Show अति लघू उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक) प्रश्न 1. कैलेण्डर की तारीख फड़फड़ाने का क्या आशय है? ‘तुम कब जाओगे अतिथि’ पाठ के आधार पर
लिखिए। प्रश्न 3. डिनर पर मध्यमवर्गीय हिसाब से उच्च श्रेणी का भोजन क्यों परोसा
गया? प्रश्न 4. लेखक का सौहार्द बोरियत में क्यों बदल गया? ‘तुम कब जाओगे अतिथि’ पाठ के आधार पर लिखिए। लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 2 अंक) प्रश्न 1. उफ, तुम कब जाओगे, अतिथि? इस प्रश्न के द्वारा लेखक ने पाठकों को क्या सोचने पर विवश किया है? प्रश्न 2. अच्छा अतिथि कौन कहलाता है ? प्रश्न 3. लेखक का बटुआ क्यों काँप गया? ‘तुम कब जाओगे अतिथि’ पाठ के आधार पर
लिखिए। प्रश्न 4. मध्यम वर्गीय लोग अपने अतिथियों का स्वागत अपनी सीमा से बढ-चढ़कर क्यों करते हैं?उत्तरः मध्यमवर्ग में दिखावा छाया हुआ है इसलिए स्वागत-सत्कार में बजट बिगड़ जाता है और दो-चार दिन में ही हालत पतली हो जाती है। प्रश्न 5. लेखक ने अतिथि का स्वागत किस प्रकार किया? प्रश्न 6. अतिथि के दूसरे दिन भी ठहर जाने के उपरान्त लेखक ने किस आशा के साथ अतिथि का सत्कार किया? और, किस रूप में? प्रश्न 7. कौन-सा आघात अप्रत्याशित था? इसका लेखक पर क्या प्रभाव पड़ा? प्रश्न 8. ‘अतिथि सदैव देवता नहीं होता’ वह मानव और थोड़े अंशों में राक्षस भी हो
सकता है। कथन की व्याख्या कीजिए। प्रश्न 9. ‘सम्बन्धों का संक्रमण के दौर से गुजरना’-पंक्ति से क्या आशय है? स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 10. घर की स्वीटनेस कब समाप्त हो जाती है? ‘तुम कब जाओगे अतिथि’ पाठ के आधार पर
लिखिए। प्रश्न 11. लेखक के मन में अतिथि को ‘गेट आउट’ कहने की बात क्यों आई ? प्रश्न 12. ‘अतिथि देवो
भव’ उक्ति की व्याख्या करें। ‘तुम कब जाओगे अतिथि’ पाठ के आधार पर लिखिए। प्रश्न 13. अतिथि के टिके रहने पर परिस्थितियों में क्या परिवर्तन आया? अतिथि के अधिक दिनों तक टिके रहने से लेखक के व्यवहार में क्या परिवर्तन आया?जब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो उसकी आवभगत में कमी आई। लेखक के व्यवहार में परिवर्तन आ गया। सौहार्द धीरे-धीरे बोरियत में बदल गया। शब्दों का लेन-देन मिट गया और चर्चा विषय खत्म हो गए।
जब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो लेखक केव्यवहार में क्या परिवर्तन आया?जब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो लेखक ने उसके साथ मुस्कुरा कर बात करना छोड़ दिया,बात चीत के विषय समाप्त हो गए। सौहार्द व्यवहार अब बोरियत में बदल गया। लंच डिनर अब खिचड़ी पर आ गए। इसके बाद लेखक उपवास तक जाने की तैयारी करने लगा।
अतिथि को आया देख लेने की क्या दशा हुई और क्यों?अतिथि को आया देख लेखक की क्या दशा हुई और क्यों? अतिथि को असमय आया देख लेखक ने सोचा कि यह अतिथि अब पता नहीं कितने दिन रुकेगा और इसके रुकने पर उसका आर्थिक बजट भी खराब हो जाएगी। इसका अनुमान लगाते ही लेखक का दृश्य किसी अज्ञात आशंका से धड़क उठा।
अतिथि के अपेक्षा से अधिक रुक जाने पर लेखक की क्या क्या प्रतिक्रियाएँ हुई?अतिथि के अपेक्षा से अधिक रुकने पर लेखक ने निम्न प्रतिक्रियाएँ की-. क. शानदार डिनर के स्थान पर खिचड़ी अर्थात सादा भोजन बनने लगा और उपवास तक रखने के बारे में सोचा. ख. लेखक सोचने लगे की देवता और मानव एक साथ ज्यादा दिन तक नही रह सकते तो अतिथि तुम जाओ|. ग. अतिथि एवं लेखक के बीच संवाद लगभग ख़त्म हो गया था|. |