बहि स्रावी ग्रंथियां कौन कौन सी है? - bahi sraavee granthiyaan kaun kaun see hai?

इसे सुनेंरोकेंजैसे- पीयूष ग्रंथि, अवटुग्रंथि (Thyroid gland), परा अवटुग्रंथि (Para Thyroid gland) आदि। बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine glands) नलिका युक्त (duct glands) होती है। इससे एन्जाइम का स्राव होता है। जैसे-दुग्ध ग्रंथि, स्वेद ग्रंथि, अश्रुग्रंथि, श्लेष्म ग्रंथियां, लार ग्रंथियां आदि।

कौन अंत स्रावी और बाहा स्रावी ग्रंथि जैसा कार्य नहीं करता है?

Step by step solution for [object Object] by Biology experts to help you in doubts & scoring excellent marks in Class 10 exams….कौन अंत: स्रावी और बाह्य ग्रंथि जैसा कार्य नहीं करता है?

Questionकौन अंत: स्रावी और बाह्य ग्रंथि जैसा कार्य नहीं करता है?Chapter Nameविज्ञान – 2019 (A)SubjectBiology (more Questions)Class10thType of Answer

पढ़ना:   शुगर में चीनी खा सकते हैं क्या?

अंतः स्रावी ग्रंथि और बाह्य स्रावी ग्रंथि में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकें’बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine glands) बहिःस्रावी तंत्र की वे ग्रंथियाँ है जो अपना प्रमुख उत्पाद किसी नलिका (डक्ट) के द्वारा अपने गन्तव्य तक पहुँचाती हैं। इनके विपरीत अंतःस्रावी ग्रंथियाँ अपना उत्पाद (हार्मोन) सीधे रक्त में डालती हैं।

सबसे छोटी बहिःस्रावी ग्रंथि कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंमानव शरीर की सबसे छोटी ग्रंथि पिट्यूटरी ग्रंथि(पीयूष ग्रंथि )होती है, यह ग्रंथि हारमोंस का सेक्रेशन करती है।

सबसे बड़ी बहि स्रावी ग्रंथि कौन है?

इसे सुनेंरोकेंयकृत मानव शरीर में सबसे बड़ी बहिःस्रावी ग्रंथि है। एक वयस्क मानव में लगभग 1.2 से 1.5 किलोग्राम तक वजन की होने वाली यकृत शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है।

शरीर की सबसे बड़ी अन्तः स्रावी ग्रंथि कौन सी है?

थायरॉयड ग्रंथि मानव शरीर में सबसे बड़ी अंतःस्रावी ग्रंथि है।…

  • पीयूष ग्रंथि एक ग्रंथि है जो मस्तिष्क के आधार पर और नाक के पुल के ठीक पीछे स्थित होती है।
  • पीयूष ग्रंथि को ‘मास्टर अंतःस्रावी ग्रंथि’ भी कहा जाता है और यह मटर के आकार की एक छोटी ग्रंथि है।
  • पीयूष ग्रंथि हाइपोथैलेमस द्वारा नियंत्रित होती है।

पढ़ना:   जनधन खाता कौन से बैंक में खुलता है?

शरीर की सबसे बड़ी बहि स्रावी ग्रंथि कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंयकृत मानव शरीर में सबसे बड़ी बहिःस्रावी ग्रंथि है। एक वयस्क मानव में लगभग 1.2 से 1.5 किलोग्राम तक वजन की होने वाली यकृत शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। बहिःस्रावी ग्रंथियां वैसी ग्रंथियां हैं जो अपने उत्पादों को वाहिनीयों में स्रावित करती हैं।

सबसे बड़ी हवाई स्रावी ग्रंथि कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंमानव शरीर में सबसे बड़ी अंत:स्रावी ग्रंथि थायरॅाइड ग्रंथि है। जबकि सबसे बडी ग्रंथि यकृत है।

सबसे छोटी बाह्य स्रावी ग्रंथि कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंशीर्षग्रंथि सबसे छोटी अंतःस्रावी ग्रंथि है। शीर्ष ग्रंथि मेलाटोनिन उत्पन्न करती है, जो एक प्रकार का सेरोटोनिन-व्युत्पन्न हार्मोन होता है जो सर्कडियन और मौसमी चक्र दोनों में नींद पैटर्न को व्यवस्थित करता है।

बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine glands) बहिःस्रावी तंत्र की वे ग्रंथियाँ है जो अपना प्रमुख उत्पाद किसी नलिका (डक्ट) के द्वारा अपने गन्तव्य तक पहुँचाती हैं। इनके विपरीत अंतःस्रावी ग्रंथियाँ अपना उत्पाद (हार्मोन) सीधे रक्त में डालती हैं। स्वेद ग्रंथियाँ, लार ग्रंथियाँ, स्तन ग्रंथियाँ, तथा यकृत आदि बहिःस्रावी ग्रन्थियाँ हैं। .

6 संबंधों: यकृत, लाला ग्रंथि, स्तन ग्रंथि, हार्मोन, ग्रासनली, अंतःस्रावी तंत्र।

यकृत की स्थिति (4) यकृत या जिगर या कलेजा (Liver) शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है, जो पित्त (Bile) का निर्माण करती है। पित्त, यकृती वाहिनी उपतंत्र (Hepatic duct system) तथा पित्तवाहिनी (Bile duct) द्वारा ग्रहणी (Duodenum), तथा पित्ताशय (Gall bladder) में चला जाता है। पाचन क्षेत्र में अवशोषित आंत्ररस के उपापचय (metabolism) का यह मुख्य स्थान है। .

नई!!: बहिःस्रावी ग्रंथि और यकृत · और देखें »

स्तनधारियों की लाला गर्ंथियाँ या लार ग्रंथिया (salivary glands) लाला (लार) उत्पन्न करने वाली बहिःस्रावी ग्रंथियाँ है। लार में बहुत से पदार्थ होते हैं जैसे, एमाइलेज (amylase) जो स्टार्च को माल्टोज और ग्लूकोज में तोड़ देता है। श्रेणी:मुख की ग्रंथियाँ श्रेणी:बहिःस्रावी तंत्र.

नई!!: बहिःस्रावी ग्रंथि और लाला ग्रंथि · और देखें »

स्त्री की स्तनग्रन्थि स्तनग्रंथि (Mammary gland) स्तनधारी वर्ग के शरीर की एक विशेष और अनूठी ग्रन्थि है। यह "दूध" का स्रवण करती है जो नवजात शिशु के लिए पोषक आहार है। इस प्रकरण में सबसे आद्यकालीन (primitive) स्तनधारी डकबिल (duckbill) और प्लेटिपस (platypus) हैं जो अंडा देते हैं। इनकी स्तनग्रंथि में चूचुक (nipples) का अभाव होता है और दूध की रसना (oozing) दो स्तनप्रदेशों से होती है जिसे पशुशावक जीभ से चाटते हैं। धानी प्राणीगण, जैसे कंगारू, में स्तनग्रंथि से संबंधित उसके नीचे एक धानी (pouch) रहती है जिसे स्तनगर्त (mammary pocket) कहते हैं। जन्म के बाद पशुशावक गर्भाशय से रेंगकर स्तनगर्त में आ जाते हैं। वहाँ वे अधिक समय तक अपना मुँह चूचक से लगाए रहते हैं और इस तरह दुग्ध आहार ग्रहण करते हैं। मानव जाति में जन्म के समय स्तनग्रंथि का प्रतिरूप केवल चूचक होता है। स्तनग्रंथियों को त्वचाग्रंथि माना जाता है क्योंकि त्वचा की तरह इनकी भ्रूणीय उत्पत्ति भी बहिर्जनस्तर (ectoderm) की वृद्धि से होती है। तरुण अवस्था में एस्ट्रोजेन (oestrogen), (स्त्री मदजन), हारमोन और मदचक्र (oestrons cycle) के कारण स्तन ऊतकों को अधिक उत्तेजना मिलती है और स्तन की नली प्रणाली, वसा और स्तन ऊतक में अधिक वृद्धि होती है। गर्भावस्था में स्तनग्रंथि की नलियाँ शाखीय हो जाती हैं और इन शाखाओं के छोर पर नई प्रकार की अंगूर की तरह कोष्ठिकाओं (alveori) की वृद्धि होती है। इन कोष्ठिकाओं की धारिच्छद कोशिकाएँ (epithlial cells) दूध और कोलोस्ट्रम (colostrum) स्रावित करने में समर्थ होती हैं जो अवकाशिका (central cavity) में एकत्र होते हैं और इस कारण स्तन में फैलाव भी होता है। गर्भावस्था में कोष्ठिकाओं की वृद्धि को अंडाशय (ovary) के हारमोन (oestrogen) एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टरोन (progesterone) से और पियुषिका पिंड के अग्रखंड (anterior lobe of pituitary) में स्रावित एक दुग्धजनक हारमोन (lactogenic hormone) से अधिक उत्तेजना मिलती है। दूध की उत्पत्ति कोष्ठिकाओं की संख्या पर निर्भर होती है। प्रसूति (parturition) के समय स्तनग्रंथियाँ पूर्ण रूप से विकसित और दूध स्रावित करने में समर्थ रहती हैं। .

नई!!: बहिःस्रावी ग्रंथि और स्तन ग्रंथि · और देखें »

ऑक्सीटोसिन हार्मोन का चित्र आड्रेनालिन (Adrenaline) नामक हार्मोन की रासायनिक संरचना हार्मोन या ग्रन्थिरस या अंत:स्राव जटिल कार्बनिक पदार्थ हैं जो सजीवों में होने वाली विभिन्न जैव-रसायनिक क्रियाओं, वृद्धि एवं विकास, प्रजनन आदि का नियमन तथा नियंत्रण करता है। ये कोशिकाओं तथा ग्रन्थियों से स्रावित होते हैं। हार्मोन साधारणतः अपने उत्पत्ति स्थल से दूर की कोशिकाओं या ऊतकों में कार्य करते हैं इसलिए इन्हें 'रासायनिक दूत' भी कहते हैं। इनकी सूक्ष्म मात्रा भी अधिक प्रभावशाली होती है। इन्हें शरीर में अधिक समय तक संचित नहीं रखा जा सकता है अतः कार्य समाप्ति के बाद ये नष्ट हो जाते हैं एवं उत्सर्जन के द्वारा शरीर से बाहर निकाल दिए जाते हैं। हार्मोन की कमी या अधिकता दोनों ही सजीव में व्यवधान उत्पन्न करती हैं। .

नई!!: बहिःस्रावी ग्रंथि और हार्मोन · और देखें »

मानव का ग्रासनाल ग्रासनाल या ग्रासनली (ओसोफैगस) लगभग 25 सेंटीमीटर लंबी एक संकरी पेशीय नली होती है जो मुख के पीछे गलकोष से आरंभ होती है, सीने से थोरेसिक डायफ़्राम से गुज़रती है और उदर स्थित हृदय द्वार पर जाकर समाप्त होती है। ग्रासनली, ग्रसनी से जुड़ी तथा नीचे आमाशय में खुलने वाली नली होती है। इसी नलिका से होकर भोजन आमाशय में पहुंच जाता है। ग्रासनली की दीवार महीन मांसपेशियों की दो परतों की बनी होती है जो ग्रासनली से बाहर तक एक सतत परत बनाती हैं और लंबे समय तक धीरे-धीरे संकुचित होती हैं। इन मांसपेशियों की आंतरिक परत नीचे जाते छल्लों के रूप में घुमावदार मार्ग में होती है, जबकि बाहरी परत लंबवत होती है। ग्रासनली के शीर्ष पर ऊतकों का एक पल्ला होता है जिसे एपिग्लॉटिस कहते हैं जो निगलने के दौरान के ऊपर बंद हो जाता है जिससे भोजन श्वासनली में प्रवेश न कर सके। चबाया गया भोजन इन्हीं पेशियों के क्रमाकुंचन के द्वारा ग्रासनली से होकर उदर तक धकेल दिया जाता है। ग्रासनली से भोजन को गुज़रने में केवल सात सेकंड लगते हैं और इस दौरान पाचन क्रिया नहीं होती। .

नई!!: बहिःस्रावी ग्रंथि और ग्रासनली · और देखें »

प्रमुख अंत:स्रावी ग्रंथियां. (पुरुष बांए, महिला दांए.) '''1.''' गावदुम ग्रंथि'''2.''' पीयूष ग्रंथि'''3.''' अवटु ग्रंथि'''4.''' बाल्यग्रंथि थायमस'''5.''' आधिवृक्क ग्रंथि'''6.''' अग्न्याशय'''7.''' अंडाशय'''8.''' वृषण अंत:स्रावी तंत्र छोटे अंगों की एक एकीकृत प्रणाली है जिससे बाह्यकोशीय संकेतन अणुओं हार्मोन का स्राव होता है। अंत:स्रावी तंत्र शरीर के चयापचय, विकास, यौवन, ऊतक क्रियाएं और चित्त (मूड) के लिए उत्तरदायी है। .

बहि स्रावी ग्रंथि कौन सी है?

'बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine glands) बहिःस्रावी तंत्र की वे ग्रंथियाँ है जो अपना प्रमुख उत्पाद किसी नलिका (डक्ट) के द्वारा अपने गन्तव्य तक पहुँचाती हैं। इनके विपरीत अंतःस्रावी ग्रंथियाँ अपना उत्पाद (हार्मोन) सीधे रक्त में डालती हैं।

सबसे छोटी बहिःस्रावी ग्रंथि कौन है?

उत्तर-(a) व्याख्या:- पीयूष ग्रंथि, शरीर की सबसे छोटी अंत:स्रावी ग्रंथि है तथा इस ग्रंथि के हॉर्मोन अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों को नियंत्रित करते हैं। | अतः इसे 'मास्टर ग्रंथि' भी कहते हैं जबकि अग्न्याशय, वृषण तथा अंडाशय मिश्रित ग्रंथियां (बहि सावी तथा अंतःस्रावी दोनों के रूप में व्यवहार) हैं।

सबसे बड़ी बाह्य स्रावी ग्रंथि कौन सी है?

सही उत्तर यकृत है। यकृत मानव शरीर में सबसे बड़ी बहिःस्रावी ग्रंथि है। एक वयस्क मानव में लगभग 1.2 से 1.5 किलोग्राम तक वजन की यकृत शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है।

अंतः स्रावी ग्रंथि का दूसरा नाम क्या है?

अन्तःस्रावी ग्रन्थियों को नलिकाविहीन ग्रन्थियाँ (Ductless glands) के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इनमें स्राव के लिए नलिकाएँ (Ducts) नहीं होती हैं। नलिकाविहीन होने के कारण ये ग्रन्थियाँ अपने स्राव हार्मोन्स को सीधे रुधिर परिसंचरण में मुक्त करती है। रुधिर परिसंचरण तंत्र द्वारा ही इनका परिवहन सम्पूर्ण शरीर में होता है।