साइड- यह सबसे भारी गैस है और इस कारण यह सबसे निचली परत में मिलती है फिर भी इसका विस्तार 32 किमी की ऊंचाई तक है. यह गैस सूर्य से आने वाली विकिरण के लिए पारगम्य और पृथ्वी से परावर्तित होने वाले विकिरण के लिए अपारगम्य है. 4. ओजोन- यह गैस ऑक्सिजन का ही एक विशेष रूप है. यह वायुमंडल में अधिक ऊंचाइयों पर ही अति न्यून मात्रा में मिलती है. यह सूर्य से आने वाली तेज पराबैंगनी विकिरण (Ultraviolet Radiations) के कुछ अंश को अवशोषित कर लेती है. यह 10 से 50 किमी की ऊंचाई तक केंद्रित है. वायुमंडल में ओजोन गैस की मात्रा में कमी होने से सूर्य की पराबैंगनी विकरण अधिक मात्रा में पृथ्वी पर पहुंच कर कैंसर जैसी भयानक बीमारियां फैला सकती हैं. (a) गैसों के अतिरिक्त वायुमंडल में जलवाष्प और धूल के कण भी उपस्थित हैं. (b) आकाश का रंग नीला धूल कण के कारण ही दिखाई देता है. (c) जलवाष्प सूर्य से आने वाले सूर्या तप के कुछ भाग को अवशोषित कर लेता है और पृथ्वी द्वारा विकरित ऊष्मा को संजोए रखता है. इस प्रकार यह एक कंबल का काम करता है. इससे पृथ्वी ना तो अधिक गर्म और ना ही अत्यधिक ठंडी हो सकती है. (d) वायुमंडल में जलवाष्प सबसे अधिक परिवर्तनशील और असमान वितरण वाली गैस है. पृथ्वी का वायुमंडल बहुत से तत्वों से मिलकर बना हुआ है इन तत्वों को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा गया है ये भाग हैं : गैस, जलवाष्प तथा धूल कण। गैसों के अतिरिक्त जो जलवाष्प वायुमंडल में पाए जाते हैं वे पृथ्वी के वायुमंडल में नमी का कारण बनते हैं जो हमारे लिए लाभदायक होता है तथा इन्ही जलवाष्पों के कारण वर्षा व अन्य मौसमी प्रक्रियाएं होती हैं। जलवाष्प पृथ्वी की सतह पर फैले पानी के वाष्पित होने के कारण ही बनते हैं। इसके अतिरिक्त धूल के सूक्ष्म कण हवा के कारण वायुमंडल में प्रवेश करते हैं जिसमें मिट्टी व अन्य सूक्ष्म पदार्थ मिश्रित होते हैं। वायुमंडल में सबसे महत्वपूर्ण तत्व गैसें हैं जो पृथ्वी पर बसे जीवन के लिए आवश्यक हैं। आइए जानते हैं कि पृथ्वी वायुमंडल में कौन कौन सी गैसें पाई जाती हैं। पृथ्वी के वायुमंडल में बहुत सी जैसे पाई जाती हैं लेकिन मुख्य रूप से यह चार गैसों से मिलकर बना हुआ है इन गैसों का नाम इस प्रकार है : नाइट्रोजन : 78% ऑक्सीजन : 21% ऑर्गन : 0.93% कार्बन डाईऑक्साइड : 0.04% इनके अतिरिक्त निओन, हीलियम, क्रीप्टोन, और हीड्रोजन गैसें वायुमंडल में सूक्ष्म मात्रा में पाई जाती हैं। आइए अब उपरोक्त चार मुख्य गैसों की मूलभूत आवश्यकता के बारे में जानते हैं। नाइट्रोजन : यह गैस वायुमंडल में सबसे अधिक मात्रा (78%) में पाई जाती है तथा जमीन में उपस्थित बैक्टीरिया के साथ अभिक्रिया कर नाइट्रेट ऑक्साइड बनाती है जो पौधों द्वारा प्रोटीन बनाने हेतु प्रयोग में लाया जाता है। ऑक्सीजन : वायुमंडल में फैली गैसों का 21% भाग ऑक्सीजन है जो सांस लेने व आग जलाने में सहायक है। ऑक्सीजन के बिना जीवन की कल्पना नही की जा सकती और न ही इसके बिना आग जला पाना संभव है। आर्गन : वायुमंडल की गैसों का 0.93% भाग ऑर्गन है इसका सर्वाधिक प्रयोग प्रकाश बल्बों में किया जाता है इसके प्रयोग से प्रकाश बल्बों की उम्र बढ़ती है तथा वे ज्यादा समय तक जलते हैं। कार्बन डाईऑक्साइड : हमारे द्वारा श्वसन क्रिया के दौरान छोड़ी जाने वाली व पौधों द्वारा ग्रहण की जाने वाली कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा हमारे वायुमंडल में 0.03% है। इस गैस को ग्रीन हाउस प्रभाव का कारण माना जाता है क्योंकि यह गैस सूर्य से आने वाली रेडिएशन को तो प्रवर्तित कर देती है लेकिन पृथ्वी की रेडिएशन को बाहर जाने से रोकती है इस प्रकार यह गैस पृथ्वी के वायुमंडल को गर्म करती है। वायुमंडल में सबसे अधिक मात्रा में कौन सी गैस पाई जाती है?नाइट्रोजन: इस गैस की प्रतिशत मात्रा सभी गैसों से अधिक हैं.. ऑक्सिजन- यह अन्य पदार्थों के साथ मिलकर जलने का कार्य करती है.. कार्बन-डाई-ऑक्साइड- यह सबसे भारी गैस है और इस कारण यह सबसे निचली परत में मिलती है फिर भी इसका विस्तार 32 किमी की ऊंचाई तक है.. ओजोन- यह गैस ऑक्सिजन का ही एक विशेष रूप है.. 3 वायुमंडल में सर्वाधिक पाई जाने वाली गैस कौन सी है?सही उत्तर नाइट्रोजन है। नाइट्रोजन पृथ्वी के वायुमंडल में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली गैस है।
वायुमंडल की सबसे हल्की गैस कौन सी है?Detailed Solution. सही उत्तर H है। हाइड्रोजन (H) एक रंगहीन, गंधहीन, अधात्विक, स्वादहीन, अत्यधिक ज्वलनशील गैस है। यह आवर्त सारणी की सबसे हल्की गैस है जिसका परमाणु क्रमांक 1 है।
|