एक टोकरी भर मिट्टी कहानी के प्रमुख पात्र कौन है? - ek tokaree bhar mittee kahaanee ke pramukh paatr kaun hai?

प्रकाशन वर्ष के अनुसार निम्नलिखित कहानियों का सही अनुक्रम है:

  1. परिंदे, राजा निरबंसिया, उसने कहा था, एक टोकरी भर मिट्टी
  2. राजा निरबंसिया, उसने कहा था, एक टोकरी भर मिट्टी, परिंदे
  3. उसने कहा था, एक टोकरी भर मिट्टी, राजा निरबंसिया, परिंदे
  4. एक टोकरी भर मिट्टी, उसने कहा था, राजा निरबंसिया, ​परिंदे

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : एक टोकरी भर मिट्टी, उसने कहा था, राजा निरबंसिया, ​परिंदे

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Teaching Aptitude Mock Test

10 Questions 20 Marks 12 Mins

उपर्युक्त कहानियों का अनुक्रम "एक टोकरी भर मिट्टी, उसने कहा था, राजा निरबंसिया, परिंदे"  सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

एक टोकरी भर मिट्टी कहानी के प्रमुख पात्र कौन है? - ek tokaree bhar mittee kahaanee ke pramukh paatr kaun hai?
Key Points

कहानी

रचना वर्ष

कहानीकार

एक टोकरी भर मिट्टी

1901

माधव सप्रे

उसने कहा था

1915

चंद्रधर शर्मा गुलेरी

राजा निरबंसिया

1957

कमलेश्वर

परिंदे

1958/60

निर्मल वर्मा

एक टोकरी भर मिट्टी कहानी के प्रमुख पात्र कौन है? - ek tokaree bhar mittee kahaanee ke pramukh paatr kaun hai?
Mistake Pointsपरिंदे का लेखन वर्ष : 1956

परिंदे का प्रकाशन वर्ष : 1958/ 60

एक टोकरी भर मिट्टी कहानी के प्रमुख पात्र कौन है? - ek tokaree bhar mittee kahaanee ke pramukh paatr kaun hai?
Additional Information

  • परिंदे (1956) कहानी के प्रमुख पात्र:-
    • लतिका- इस कहानी की नायिका या केन्द्र बिन्दु यही है। सुधा- होस्टल में शायद वह सबसे अधिक लोकप्रिय लड़की। 
    • जूली- होस्टल की लड़की, जिसका प्रेमपत्र लतिका के हाँथ लग गया है। 
    • करीमुद्दीन- होस्टल का नौकर, मिलिट्री में अर्दली रह चुका था।
  • राजा निरबंसिया कहानी के प्रमुख पात्र :-
    • जगपती- चन्दा का पति
    • चन्दा-जगपती की पत्नी

    • दयाराम- जगपती का रिश्तेदार (दूर रिश्ते का भाई)
    • बचनसिंह- कस्बे के अस्पताल का कम्पाउण्डर
    • भटियारिन- राजा निरबंसिया की रानी ही भटियारिन बनकर राजा निरबंसिया से मिलने जाती है।
  • उसने कहा था कहानी के प्रमुख पात्र :-
    • इस कहानी का मुख्य पात्र लहना सिंह है। 
    • सूबेदार हजारा सिंह , सूबेदारनी , बोधा सिंह , वजीरा सिंह आदि अन्य उल्लेखनीय पात्र हैं।
    • लहना सिंह में प्रेम , त्याग , बलिदान, विनोद वृत्ति , बुद्धिमत्ता एवं सतर्कता आदि विविध गुण मिलते हैं।
  • एक टोकरी भर मिट्टी
    • यह कहानी वर्ग भेद पर आधारित है। इसमें एक गरीब के शोषण का चित्रण है।
    • इस कहानी में अहंकार और स्वार्थ का चित्रण जमींदार के रूप में किया गया है।
    • एक गरीब बुजुर्ग महिला द्वारा जमींदार का हृदय परिवर्तन होना दिखाया गया है।

Last updated on Dec 17, 2022

University Grants Commission (Minimum Standards and Procedures for Award of Ph.D. Degree) Regulations, 2022 notified. As, per the new regulations, candidates with a 4 years Undergraduate degree with a minimum CGPA of 7.5 can enroll for PhD admissions. The notification for the 2023 cycle is expected to be out soon. The UGC NET CBT exam consists of two papers - Paper I and Paper II. Paper I consists of 50 questions and Paper II consists of 100 questions. By qualifying this exam, candidates will be deemed eligible for JRF and Assistant Professor posts in Universities and Institutes across the country.

एक टोकरी भर मिट्टी का प्रमुख पात्र कौन सा है?

Ek Tokri Bhar Mitti (Hindi Story) : Madhavrao Sapre. किसी श्रीमान जमीनदार के महल के पास एक गरीब अनाथ विधवा की झोंपड़ी थी। जमीनदार साहब को अपने महल का हाता उस झोंपड़ी तक बढ़ाने की इच्छा हुई। विधवा से बहुतेरा कहा कि अपनी झोंपड़ी हटा ले, पर वह तो कई जमाने से वहीं बसी थी।

एक टोकरी भर मिट्टी कहानी के लेखक का नाम क्या हैं?

इस कहानी के लेखक पं. माधवराव सप्रे की 19 जून को 150वीं जयंती है. कथा पत्रिका सारिका के संपादक रहते हुए कथाकार कमलेश्‍वर ने हिंदी की पहली कहानी के रूप में 'एक टोकरी भर मिट्टी' को प्रस्थापित किया था. 1915 ई.

विधवा एक टोकरी मिट्टी का क्या करना चाहती थी?

[ ६७ ]अब मैंने सोचा है कि इस झोंपड़ी में से एक टोकरी भर मिट्टी लेकर उसी का चूल्हा बनाकर रोटी पकाऊँगी। इससे भरोसा है कि वह रोटी खाने लगेगी। महाराज कृपा करके आज्ञा दीजिये तो इस टोकरी में मिट्टी ले जाऊँ।" श्रीमान ने आज्ञा दे दी। विधवा झोंपड़ी के भीतर गई।

एक टोकरी भर मिट्टी कहानी का प्रकाशन कब हुआ?

सन् 1901 में प्रकाशित यह कहानी (एक टोकरी भर मिट्टी) कालक्रमानुसार भी हिन्दी की प्रथम मौलिक कहानी ठहरती है।