Show
डेली न्यूज़
ब्रह्मोस मिसाइल, इन्द्र अभ्यास,
कामोव-226, एस-400 ट्रायम्फ। भारत-रूस संबंधों के बदलते रुझान। हाल ही में भारत और रूस ने अपने
राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगाँठ मनाई। भारत-रूस संबंधों के विभिन्न पहलू :
भारत और रूस के बीच संबंधों के अन्य महत्त्वपूर्ण क्षेत्र:
भारत के लिये रूस का महत्त्व:
आगे की राह
स्रोत- इंडियन एक्सप्रेस× रूस और भारत के बीच क्या संबंध है?शीत युद्ध के दौरान, भारत और सोवियत संघ के बीच एक मज़बूत रणनीतिक, सैन्य, आर्थिक और राजनयिक संबंध थे। सोवियत संघ के विघटन के बाद, रूस को भारत के साथ अपने घनिष्ठ संबंध विरासत में मिले, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों ने एक विशेष सामरिक संबंध साझा किया।
भारत और रूस की दोस्ती कैसे हुई?1988: 1971 के बाद भारत और रूस की दोस्ती दुनिया भर के लिए मिसाल बन गई थी। दुनिया के दूसरे देश दोनों देशों की दोस्ती पर नजर लगानी शुरू कर दी। इसके बाद जब सोवियत राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव आधिकारिक दौरे पर भारत आए तो प्रधानमंत्री राजीव गांधी उनका स्वागत करने सीधे एयरपोर्ट पहुंच गए थे।
रूस से भारत क्या क्या आयात करता है?इंडिया रूस को ज्यादातर मेडिसीन और इलेक्ट्रिकल मशीनरी का निर्यात करता है. इसके अलावा रूस भारत से चाय और कपड़े खरीदता है. जबकि रूस से भारत सबसे ज्यादा पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स खरीदता है. कुल आयात में 50 फीसदी से ज्यादा का हिस्सा पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का होता है.
रूस में कितने देश हैं?रूस में गणराज्य, स्वायत्त प्रदेश, केन्द्रीय नगर और स्वायत्त जिले जैसे घटक विभाग हैं। अगर इन्हें संयुक्त रूप से प्रदेश कहें तो रूस के 83 प्रदेश हैं - 46 प्रान्त, 21 गणराज्य (आंशिक रूप से स्वायत्त), 9 स्वायत्त रियासत, 4 स्वायत्त ज़िले, 1 स्वायत्त प्रान्त और 2 केन्द्रशासित नगर - मास्को और सेंट पीटर्सबर्ग।
|