भारत में सबसे अधिक दूध देने वाली बकरी कौन सी है? - bhaarat mein sabase adhik doodh dene vaalee bakaree kaun see hai?

Male Goat Giving Milk: अच्छी मात्रा में दूध देने वाली बकरियां तो आपने बहुत देखी होंगी, लेकिन अब भारत में बकरों ने भी दूध देना चालू कर दिया हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुन में एक प्राइवेट बकरी फार्म के 4 बकरे रोजाना 200 से 300 मिली दूध दे रहे हैं. ये बात इतनी हैरान कर देने वाली है कि अब लोग भी बिना आंखों से देखे यकीन नहीं कर पा रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोजाना सैंकड़ों की तादात में लोग इन दूध देने वाले बकरों को देखने पहुंच रहे हैं. 

इंजीनियर चला रहा दूध देने वाले बकरों का फार्म

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में सरताज नाम के इस फार्म हाउस पर बकरों के दूध देने का मामला सामने आया है. इस फार्म के मालिक तुषार पहले इंजीनियर थे, लेकिन बकरों में बढ़ती दिलचस्पी के चलते नौकरी छोड़ दी और बकरी फार्म खोल लिया. आज इनके बकरी फार्म में 50,000 रुपये 1 लाख रुपये तक की कीमत वाले बकरे और बकरियां हैं. इनमें से सबसे ज्यादा चर्चा में है राजस्थानी नस्ल के चार बकरे,जो रोजाना 200 से 300 मिली. तक दूध दे रहे है. इन चार नस्लों में काले रंग का बकरा बादशाह (पंजाबी बिटल), शेरू (पथिरा) सुल्तान (हंसा प्रजाति) और हैदराबादी नस्ल का बकरा जिसका नाम हैदराबादी चाचा रखा है.

अजब-गजब हैं 4 बकरे

बकरी फार्म के मालिक तुषार बताते हैं कि बकरों का साइज आमतौर पर बकरियों से ज्यादा बड़ा होता है, लेकिन दूध देने वाले इन चार बकरों की लंबाई-चौड़ाई बकरियों जितनी ही है. आम बकरियों की तरह इन बकरों के भी दो थन हैं. इन बकरों का बाकी पशुओं की तरह ही ख्याल रखा जाता है, लेकिन इनकी डाइट कुछ अलग है. वैसे तो तुषार के बकरी फार्म में पंजाब, अहमदाबाद, राजस्थान, जयपुर, हैदराबाद अफ्रीकन बोर, चंबल नस्ल के बकरे पाले गए हैं, लेकिन दो भी खरीददार आता है,वो सबसे पहले दूध देने वाले इन चार बकरों को देखने की डिमांड करते हैं.

क्या कहते हैं एक्टपर्ट्स
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये बकरे खूब फेमस हो रहे हैं. कई लोग तो इसे अफवाह समझ रहे हैं, लेकिन कई लोग इन बकरों के दूध देने की घटना के चश्मदीद गवाह बन रहे हैं. इस मामले में एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बकरों का दूध देना कोई बड़ी बात नहीं है. कई हजार में से कुथ 2 से 3 बकरे ऐसे भी होते हैं, जिनमें हार्मोनल बदलाव के कारण थन विकसित हो जाते हैं और दूध देने लगते हैं. 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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राजस्थान में सबसे ज्यादा दूध देने वाली बकरी कौनसी है?

December 11, 2022

(A) नागौरी
(B) कांकरेज
(C) जखराना
(D) चौकला

Answer : जखराना

Explanation : राजस्थान में सबसे ज्यादा दूध देने वाली जखराना बकरी (Jakhrana Goat) है। यह नस्ल अलवर जिले के जखराना गांव की है। इसलिए इसका नाम जखराना पड़ा था। यह रोजाना 2.50 से 3 किलो दूध देने वाली बकरियों की यह एक मात्र नस्ल है। जखराना बकरी की नस्ल मुख्यतया पूर्वी राजस्थान, उत्तरी-पश्चिमी शुष्क अर्द्ध शुष्क जलवायु क्षेत्र में पाई जाती है। बकरी की यह नस्ल अलवर सहित हरियाणा क्षेत्र में पाई जाती है। बकरियों में यह बड़े आकार की नस्ल है। इस नस्ल की बकरियों का मुंह पतला उभरा हुआ सिर होता है। इसकी त्वचा का रंग काला होता है, लेकिन कानों मुंह पर सफेद धब्बे होते है। इसके शरीर की लंबाई 78 सेमी और बकरे के शरीर की लंबाई 84 सेमी होती है इस नस्ल में नर बकरी का वजन 58 किलो और मादा बकरी का वजन 45 किलो होता है।

जखराना बकरी की विशेषताएं
– इससे दूध और मांस दोनों उत्पादन किया जा सकता है।
– इसके दूध में प्रोटीन और वसा की की पर्याप्त मात्रा होती है जो बीमारियों से लड़ने के काम आता है।
– जखराना बकरी का वजन 45 किलो और बकरे का वजन 58 किलो होता है।
– इसके शरीर की लंबाई 78 सेमी और बकरे की लंबाई 84 सेमी होती है और मादा तथा नर दोनों में सींग होते हैं।
– जखराना नस्ल की बकरी पहली बार 18 महीने में बच्चे को जन्म देती है।
– मादा एक बार में एक बच्चे को जन्म देती है और कभी-कभी जुड़वा बच्चे को भी जन्म देती है।
– इस नस्ल की बकरी 1 दिन में 2.5 से 3 किलो तक दूध देती है।
– इस नस्ल की बकरी एक ब्यांत में 152 लीटर तक दूध देती है और दूध देने की अवधि 180 से 200 दिन तक होती है।

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Web Title : Rajasthan Mein Sabse Jyada Doodh Dene Wali Bakari Kaunsi Hai

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वैसे तो बकरियों की कई नस्ले हैं जिनका पालन किसान या व्यवसायी करते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि बकरी की नस्लों का चयन स्थान के हिसाब से करना चाहिए.

भारत में सबसे अधिक दूध देने वाली बकरी कौन सी है? - bhaarat mein sabase adhik doodh dene vaalee bakaree kaun see hai?

बकरियों के लिए खतरनाक है खुरपका, मुंहपका बीमारी. (फोटो-CIRG)

कम लागत, आसानी से रख-रखाव और बढ़िया मुनाफा, यही वजह है कि देश में बकरी पालन (Goat farming) का व्यवसाय बहुत तेजी से बढ़ रहा है. बकरी पालन किसानों की आय का मुख्य जरिया बनता जा रहा है. दूसरे मवेशियों की तुलना में इसके पालन में नुकसान होने की आशंका भी बहुत कम रहती है. ऐसे में अगर पशुपालक बकरी की अच्छी नस्लों (Best breeds of goat) का चयन कर पालन शुरू करें तो मुनाफा और बढ़ सकता है.

वैसे तो बकरियों की कई नस्लें हैं जिनका पालन किसान या व्यवसायी करते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि बकरी की नस्लों (breeds of goat) का चयन स्थान के हिसाब से करना चाहिए. अगर आप उत्तर प्रदेश में हैं तो वहीं के हिसाब से और अगर उत्तराखंड में वहां के हिसाब नस्लों का चयन जरूरी होता है. इस खबर में हम बकरियों की उन्नत नस्लों के बारे में तो जानेंगे ही, यह भी जानेंगे उनका किस क्षेत्र के लिए सही होगा.

ये है बकरियों की 5 उन्नत नस्ल

जमुनापारी (Jamunapari Goat)

बकरी की ये नस्ल उत्तर प्रदेश के मथुरा, ईटावा और उसके आसपास के क्षेत्रों में पाई जाती है. ये दूध और मांस, दोनों के लिए बेहतर मानी जाती है. इसे बकरी की सबसे अच्छी नस्ल कहा जाता है. लंबे कानों वाली ये बकरी 2 से 2.5 ढाई लीटर दूध प्रतिदिन देती है.

बरबरी बकरी (Barbari Goat)

बरबरी बकरी भी उत्तर प्रदेश में पाई जाती है इसका पालन एटा, अलीगढ़ और आगरा जैसे जिलों में होती है. इसका पालन मांस के लिए किया जाता है. नली की तरह कान लिए इस नस्ल का पालन दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों के लिए अच्छी मानी जाती है.

बीटल बकरी (Betel Goat)

पंजाब के गुरुदासपुर, फिरोजपुर और अमृतसर के आसपास पाई जाने वाली इस नस्ल को दूध और मांस, दोनों के उत्पादन के लिए जाना जाता है. 12 से 18 महीने के बीच पहली बार बच्चे को जन्म देती है.

सिरोही बकरी (Sirohi Goat)

सिरोही बकरी का पालन राजस्थान के सिरोही, अजमेर, बांसवाड़ा, राजसमंद और उदयपुर के क्षेत्रों में होता है. ये नस्ल दूध और मांस, दोनों के लिए काम आती है. 18 से 24 महीने के बीच पहली बार बच्चे को जन्म देती है.

ब्लैक बंगाल (Black Bengal Goat)

बकरी की इस नस्ल का पालन मांस के लिए किया जाता है. दक्षिण और पश्चिमी बंगाल, बिहार, झारखंड, असम, मेघालय और त्रिपुरा में इसका पालन किया जाता है. इसके पैर छोटे होते हैं और रंग काला होता है. बाल छोटे तथा चमकीले होते हैं.

ओस्मानाबादी (Osmanabadi Goat)

इस नस्ल का भी पालन ज्यादातर मांस के लिए ही किया जाता है. महाराष्ट्र के उस्मानाबाद, परभणी, अहमदनगर और सोलापुर जिले में इस नस्ल का पालन होता है. काले रंग ये बकरी साल में दो बार बच्चे देती है.

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सबसे ज्यादा दूध देने वाली बकरी कौन सी है?

जमुनापारी बकरी अधिक दूध देती है। जमुना पार क्षेत्र की इस बकरी की नस्ल को किसानों ने आजीविका का साधन बना लिया है। यह बकरी चारा कम खाती है, लेकिन इसकी बढ़वार अधिक है और दूध भी 2 से 3 किलो प्रतिदिन देती है। एक बकरी की खरीद कीमत 15 से 20 हजार रुपए तक है, लेकिन पालन के साथ ही आय शुरू हो जाती है।

भारत में सर्वाधिक दूध उत्पादन करने वाली बकरी कौन सी है?

भारत में सर्वाधिक दूध उत्पादन वाली बकरी कौन सी है? Notes: बकरी की जमनापरी नस्ल भारतीय उपमहाद्वीप में पायी जाती है। इस बकरी की दैनिक दुग्ध उत्पादन क्षमता लगभग 2 किलोग्राम है।

सबसे महंगी नस्ल की बकरी कौन सी है?

जमुनापारी नस्ल के बाद बीटल नस्ल की बकरियों का पालन सबसे अधिक किया जाता है. इस नस्ल से पशुपालक 2 से 3 लीटर दूध रोजाना निकाल सकते हैं. इसके अलावा बाजार में इसका मांस भी अच्छे कीमतों पर बिकता है. सिरोही नस्ल की बकरी को पशुपालक सबसे अधिक पालते हैं.

बकरी 1 दिन में कितना दूध देती है?

बकरी का दूध अत्यंत गुणकारी, पाचक, रोगनिरोधी एवं स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। बकरी की कुछ देशी नस्लें जैसे- बरबरी, जमुनापारी एक दिन में आधा लीटर से 3.5 लीटर दूध देती हैं। जबकि विदेशी नस्लें सानेन व दमस्कस 4-6 लीटर प्रतिदिन दूध देती हैं।