पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा प्रवाह से आप क्या समझते हैं? - paaristhitikee tantr mein oorja pravaah se aap kya samajhate hain?

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  5. पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का प्रभाव।

पारिस्थितिकी तंत्र-

किसी भी कार्य को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। पर्यावरण में हमें पेड़ पौधों से सभी प्रकार के प्राकृतिक अवयव जैसे कि जल, लवण और कार्बन-डाईऑक्साइड व स्टार्च प्राप्त होते हैं।

पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा प्रवाह से आप क्या समझते हैं? - paaristhitikee tantr mein oorja pravaah se aap kya samajhate hain?
पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का प्रभाव।

सूर्य की ऊष्मा से प्राप्त होने वाली ऊर्जा को संश्लेषण की प्रक्रिया से प्राप्त कर पौधे अपना भरण-पोषण करते हैं अर्थात् सूर्य की ऊष्मा पौधों में प्रवेश करती है तथा पौधे के विभिन्न भागों में जाती है। इस प्रकार की प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) कहलाती है।

Table of Contents

  • पारिस्थितिकी तंत्र-
  • अजैविक व जैविक घटकों के मध्य ऊर्जा-
  • प्रश्न ओर अत्तर (FAQ)
  • पारिस्थितिक तंत्र के बारे में बताइए।
  • किसी पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा कैसे प्रवाहित होती है?

अजैविक व जैविक घटकों के मध्य ऊर्जा-

जब किसी पारिस्थितिकी अवस्था में ऊष्मा का संचरण ऊर्जा के रूप में एक ही दिशा में होता है तथा यह चक्रीय प्रक्रम न हो तो सभी स्तरों पर ऊष्मा गतिकी के नियमों की पालना होती है जो कि निम्नानुसार हैं –

  • ऊर्जा संरक्षण के नियम अनुसार ऊर्जा को न तो नष्ट किया जा सकता है न ही ऊर्जा को उत्पन्न किया जा सकता है ऊर्जा को केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है अर्थात् यह केवल ऊर्जा रूपान्तरण की पालना करता है।
  • ऊर्जा का स्थानान्तरण हमेशा गर्म से की ओर होता है अर्थात् ऊर्जा स्थानान्तरण में ऊर्जा का हास सान्द्र से तनु की ओर होता है।

अतः उपभोक्ता द्वारा व उत्पादक की तुलना में ऊर्जा का लगातार सूक्ष्म स्तर पर परिवर्तन होता है जो कि एक पारिस्थितिकी में विद्यमान हो।

किसी भी पोषण स्तर में, जो ऊर्जा ऊष्मा के रूप में व्यय हो जाती है वह पुनः जीवों के लिए उपलब्ध नहीं हो सकती जबकि खनिज पदार्थ बार-बार जीवों को उपलब्ध होते रहते हैं।

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प्रश्न ओर अत्तर (FAQ)

पारिस्थितिक तंत्र के बारे में बताइए।

किसी भी कार्य को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। पर्यावरण में हमें पेड़ पौधों से सभी प्रकार के प्राकृतिक अवयव जैसे कि जल, लवण और कार्बन-डाईऑक्साइड व स्टार्च प्राप्त होते हैं।

किसी पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा कैसे प्रवाहित होती है?

ऊर्जा का स्थानान्तरण हमेशा गर्म से की ओर होता है अर्थात् ऊर्जा स्थानान्तरण में ऊर्जा का हास सान्द्र से तनु की ओर होता है।

Read more – पारिस्थितिक तंत्र की कार्यप्रणाली।

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विषयसूची

  • 1 पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा प्रवाह कैसे होता है?
  • 2 ऊर्जा प्रवाह के दो नियम कौन कौन से है?
  • 3 कितने प्रकार के जलीय पारिस्थितिकी तंत्र होते हैं?
  • 4 किसी पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह के बारे में निम्न में से कौन सी श्रृंखला सही है?
  • 5 पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का अंतिम स्रोत क्या होता है?

पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा प्रवाह कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंपारिस्थितिकी तंत्र की संरचना में ऊर्जा का प्रवाह खाद्य श्रृंखला के निम्न स्तर से उच्च स्तर की ओर होता है। सजीवों की वृद्धि के लिए आवश्यक पोषक तत्व जैव-पदार्थ तथा मृदा जैसे अजैविक घटकों में संचित होता है। इन पोषक तत्त्वों का प्रवाह पारिस्थितिकी तंत्र की संरचना में चक्रीय रुप से होता रहता है।

जलीय पारिस्थितिकी तंत्र क्या?

इसे सुनेंरोकेंजलीय पारिस्थितिकी तंत्र मीठे पानी और खारे पानी दोनों हैं। ताजे पानी की झीलें, जलधाराएँ, नदियाँ, लैगून और वे खारे पानी समुद्र और समुद्र हैं।। उन सभी आवासों में जहां जीवन रखा जाता है और ताजे या खारे पानी के साथ एक सहजीवन होता है, एक जलीय पारिस्थितिकी तंत्र माना जाता है।

ऊर्जा प्रवाह के दो नियम कौन कौन से है?

इसे सुनेंरोकेंऊर्जा का प्रवाह दशांश(10 प्रतिशत) का नियम लिण्डमैन ने दिया। जिसके अनुसार हर अगले स्तर पर ऊर्जा का क्षय होता है। अगले स्तर पर ऊर्जा का 10 प्रतिशत ही पहुंचता है। शेष ऊष्मा के रूप में उपयोग हो जाता है।

जीव मण्डल में ऊर्जा का १० प्रतिशत नियम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंदस प्रतिशत नियम का अर्थ है कि जब एक पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा एक ट्रोफिक स्तर से अगले तक पारित की जाती है, तो ऊर्जा का केवल दस प्रतिशत ही पारित किया जाएगा। एक ट्राफिक स्तर खाद्य श्रृंखला या ऊर्जा पिरामिड में जीव की स्थिति है.

कितने प्रकार के जलीय पारिस्थितिकी तंत्र होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइसके दो प्रकार हैं:- (i) ठहरा हुआ जल पारिस्थितिकी तंत्र जैसे कि तालाब, झील आदि और (ii) बहता हुआ जल पारिस्थितिकी तंत्र जैसे नदी, झरना आदि।

इसे सुनेंरोकेंउत्तर- पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा प्रवाह- (Energy flow in ecosystem) — प्राणी जीवन की विभिन्न जैव क्रियाओं के संचालन के लिए ऊर्जा अति आवश्यक होती है। हमारी पृथ्वी पर ऊर्जा का एक मात्र स्रोत सूर्य का प्रकाश है। सूर्य का प्रकाश किरणों के रूप में वायुमण्डल से गुजरते हुए पृथ्वी पर आता है।

पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर सूर्य है। सूर्य जीवों और पारिस्थितिक तंत्र के लिए ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है, जिसका वे एक हिस्सा हैं।

किसी पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह के बारे में निम्न में से कौन सी श्रृंखला सही है?

इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर उष्मागतिकी है। पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह उष्मागतिकी के दूसरे नियम का पालन करता है।

पोषण स्तर में एक बाज कहाँ होता है?

इसे सुनेंरोकेंबाज, सांप को खाते है चौथे पोषण स्तर का एक उदाहरण है। चौथे पोषण स्तर को तृतीयक उपभोक्ताओं के रूप में जाना जाता है। तृतीयक उपभोक्ता उत्पादकों, प्राथमिक उपभोक्ताओं और द्वितीयक उपभोक्ताओं के बाद एक चौथा पोषण स्तर है। वे प्राथमिक और द्वितीयक उपभोक्ताओं को अपने भोजन के मुख्य स्रोत के रूप में खिलाते हैं।

पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का अंतिम स्रोत क्या होता है?

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Questionपारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का स्रोत है:
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Class 12th
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ऊर्जा रूपांतरण से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंऊर्जा का एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होना, ऊर्जा रूपांतरण कहलाता है। उदाहरण रसायनिक ऊर्जा, ऊष्मीय ऊर्जा, गतिज ऊर्जा. आदि।