डी.सी. जेनरेटर को लोड से संयोजित करने पर आर्मेचर चालकों में धारा प्रवाहित होती है। आर्मेचर धारा के कारण उत्पन्न आर्मेचर फ्लक्स मुख्य फ्लक्स को प्रभावित करता है जिसे आर्मेचर प्रतिक्रिया (Armature Reaction) कहते हैं। Show
साधारण भाषा में आर्मेचर फील्ड का मुख्य पोल फील्ड पर प्रभाव को आर्मेचर रिएक्शन कहा जाता है। दुसरे शब्द में बोले तो मोटर के अन्दर आर्मेचर में लोड के कारण विधुत धारा प्रवाहित होने की वजह से आर्मेचर में चुम्बकीय फ्लक्स उत्पन्न हो जाता है। जब यह चुम्बकीय फ्लक्स पोल द्वारा उत्पन्न मुख्य चुम्बकीय फ्लक्स से इंटरैक्ट करता है तब इसके प्रभाव को Armature Reaction कहा जाता है। Armature Reaction का प्रकारArmature Reaction को दो प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है :-
Demagnetizing Armature Reaction क्या होता है?आर्मेचर में प्रवाहित विधुत धारा के कारण उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स जब मुख्य चुंबकीय फ्लक्स से इंटरैक्ट करता है तब मोटर या जनरेटर के अन्दर मुख्य फ्लक्स का मान या प्रभाव थोडा कम हो जाता है। जिससे आर्मेचर में उत्पन्न EMF (Voltage) भी कम हो जाता है। इस प्रकार के आर्मेचर रिएक्शन को Demagnetizing Armature Reaction कहा जाता है। Cross magnetizing Armature Reaction क्या होता है?मोटर या जनरेटर के आर्मेचर में प्रवाहित विधुत धारा के कारण उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स जब मुख्य चुंबकीय फ्लक्स से इंटरैक्ट करता है तब यह मुख्य पोल द्वारा उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स को विकृत कर देता है। विकृत करने का मतलब हुआ की चुंबकीय फ्लक्स के Waveform को बदल देता है।इससे आर्मेचर मेंउत्पन्न EMF (Voltage) की waveform भी विकृत हो जाती है। इस प्रकार के आर्मेचर रिएक्शन को Cross-magnetizing Armature Reaction कहा जाता है। Armature Reaction का प्रभावमोटर या जनरेटर में आर्मेचर रिएक्शन होने की वजह से मोटर/जनरेटर पर निम्न प्रभाव पड़ता है :-
Armature Reaction के प्रभाव को कैसे कम किया जाता है?चूँकि Armature Reaction ,आर्मेचर में उत्पन्न चुंबकीय फ्लक्स के कारण होता है। यदि हम इस चुम्बकीय फ्लक्स के परिमाण को किसी भी प्रकार से कम कर दे तब मोटर या जनरेटर के अन्दर Armature reaction के प्रभाव को कम किया जा सकता है। मोटर या जनरेटर के आर्मेचर में उत्पन्न चुम्बकीय फ्लक्स के परिमाण को कम या कमजोर करने के लिए निम्न विधि को अपनाया जाया जाता है ;-
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