हींग से दूर करें अपने शिशु का पेट दर्द Show Read this in English छोटे बच्चों में पेट दर्द आम समस्या है। शिशुओं के पेट में अक्सर बहुत तेज़ ऐंठन और दर्द हो जाती है, जिसकी वजह से वो बहुत तेज-तेज़ रोने लगते हैं। ऐसे में वो अपने पैरों को मोड़ लेते हैं या ऊपर उठा लेते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसा तब होता है जब शिशु स्तनपान के दौरान अधिक हवा अंदर ले लेते हैं और वो उनकी आंतों में पहुंच कर समस्या उत्पन्न कर देती है। मां अपने शिशु को ऐसे रोते देख बहुत परेशान होती हैं, और उनका पेट दर्द ठीक करने के लिए डॉक्टर के चक्कर भी लगाने लगती हैं। लेकिन, उन्हें ये अंदाज़ा नहीं कि उनके किचन में एक ऐसी चीज़ मौजूद है जो चुटकियों में शिशु की इस तकलीफ को ठीक कर सकती है। (इसे भी पढ़ें, जानिये हींग के 9 आश्चर्यजनक लाभ) हींग एक हर्बल पौधे फेरूला (Ferula) से तैयार होती है। बहुत सारी हर्बल दवाओं में फेरूला या हींग का इस्तेमाल भी किया जाता है। हींग में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो पेट की समस्याओं, आंतों से जुड़ी बीमारियों यहां तक की सांस की समस्याओं में भी फायदे पहुंचाते हैं। हींग काफी तेज़ असर करती है इसलिए बच्चों को सीधा हींग खिलाई नहीं जाती। उनकी पेट की समस्याओं के लिए पेट में हींग मली जा सकती है। हींग के इस्तेमाल का तरीका • आधी चम्मच हींग में थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। • इस पेस्ट को शिशु के पेट में लगाएं। मसाज घड़ी की दिशा में हथेली घुमाकर करें। • ध्यान रखें कि पेस्ट शिशु की नाभि पर न लगे। आप इसके लिए नाभि पर रूई लगाकर रख सकते हैं। • अगर आप हींग को ऑलिव ऑयल या मस्टर्ड ऑयल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएंगे तो बेहतर परिणाम मिलेंगे। • पेस्ट लगाने के बाद, इसे सूखने दें। • शिशु का पेट दर्द ठीक होने में थोड़ा टाइम लग सकता है लेकिन इसके परिणाम अमूमन अच्छे ही निकलते हैं। • पेस्ट के सूख जाने के बाद बच्चे को डकार दिलाने की कोशिश करें, इससे गैस और पेट दर्द जल्दी ठीक हो जाएगा। • फिर कुछ देर बाद गीले कपड़े से पेट साफ कर लें। हींग का इस तरह से इस्तेमाल करने से पेट दर्द और ऐंठन से आराम मिल जाता है। लेकिन अगर आपका शिशु देर तक रोता रहे तो हो सकता है उसे कोई और समस्या हो। इसलिए तुरंत चाइल्ड स्पेशलिस्ट के पास शिशु को ले जाएं। मूल स्रोत - Hing — the Indian remedy for tummy ache in babies अनुवादक – Shabnam Khan चित्र स्रोत - Getty Images हिन्दी के और आर्टिकल्स पढ़ने के लिए हमारा हिन्दी सेक्शन देखिए।स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए न्यूजलेटर पर साइन-अप कीजिए। Total Wellness is now just a click away.Follow us on Heeng fayde benefits in hindi हींग हर भारतीय रसोई की शान होती है, इसकी खुशबू इतनी तेज कि दूर दूर तक आती है. हींग को हम भारतीय खाने में तड़के मे भी उपयोग करते है, ये एक मुख्य स्पाइस है इसलिए इसे खाने का राजा कहते है. हींग का तड़का दाल, आचार को एक नया स्वाद दे देता है. एक चुटकी हींग, खाने के पुरे स्वाद को बदल सकती है, हींग एक तरह की गाद है जो पेड़ पर होती है. कई जगह की हींग का स्वाद व खुशबू बहुत तेज व कई जगह की धीमी होती है. ये पीसी हुई व ब्लाक दोनों में आती है. हींग का स्वाद तड़के में ही निखर कर आता है, ऐसे ही डालने पर उसका स्वाद नहीं आता है. हींग के कुछ स्वास्थवर्धक फायदे भी है, इसे घरेलु दवाई कहते है . छोटी मोटी रोज की बीमारियों को हींग झट से दूर कर देता है. हींग में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फोस्फोरस, आयरन, कैरोटीन होता है. हींग एंटीबायोटीक की तरह कार्य करता है, जो पेट की परेशानी अपच गैस को दूर करता है.
हींग के अन्य फायदे (Hing ke Fayde)–
हींग बहुत तेज स्पाइस है, जो गर्म भी बहुत करती है. इसलिए अत्यधिक इसका सेवन नहीं करना चहिये. इसका उपयोग मौसम के हिसाब से भी करना चाहिए, गर्मी में कम व ठण्ड में अधिक सेवन करना चाहिए. कई लोगों को हींग से एलर्जी भी होती है, इसलिए थोड़ा संभलकर ही इसका प्रयोग करें. अन्य पढ़े:
नवजात शिशु को हींग पिलाने से क्या होता है?पाचन में सुधार : हींग पाचन में सुधार लाती है और शिशु को कब्ज होने से बचाती है। इससे पाचन तंत्र स्वस्थ होता है। खांसी, जुकाम और निमोनिया : औषधीय गुणों से युक्त हींग शिशु को खांसी से भी राहत दिलाती है। गुनगुने पानी में हींग को घोलकर पेस्ट बनाएं और उसे शिशु की छाती पर लगाएं।
बच्चे के पेट पर हींग कैसे लगाएं?बच्चों पर इस तरह करें हींग का उपयोग.. आधा चम्मच हींग पानी में मिलाकर एक पेस्ट बना लें.. इस पेस्ट को जब बच्चे के पेट में दर्द महसूस तो बच्चे के पेट पर नाभि क्षेत्र के चारों ओर लगाएं.. ध्यान रखें पेस्ट नाभि को नहीं छूना चाहिए. ... . पेस्ट लगाने के बाद इसे अपने आप ठंडा होने दें और सूखने दें.. नवजात शिशु के पेट में गैस हो तो क्या करें? हींग लगाएं- शिशु को पेट में दर्द और गैस की समस्या होने पर हींग का इस्तेमाल करें. ... . बोतल चेक करें- कई बार हम बच्चे को जल्दी और ज्यादा मात्रा में दूध पिलाने के चक्कर में बोतल का छेद मोटा कर देते हैं. ... . पेट के बल लिटा दें- अगर बच्चे को पेट में गैस हो रही है तो उसे पेट के बल लिटा दें.. 2 महीने का बच्चा पॉटी नहीं कर रहा है तो क्या करें?बच्चों में कब्ज दूर करने के घरेलू तरीके. एक्सरसाइज मूवमेंट करने से शिशु की मल त्याग की क्रिया वयस्कों की तरह ही उत्तेजित होती है। ... . सेब का रस बच्चों में भी फाइबर की कमी के कारण कब्ज हो सकती है। ... . गर्म पानी से नहलाना ... . ऑर्गेनिक नारियल तेल ... . टमाटर ... . सौंफ ... . पपीता ... . तरल पदार्थ. |