रिटेल कोटा में अधिकतम 2 लाख, पॉलिसी होल्डर कोटा में 2 लाख और एंप्लॉयी कैटिगरी में अधिकतम 2 लाख का निवेश किया जा सकता है. इस तरह तीनों कैटिगरी में अधिकतम 6 लाख तक निवेश किया जा सकता है.देश के सबसे बड़े आईपीओ की तैयारी जोर-शोर से जारी है. LIC IPO का सब्सक्रिप्शन 4 मई से खुल रहा है जो 9 मई तक चलेगा. यह पूरी तरह ऑफर फॉर सेल होगा. सरकार अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी जिसके लिए 22.13 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे. इसके जरिए सरकार 20557 करोड़ का फंड इकट्ठा करना चाहती है. इस आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 902-949 रुपए फिक्स किया गया है. 15 शेयरों का एक लॉट होगा. Show
इस आईपीओ के लिए पॉलिसी होल्डर्स को प्रति शेयर 60 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा. पॉलिसी होल्डर्स के लिए प्राइस बैंड 842-889 रुपए का होगा. रिटेल निवेशकों और एंप्लॉयी को 45 रुपए प्रति शेयर का डिस्काउंट मिलेगा. रिटेल निवेशकों के लिए प्राइस बैंड 857-904 रुपए रखा गया है. नॉन रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए मिनिमम इन्वेस्टमेंट 14235 रुपए होगा जिसके लिए प्राइस बैंड 949 रुपए की अपर लिमिट है. पॉलिसी होल्डर्स के लिए मिनिमम इन्वेस्टमेंट 13335 रुपए का होगा. रिटेल निवेशकों के लिए मिनिमम इन्वेस्टमेंट 13560 रुपए का होगा. LIC IPO में रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी और पॉलिसी होल्डर्स के लिए 10 फीसदी सुरक्षित रखा गया है. रिटेल और पॉलिसी होल्डर्स के लिए मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट 2-2 लाख रुपए रखी गई है. अब सवाल उठता है कि क्या एक पॉलिसी होल्डर दोनों तरह के रिजर्वेशन का फायदा उठा सकता है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट में पेटीएम मनी के सीईओ वरुण श्रीधर ने कहा कि पॉलिसी होल्डर्स दोनों कैटिगरी में छूट का फायदा भी उठा सकते हैं और 2-2 लाख का अलग-अलग निवेश भी कर सकते हैं. इस तरह पॉलिसी होल्डर्स के पास 4 लाख तक निवेश का मौका है. अगर कोई पॉलिसी होल्डर एलआईसी का एंप्लॉयी है तो वह इस कैटिगरी में भी 2 लाख रुपए तक का निवेश कर सकता है. एंप्लॉयी के लिए इश्यू प्राइस में 45 रुपए की छूट दी गई है. इस तरह अगर कोई रिटेल निवेशक LIC पॉलिसी होल्डर के साथ-साथ एंप्लॉयी भी है तो वह अधिकतम 6 लाख तक निवेश कर सकता है. नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) कल यानी बुधवार को खुलने जा रहा है। इसके जरिए सरकार देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। इसे लेकर निवेशकों और पॉलिसीहोल्डर्स में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। कई लोगों ने तो इसमें पैसे लगाने के लिए पहली बार डीमैट अकाउंट खुलवाए हैं। सरकार ने भी छोटे निवेशकों को बड़ा मौका देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसका प्राइस बैंड 902-949 रुपये रखा गया है। लेकिन पॉलिसीहोल्डर्स को प्रति शेयर 60 रुपये और कर्मचारियों को 45 रुपये की छूट दी जा रही है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या निवेशकों को इस पर पैसे लगाने चाहिए या नहीं?अधिकांश एनालिस्ट्स ने एलआईसी के आईपीओ को सब्सक्राइब रेटिंग दी है। उनका कहना है कि इसकी वैल्यूएशन इसकी एंबेडेड वैल्यू का 1.1 गुना है जो बीमा सेक्टर की निजी कंपनियों के मुकाबले 65 फीसदी कम है। asksandipsabharwal.com के संदीप सभरवाल का कहना है कि एलआईसी के आईपीओ की कीमत शुरुआती अनुमानों से कहीं बेहतर है। उन्होंने कहा कि इसके आकार में भारी कमी की गई है। एक समय को इस आईपीओ से 70,000 करोड़ रुपये जुटाए जाने की बात की जा रही थी लेकिन अब इसका आकार 20,000 करोड़ रुपये का हो गया है। LIC vs Paytm IPO: एलआईसी का आईपीओ भरेगा निवेशकों की झोली या पेटीएम जैसा होगा हाल! गिर रहा है मार्केट शेयर सभरवाल ने कहा, 'यह अच्छा इश्यू होना चाहिए। हालांकि मैं आगे एलआईसी के बिजनस को लेकर निश्चिंत नहीं हूं क्योंकि कंपनी का मार्केट शेयर लगातार गिरता जा रहा है। कंपनी ज्यादा नहीं बढ़ रही है लेकिन फिर भी इसकी कीमत आकर्षक है।' वित्त वर्ष 2022 के पहले नौ महीनों में कुल प्रीमियम के हिसाब से एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 61.6 फीसदी और न्यू बिजनस प्रीमियम 61.4 फीसदी है। इसका कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 40 लाख करोड़ रुपये है जो सभी निजी कंपनियों की कुल एयूएम से 3.2 गुना अधिक है। यह दूसरी सबसे बड़ी बीमा कंपनी के मुकाबले 16.2 गुना अधिक है। जाने माने एनालिस्ट निर्मल बंग का कहना है कि एलआईसी यूलिप सेगमेंट में नहीं है। साथ ही उसकी बाजार हिस्सेदारी घट रही है। Geojit Financial Services का कहना है कि ग्रुप बिजनस में एलआईसी का मार्केट शेयर वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में घटकर 74 फीसदी रह गई जो वित्त वर्ष 2016 में 81 फीसदी थी। इस दौरान इंडिविजुएल बिजनस में कंपनी की हिस्सेदारी 56 फीसदी से घटकर 43 फीसदी रह गई। वित्त वर्ष 2021 में कंपनी का मार्जिन 9.9 परसेंट रखा जबकि प्राइवेट कंपनियों का 20-25 परसेंट रहा। LIC IPO Anchor Investment: एलआईसी के आईपीओ को एंकर निवेशकों से मिला ‘जबर्दस्त’ रेस्पॉन्स, 4 मई से आप भी लगा सकते हैं बोली लॉन्ग टर्म के लिए फायदेमंद प्राइस बैंड की ऊपरी सीमा 949 रुपये पर एलआईसी का शेयर इसकी एंबेडेड वैल्यू का 1.1 गुना है जो निजी जीवन बीमा कंपनियों के एवरेज वैल्यूएशन मुकाबले 65 फीसदी सस्ता है। HDFC Life Insurance का शेयर एंबेडेड वैल्यू के 4.1 गुना कीमत पर ट्रेडिंग कर रहा है। इसी तरह SBI Life का शेयर एंबेडेड वैल्यू 2.9 गुना और ICICI Prudential Life का शेयर 2.2 गुना कीमत पर ट्रेड कर रहा है। सितंबर, 2021 में कंपनी की एंबेडेड वैल्यू 5.4 लाख करोड़ रुपये था। Angel One के यश गुप्ता ने कहा कि एलआईसी के शेयर की कीमत लिस्टेड कंपनियों की तुलना में सस्ता है। लेकिन निवेशकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वित्त वर्ष 2021 में इसके नए बिजनस की वैल्यू का मार्जिन (VNB) 9.9 फीसदी रहा था जबकि प्राइवेट कंपनियों के मामले में यह 22-27 फीसदी था। लोअर मार्जिन और इनफीरियर बिजनस मिक्स के बावजूद इस आईपीओ की कीमत ठीकठाक है और यह लॉन्ग टर्म में निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकता है। कारोबार जगत के 20 से अधिक सेक्टर से जुड़े बेहतरीन आर्टिकल और उद्योग से जुड़ी गहन जानकारी के लिए आप इकनॉमिक टाइम्स की स्टोरीज पढ़ सकते हैं। इकनॉमिक टाइम्स की ज्ञानवर्धक जानकारी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। एलआईसी आईपीओ से क्या फायदा है?LIC IPO: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ 4 मई 2022 को पब्लिक के लिए खुलेगा. LIC के IPO का सब्सक्रिप्शन 9 मई 2022 तक खुला रहेगा. भारत सरकार IPO के जरिए LIC में अपनी हिस्सेदारी 3.5 फीसदी घटाएगी.
LIC का IPO कैसे खरीदें?इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प है। अगर आप ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो आपको अपने डीमैट अकाउंट या इसके ऐप के जरिए आवेदन कर सकते हैं। यहां आपको तीन कैटेगरी रिटेल, पॉलिसी होल्डर और एम्प्लॉई का विकल्प दिखेगा। आप जिस कैटेगिरी के लिए आवेदन करना चाहते हैं उस पर क्लिक करें।
एलआईसी आईपीओ का रेट क्या है?एलआईसी के आईपीओ के लिए 902-949 रुपये का प्राइस बैंड (LIC IPO Price Band) तय किया गया था.
एलआईसी में आईपीओ का मतलब क्या होता है?LIC IPO: भारतीय जीवन बीमा निगम (Life insurance corporation of India) का पब्लिक इश्यू ऑफर (IPO) 4 मई को प्राइमेरी मार्केट में उतरने जा रहा है. BSE की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, LIC IPO 4 मई 2022 को पब्लिक के लिए खुलेगा और यह 9 मई 2022 तक बोली के लिए खुला रहेगा.
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