बोरान ट्राई क्लोराइड लुईस अम्ल के समान व्यवहार क्यों प्रदर्शित करता है? - boraan traee kloraid luees aml ke samaan vyavahaar kyon pradarshit karata hai?

बोरॉन ट्राइफ्लुओराइड BF3 अणु में F परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनों से साझा करके केंद्रीय बोरॉन परमाणु के चारों ओर इलेक्ट्रॉनों की संख्या 6 (तीन युग्म) होती है। अत: यह एक इलेक्ट्रॉन-न्यून अणु है तथा यह स्थायी इलेक्ट्रॉनिक विन्यास प्राप्त करने के लिए एक इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण करके लूइस अम्ल के समान व्यवहार प्रदर्शित करता है।

उदाहरणार्थ - बोरॉन ट्राइफ्लुओराइड सरलतापूर्वक अमोनिया से एक एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण करके BF3.NH3 उपसहसंयोजक यौगिक बनाता है।

\[\begin{array}{cc}
\ce{F}\phantom{.....}\ce{H}\phantom{..............}\ce{F}\phantom{......}\ce{H}\\
|\phantom{......}|\phantom{...............}|\phantom{.......}|\\
\ce{F - B + :N - H -> [F - B <- N  - H]}\\
|\phantom{......}|\phantom{...............}|\phantom{.......}|\phantom{.}\\
\phantom{}\ce{\underset{\text{(लूइस अम्ल)}}{F}\underset{\text{(लूइस क्षारक)}\phantom{..}}{H\phantom{.....}}}\phantom{......}\ce{\underset{\text{(यौगात्मक यौगिक)}}{\phantom{.}F\phantom{......}H}}\phantom{}
\end{array}\]

बोरान टाइप फ्लोराइड लुईस अम्ल के समान व्यवहार क्यों प्रदर्शित करता है?

बोरॉन ट्राइफ्लुओराइड BF3 अणु में F परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनों से साझा करके केंद्रीय बोरॉन परमाणु के चारों ओर इलेक्ट्रॉनों की संख्या 6 (तीन युग्म) होती है। अत: यह एक इलेक्ट्रॉन-न्यून अणु है तथा यह स्थायी इलेक्ट्रॉनिक विन्यास प्राप्त करने के लिए एक इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण करके लूइस अम्ल के समान व्यवहार प्रदर्शित करता है।

बोरॉन ट्राइफ्लोराइड लुईस एसिड के रूप में क्यों व्यवहार करता है?

बोरॉन ट्राइफ्लूओराइड लुइस अम्ल के समान व्यवहार क्यों प्रदर्शित करता है ? UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! Solution : चूँकि इसमें केंद्रीय B परमाणु का अष्टक पूर्ण नहीं होता है तथा यह इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण कर सकता है।

19 बोरान के हेलाइड लुईस अम्ल की तरह व्यवहार करते हैं क्यों कारण बताइये?

हल अमोनिया में नाइट्रोजन परमाणु पर एक एकाकी इलेक्ट्रॉन युगल प्रदान करने के लिए उपलब्ध है इसलिए यह लूइस क्षारक की तरह व्यवहार करती है।