आरबीसी की संख्या कितनी होनी चाहिए - aarabeesee kee sankhya kitanee honee chaahie

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की वृद्धि से पॉलीसिथेमिया वेरा बीमारी होती है। वहीं, लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से एनीमिया (animia) बीमारी होती है। साथ ही थकान, सिर चकराना, सांस लेने में तकलीफ, त्वचा का पीला पड़ना और घबराहट की शिकायत रहती है। इसके लिए रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं का संतुलन जरूरी है। रक्त यानी खून एक तरल पदार्थ है, जिसका रंग लाल हीमोग्लोबिन की वजह से होता है। रक्त में तीन तरह की कोशिकाएं होती हैं, जिन्हें लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स कहा जाता है | विशेषज्ञों की मानें तो RBC की संख्या घटने और बढ़ने से मानसिक और शारीरिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। अगर लापरवाही बरतते हैं तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। अगर आप भी लाल रक्त कोशिका की कमी से होने वाली समस्या से परेशान हैं, तो अपनी डाइट में इन चीज़ों को जरूर शामिल करें। इनके सेवन से RBC की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है। आइए जानते हैं-

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आयरन रिच फूड्स खाएं

जैसा कि हम सब जानते हैं कि RBC की कमी से एनीमिया बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए डाइट में आयरन रिच फूड्स रेड मीट, फलियां, अंडे, बीन्स और सूखे मेवे को जरूर शामिल करें। यह पोषक तत्व हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है, लाल रक्त कोशिकाओं में प्रोटीन पाया जाता है जो आरबीसी को बढ़ाने में सहायक होता है।

फोलेट शामिल करें

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फोलेट एक तरह से विटामिन-बी है जो बोन मैरो में लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं बनाने के लिए जरूरी है। इसके लिए डाइट में फोलेट यानी फॉलिक एसिड युक्त चीज़ें जैसे पालक, मटर और मसूर की दाल जरूर जोड़ें।

विटामिन बी-12 का सेवन करें

रेड मीट, मछली और शेलफिश में विटामिन बी-12 पाया जाता है। लाल रक्त कोशिका के निर्माण में विटामिन बी-12 अहम भूमिका निभाता है। रक्त में विटामिन बी-12 की कमी से आरबीसी की संख्या भी घटने लगती है। इसके लिए डाइट में दूध और दूग्ध उत्पादों को जरूर शामिल करें। साथ ही विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियों का सेवन जरूर करें।

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Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इसके बारे में ज़्यादा जानकारी या फिर मेथी को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।

लाल रक्त कोशिका बोन मैरो के अंदर बनती है, जिसमें हीमोग्लोबिन नाम का प्रोटीन होता है। यही प्रोटीन ऑक्सीजन और पोषण को दूसरे अंगों तक ले जाता है। एनीमिया, ब्लड लॉस, खून का कैंसर, बोन मैरो डिसऑर्डर, दिल और फेफड़ों की बीमारी के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनना बंद हो जाती है।

आयरन, विटामिन बी9, विटामिन बी12 की कमी से भी रेड ब्लड सेल्स का काउंट कम हो जाता है। इसलिए लाल रक्त कोशिका बढ़ाने के लिए इन पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स खाने चाहिए।

लो रेड ब्लड सेल्स से होती हैं ये दिक्कतें

क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार, जब शरीर में रेड ब्लड सेल्स का काउंट कम हो जाता है, तो कुछ लक्षण दिखने लगते हैं। जैसे-

  • थकान
  • चक्कर आना
  • शरीर पीला पड़ना
  • कमजोरी आना
  • तेज धड़कन
  • नजर कमजोर होना, आदि

RBC बढ़ाने के लिए लें आयरन

आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन कम हो जाता है और रेड ब्लड सेल्स कम हो जाती हैं। इसलिए लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाने के लिए आयरन वाले फूड्स खाएं। नट्स, बीन्स, किशमिश, दाल, सीफूड, चिकन आदि खाकर आयरन मिलता है।

कॉपर भी लें

आयरन का इस्तेमाल करने के लिए शरीर को कॉपर की जरूरत होती है। इसलिए आरबीसी काउंट बढ़ाने के लिए आयरन के साथ कॉपर रिच फूड्स खाना जरूरी है। आप शेलफिश, साबुत अनाज, नट्स, बीज, चॉकलेट, जानवरों का लिवर खाकर पर्याप्त कॉपर पा सकते हैं।

विटामिन बी12 बढ़ाता है रेड ब्लड सेल्स

रेड ब्लड सेल्स बढ़ाने के लिए शरीर में विटामिन बी12 की कमी ना होने दें। इस विटामिन को लेने के लिए डाइट में मीट, चिकन, मछली, दूध, चीज़, अंडे और फोर्टिफाइड फूड्स शामिल करें।

विटामिन ए से बढ़ेगी लाल रक्त कोशिका

विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा रखने से भी लाल रक्त कोशिकाओं में इजाफा होता है। आपको इसके लिए मछली, अंडा, जानवरों का लिवर, डेयरी उत्पाद, हरी-पत्तेदार सब्जियां, लाल व पीली सब्जियां, टमाटर आदि खाना चाहिए। क्योंकि ये फूड्स भरपूर मात्रा में विटामिन-ए देते हैं।

फोलिक एसिड (विटामिन बी9)

विटामिन बी9 को फोलिक एसिड भी कहा जाता है। स्टडी में देखा गया है कि जो लोग विटामिन बी9 लेते हैं, उनका आरबीसी काउंट सही रहता है। इस विटामिन को लेने के लिए पालक, जानवरों का लिवर, मूंगफली, सूरजमुखी के बीज खा सकते हैं।

सप्लीमेंट्स की जरूरत भी होती है

अगर आप फूड और डाइट से रेड ब्लड सेल्स बढ़ाने वाले विटामिन व मिनरल्स नहीं ले पा रहे हैं, तो डॉक्टर इनके सप्लीमेंट्स की सलाह भी दे सकता है। क्योंकि, विटामिन और मिनरल्स की कमी पूरी करने के लिए सप्लीमेंट एक बेहतर विकल्प होता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

RBC नार्मल कितना होना चाहिए?

नेशनल हेल्थ सोसाइटी (एनएचएस-NHS) के अनुसार, पुरुषों में नार्मल आरबीसी काउंट 4.7 – 6.1 मिलियन सैल प्रति माइक्रोलीटर है। महिलाओं में नार्मल आरबीसी काउंट 4.2 – 5.4 मिलियन सैल्स प्रति माइक्रोलीटर होती है।

RBC ज्यादा होने पर क्या होता है?

ये रक्त को प्रभावित करने वाली स्वास्थ्य स्थितियों के परीक्षण में मददगार साबित हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके रक्त में लाल रक्त कोशिका (RBC) की गिनती का आंकड़ा ज्यादा है तो यह जन्मजात हृदय रोग(congenital heart disease) या डीहायड्रेशन(dehydration) जैसी स्थिति के कारण हो सकता है

आरबीसी की कमी से क्या होता है?

आरबीसी काउंट कम होने से आपको थकान, चक्कर आना और दिल की धड़कन बढ़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। क्या आप हमेशा कमजोर या थका हुआ महसूस कर रहे हैं? हो सकता है कि आप एनीमिया (Anemia) से पीड़ित हों। एनीमिया तब होता है, जब आपकी लाल रक्त कोशिका यानी रेड ब्लड सेल्स (RBC) की संख्या कम होती है।

आरबीसी जांच क्या होता है?

RBC में केंद्र उपस्थिति होता है क्यूंकि केंद्र के स्थान पर हीमोग्लोबिन पाया जाता है महिला में 12-14,पुरुष14-16)और इसे मापने के लिए हमिसिमोमिट्र का उपयोग किया जाता है| RBC का उभयावतल होता हैऔर ब्लिकुल पेडे के आकार का होता है |] RBC को इरिथ्रोसाइट भी कहते है ।

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