10 पैसा कौन से सन में बंद हुआ था? - 10 paisa kaun se san mein band hua tha?

भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने अपनी सालाना रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट में कई तरह की जानकारियां शामिल होती हैं. लेकिन, सबसे अहम हिस्सा वो होता, जो सीधे आम आदमी से जुड़ा है. RBI की रिपोर्ट में बताया गया है कि अभी प्रचलन में कौन से नोट और कौन से सिक्के हैं. साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि अभी कितने नोट और सिक्के जारी किए जाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि बरसों पहले चलन से बाहर कर दिया गया 50 पैसे का सिक्का (50 Paise coin) बंद नहीं हुआ है. बाजार में लोगों ने इसे चलन से बाहर किया है. RBI की तरफ से इसे बंद करने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. बल्कि, आरबीआई अब भी सिक्के ढाल रहा है. 

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2000 रुपए के नोट पर भी कोई प्रतिबंद नहीं

रिजर्व बैंक की रिपोर्ट में यह भी साफ किया गया है कि 2000 रुपए के नोट (2000 Rupee note update) को लेकर बाजार में जो भी कन्फ्यूजन है, वो महज अफवाह है. 2000 के नोटों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा है और उसकी छपाई का सिलसिला जारी है. हालांकि, छपाई को कम किया गया है. लेकिन, बंद नहीं किया गया. इस बारे में अफवाह उड़ रही थी कि रिजर्व बैंक ने 2 हजार के नोटों को बंद किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक 2, 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 रुपये के नोट जारी करता है. 

अब भी चलेगा 50 पैसे का सिक्का!

रिजर्व बैंक की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कौन-कौन से सिक्के चलन (Coins in Circulation) में हैं. काफी समय से बाजार में 1 रुपए के सिक्के को लेने में आना-कानी करते हैं. वहीं, 50 पैसे का सिक्का तो बहुत पहले ही चलन से बाहर हो चुका है. लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि आरबीआई ने अभी तक 50 पैसे के सिक्के को चलन से बाहर नहीं माना है. रिजर्व बैंक के मुताबिक, अभी बाजार में 50 पैसे, 1 रुपए, 2, 5, 10 और 20 रुपए के सिक्के चलन में हैं. रिजर्व बैंक की तरफ से इन्हें जारी भी किया जाता है. इन्हें लेने से कोई इनकार नहीं कर सकता.

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सबसे ज्यादा चलते हैं 500 और 2000 रुपए नोट

रिजर्व बैंक के मुताबिक, बाजार में जितने नोट हैं, उनमें वैल्यू टर्म के लिहाज से 500 और 2,000 के बैंक नोट 85.7 फीसदी चलन में हैं. मतलब देश में जितने बैंक नोट चल रहे हैं, उनमें 85.7 फीसदी सिर्फ 500 और 2,000 रुपए के नोट हैं. 31 मार्च, 2020 को यह मात्रा 83.4 फीसदी थी. वहीं, वॉल्यूम के हिसाब से 500 रुपए के नोट का शेयर सबसे ज्यादा है. 31.1 फीसदी नोट चलन में हैं. इसके बाद 10 रुपए का नोट, जिसका वॉल्यूम 23.6 परसेंट है. नोटों की यह मात्रा 31 मार्च, 2021 के चलन के हिसाब से बताई गई है.

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कितना होता है प्रिंटिंग पर खर्च?

RBI की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में इस साल नोटों की आवक 9.7 फीसदी कम हुई है. पिछले साल से इस साल बैंक नोट की सप्लाई में 0.3 फीसदी की गिरावट आई है. 1 जुलाई, 2020 से 31 मार्च 2021 तक सिक्योरिटी प्रिंटिंग पर कुल 4,012.1 करोड़ रुपए खर्च किए गए. जुलाई 2019 से जून 2020 तक सिक्योरिटी प्रिंटिंग पर 4,377.8 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. जाली नोटों के बारे में रिजर्व बैंक ने कहा कि कुल नकली नोटों में 3.9 फीसदी रिजर्व बैंक में जबकि 96.1 फीसदी अन्य बैंकों में पाए गए थे. 2020-21 के दौरान कुल 2,08,625 जाली नोट पकड़ में आए. 2019-20 में यह संख्या 2,96,695 थी और 2018-19 में 3,17,384 थी.

स्टेट बैंक के पास करेंसी चेस्ट

करंसी नोट और सिक्कों को जारी करने का काम रिजर्व बैंक करता है. इसका प्रबंधन भी RBI की तरफ से होता है. इस काम में इशू ऑफिस, करेंसी चेस्ट और स्मॉल कॉइन डिपॉजिट बड़ी भूमिका निभाते हैं जो कि पूरे देश में फैले होते हैं. 31 मार्च 2021 तक देश में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास करेंसी चेस्ट नेटवर्क का 55 फीसदी हिस्सा था जो कि सभी बैंकों में ज्यादा है. कटे-फटे नोटों के बारे में रिजर्व बैंक ने बताया है कि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते इस काम में बाधा आई थी, लेकिन अब उसे दुरुस्त कर दिया गया है.

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बाजार में जितने नोट हैं, उनमें किस नोट की कितनी मात्रा है, रिजर्व बैंक ने इसके बारे में भी बताया है. वैल्यू टर्म में देखें तो 500 और 2,000 के बैंक नोट 85.7 परसेंट चलन में हैं. यानी कि देश में जितने बैंक नोट चलन में हैं, उनमें 85.7 परसेंट 500 और 2,000 के नोट हैं.

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रिजर्व बैंक की सांकेतिक तस्वीर

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने गुरुवार को अपनी सालाना रिपोर्ट जारी की. इस रिपोर्ट में रिजर्व बैंक ने बताया कि अभी प्रचलन में कौन से नोट और कितने के सिक्के हैं. रिजर्व बैंक ने ये भी बताया कि अभी कितने रुपये के नोट और सिक्के जारी जारी किए जाते हैं. रिजर्व बैंक की रिपोर्ट से साफ हो गया कि 2 हजार के नोटों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा है . इस बारे में अफवाह उड़ रही थी कि रिजर्व बैंक ने 2 हजार के नोटों को रोक दिया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक 2, 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 रुपये के नोट जारी करता है. रिजर्व बैंक ने यह भी बताया कि कौन-कौन से सिक्के चलन में हैं.

अक्सर बाजार में हम देखते हैं कि 1 रुपये के सिक्के लेने से दुकानदार मना करते हैं. 50 पैसे का सिक्का लेने की बात तो दूर है.

सभी सिक्के जारी रहेंगे

रिजर्व बैंक ने इसके बारे में पूरी जानकारी दी है. रिजर्व बैंक के मुताबिक, अभी बाजार में 50 पैसे, 1 रुपये, 2, 5, 10 और 20 रुपये के सिक्के चलन में हैं. रिजर्व बैंक की तरफ से इन्हें जारी भी किया जाता है. इनमें से किसी भी सिक्के को चलन से बाहर नहीं किया जाएगा.

चलन में है 50 पैसे का सिक्का

आरबीआई ने अभी तक 50 पैसे के सिक्के को चलन से बाहर नहीं माना है. रिजर्व बैंक के मुताबिक, अभी बाजार में 50 पैसे, 1 रुपए, 2, 5, 10 और 20 रुपए के सिक्के चलन में हैं. रिजर्व बैंक की तरफ से इन्हें जारी भी किया जाता है. इन्हें लेने से कोई इनकार नहीं कर सकता.

बाजार में कितने नोट

बाजार में जितने नोट हैं, उनमें किस नोट की कितनी मात्रा है, रिजर्व बैंक ने इसके बारे में भी बताया है. वैल्यू टर्म में देखें तो 500 और 2,000 के बैंक नोट 85.7 परसेंट चलन में हैं. यानी कि देश में जितने बैंक नोट चलन में हैं, उनमें 85.7 परसेंट 500 और 2,000 के नोट हैं. 31 मार्च, 2020 को यह मात्रा 83.4 परसेंट थी. रिपोर्ट में यह बात कही गई है. वॉल्यूम के हिसाब से देखें तो 500 के नोट का शेयर सबसे ज्यादा है और यह 31.1 परसेंट के आसपास है. उसके बाद 10 रुपये का नोट आता है जिसका वॉल्यूम 23.6 परसेंट है. नोटों की यह मात्रा 31 मार्च, 2021 के चलन के हिसाब से बताई गई है.

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प्रिंटिंग पर कितना हुआ खर्च

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल की तुलना में इस साल नोटों की आवक 9.7 परसेंट कम हुई है. पिछले साल से इस साल देखें तो बैंक नोट की सप्लाई 0.3 परसेंट कम हुई है. 1 जुलाई, 2020 से 31 मार्च 2021 तक सिक्योरिटी प्रिंटिंग पर कुल 4,012.1 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. पिछले साल जुलाई 2019 से जून 2020 तक सिक्योरिटी प्रिंटिंग पर 4,377.8 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. जाली नोटों के बारे में रिजर्व बैंक ने कहा कि कुल नकली नोटों में 3.9 परसेंट रिजर्व बैंक में जबकि 96.1 परसेंट अन्य बैंकों में पाए गए थे. 2020-21 के दौरान कुल 2,08,625 जाली नोट पकड़ में आए. 2019-20 में यह संख्या 2,96,695 थी और 2018-19 में 3,17,384 थी.

10 पैसा कौन से सन में बंद हुआ था? - 10 paisa kaun se san mein band hua tha?

स्टेट बैंक के पास करंसी चेस्ट

करंसी नोट और सिक्कों को जारी करने का काम रिजर्व बैंक करता है. इसका प्रबंधन भी आरबीआई की तरफ से होता है. इस काम में इशू ऑफिस, करंसी चेस्ट और स्मॉल कॉइन डिपोजिट बड़ी भूमिका निभाते हैं जो कि पूरे देश में फैले होते हैं. 31 मार्च 2021 तक देश में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास करेंसी चेस्ट नेटवर्क का 55 परसेंट हिस्सा था जो कि सभी बैंकों में ज्यादा है. कटे-फटे नोटों के बारे में रिजर्व बैंक ने बताया है कि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते इस काम में बाधा आई थी, लेकिन अब उसे दुरुस्त कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें: RBI Annual Report: दाल और फूड ऑयल के भाव में बनी रहेगी तेजी, गेहूं-चावल में रहेगी नरमी!

पैसे कब बंद हुए थे?

नवंबर 2016 में 500 और 1000 रुपये को नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया। इसके बाद 500 रुपये के नए नोट और 2000 रुपये का नोट शुरू किया गया। बाद में 200 रुपये के नोट भी शुरू किए गए। इससे पहले देश में 12 अगस्त 1946 को 500 रुपये, 1000 रुपये और 10,000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था।

25 पैसा कौन से सन में बंद हुआ?

सबसे पहले जवाब दिया गया: भारत में 25 पैसे कब बंद हुए थे? रिजर्व बैंक ने छोटे सिक्कों का डिपो रखने वाले सभी बैंकों को 29 जून 2011 तक 25 पैसे या उससे कम के सिक्के लेकर उसके बदले बड़े सिक्के या नोट देने का निर्देश दिया था. भारत में पहली बार सिक्के के रूप में मुद्रा की शुरुआत किस राजा ने और कब शुरू की?

25 पैसे और 50 पैसे कब बंद हुए?

2011 में बंद हो गया था ये सिक्का बात दें, 25 पैसे के सिक्कों का चलन साल 2011 में बंद हो गया था. इसके बाद सरकार ने 50 पैसे के सिक्कों को बनाना बंद कर दिया. महंगाई के चलते लोगों ने इनका इस्तेमाल करना भी बंद कर दिया. इसके बाद धीरे-धीरे ये चलन से बाहर हो गया.

50 पैसे कौन से सन में बंद हुए थे?

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साल 2005 के बाद वाले नोटों को बाजार से बाहर करने का फैसला किया था, जबकि आम आदमी ने कम मूल्य वाले सिक्कों को बाजार से बाहर निकालने का फैसला बहुत पहले ही और खुद ही ले लिया था, खासतौर पर 25 और 50 पैसे का सिक्के। सरकार ने वर्ष 2011 में 25 व 50 पैसे का सिक्के बंद कर दिया था।