आर्मेचर का मुख्य कार्य क्या है? - aarmechar ka mukhy kaary kya hai?

डी.सी. जेनरेटर को लोड से संयोजित करने पर आर्मेचर चालकों में धारा प्रवाहित होती है। आर्मेचर धारा के कारण उत्पन्न आर्मेचर फ्लक्स मुख्य फ्लक्स को प्रभावित करता है जिसे आर्मेचर प्रतिक्रिया (Armature Reaction) कहते हैं।

साधारण भाषा में आर्मेचर फील्ड का  मुख्य पोल फील्ड पर प्रभाव को आर्मेचर रिएक्शन कहा जाता है।  दुसरे शब्द में   बोले तो मोटर के अन्दर आर्मेचर में  लोड के कारण विधुत धारा प्रवाहित होने की वजह से आर्मेचर में चुम्बकीय   फ्लक्स उत्पन्न हो जाता है। जब यह  चुम्बकीय फ्लक्स पोल द्वारा उत्पन्न मुख्य चुम्बकीय फ्लक्स से इंटरैक्ट करता है तब इसके प्रभाव को Armature Reaction कहा जाता है। 

आर्मेचर का मुख्य कार्य क्या है? - aarmechar ka mukhy kaary kya hai?

Armature Reaction का प्रकार 

Armature Reaction को दो प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है :-

  • Demagnetizing  Armature  Reaction
  • Cross Magnetizing Armature Reaction

Demagnetizing  Armature Reaction क्या होता है?

आर्मेचर में प्रवाहित विधुत धारा के कारण उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स जब मुख्य चुंबकीय फ्लक्स से इंटरैक्ट करता है तब मोटर या जनरेटर के अन्दर मुख्य फ्लक्स का मान या प्रभाव थोडा कम हो जाता है। जिससे आर्मेचर में उत्पन्न EMF (Voltage) भी कम हो जाता है। इस प्रकार के आर्मेचर रिएक्शन को Demagnetizing Armature Reaction कहा जाता है। 

Cross magnetizing  Armature Reaction क्या होता है?

मोटर या जनरेटर के आर्मेचर में प्रवाहित विधुत धारा के कारण उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स जब मुख्य चुंबकीय फ्लक्स से इंटरैक्ट करता है तब यह मुख्य पोल द्वारा उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स को विकृत कर देता है। विकृत करने का मतलब हुआ की चुंबकीय फ्लक्स के Waveform को बदल देता है।इससे आर्मेचर मेंउत्पन्न EMF (Voltage) की waveform भी विकृत हो जाती है। इस प्रकार के आर्मेचर रिएक्शन को Cross-magnetizing Armature Reaction कहा जाता है। 

Armature Reaction का प्रभाव

मोटर या जनरेटर में आर्मेचर रिएक्शन होने की वजह से मोटर/जनरेटर  पर निम्न प्रभाव पड़ता है :-

  • आर्मेचर रिएक्शन के कारण कार्बन ब्रश पर स्पार्किंग होती है I

  • आर्मेचर रिएक्शन के कारण डीसी जनरेटर में उत्पन्न EMF (Voltage) का मान घट जाता है I

  • आर्मेचर रिएक्शन के कारण मुख्य पोलो की चुंबकीय फ्लक्स की  शक्ति घट जाती है I

  • आर्मेचर रिएक्शन के कारण मशीन की दक्षता (Efficiency) घट जाती है I

  • आर्मेचर रिएक्शन के कारण कमयुटेटर जल्दी खराब हो जाते  हैं जिससे आर्मेचर में शार्ट सर्किट की संभावना बढ़ जाती है। 

Armature Reaction के प्रभाव को कैसे कम किया जाता है?

चूँकि Armature Reaction ,आर्मेचर में उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स के कारण होता है। यदि हम इस चुम्बकीय फ्लक्स के परिमाण को किसी भी प्रकार से कम कर दे तब मोटर या जनरेटर के अन्दर Armature reaction के प्रभाव को कम किया जा सकता है। मोटर या जनरेटर के आर्मेचर में उत्पन्न चुम्बकीय फ्लक्स के परिमाण को कम या कमजोर करने के लिए निम्न विधि को अपनाया जाया जाता है ;-

  • आर्मेचर रिएक्शन को कम करने के लिए कंपनसेटिंग वाइंडिंग का प्रयोग करते हैं। Compensating winding में प्रवाहित होने वाली विधुत धारा की दिशा को आर्मेचर में प्रवाहित होने वाली विधुत धारा के विपरीत दिशा में प्रवाहित किया जाता है। 

    इसे सुनेंरोकेंविद्युत इंजीनियरी में आर्मेचर , विद्युत मशीनों का मुख्य भाग है। विद्युत-यांत्रिक मशीनों या विद्युत-मशीनों के दो मुख्य भागों में से एक को आर्मेचर कहते हैं। किन्तु स्थायी चुम्बक या विद्युत चुम्बक के पोल पीस को भी आर्मेचर कहा जाता है। इसी प्रकार परिनालिका या रिले के लोहे से निर्मित चलायमान भाग को भी आर्मेचर कहते हैं।

    मोटर प्रवर्तक क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंविद्युत मोटर (electric motor) एक विद्युतयांत्रिक मशीन है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलती है; अर्थात इसे उपयुक्त विद्युत स्रोत से जोड़ने पर यह घूमने लगती है जिससे इससे जुड़ी मशीन या यन्त्र भी घूमने लगती है। अर्थात यह विद्युत जनित्र का उल्टा काम करती है जो यांत्रिक ऊर्जा लेकर विद्युत उर्जा पैदा करता है।

    पढ़ना:   पावर ऑफ कंपाउंड क्या है?

    आर्मेचर किसका बना होता है?

    इसे सुनेंरोकेंआर्मेचर कोर सिलिकॉन इस्पात विपाटन का बना होता है जो अवरोधन वार्निश लेपन द्वारा एक-दूसरे से अवरोधित होते हैं। इन विपाटन का उपयोग भंवर धारा नुकसानों को कम करने के लिए किया जाता है। यह शीतलन उद्देश्यों के लिए अक्षीय वायु प्रवाह के लिए वायु नलिकाओं के साथ प्रदान किया जा सकता है। आर्मेचर शाफ़्ट के साथ बंधा हुआ होता है।

    आर्मेचर की वाइंडिंग कैसे होती है?

    Armature winding आर्मेचर वाइंडिंग इलैक्ट्रिकल मशीन का वह मुख्य भाग होता है। जिसमें E.M.F उत्पन्न होती है। A.C मशीनों में यह भाग स्टेटर पर बने आधे ढके या खुले स्लाटों पर लपेटा जाता है।…

    • वाइंडिंग के इन्सुलेशन को मजबूत करती है।
    • यह वाइंडिंग को मजबूती से बांधे रखती है।
    • यह वाइंडिंग में नमी के प्रवेश को रोकती है।

    डीसी मोटर के आर्मेचर की दिशा क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंडीसी मोटर काम कैसे करता है (working of DC motor in Hindi) आप देख सकते हैं कि जब आर्मेचर चालक N-pole की ओर है तो उस चालक मे धारा की दिशा कागज के सतह से लंबवत अंदर की ओर है। और जो आर्मेचर चालक S-pole की ओर है। उस चालक मे धारा की दिशा कागज के सतह के लंबवत बाहर की ओर है।

    पढ़ना:   विनिमय के दो लक्षण क्या है?

    आर्मेचर वाइंडिंग कितने प्रकार की होती है?

    इसे सुनेंरोकेंयह इकहरी तथा दोहरी पर्त वाली , दो प्रकार की होती है ।

    आर्मेचर का प्रतिरोध कितना होता है?

    इसे सुनेंरोकेंआर्मेचर प्रतिरोध का मान 0.2 ओम है।

    कटर मशीन का आर्मेचर कितने का आता है?

    मिलते-जुलते प्रोडक्ट से तुलना करें

    यह प्रोडक्ट CM4 संगमरमर कटर मशीन के लिए KROST आर्मेचर (कटर मशीन))KROST TC-10A 10mm इलेक्ट्रिक ड्रिल 850W एंगल ग्राइंडर मशीन के साथ नारंगी और नीला)कीमत₹595.00₹2,999.00डिलीवरीफ़ुलफ़िल्ड फ्री डिलीवरी. विवरणफ़ुलफ़िल्ड फ्री डिलीवरी. विवरणविक्रेताKROST®-Tools CentreKROST®-Tools Centre

    डीसी जनरेटर में तरंग वाइंडिंग की विशेषता क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंडीसी सीरीज जनरेटर (DC Series Generator) इस जनरेटर में मुख्य फील्ड वाइंडिंग आर्मेचर की सीरीज में जुड़ा होता है। इसलिए इसे डीसी सीरीज जेनरेटर कहते हैं। इसमें फील्ड वाइंडिंग सीरीज में जुड़े होने के कारण आर्मेचर में जितनी धारा बहती है उतनी ही धारा फील्ड वाइंडिंग में भी बहती है।

    पढ़ना:   गेहूं खराब ना हो उसके लिए क्या करें?

    डी सी मशीन की फील्ड वाइंडिंग कहाँ पर होती है?

    इसे सुनेंरोकेंडीसी मशीन में मैग्नेटिक पोल के बिल्कुल आगे लगने वाला अर्धचंद्राकार वाला भाग ही पोल शू कहलाता है। Pole shoe मुख्य फील्ड वाइंडिंग को खिसकने से बचाता है। अर्थात फील्ड वाइंडिंग को सपोर्ट प्रदान करता है। इसके साथ-साथ सबसे महत्वपूर्ण काम यह है कि यह चुंबकीय फ्लक्स को आर्मेचर पर समान रूप से वितरित करता है।

    लैप वाइंडिंग क्या है?

    इसे सुनेंरोकेंCommutator में अलग – अलग सेगमेंट बने होते है और हर सेगमेंट से वायर winding की input wire जुड़ी होती है। lap winding इस प्रकार से की जाती है कि wire का पहला सिरा commutator के पहले सेगमेंट से जुड़ा होता है और दूसरा सिरा दूसरे सेगमेंट से जुड़ता है।

    आर्मेचर का क्या कार्य होता है?

    विद्युत इंजीनियरी में आर्मेचर , विद्युत मशीनों का मुख्य भाग है। विद्युत-यांत्रिक मशीनों या विद्युत-मशीनों के दो मुख्य भागों में से एक को आर्मेचर कहते हैं। किन्तु स्थायी चुम्बक या विद्युत चुम्बक के पोल पीस को भी आर्मेचर कहा जाता है। इसी प्रकार परिनालिका या रिले के लोहे से निर्मित चलायमान भाग को भी आर्मेचर कहते हैं।

    आर्मेचर कितने का आता है?

    अपनी खरीद में निम्नलिखित एन्हांसमेंट्स जोड़ने के लिए, एक अलग विक्रेता चुनें. ${cardName} ${maxQuantity} से ज़्यादा मात्राओं के लिए उपलब्ध नहीं है. ₹670.00 नि: शुल्क डिलिवरी।

    जनरेटर आर्मेचर कैसे काम करता है?

    आर्मेचर चालकों का दिक्परिवर्तक से संयोजन इस प्रकार किया जाता है कि दोनों बुरुशों द्वारा इकट्ठी की जानेवाली धारा एक ही दिशा की होती है। इस प्रकार एक बुरुश धनात्मक धारा इकट्ठी करता है और दूसरा ऋणात्मक। इस आधार पर बुरुशों को भी धनात्मक एवं ऋणात्मक कहा जाता है।

    डीसी मोटर का क्या नाम है?

    डीसी शंट मोटर(DC shunt motor) इस मोटर में जो फील्ड वाइंडिंग है वह आर्मेचर के समांतर में लगी होती है और यह वाइंडिंग पतले तार का अधिक टर्न देकर बनाया जाता है। इसके फील्ड वाइंडिंग का रजिस्टेंस अधिक होता है और इसमें बहुत कम धारा होती है। यह मोटर लगभग समान चाल से चलती है।