How to Prevent Cold and Fever: बारिश के मौसम में सर्दी-जुकाम और बुखार के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो जाती है. सबसे बड़ी बात यह है कि अगर किसी व्यक्ति को सर्दी या जुकाम हो जाए तो उसके आस-पास के लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं. यह तेजी से फैल जाती है और कई बार गंभीर स्थिति का कारण बन जाती है. बरसात में मौसमी बीमारियों का कहर बढ़ना आम बात है, लेकिन इससे बचाव करना बेहद जरूरी होता है. आज डॉक्टर से जानेंगे कि सर्दी-जुकाम या बुखार से कैसे बचा जा सकता है. Show
खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं? खबर की भाषा और शीर्षक से आप संतुष्ट हैं? खबर के प्रस्तुतिकरण से आप संतुष्ट हैं? खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता है? आयुर्वेद का अर्थ है लंबी आयु का रहस्य। आयुर्वेद में 75 प्रतिशत रोगों को दूर करने के लिए घर के रहन सहन और जीवन शैली पर निर्भर करता है, जबकि 25 प्रतिशत औषधियों से उपचार किया जाता है। सर्दियों में बुखार का हमला मनुष्य पर कभी भी हो सकता है। मौसम बदलना शुरू हुआ नहीं कि बुखार ने आ घेरा। मच्छरों का आक्रमण भी मलेरिया जैसे जानलेवा बुखार को आमंत्रित कर देता है। ऐसे में आवश्यकता होती है उचित इलाज और सही जानकारी की, जो घर में आसानी से उपलब्ध हो सकते हैं।आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. केडी शर्मा कहते हैं कि बदलते मौसम में सर्दी, खांसी व जुकाम जैसे रोग जल्दी पनपते हैं। इस मौसम में पौधों में फूल खिल रहे होते हैं, जिससे वातावरण में पोलन की अधिकता हो जाती है। इसके अलावा धुल अधिक होने से गला खराब हो जाता है जो बाद में गंभीर रोग के रूप में पनप जाता है। यह भी पढ़े - ठंड में सर्दी-खांसी ही नहीं हार्ट अटैक का भी है खतरा, जानिए बचने के उपाय क्या करें उपाय:- ♦ समान्य कोल्ड और खांसी के उपचार के लिए बहत की कारगर घरेलू उपाय है तुलसी, यह ठंक के मौसम में लाभदायक है। तुलसी में काफी उपचारी गुण समाए होते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि से बचाव में कारगर हैं। तुलसी की पत्तियां चबाने से कोल्ड और फ्लू दूर रहता है। खांसी और जुकाम होने पर इसकी पत्तियां (प्रत्येक 5 ग्राम) पीसकर पानी में मिलाएं और काढ़ा तैयार कर लें। इसे पीने से आराम मिलता है। ♦ सर्दी और जुकाम में अदरक बहुत फायदेमंद होता है। अदरक को महाऔषधि कहा जाता है, इसमें विटामिन, प्रोटीन आदि मोजूद होते हैं। अगर किसी व्यक्ति को कफ वाली खांसी हो तो उसे रात को सोते समय दूध में अदरक उबालकर पिलाएं। अदरक की चाय पीने से जुकाम में फायदा होता है। इसके अलावा अदरक के रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से आराम मिलता है। ♦ जुकाम और खांसी के उपचार के लिए आप गेहूं की भूसी का भी प्रयोग कर सकते हैं। 10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और कुछ नमक लेकर पानी में मिलाकर इसे उबाल लें और इसका काढ़ा बनाएं। इसका एक कप काढ़ा पीने से आपको तुरंत आराम मिलेगा। हालांकि जुकाम आमतौर पर हल्का-फुल्का ही होता है जिसके लक्षण एक हफ्ते या इससे कम समय के लिए रहते हैं। गेंहू की भूसी का प्रयोग करने से आपको तकलीफ से निजात मिलेगी। ♦ जुकाम और खांसी के इलाज के लिए यह बहुत अच्छा देसी ईलाज है। दो चुटकी, हल्दी पाउडर दो चुटकी, सौंठ पाउडर दो चुटकी, लौंग का पाउडर एक चुटकी और बड़ी इलायची आधी चुटकी, लेकर इन सबको एक गिलास दूध में डालकर उबाल लें। इस दूध में मिश्री मिलाकर पीने से जुकाम ठीक हो जाता है। शुगर वाले मिश्री की जगह स्टीविया तुलसी का पाउडर मिलाकर प्रयोग करें। यह भी पढ़े - कई रोगों का अलार्म हो सकती है खांसी ♦ जुकाम और खांसी से बचाव के लिए हल्दी बहुत ही अच्छा उपाय है। यह बंद नाक और गले की खराश की समस्या को भी दूर करता है। जुकाम और खांसी होने पर दो चम्मच हल्दी पावडर को एक गिलास दूध में मिलकार सेवन करने से फायदा होता है। दूध में मिलाने से पहले दूध को गर्म कर लें। इससे बदं नाक और गले की खराश दूर होगी। सीने में होने वाली जलन से भी यह बचाता है। हती नाक के इलाज के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं लें, इससे नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा व तत्काल आराम मिलेगा। ♦ इलायची न केवल बहुत अच्छा मसाला है बल्कि यह सर्दी और जुकाम से भी बचाव करता है। जुकाम होने पर इलायची को पीसकर रुमाल पर लगाकर सूंघने से सर्दी-जुकाम और खांसी ठीक हो जाती है। इसके अलावा चाय में इलायची डालकर पीने से आराम मिलता है। मौसम में बदलाव होते ही सर्दी-जुकाम होना आम है। यह ऐसी समस्या है, जो किसी को भी हो सकती है। अमूमन सर्दी-जुकाम कुछ दिनों में खुद ठीक हो जाता है, लेकिन कभी-कभी यह लंबे समय तक रह सकता है। इस स्थिति में कई लोग दवाई लेते हैं, जिससे जुकाम ठीक तो हो जाता है, लेकिन उसके दोबारा लौटने की आशंका बनी रहती है। कई बार तो जुकाम गंभीर रूप ले लेता है। ऐसे में अगर सर्दी जुकाम का इलाज समय रहते घरेलू तरीकों से किया जाए, तो जल्द राहत मिल सकती है। इसी वजह से स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय, सदी जुकाम के कारण और सदी जुकाम के लक्षण के बारे में बता रहे हैं। आगे विस्तार से पढ़ें चलिए, सबसे पहले जानते हैं कि सर्दी जुकाम क्या है। विषय सूची
सर्दी जुकाम क्या है?कॉमन कोल्ड यानी सर्दी जुकाम को वायरल राइनाइटिस भी कहा जाता है। यह लोगों को होने वाला सबसे आम संक्रमण है। यह इंफेक्शन अपर रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट यानी ऊपरी श्वसन तंत्र में होता है। सर्दी जुकाम राइनोवायरस के कारण होता है, जो 200 से भी ज्यादा प्रकार के होते हैं (1)। इस दौरान नाक का बहना और छींक आना आम है। पढ़ते रहें अब इस लेख के अगले भाग में हम सर्दी जुकाम के चरणों के बारे में बताने जा रहे हैं। सर्दी जुकाम के चरण – Stages of Common Cold in Hindiसर्दी जुकाम की समस्या अधिकतर 14 दिन तक रहती है। इन 14 दिन के बीच में सर्दी जुकाम की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इसे तीन चरणों में बांटा जा सकता है, जिसके बारे में नीचे विस्तार से बताया जा रहा है (2)।
स्क्रॉल करें अब सर्दी जुकाम किन कारणों से हो सकता है यह जान लेते हैं। सर्दी जुकाम के कारण – Causes of Common Cold in Hindiसर्दी-जुकाम होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनके बारे में पता होने पर सावधानी बरतना आसान हो सकता है। इन कारणों के बारे में हम नीचे बता रहे हैं (2) (4) ।
आगे है जरूरी जानकारी इस लेख को जारी रखते हुए आगे सर्दी जुकाम के लक्षण की जानकारी दे रहे हैं। सर्दी जुकाम के लक्षण – Symptoms of Common Cold in Hindiसर्दी जुकाम होने से पहले और होने के बाद इसके कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ऐसे में इन लक्षणों पर गौर करके घरेलू उपचार को अपनाया जाए, तो इस समस्या के प्रभाव को कम किया जा सकता है। चलिए, सर्दी जुकाम के लक्षणों को जानते हैं (2) (3)।
आगे पढ़ें अब हम सर्दी जुकाम के घरेलू इलाज की जानकारी दे रहे हैं। सर्दी जुकाम के घरेलू इलाज – Home Remedies for Common Cold in Hindiसदी जुकाम के घरेलू उपाय का उपयोग करके इससे बचा जा सकता है। साथ ही किसी को सर्दी जुकाम की समस्या है, तो वो नीचे बताए गए जुकाम के घरेलू नुस्खे को अपना सकता है। हां, अगर स्थिति गंभीर हो, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। 1. गुनगुने या नमक वाले पानी से गरारेसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : सर्दी जुकाम का इलाज घर में नमक वाले पानी से गरारे करके किया जा सकता है (5)। जुकाम होने पर गले में असहजता महसूस होती है। एक शोध में कहा गया है कि नमक यानी सोडियम क्लोराइड एंटीवायरल गुण प्रदर्शित करता है (6)। इसी वजह से माना जाता है कि गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने से सर्दी के वायरस से छुटकारा मिल सकता है। वायरस का असर कम होने से सर्दी जुकाम की स्थिति से राहत मिल सकती है (6)। ऐसे में नमक को सर्दी जुकाम की दवा कहना गलत नहीं होगा। 2. दहीसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : दही का उपयोग करके भी सर्दी जुकाम से राहत मिल सकती है। दरअसल, दही में प्रोबायोटिक्स नामक माइक्रोऑर्गेनिज्म होते हैं। एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, दही में मौजूद यह माइक्रोऑर्गेनिज्म सर्दी और फ्लू के असर को कम कर सकता है (7)। यही वजह है कि दही को जुकाम के घरेलू नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। 3. एल्डरबेरीसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, एल्डरबेरी को कई समस्याओं के इलाज करने के लिए फोक मेडिसीन के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है, जिसमें सर्दी जुकाम भी शामिल है। इस शोध की मानें, तो एल्डरबेरी एंटीवायरल गुण से समृद्ध होता है, जो सर्दी जुकाम के वायरस के खिलाफ असर दिखा सकता है (8)। इसके फायदे को देखते हुए इस विषय को लेकर बड़े स्तर पर अध्ययन करने की सिफारिश भी की गई है। 4. अदरकसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : जुकाम होने पर अदरक का सेवन करने से काफी आराम मिल सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, आयुर्वेद में भी इसे गुणकारी औषधि माना गया है। अदरक की चाय पीने से शरीर को गर्माहट मिलती है, जिससे सर्दी का असर कम हो सकता है (9)। वहीं, अदरक में मौजूद चिकित्सीय प्रभाव सर्दी जुकाम को पूरी तरह ठीक करने में भी मदद कर सकता है (10)। यही वजह है कि अदरक को जुकाम का देसी इलाज भी माना गया है। Subscribe 5. लहसुनसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार करने के लिए लहसुन का उपयोग किया जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में बताया गया है कि जुकाम को ठीक करने में भी लहसुन सक्षम है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। इस कारण से यह जुकाम के वायरस को खत्म कर सकता है (11)। 6. शहदसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो शहद के उपयोग से सर्दी-जुकाम के इलाज में मदद मिल सकती है। दरअसल, यह एंटीबैक्टीरियल गुण से समृद्ध होता है, जो सर्दी जुकाम के वायरस को नष्ट करने का काम कर सकता है। इससे सर्दी जुकाम की समस्या से राहत मिल सकती है (12)। जुकाम के घरेलू उपाय के लिए ऑर्गेनिक शहद का उपयोग करें। इसे जुकाम का देसी इलाज माना गया है। 7. ग्रीन टीसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार करने लिए ग्रीन टी को आजमा कर देख सकते हैं। कई वैज्ञानिक अध्ययनों में कहा गया है कि जुकाम होने पर अगर गर्म पेय का सेवन किया जाए, तो काफी आराम मिल सकता है। यह बहती नाक और गले की खराश से कुछ हद तक आराम दिला सकता है (13)। वहीं, ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स में एंटीवायरल गुण होता है, जो सर्दी के वायरस को खत्म करके इससे कुछ राहत दे सकता है (14)। 8. एसेंशियल ऑयलसामग्री : पुदीने का तेल व नीलगिरी तेल की चार-पांच बूंदें उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल जुकाम से राहत पाने के लिए भी किया जा सकता है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है, जो सर्दी के वायरस को खत्म करने का काम कर सकता है। इसके लिए नीलगिरी का तेल और पुदीने का तेल ही नहीं, बल्कि अनीस का तेल, सौंफ का तेल और टी ट्री ऑयल का उपयोग भी किया जा सकता है (15)। जुकाम के घरेलू उपाय के तहत एसेंशियल ऑयल कारगर साबित हो सकते हैं। इसे भी जुकाम का देसी इलाज माना गया है। 9. काढ़ासामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : सर्दी-जुकाम के घरेलू इलाज के लिए काढ़े का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। यह काढ़ा सर्दी, खांसी व श्वसन नली से संबंधित समस्याओं को कम कर सकता है। अदरक और शहद के बारे में ऊपर हम बता ही चुके हैं। इसके अलावा, तुलसी और लौंग दोनों जड़ी-बूटियों में एंटीवायरल गुण होता है, जो वायरस को नष्ट करके सर्दी जुकाम से राहत दिला सकते हैं (16) (17)। इसी वजह से इस काढ़े को जुकाम का घरेलू उपाय माना जाता है। 10. प्याजसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : प्याज के उपयोग से सर्दी जुकाम का इलाज किया जा सकता है। प्याज एक्सपेक्टॉरेंट की तरह कार्य करता है, जो सर्दी की वजह से बनने वाले बलगम को निकालने में मदद कर सकता है। साथ ही बलगम बनने से रोकने में भी इसे सहायक माना जाता है (18)। एक शोध के मुताबिक, प्याज में कुएरसेटिन नामक कंपाउंड होता है। इसमें एंटीवायरल क्षमता होती है, जो वायरस के असर को कम करके सर्दी जुकाम से राहत दिला सकता है । इसी कारण से प्याज को जुकाम का उपचार करने का कारगर तरीका माना जाता है। पढ़ते रहें 11. सूपसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : हम ऊपर बता चुके हैं कि गर्म पेय सर्दी जुकाम से राहत दिला सकता है, इसलिए जुकाम में सूप पीना अच्छा हो सकता है। चाहे वेजिटेबल सूप पिएं या फिर चिकन सूप, यह व्यक्ति की पसंद पर निर्भर कर सकता है। एक शोध में पाया गया है कि सूप में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो श्वसन तंत्र के संक्रमण से राहत दिला सकता है। सर्दी भी एक तरह के श्वसन तंत्र संक्रमण ही है। ऐसे में यह सर्दी के निजात दिलाने में प्रभावी साबित हो सकता है (19)। सूप की मदद से जुकाम का उपचार किया जा सकता है। 12. दालचीनीसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : दालचीनी और शहद को भी सर्दी जुकाम सिर दर्द का घरेलू उपचार माना जाता है। हम शहद के गुणों के बारे में बता ही चुके हैं। साथ ही दालचीनी को लेकर एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक शोध में लिखा है कि इसे सर्दी की पारंपरिक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। माना जाता है कि इसके एंटी माइक्रोबिएल और एंटीवायरल गुण सर्दी के वायरस के असर को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं (20)। 13. मछली का तेलसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : मछली के तेल का उपयोग अक्सर इम्यून सिस्टम को बेहतर करने के लिए किया जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड वायरल इन्फेक्शन से बचाव करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बन सकता है। इसी वजह से माना जाता है कि मछली का तेल जुकाम का उपचार करने में कुछ हद तक मदद कर सकता है (21)। 14. हल्दी दूधसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : आयुर्वेद में हल्दी के औषधीय गुणों का प्रमुखता से उल्लेख किया गया है। हल्दी और दूध के मिश्रण का सेवन सर्दी से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण कोल्ड इंफेक्शन को कम करके इस समस्या से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है (22)। यही कारण है कि इसे घर में मौजूद सर्दी जुकाम की दवा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। 15. सेब का सिरकासामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : सर्दी जुकाम और खांसी के घरेलू उपाय के तौर पर सेब के सिरके का उपयोग किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो इसमें एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं (23)। जैसा कि हमने ऊपर लेख में बताया है कि सर्दी जुकाम होने के लिए मुख्य रूप से वायरस जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि सेब के सिरके में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण सर्दी जुकाम के वायरस के प्रभाव को कम करके इससे राहत दिला सकता है। 16. विटामिन्ससामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : विटामिन-सी और विटामिन-डी के सप्लीमेंट सर्दी जुकाम की दवा की तरह काम कर सकते हैं। ये दोनों विटामिन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हुए सर्दी जुकाम की समस्या को ठीक कर सकते हैं। शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के मजबूत होने पर सर्दी जुकाम के अलावा अन्य आम समस्याओं से भी छुटकारा पाना आसान हो सकता है (24)। 17. जैतून के पत्ते का अर्कसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : जैतून की पत्तियों के अर्क का इस्तेमाल जुकाम के घरेलू नुस्खे के रूप में किया जा सकता है। रिसर्च के मुताबिक, जैतून के पत्तों के अर्क में एंटी-वायरल गुण होता है, जो वायरल इंफेक्शन को दूर रखने का काम कर सकता है। इससे सर्दी जुकाम की समस्या से भी राहत मिल सकती है (25)। 18. कैमोमाइलसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : सर्दी जुकाम और खांसी के घरेलू उपाय के रूप में कैमोमाइल का उपयोग करना अच्छा हो सकता है। इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक शोध से पता चलता है कि कैमोमाइल इम्यून सिस्टम को बेहतर करके सर्दी जुकाम से राहत दिला सकता है (26)। इसके अलावा, कैमोमाइल की भाप लेने से भी सर्दी जुकाम के लक्षण को कम किया जा सकता है। माना जाता है कि इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण इंफेक्शन से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (26)। हालांकि, इसकी पुष्टि के लिए अधिक शोध करने की सिफारिश की गई है। 19. मेथीसामग्री :
उपयोग की विधि :
कैसे है फायदेमंद : एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय के रूप में मेथी के बीज का इस्तेमाल वर्षों से किया जाता रहा है (27)। दरअसल, इसमें एंटी माइक्रोबियल गुण होता है। माना जाता है कि यह गुण सर्दी जुकाम के बैक्टीरियल संक्रमण को कम करके इससे जल्द राहत दिलाने में मदद कर सकता है (28)। नीचे और जानकारी है चलिए, अब जानते है कि सर्दी जुकाम होने पर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए। सर्दी जुकाम के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?सर्दी जुकाम के घरेलू उपचार से राहत न मिलने और कुछ स्थिति उत्पन्न होने पर सर्दी जुकाम का इलाज करने के लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। हम नीचे ऐसी स्थितियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए (3) (29):
बने रहें हमारे साथ इस लेख के अगले भाग में हम सर्दी जुकाम के इलाज की जानकारी दे रहे हैं। सर्दी जुकाम का इलाज – Treatment of Common Cold in Hindiअमूमन सर्दी की समस्या कुछ दिनों में खुद-ब-खुद ठीक हो जाती है। हां, अगर सर्दी थोड़ी गंभीर हो जाए, तो डॉक्टरी सलाह लेनी जरूरी है। डॉक्टर इस स्थिति में सर्दी का ट्रीटमेंट करने के लिए क्या सलाह दे सकते हैं, नीचे जानते हैं (3):
नोट: सर्दी जुकाम के लिए एंटीबायोटिक्स का उपयोग बिल्कुल न करें। पढ़ना जारी रखें अब हम सर्दी जुकाम से बचने के उपाय बता रहे हैं। सर्दी जुकाम से बचने के उपाय – Prevention Tips for Common Cold in Hindiसर्दी जुकाम की समस्या से बचना काफी आसान है। इसके लिए नीचे बताए जा रहे तरीकों को अपनाया जा सकता है (3) (1)।
सर्दी-जुकाम होने पर घबराएं नहीं, बल्कि संयम से काम लें। इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है और वो भी घर में मौजूद सामग्रियों की मदद से। जी हां, अगर किसी को जुकाम है, तो यहां बताए गए घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकता है। इन घरेलू उपचार के साथ ही स्वस्थ, संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें। अपनी डाइट में सब्जियों व फलों को जगह जरूर दें, ताकि इम्यून सिस्टम बेहतर तरीके से काम कर सके। ध्यान दें कि अगर स्थिति गंभीर होने लगे, तो एक बार डॉक्टर से संपर्क भी करना चाहिए। अक्सर पूछे जाने वाले सवालसामान्य कोल्ड व चेस्ट कोल्ड में क्या अंतर है? हर तरह का कोल्ड वायरल इंफेक्शन के कारण ही होता है। सामान्य कोल्ड नाक व गले को प्रभावित करता है (3)। वहीं, चेस्ट कोल्ड के दौरान फेफड़ों के वायुमार्ग सूज जाते हैं और फेफड़ों में बलगम बनने लगता है (30)। क्या सामान्य कोल्ड के लिए कोई वैक्सीन है? नहीं, सामान्य कोल्ड के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। जैसा कि हम ऊपर बता ही चुके हैं कि जुकाम करीब 200 तरह के वायरल के कारण हो सकता है। जुकाम वायरल इंफेक्शन के कारण होता है या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण? जुकाम वायरल इंफेक्शन के कारण होता है (1)। सामान्य जुकाम को ठीक करने में एंटीबायोटिक असरकारक क्यों नहीं हैं? एंटीबायोटिक बैक्टीरियल इंफेक्शन पर असर करती हैं। वहीं, जुकाम वायरल इंफेक्शन के कारण होता है, तो ऐसे में एंटीबायोटिक खाने का कोई लाभ नहीं है। जुकाम होने पर छींक क्यों आती है? जुकाम होने पर नाक या गले के म्यूकस मेम्बरेन में इरीटेशन होने लगती है, जिससे छींक आती है (31)। क्या सामान्य जुकाम के कारण बुखार हो सकता है? जुकाम के कारण बुखार हो ऐसा संभव नहीं है। बुखार भी जुकाम की तरह एक लक्षण है, जो कुछ मामलों में सर्दी के कारण हो सकता है (2)। इससे बचाव के लिए ऊपर बताए गए सर्दी जुकाम, बुखार का घरेलू उपचार का उपयोग किया जा सकता है। जुकाम होने पर यह कब तक संक्रामक रहता है? जुकाम होने के बाद 2 से 3 दिन तक यह संक्रामक होता है। पहले सप्ताह के बाद यह संक्रामक नहीं होता (3)। जुकाम होने के बाद बहती नाक कब तक ठीक हो सकती है? आमतौर पर इसे ठीक होने में पांच से सात दिन लग सकते हैं। स्थिति गंभीर होने पर 10 से ज्यादा दिन भी लग सकते हैं। अगर पहले से ही जुकाम है, तो क्या ठंड का मौसम होने से लक्षण बढ़ जाते हैं? जी हां, अगर पहले से जुकाम है, तो ठंड के मौसम में इसके लक्षण थोड़ा बढ़ सकते हैं। सर्दी को बार-बार होने से कैसे रोकें? सर्दी के घरेलू उपचार को अपना कर सर्दी को रोक सकते हैं। इसे बार-बार सर्दी होने के उपाय के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। क्या जुकाम होने पर कोल्ड ड्रिंक पीना बुरा है? जी हां, सर्दी होने पर ठंडी चीजें पीने या खाने से यह समस्या और बढ़ सकती है। इससे राहत पाने के लिए गर्म चीजों के सेवन करने की सलाह दी जाती है। क्या एलर्जी के कारण भी जुकाम के लक्षण नजर आ सकते हैं? हां, एलर्जी के कारण नाक का बहना और छींकें आना हो सकता है (32)। संदर्भ (Sources):Articles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Read our editorial policy to learn more.
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